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पश्चिमी घाट में कम तीव्रता के भूकंप की घटनाओं का कारण मानसून 

पश्चिमी घाट में कम तीव्रता के भूकंप की घटनाओं का कारण मानसून 

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भारतीय भू-वैज्ञानिकों ने एक ताजा अध्ययन में देश के पश्चिमी घाट में लंबे समय से हो रही कम तीव्रता की भूकंप की घटनाओं के कारणों का पता लगाया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि देश के पश्चिमी तट पर आज भी कम तीव्रता के भूकंप आते रहते हैं, जो मानसून के कारण उत्पन्न होने वाली एक स्थानीय भूगर्भीय घटना है। पश्चित घाट पर स्थित महाराष्ट्र के पालघर जिले के धूंधलवाड़ी गाँव के आसपास वर्ष 2018 के नवंबर महीने में भूकंपों यह श्रृंखला गड़गड़ाहट की आवाज के साथ शुरू हुई थी, जो अब तक रुकने का नाम नहीं ले रही है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले करीब 17 महीनों से अब तक इस इलाके में 0.5 से 3.8 तीव्रता के 16 हजार से अधिक भूकंप आ चुके हैं, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। इस अध्ययन से जुड़े हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान के शोधकर्ता डॉ विनीत गहलौत ने इंडिया साइंस वायर को बता...
पिछली सरकार के पाप धोने में वर्तमान सरकार

पिछली सरकार के पाप धोने में वर्तमान सरकार

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येस बैंक के शुरू हुए अभी 16-17 साल ही हुए है। राणा कपूर और अशोक कपूर दोनों ने मिलकर 2003 में येस बैंक शुरू किया था. और देखते-देखते भारत का चौथा सबसे बड़ा निजी बैंक बन गया। UPI लेन-देन में येस बैंक की सबसे अधिक हिस्सेदारी रही है...करीब चालीस प्रतिशत। बैंक 2003 में शुरू हुआ और सही तरीकों से आगे बढ़ने लगा। 2008 का मुंबई आतंकी हमला इस बैंक के लिये भी झटका साबित हुआ। उस हमले में अशोक कपूर भी मारे गये और यहीं से गोरखधंधे की शुरुआत हो गयी। अशोक कपूर के मरने के बाद बैंक पर नियंत्रण को लेकर उनकी पत्नी और भाई राणा कपूर में खींचतान शुरू हुई।  उच्चतम न्यायालय के फैसले से राणा कपूर को बैंक पर नियंत्रण मिल गया। राणा कपूर के नेतृत्व में येस बैंक ने हर उस उद्यमी और कंपनी को कर्ज देना शुरू कर दिया, जिन्हें अन्य बैंक खराब क्रेडिट के कारण मना कर चुके थे। राणा कपूर इस तरह के कर्जों को बैलेंस शीट से छुप...
अमेरिका—तालिबान समझौते से उपजे नए सवाल

अमेरिका—तालिबान समझौते से उपजे नए सवाल

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क़तर की राजधानी दोहा में तालिबान के साथ अमेरिका ने जो समझौता किया है, यदि वह सफल हो जाए तो उसे अंतरराष्ट्रीय राजनीति का सुखद आश्चर्य माना जाएगा। खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि यदि तालिबान ने इस समझौते की शर्तों का पालन नहीं किया तो अफगानिस्तान में इतनी अमेरिकी फौजें भेज दी जाएंगी कि जितने पहले कभी नहीं भेजी गई हैं। बेचारे ट्रंप को क्या पता कि पिछले 200 साल में ब्रिटिश साम्राज्य और सोवियत रुस अफगानिस्तान में कई बार अपने घुटने तुड़ाकर सबक सीख चुके हैं, फिर भी उनके प्रतिनिधि जलमई खलीलजाद को बधाई देनी होगी कि वे अमेरिका के जानी दुश्मन अफगान तालिबान को समझौते की मेज तक खींच लाए। यह समझौता अभी सिर्फ अमेरिका और तालिबान के बीच हुआ है, अफगान सरकार और तालिबान के बीच नहीं। अफगान सरकार और तालिबान के बीच वार्ता शुरु होगी 10 मार्च को लेकिन भोजन के पहले ग्रास में ही मक्खी पड़ गई है। अफ...
Postal cash-receipts should carry stickers for users of postal-services as well

Postal cash-receipts should carry stickers for users of postal-services as well

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Presently system at Department of Posts is to issue computer-printed cash-receipts where the portion used by Department of Posts has sticker while the portion given to consumer is without sticker. Department of posts for convenience of users of postal-services should have sticker also in the portion given to the consumers so that they may not require gum at their end to affix it on their despatch-registers or documents etc. It will be benefit to public-exchequer also presently appreciable man-hours and gum are utilised by various public-authorities to paste postal cash-receipts on their despatch-registers. Department of Posts will not be burdened extra because even presently one of the dual-portion of same cash-receipt still has sticker on back for the portion kept by Department of Post...
Amalgamation of ten public-sector banks from 01.04.2020 should be coupled with bank-reforms

Amalgamation of ten public-sector banks from 01.04.2020 should be coupled with bank-reforms

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It refers to Union Cabinet on 04.03.2020 giving nod to amalgamation of ten public-sector banks into other major public-sector banks thus making a total 12 public-sector banks rather than 29 at one time. Already Dena Bank and Vijaya Bank have been merged with Bank of Baroda and all erstwhile subsidiaries of State Bank of India (SBI) in SBI itself. Mega-merger of public-sector banks will save hugely on overheads and by merging nearing branches of amalgamated banks thus leading surplus staff which should pave way for introducing much-needed seven-day banking every week without any holiday. Banking employees then can be given two weekly offs with rotation thus making them beneficiary of banking without any weekly off because in present system they have to work on First, Third and Fifth S...
मुसलमान कब करेंगे महंगाई, बेरोजगारी पर आंदोलन

मुसलमान कब करेंगे महंगाई, बेरोजगारी पर आंदोलन

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संसद ने जब से नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को पारित किया है, देश के मुसलमानों का एक हिस्सा नाराज है। कम से कम जगह-जगह धरने प्रदर्शन कर यह बताने की कोशिश की जा रही है कि वे खफा हैं ।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बार-बार भरोसा देने के बाद भी कि इससे देश के मुसलमानों को भयभीत होने की कतई आवश्यकता नहीं है, वे शांत नहीं हो रहे हैं। वे सड़कों पर उतरे हुए हैं। अब दिल्ली में ही देख लीजिए किमुसलमान औरतें शाहीन बाग में सड़क को घेर कर बैठी हैं। उन्हें इस बात की रत्तीभर भी चिंता नहीं है कि उनके धरने के कारण राजधानी के लाखों लोग रोज अपने गंतव्य स्थलों पर कई घंटे देर से पहुंच रहे हैं। खैर,धरना देना तो उनका मौलिक अधिकार है। पर याद नहीं आ रहा कि देश के मुसलमानों ने कभी महंगाई, बेरोजगारी या अपने अपने इलाकों में नए-नए स्कूल, कालेज या अस्पताल खुलवाने आदि की मांगों को लेकर कभीसड़कों पर उतर कर कोई धरना-प्रदर...
BEST to give rupees 2000 in coins as salary to each employee

BEST to give rupees 2000 in coins as salary to each employee

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BEST to give rupees 2000 in coins as salary to each employee or has to pay rupees 40 lakh per month to banker for deposit of coins worth rupees four crores A private banker to Brihanmumbai Electricity Supply and Transport (BEST) Undertaking in Mumbai has demanded deposit-charges of 10-percent of value of coins where about rupees four-crore worth of coins are collected every month by BEST as ticket-money in its 27 depos. Already coins worth more than rupees twelve crores are lying packed in gunny bags under surveillance. Not only cost is being incurred on storage and surveillance of coin-bags, but also there is an interest-loss of more than rupees 31000 daily. BEST is also considering rupees 2000 worth of coins to be paid to each employee towards monthly salary. There should be provis...
दङ्गे-फ़साद की मानसिकता बनाता कौन है?

दङ्गे-फ़साद की मानसिकता बनाता कौन है?

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मैं टीवी आमतौर पर नहीं देखता। परसों कई दिनों बाद देखा। दिल्ली के दङ्गों पर सवेरे एनडीटीवी पर रवीश कुमार की एक रिपोर्ट और शाम को जी-न्यूज़ पर सुधीर चौधरी की एक दूसरी रिपोर्ट। ‘आजतक’ भी खोला, पर वहाँ कुछ दूसरी चीज़ चल रही थी, जिसके ज़िक्र का यहाँ सन्दर्भ नहीं बनता। रवीश कुमार की रिपोर्टिङ्ग आमतौर पर मैं पसन्द करता हूँ, उनका समर्थन भी करता रहा हूँ, पर कल निराशा हाथ लगी। मैं सवेरे नौ बजे के बाद वाली रवीश जी की सिर्फ़ एक रिपोर्ट की बात कर रहा हूँ, इसलिए मेरी बात को सिर्फ़ वहीं तक सीमित करके देखें, क्योंकि हो सकता है कि उन्होंने दूसरी और तरह की कुछ बढ़िया रिपोर्टिङ्ग भी की हो। फिलहाल, रवीश की इस रिपोर्ट को शातिराना ढङ्ग की बेहूदा रिपोर्टिङ्ग कहूँगा। बॉडी लैङ्ग्वेज तक ईमानदार नहीं लग रही थी। ठीक इसके उलट, सुधीर चौधरी की रिपोर्टिङ्ग बढ़िया थी और यह सच को सच की तरह दिखा रही थी। इन दोनों को देखने ...
दिल्ली में आज वे भी डरे हुए हैं, जिन्होंने दंगा भड़काने में परोक्ष सहयोग किया

दिल्ली में आज वे भी डरे हुए हैं, जिन्होंने दंगा भड़काने में परोक्ष सहयोग किया

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दिल्ली में आज वे हिन्दू-मुसलमान भी डरे हुए हैं, जो पिछले ढाई महीनों से CAA-NRC-NPR के खिलाफ अफवाहें फैलाकर दो समुदायों को आमने-सामने खड़ा करके दंगा भड़काने में जुटे थे। दिल्ली में आज वे हिन्दू-मुसलमान भी अपनी जान बचाने के लिए पुलिस की ओर ही कातर दृष्टि से देख रहे हैं, जो जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दंगाई गुंडों पर लाठीचार्ज के बाद पुलिस के खिलाफ ज़हर उगल रहे थे और लोगों की साम्प्रदायिक भावनाएं भड़का रहे थे। दिल्ली में आज वे हिन्दू-मुसलमान भी डरे हुए हैं, जिन्हें जामिया, एएमयू, आईआईटी कानपुर, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद से की गई देशविरोधी और हिंदू विरोधी बातों में तो मज़ा आ रहा था, लेकिन आलोचना के शब्द केवल कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा के बयानों पर फूटते थे। दिल्ली में आज वह हर हिन्दू-मुसलमान भी डरा हुआ है, जिसने परोक्ष या प्रत्यक्ष रूप से इन दंगों की बुनियाद रखी है।...
Delhi Burnt: Post-Violence Relief: A Ground Report

Delhi Burnt: Post-Violence Relief: A Ground Report

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Govt machinery needs to speed up basic relief needed to keep body and soul together. Government completely absent from relief operations in the aftermath of communal violence in Delhi Received from Ayesha Kidwai: Status report based on visit to Bhajanpura, Chaman Park and Shiv Vihar on February 29, 2020 By Anjali Bhardwaj, Annie Raja, Poonam Kaushik, Geetanjali Krishna, Amrita Johri We went to North-East Delhi where communal violence had broken out on February 24, 2020 and carried on till February 26, 2020. As per latest figures available, 42 people have died, more than 200 are injured and thousands have been rendered homeless due to destruction and looting of their houses. We met with Muslim and Hindu families in Bhajanpura, Chaman Park and Shiv Vi...