ज़रूरी है, नकली उत्पादों की बिक्री पर नकेल
*ज़रूरी है, नकली उत्पादों की बिक्री पर नकेल*
एक अजीब, अप्रमाणित बात की गणना सोशल मीडिया पर देखने को मिली है। यदि यह सत्य के ज़रा भी नज़दीक है तो अत्यंत गम्भीर बात है। विषय इंटरनेट पर नकली उत्पादों की बिक्री और इस नाम पर देश में चल रही धोखाधड़ी से जुड़ता है। इस अप्रमाणित गणना के अनुसार देश में हर माह ५ से १० हज़ार लोग इस तरह के व्यापार में धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं।
कोविड दुष्काल के दौर में डिजिटल तकनीकों की उपयोगिता हर क्षेत्र में बढ़ी है. हालांकि, इनका इस्तेमाल नकली उत्पादों और सेवाओं को तैयार करने और बेचने के लिए भी हो रहा है। अमूमन, उपभोक्ता उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में ज्यादा जानने की कोशिश नहीं करते, जिसका फायदा जालसाज उठा लेते हैं। इंटरनेट पर नकली उत्पादों की धड़ल्ले से हो रही बिक्री पर दिल्ली उच्च न्यायालय की एक टिप्पणी आई है, जिस पर हर उपभोक्ता और इस व्यापार से जुड़े ह...