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विश्लेषण

क्यों डरें महर्षि वेलेंटाइन से?

क्यों डरें महर्षि वेलेंटाइन से?

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण, सामाजिक
डॉ वेद प्रताप वैदिक (भारत सरकार के पशु-कल्याण बोर्ड ने पहले घोषणा की कि ‘वेलेंटाइन डे’ को ‘गाय को गले लगाओ दिवस’ के तौर पर मनाया जाए। जब उसकी इस घोषणा की जबर्दस्त मजाक उड़ी तो उसने इसे वापस ले लिया। ‘वेलेंटाइन डे’ पर लिखा गया, देश के प्रसिद्ध विचारक डाॅ. वैदिक का यह ऐतिहासिक लेख पाठकों की सेवा में प्रस्तुत है।) सेंट वेलेन्टाइन डे' का विरोध अगर इसलिए किया जाता है कि वह प्रेम-दिवस है तो इससे बढ़कर अभारतीयता क्या हो सकती है? प्रेम का, यौन का, काम का जो मुक़ाम भारत में है, हिन्दू धर्म में है, हमारी परम्परा में है, वह दुनिया में कहीं नहीं है। धर्म शास्त्रों में जो पुरुषार्थ-चतुष्टय बताया गया है--धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष-- उसमें काम का महत्व स्वयंसिद्ध है। काम ही सृष्टि का मूल है। अगर काम न हो तो सृष्टि कैसे होगी? काम के बिना धर्म का पालन नहीं हो सकता। इसीलिए काम पर रचे गए ग्रन्थ को कामशास्...
कैसे भी नरेंद्र मोदी को रोका जाये?

कैसे भी नरेंद्र मोदी को रोका जाये?

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
अब यह सवाल भारत के भीतर और बाहर चर्चित है, ब्रिटेन के एक बड़े अखबार द संडे गार्जियन ने एक बहुत बड़ा खुलासा किया है। अखबार कहता है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए नई दिल्ली से लेकर लंदन तक गतिविधियां चल रही हैं। अखबार ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि दिल्ली और लंदन तक मोदी विरोधी गुटों की कई गुप्त बैठकें और मुलाकातें हुई हैं जिनमें इस बात की रणनीति बनाई गयी कि कैसे अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी को तीसरी बार जीतने से रोका जाये? अख़बार का दावा है कि इन बैठकों में कुछ राजनयिकों और भारतीय हिस्सा ले रहे हैं । अखबार ने दावा किया है कि तीन महीने में इस संबंध में तीन गुप्त बैठकें दिल्ली के राजनयिक क्षेत्र मोती बाग और बहादुर शाह जफर मार्ग में हो चुकी हैं। अखबार कहता है कि मोती बाग स्थित दूतावास में हुई बैठक में 20लोग और बहादुर शाह जफर मार्ग के एक क...
पाक में हिन्दू-भारत विरोधी नेता संकट में क्यों

पाक में हिन्दू-भारत विरोधी नेता संकट में क्यों

BREAKING NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
आर.के. सिन्हा पाकिस्तान में आजकल एक अजीब तरह का इत्तेफाक देखने में आ रहा है। आटे की कमी और महंगाई की मार से त्रस्त और पस्त झेलते पाकिस्तान में  इमरान खान के तीन करीबी नेताओं पर शरीफ सरकार का शिकंजा सकता जा रहा है। ये सभी घनघोर भारत तथा हिन्दू विरोधी बयानबाजी करने के कारण बदनाम रहे हैं। इमरान खान की सरकार में गृहमंत्री शेख राशिद और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी जेल भी जा चुके हैं। इन दोनों पर सरकारी कामकाज में बाधा उत्पन्न करने के आरोप हैं। कश्मीरी मूल के शेख राशिद रावलपिंडी के उसी गॉर्डन कॉलेज में पढ़े हैं जिसमें सशक्त अभिनेता बलराज साहनी और उनके अनुज तथा महान कथाकार भीष्म साहनी पढ़ते थे। शेख राशिद बेहद हल्के इंसान हैं। उनकी किसी प्रेस क़ॉफ्रेंस को देखकर उनके गटर छाप होने का अंदाजा लग जाता है। उनके तीन काम हैं। वे या तो शरीफ बंधुओं को कोस रहे होते हैं या वे जरदार...
जम्मू कश्मीर में मिला लीथियम का भंडार, अब बदलेगी भारत की तकदीर, चीन पर पड़ेगा भारी

जम्मू कश्मीर में मिला लीथियम का भंडार, अब बदलेगी भारत की तकदीर, चीन पर पड़ेगा भारी

आर्थिक, राज्य, विश्लेषण
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने पहली बार जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के सलाल-हैमाना क्षेत्र में 5.9 मिलियन टन के लिथियम के भंडार होने की बात कही है. बदल जाएगा लिथियम के आयात का समीकरण भारत को आत्मनिर्भर बनाएगी लिथियम की खोज देश में पहली बार जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में लिथियम के भंडार पाए गए हैं. सबसे दिलचस्प बात है कि यह कोई छोटा-मोटा भंडार नहीं है. इस लीथियम भंडार की कुल क्षमता 59 लाख टन है जो चिली और ऑस्ट्रेलिया के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा है. इस खोज के बाद भारत लिथियम कैपिसिटी के मामले में तीसरे नंबर पर आ गया है.   लिथियम एक ऐसा नॉन फेरस मेटल है, जिसका इस्तेमाल मोबाइल-लैपटॉप, इलेक्ट्रिक व्हीकल समेत कई आइटम्स के लिए चार्जेबल बैटरी बनाने में किया जाता है. इस रेअर अर्थ एलिमेंट के लिए भारत अब तक दूसरे देशों के भरोसे है.  बदल जाएगा लिथियम के आयात का समीक...
कृष्ण जन्मभूमि 

कृष्ण जन्मभूमि 

EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण, संस्कृति और अध्यात्म
मथुरा के शाही ईदगाह सर्वे से घबराए मुस्लिम, कॉरिडोर से हिन्दुओ को व्यापार चौपट होने का डर, बेघर होने के चिंता में जी रहे लोग, बोले- बाहर वाले आकर मंदिर-मस्जिद कर रहे हमारे बाप-दादाओं ने आजादी से पहले यहां घर बनाया था. इस दुकान पर तो 20 साल से मैं ही बैठ रहा हूं. मथुरा के हिंदू भाई तो अमन-चैन से रहना चाहते हैं, बाहरी लोग यहां आकर मंदिर-मस्जिद करते हैं.... ये कहते हुए शाकिर के चेहरे पर डर और गुस्सा एक साथ नजर आता है. पड़ोस की दुकान में बैठे अबरार, नासिर और अजय वर्मा को भी मकान-दुकान जाने का डर सता रहा है. दिसंबर 2022 में मथुरा के लोअर कोर्ट के आदेश के बाद से कृष्ण जन्मभूमि के आसपास रहने वाले हिंदू-मुस्लिम व्यापारियों की नींद उड़ी हुई है. कोर्ट ने ईदगाह के अमीनी सर्वे के आदेश दिए थे, जिसे मुस्लिम पक्ष की याचिका के बाद फिर होल्ड कर दिया था. ऐसा भी नहीं है कि सिर्फ सर्वे के आदेश के बाद ये च...
अपशब्दों की राजनीति : हृदयनारायण दीक्षित

अपशब्दों की राजनीति : हृदयनारायण दीक्षित

TOP STORIES, विश्लेषण, समाचार
शब्द की शक्ति असीम होती है। प्रत्येक शब्द के गर्भ में अर्थ होता है। अर्थ से भरा पूरा शब्द बहुत दूर दूर तक प्रभावी होता है। पतंजलि ने शब्द प्रयोग में सावधानी के निर्देश दिए थे - शब्द का सम्यक ज्ञान और सम्यक प्रयोग ही अपेक्षित परिणाम देता है। महाभारतकार व्यास ने शब्द को ब्रह्म बताया था। युद्ध से आहत व्यास ने कहा था कि शब्द अब ब्रह्म नहीं रहे। लोकमंगल की साधना वाले शब्द जीवनरस को गाढ़ा करते हैं। प्रेम की अभिव्यक्ति के सर्वोत्कृष्ट उपकरण भी शब्द हैं। यही शब्द उचित अवसर उचित घटना और उचित व्यक्ति के लिए ठीक से प्रयुक्त न होने पर भयावह भी हो जाते हैं। सम्प्रति राजनैतिक क्षेत्र में अपशब्दों की आंधी है। अपशब्द सुन्दर शब्दों को विस्थापित कर रहे हैं। विधायी सदनों में भी शब्द अपशब्द के कोलाहल हैं। अपशब्दों के आक्रमण से भाषा का सौंदर्य और सत्यतत्व भी घायल है। कांग्रेस देश की सबसे पुरानी राजनैतिक पार्ट...
अंश बनाम पूर्णता : हृदयनारायण दीक्षित

अंश बनाम पूर्णता : हृदयनारायण दीक्षित

TOP STORIES, विश्लेषण, संस्कृति और अध्यात्म, साहित्य संवाद
अंश के आधार पर पूर्ण का विवेचन नहीं हो सकता। विवेचन में देश काल के प्रभाव का ध्यान रखना जरूरी होता है। देश काल के प्रभाव में समाज की मान्यताएं बदलती रहती हैं। वाल्मीकि रामायण विश्वप्रसिद्ध महाकाव्य है। रामायण का रचनाकाल लगभग ईसा पूर्व 500 वर्ष माना जाता है। तुलसीदास ने रामकथा पर आधारित रामचरितमानस सोलहवीं सदी में लिखी थी। रामचरितमानस उत्कृष्ट काव्य है। करोड़ों हिन्दू इसे धर्मग्रन्थ जैसा सम्मान देते हैं। एक समय सूरीनाम, मारीशस, कम्बोडिया, थाईलैण्ड आदि देशों में भारत से जाकर बसने वाले लोग रामचरितमानस की प्रतियां भी साथ ले गए थे। लेकिन कुछ राजनेता मानस की कथित नारी अपमान व शूद्र सम्बंधी चैपाइयों को लेकर आक्रामक हैं। वे इसे जलाने या प्रतिबंधित करने की मांग कर रहे हैं। शूद्र शब्द भी इस विवाद का हिस्सा है। उनके वक्तव्यों से सामाजिक विभाजन का खतरा है। वे अगड़े पिछड़े के विभाजन में राजनैतिक भविष्...
ऐसे विवाद, देश हित में नहीं है

ऐसे विवाद, देश हित में नहीं है

EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण
दुर्भाग्य ! अब भी देश राजनीतिक स्वार्थों से परिचालित किया जा रहा है। पंडित और ब्राह्मण के बीच अंतर बताने की विवशता के पीछे ऐसे ही स्वार्थ अपनी भूमिका निभा रहे हैं। सवाल ब्राह्मणों या विद्वानों का नहीं है, सवाल इस बात का है कि जाति-प्रथा ने आदमी और आदमी के बीच दीवार खड़ी की है, और इसे मज़बूत करने की कोशिश हो रही है। जहां से विवाद खड़ा हुआ,वो मुम्बई में संत रविदास जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने जाति-प्रथा की विसंगति पर चोट करते हुए यह बात कही थी। ‘कठौती में गंगा’ का मंत्र सिखाने वाले संत रविदास ने तो मनुष्यता का ही एक संदेश दिया था, जो आज भारत की आवश्यकता है। यानी मनुष्य मात्र की आवश्यकता। मोहन भागवत संत रविदास के इसी संदेश की बात कर रहे थे। यह दुर्भाग्य ही है कि मोहन भागवत की यह बात भी विवादों के घेरे में आ गयी । ब्राह्मणों को यह शिकायत है कि भागवत ने ...
मदनी : इस्लाम जन्मा भारत में ?

मदनी : इस्लाम जन्मा भारत में ?

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण, सामाजिक
डॉ. वेदप्रताप वैदिक जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मुखिया महमूद मदनी के बयान पर इधर हंगामा मचा हुआ है। हमारे टीवी चैनलों पर आजकल यही सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है। मदनी के इस कथन का कोई एतिहासिक प्रमाण नहीं है कि ‘‘इस्लाम का जन्म-स्थान अरब देश नहीं, भारत है। पहले नवी का जन्म भारत में ही हुआ है। यह मुसलमानों की मातृभूमि है। इस्लाम को विदेशी मजहब मानना एतिहासिक दृष्टि से गलत है और बिल्कुल निराधार है।’’ ये वाक्य मदनी ने पढ़कर सुनाए थे, जमीयत के 34 वें अधिवेशन में। यों तो मदनी अपने आप में उत्तम वक्ता हैं लेकिन यह समझ में नहीं आया कि ये विवादास्पद वाक्य उन्होंने पढ़कर क्यों सुनाए? हो सकता है कि जैसे हमारे बड़े नेताओं के भाषण उनके अफसर लिखकर दे देते हैं और वे उन्हें श्रोताओं के सामने पढ़ डालते हैं, वैसे ही यह गलती मदनी से भी हो गई है। लेकिन इस गलती के पीछे छिपी भावना को समझने की कोशिश की जाए तो लगेगा क...
कैसे भारत में निवेश का केंद्र बना यूपी

कैसे भारत में निवेश का केंद्र बना यूपी

BREAKING NEWS, Current Affaires, Today News, TOP STORIES, राज्य, विश्लेषण
आर.के. सिन्हा भगवान राम और कृष्ण की पवित्र जन्मस्थली के रूप में जाना जाने वाला उत्तर प्रदेश अपने बिलकुल नए अवतार में भारत और दुनिया के शीर्ष व्यापारिक घरानों को निवेश करने के लिए आकर्षित कर रहा है। हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में मुकेश अंबानी से लेकर कुमार मंगलम बिड़ला, टाटा समूह के एन. चंद्रशेखर से लेकर ज्यूरिख एयरपोर्ट एशिया के सीईओ डेनियल बिचर समेत कॉर्पोरेट जगत की कई दिग्गज हस्तियां ना केवल मौजूद थी बल्कि उन्होंने राज्य में कुल मिलाकर 33.50 लाख करोड़ की राशि के निवेश की घोषणा की। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश प्रस्तावों के लागू होने से 92.50 लाख (9.25 मिलियन) रोजगार के अवसर पैदा होंगे। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में 33.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को प्राप्त करने व...