मानव जीवन और अध्यात्म
अध्यात्म क्या है? भौतिक जगत से अलग हटकर जो कुछ भी शक्तिशाली प्रतीत होता है वही अध्यात्म है। इसको स्वीकार करने से जो शक्ति प्राप्त होती है, उसे अध्यात्म कहते हैं। लोभ, मोह, मत्सर, क्रोध, बैर आदि से हमें दूर कर शान्ति के प्रशस्त पथ पर अग्रसर करता है वह अध्यात्म है। आत्मशुद्धि तथा सद्विचार व्यक्ति का आंतरिक विकास करते हैं। आंतरिक विकास से व्यक्ति का झुकाव अध्यात्म की ओर बढ़ता है। अधि+आत्म इन दो शब्दों से बना 'अध्यात्मÓ अर्थात् आत्मा की ओर, आत्मा का विकास करने वाला ज्ञान।
भगवान सर्वसुलभ नहीं है। उनके गूढ़ रहस्य की ज्ञेयता को समझना, आत्मसात् करना कठिन ही नहीं दुर्लभ भी है। अनादिकाल से अनेक सम्प्रदाय इस गूढ़ रहस्य को जानने के लिए प्रयत्नशील है। हमारी सारी प्रवृत्तियों का नियामक कोई अदृश्य शक्ति है। हमारी प्रवृत्तियां हमारे हृदय स्थित शक्ति (देव) के इंगित करने पर ही कार्य के लिए हमें प्रवृत्त करती ...