बीते वर्ष में भारत ने निर्माण की नई रेखाएं खींचीं
- ललित गर्ग-
बीते वर्ष में सकारात्मकता की नयी तस्वीरें सामने आयी। ज्यादातर बड़ी सकारात्मक खबरें आर्थिक उपलब्धियों और नये राजनीतिक समीकरणों से जुड़ी हैं। साल के अंत में हुए विधानसभा चुनावों, महिला सशक्तीकरण, सांस्कृतिक पुनर्जागरण, नए संसद भवन के उद्घाटन, हर क्षेत्र में स्वदेशी की शक्ति और संसदीय-राजनीति, सुप्रीम कोर्ट के कुछ बड़े फैसलों, चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 मिशन जैसी वैज्ञानिक उपलब्धियां निराशा से ज्यादा आशाभरी खबरों ने आजादी के अमृतकाल में वास्तविक रूप में अमृतमय होने के संकेत दिये हैं। भारत की दिशा एवं दशा बदल रही है। बीते वर्ष में राजनीति से लेकर सामाजिक, आर्थिक से लेकर खेल तक, सुरक्षा से लेकर सौहार्द तक अनेक सकारात्मक दृष्टिकोण ने सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास को बल दिया है। चीन के हैंगजाऊ में हुए एशियाई खेलों में कई प्रकार के रिकॉर्ड तोड़ते हुए भारतीय खिलाड़ियों ने खेल की ...