बारिश और बाढ़ से सतर्क रहने की आवश्यकता !
इन दिनों भारत में मानसून अपने परवान पर है और बहुत से स्थानों पर मानसून के कारण भारी बरसात देखने को मिल रही है। भारत को मानसून का जुआ कहा जाता है, क्यों कि यहां मानसून के कारण कभी अधिक तो कभी कम बारिश देखने को मिलती है। जानकारी देना चाहूंगा कि मानसून या पावस, मूलतः एवं अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर आने वाली हवाओं को कहते हैं जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में भारी वर्षा करातीं हैं। ये ऐसी मौसमी पवन होती हैं, जो दक्षिणी एशिया क्षेत्र में जून से सितंबर तक, प्रायः चार माह सक्रिय रहती है। जब यह आर्टिकल लिखा जा रहा है तब जून का अंतिम सप्ताह जारी है। बहुत बार मानसूनी बारिश के कारण मानव को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हम देखते हैं कि पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक बारिश के कारण आज जगह जगह पहाड़ टूटते हैं। आज हम देखते हैं कि बारिश के सीजन में पहाड़ों में अनेक स्थानों पर ...