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नोटबंदी की तरह शराबबंदी भी

नोटबंदी की तरह शराबबंदी भी

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शराबबंदी पर आजकल हमारी अदालतें और सरकारें काफी जोर दे रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिशकुमार ने तो शराबियों का हुक्का-पानी ही बंद कर दिया है लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के एक ताजा फैसले ने शराबियों से ज्यादा शराब-विक्रेताओं के होश फाख्ता कर दिए हैं। उनके साथ-साथ कई मुख्यमंत्रियों के भी पसीने छूट रहे हैं। वे कह रहे हैं कि यदि हमने अदालत के फैसले को लागू कर दिया तो हमें 50 अरब रु. के टैक्स का नुकसान हो जाएगा। कोई मुख्यमंत्री 70 अरब, कोई 30 अरब और कोई 20 अरब के नुकसान की बात कर रहा है। क्या है, वह फैसला? वह यह है कि देश में बने राजमार्गों (हाईवे) और प्रांतीय मार्गो के आजू-बाजू 500 मीटर की दूरी तक कोई शराब नहीं बेच सकेगा। इन राजमार्गों के आजू-बाजू ही देश की लगभग 50 प्रतिशत शराब बिकती है। इन बड़ी सड़कों पर यात्रा करनेवाले लोग जमकर शराब पीते हैं और उनमें से कई दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। खुद भी मरते ...
AIIMS Cancer Chief G.K. Rath : Felicitated & Honored

AIIMS Cancer Chief G.K. Rath : Felicitated & Honored

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Tobacco & Pollution Cause of Cancer  Ban Film Stars from Promoting & Advertising Tobacco : Jolly   New Delhi, 16th April 2017: AIIMS Cancer Chief Prof. G.K. Rath stated that consumption of tobacco & environmental pollution were the cause of cancer. Nearly 6,00,000 people die in India due to tobacco related diseases. In year 2016 there were 1,50,000 breast cancer cases among females while 1,40,000 were lung cancer cases in India revealed Prof. Dr. Rath. Prominent socio- political- cultural NGO, Delhi Study Group led by Ex. Delhi MLA & President Vijay Jolly felicitated & honored Prof. G.K. Rath, Cancer Chief AIIMS (All India Institute of Medical Sciences) for pioneer research in curing cancer in India. Prof. G.K. Rath was honored with a shawl, citation & trophy...
राजौरी गार्डन उप-चुनाव में किसकी हार

राजौरी गार्डन उप-चुनाव में किसकी हार

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गत सप्ताह यूं तो अनेक राज्यों में हुए विधान सभा के उप चुनावों के परिणाम आए किन्तु, राजधानी दिल्ली के राजौरी गार्डन विधान सभा क्षेत्र के उपचुनाव का परिणाम अपने आप में अप्रत्याशित तथा मतदाता की दूरगामी सोच को दर्शाता है। यह परिणाम एक दृष्टि से न तो भाजपा की जीत है और ही कांग्रेस या आम आदमी पार्टी की हार। एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता की प्रेस वार्ता में, उसके ऊपर सरे-आम जूता फैंककर, पत्रकार से राजनेता बने, पूर्व विधायक जरनैल सिंह द्वारा राजौरी गार्डन की जनता का तिरस्कार किया जाना भी इस हार का कारण नहीं माना जा सकता है। हालांकि, जनता को धोखा व इस सीट को तिलांजलि देकर वे पंजाब में चुनाव लड़ने चले गए थे। राजौरी गार्डन क्षेत्र वैसे पंजाबी बाहुल्य क्षेत्र है और पंजाब चुनाव की सभी विद्याओं का प्रयोग इस चुनाव के दौरान भी इस खास समुदाय के लोगों को रिझाने हेतु किया गया। किन्तु चतुर सुजान जागरूक मतदाताओं...
VISUAL MEDIA  IN INDIA WHIPPING MOB FURY AND TURNING NEGATIVE                                                                                  – SHOULD IT BE CHECKED ?

VISUAL MEDIA IN INDIA WHIPPING MOB FURY AND TURNING NEGATIVE – SHOULD IT BE CHECKED ?

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Most of the television media in India are owned by political parties or politically affiliated groups or business men. This is so in the case of English TV media as well as regional media in various languages. In the choice of the news and visual scenes  that are  telecast , the priority is for violence , rape and molestation, murder , corruption, dacoity  and the abusive statements of politicians   and religious and social extremists.  Apart from these groups, the cinema actors also get high priority and they are often asked to give their views on various subjects even relating to complicated  social themes and matters relating to science and technology ,though most of the actors  have no worthwhile qualification  in such fields . The main focus of Indian TV media  is to enlarge the...
Can India get its occupied land back from neighbors like Pakistan and China? If yes, how?

Can India get its occupied land back from neighbors like Pakistan and China? If yes, how?

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.   Redrawing borders by military might is well nigh impossible in today's world.Doing so by diplomatic means is a 'give and take' business and termed as settling boundary disputes and is a possibility.In case of erstwhile Jammu and Kashmir, both India and Pakistan claim the territory internationally , but also understand that any change in status quo of boundaries is well next to impossible and the same belief is held by UN, given strategic importance of Jammu and Kashmir to both India, Pakistan and China (China occupies Aksai Chin area , besides some territory  ceded by Pakistan to it) see the image below cok 1 is Shaksgam valley ceded to China by Pakistan.The Aksai chin area on map is represented as COK2 , is of strategic import...
आखिर इस चुनिन्दा मौन का अर्थ क्या है?

आखिर इस चुनिन्दा मौन का अर्थ क्या है?

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अभी बहुत दिन नहीं हुए हैं जब सेना में पतली दाल या कुछ और छोटे बड़े मुद्दों को लेकर बुद्धिजीवियों के द्वारा कई तरह की हायतौबा मचाई जा रही थी. ऐसा लग रहा था कि इस दाल के खाने से सेना पर पहाड़ टूट पड़ा है और बिना किसी जांच के, बिना किसी सबूत के सरकार को और सेना में कठघरे में खड़ा कर दिया गया. बुद्धिजीवी रोने लगे, सेना के शौर्य और त्याग के गीत गाए जाने लगे और कहा जाने लगा कि सेना में भेदभाव कर रही है सरकार. पिछले दो तीन दिनों से कश्मीरी भटके युवाओं के द्वारा सीआरपीएफ के जवान के साथ दुर्व्यवहार का वीडियो सामने है. इस वीडियो पर सब मौन है, बुद्धिजीवी मौन हैं. अभिव्यक्ति की आज़ादी का तराना गाने वाले मौन हैं. आखिर इस चुनिन्दा मौन का अर्थ क्या है?...
ईवीएम मुद्दे पर सरकार से जबाव तलब

ईवीएम मुद्दे पर सरकार से जबाव तलब

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उच्चतम न्यायालय ने ईवीएम के मुद्दे पर चुनाव आयोग और सरकार से जबाव तलब किया है. न्यायमूर्ति जे चेकामेश्वर की अध्यक्षता वाली बेंच ने सरकार और चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया, सुनवाई की और अगली आठ तारीख तक अपना जबाव देने के लिए कहा है. न्यायालय ने यह नोटिस बसपा की तरफ से ईवीएम के मुद्दे पर उपस्थित वरिष्ठ वकील पी चिदम्बरम की दलील पर जारी किया....
अमेरिका ने गिराया अफ्गानिस्तान पर सबसे बड़ा गैर परमाणु बम

अमेरिका ने गिराया अफ्गानिस्तान पर सबसे बड़ा गैर परमाणु बम

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अमेरिकी सेना ने सीरिया में हमले के बाद अब अफगानिस्तान का रुख किया है. पेंटागन के अनुसार कल स्थानीय समय के अनुसार शाम 7 बजे अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट के परिसर में सबसे बड़ा गैर परमाणु बम गिराया गया. पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि इस बम का प्रयोग सबसे पहली बार किया जा रहा है. यह अमेरिका का सबसे शक्तिशाली बम है. इसे मदर ऑफ आल बम्स कहा गया है. इस घटना ने एक बार फिर से संघर्षों के तेज होने की आशंका में वृद्धि कर दी है. यह कुल 9797 किलोग्राम का है. अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत के अचिन जिले में गुफाओं में यह कार्यवाही की गयी. इन्हीं गुफाओं में आईएस आतंकियों का डेरा बताया जाता है. अभी नुकसान का आंकलन नहीं किया गया है....
Supreme Court verdict on mobile-tower for an individual should be for all: Delhi must adopt Mumbai-policy of consent of 70-percent residents for installing mobile-towers

Supreme Court verdict on mobile-tower for an individual should be for all: Delhi must adopt Mumbai-policy of consent of 70-percent residents for installing mobile-towers

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It refers to Supreme Court verdict dated 11.04.2017 where order was given to remove mobile-tower from the residential-building on plea of an individual claiming that cell-tower gave him cancer. But such an important verdict should be applicable for all citizens of the country where it is a well established fact that Electro­ Magnetic Fields radiation-exposure due to mobile-towers causes adverse effects on brains and pregnant women specially. Even Central Information Commission in its order dated 20.02.2015 in appeal-number CIC-SA-A-2014-001119 discussed in detail about many reports including World Health Organization press release -Radio Frequency Electro­ Magnetic Fields as possible carcinogenic- to humans based on increased risks for glioma, a malignant type brain cancer.   Authoritie...
वेल्थ के हवाले हेल्थ

वेल्थ के हवाले हेल्थ

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भारतीय संविधान अपने नागरिकों को “जीवन की रक्षा का अधिकार” देता है, राज्य के नीति निर्देशक तत्वों में भी “पोषाहार स्तर, जीवन स्तर को ऊंचा करने तथा लोक स्वास्‍थ्‍य में सुधार करने को लेकर राज्‍य का कर्तव्य” की बात की गयी है. लेकिन जमीनी हकीकत ठीक इसके विपरीत है. हमारे देश में स्वास्थ्य सेवाएं भयावह रूप से लचर हैं. सरकारों ने लगातार लोक स्वास्थ्य की जिम्मेदारी से लगातार अपने आप को दूर किया है. नवउदारवादी नीतियों के लागू होने के बाद तो सरकारें जनस्वास्थ्य के क्षेत्र को पूरी तरह से निजी हाथों में सौपने के रोडमैप  पर चल पड़ी हैं. आज हमारे देश की स्वास्थ्य सेवाएं काफी खर्चीली और आम आदमी की पहुँच से काफी दूर हो गयी हैं. प्राइवेट अस्पतालों को अंतिम विकल्प बना दिया गया है, जहाँ इलाज के नाम पर इतनी उगाही होती है कि आम भारतीय उसको वहन नहीं कर पाता है. भारत सरकार की पूर्व स्वास्थ्य सचिव सुजाता राव का कहन...