हाई स्क्रीन टाइम से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है
हाई स्क्रीन टाइम से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है
डा. विपुल गुप्ता
भारत में स्ट्रोक के मौजूदा बोझ के अलावा, कोविड महामारी ने विश्व स्तर पर एक नई महामारी को जन्म दिया है-डिजिटल स्क्रीन की लत। लॉकडाउन से लेकर अभी तक आम व्यक्ति स्क्रीन पर जितना वक्त गुज़ारता है, वह उतनी देर निष्क्रीय होता है, इसलिए निष्क्रीयता और बढ़ता स्क्रीन टाइम एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। अध्ध्यनों के अनुसार, डिजिटल स्क्रीन के इस्तेमाल का समय हमारे जीवनकाल पर सीधा असर डालता है। अध्ध्यन के अनुसार, एक घंटा डिजिटल स्क्रीन का इस्तेमाल हमारी जिंदगी से 22 मिनट कम कर देता है। स्क्रीन का ज्यादा इस्तेमाल हार्ट अटैक, स्ट्रोक और कैंसर का कारण भी बन सकता है। एक अनुमान के अनुसार हर 40 सेकंड में से कोई न कोई व्यक्ति स्ट्रोक से पीडि़त होता है और विश्व स्तर पर हर चार मिनट में एक व्यक्ति स्ट्रोक से मर जाता है। जबकि स्...