कमज़ोर कभी माफ नहीं कर सकते; क्षमा ताकतवर की विशेषता है।
(राष्ट्रीय क्षमा और खुशी दिवस - 7 अक्टूबर)
कमज़ोर कभी माफ नहीं कर सकते; क्षमा ताकतवर की विशेषता है।
सामाजिक जीवन तभी संभव है जब हम बात करें, चर्चा करें और एक-दूसरे की छोटी-छोटी गलतियों को क्षमा करें। क्षमा के लिए एक आवश्यक मूल्य इस प्रकार प्रत्येक मनुष्य के लिए सम्मान है। आतंकवादी गतिविधियां, उग्रवाद, नक्सलवाद, सांप्रदायिक दंगे आदि खुद को बदले की कार्रवाई के रूप में और अतीत में की गई गलतियों को सुधारने की कोशिश करने वाले कृत्यों के रूप में सही ठहराते हैं। इस तरह के कृत्यों का उद्देश्य गलत के बजाय गलत करने वाले का सफाया करना ही संघर्षों को बढ़ाता है। आज, भारतीय समाज उस चौराहे पर है जहां विभिन्न समुदाय या वर्ग समाहित हो रहे हैं, इसलिए शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व सुनिश्चित करने के लिए क्षमा और स्वीकृति के कार्य का अभ्यास करना चाहिए। चूँकि शांति प्रत्येक मनुष्य की मूलभूत आवश्यकता है जो बिना क...