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केजरीवाल जी, मत खाई पैदा करो महाराष्ट्र-गुजरात में

केजरीवाल जी, मत खाई पैदा करो महाराष्ट्र-गुजरात में

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केजरीवाल जी, मत खाई पैदा करो महाराष्ट्र-गुजरात में आर.के. सिन्हा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को महाराष्ट्र-गुजरात के घनिष्ठ संबंधों के बारे में अभी भी बहुत कुछ जानना-सीखना है। आई.आई.टी. में इन विषयों की पढाई तो होती नहीं, तो वे यह सब जानेगें कहाँ से I उन्होंने अपने हलिया गुजरात दौर के समय भारतीय जनता पार्टी पर तंज करते हुए कहा कि “गुजरात भाजपा अध्यक्ष मराठी हैं। भाजपा को अपना अध्यक्ष बनाने के लिए एक भी गुजराती नहीं मिला? लोग कहते हैं, ये केवल अध्यक्ष नहीं, गुजरात सरकार यही चलाते हैं। असली मुख्यमंत्री यही हैं। ये तो गुजरात के लोगों का घोर अपमान हैं।” उनका इशारा भारतीय जनता पार्टी की गुजरात इकाई के प्रमुख सी आर पाटिल की तरफ था। अगर अरविंद केजरीवाल को महाराष्ट्र तथा गुजरात के मिले-जुले इतिहास के बारे में थोड़ा सा भी ज्ञान होता तो वे इस तरह की टिप्पणी करने से बचते। यह टिप्पणी ...
बैडरूम में सौतन और संतानोत्पति में बाधक बनते मोबाइल और लैपटॉप

बैडरूम में सौतन और संतानोत्पति में बाधक बनते मोबाइल और लैपटॉप

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बैडरूम में सौतन और संतानोत्पति में बाधक बनते मोबाइल और लैपटॉप -प्रियंका 'सौरभ' बैडरूम में देर रात तक मोबाइल फ़ोन और लैपटॉप पर कार्य करने से पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ रहें है. आधुनिक युग के दम्पति साइको सेक्स डिसऑर्डर के शिकार हो रहें है. शरीर में डाई हाइड्रोक्सी इथाइल अमाइन नामक रसायन का स्तर तेजी से घट रहा है. जिसकी वजह से पुरुष व महिला का हॉर्मोन साइकिल प्रभावित हो रहा है. जो अब बच्चे पैदा करने में मुश्किल खड़ी कर रहा है, संतानोत्पति में बाधक बन रहा है. इंडियन मेडिकल एजुकेशन के रिसर्च के अनुसार कुदरत ने लड़कियों को एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन एवं लड़को को टेस्टोस्ट्रोन हॉर्मोन तोहफे में दिया है ताकि वो अपनी वंश बेल को आगे बढ़ा सके. मगर बदलती दिनचर्या और आधुनिक उपकरणों की लत के कारण इन होर्मोनेस का स्तर गड़बड़ा रहा है. जिस स...
दिल्ली में यूरोपीय तर्ज पर सड़कों का सौंदर्यीकरण?

दिल्ली में यूरोपीय तर्ज पर सड़कों का सौंदर्यीकरण?

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दिल्ली में यूरोपीय तर्ज पर सड़कों का सौंदर्यीकरण? *रजनीश कपूर दिल्ली जैसे महानगरों में ट्रेफ़िक की समस्या आम बात है। सभी सम्बंधित एजेंसियां, वो चाहे ट्रेफ़िक पुलिस हो या लोक निर्माण विभाग, समय-समय पर इस समस्या का हल निकालने के लिए नए-नए तरीक़े ईजाद करती रहती हैं। परंतु इस बार दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की कुछ चुनिंदा सड़कों का यूरोपीय तर्ज़ पर सौंदर्यीकरण करने का निर्णय लेकर ये कार्य पर्यटन विभाग को दे दिया है। कहा जा रहा है कि यह एक ‘पाइलट प्रोजेक्ट’ है और फ़िलहाल दिल्ली की लगभग 32 किलोमीटर सड़कों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। जिस तेज़ी से दिल्ली में वाहनों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, उसके चलते इन सड़कों के सौंदर्यीकरण के नाम पर खड़ी होने वाली कुछ समस्याओं का अभी से आँकलन किया जाना अनिवार्य है। केजरीवाल सरकार ने यह दावा किया है इन सड़कों के सौंदर्यीकरण का कार्य अगस्त 2022...
सांप्रदायिकता एक राजनीतिक हथियार बनी हुई है।

सांप्रदायिकता एक राजनीतिक हथियार बनी हुई है।

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जोधपुर दंगा विशेष) सांप्रदायिकता एक राजनीतिक हथियार बनी हुई है। -सत्यवान 'सौरभ' रोजमर्रा की भाषा में, 'सांप्रदायिकता' शब्द धार्मिक पहचान की रूढ़िवादिता को दर्शाता है। ये अपने आप में एक ऐसा रवैया है जो अपने ही समूह को एकमात्र वैध या योग्य समूह के रूप में देखता है, अन्य समूहों को निम्न, नाजायज और विरोध के रूप में देखता है। इस प्रकार सांप्रदायिकता धर्म से जुड़ी एक आक्रामक राजनीतिक विचारधारा है। सांप्रदायिकता भारत में एक विशेष रूप से महत्वपूर्ण मुद्दा है क्योंकि यह तनाव और हिंसा का एक  स्रोत रहा है। सांप्रदायिकता एक ऐसी राजनीति को संदर्भित करती है जो एक समुदाय को दूसरे समुदाय के शत्रुतापूर्ण विरोध में एक धार्मिक पहचान के इर्द-गिर्द एकजुट करने का प्रयास करती है। भारत में स्वतंत्रता पूर्व के समय से सांप्रदायिक दंगों का इतिहास रहा है, अक्सर औपनिवेशिक शासकों द्वारा अपनाई गई फूट डालो और राज ...
डीयू के 100 साल-  रहेगी अपने गुरुओं की ऋणि

डीयू के 100 साल- रहेगी अपने गुरुओं की ऋणि

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डीयू के 100 साल-  रहेगी अपने गुरुओं की ऋणि   आर.के. सिन्हा किसी भी स्कूल,कॉलेज या यूनिवर्सिटी की पहचान होती है उसमें शिक्षित हुए विद्यार्थियों तथा शिक्षकों से। इस मोर्चे पर अपने 100 साल का सफर पूरा कर रही दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) जितना भी चाहे गर्व कर सकती है। डीयू की स्थापना 1922 में हुई थी और इसका पहला दीक्षांत समारोह 26 मार्च, 1923 को हुआ था।  उस समय तक डीयू में सिर्फ सेंट स्टीफंस कॉलेज, हिन्दू कॉलेज, रामजस कॉलेज और दिल्ली कॉलेज ( अब जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज) ही थे। ये उन दिनों की बातें हैं जब डीयू में सिर्फ साइंस और आर्ट्स की ही फैक्ल्टी हुआ करती थीं। और अब जब डीयू  में  70 से अधिक कॉलेजें हैं। एक महत्वपूर्ण बिन्दु यह भी है कि डीयू में राजधानी की दो अन्य विश्वविद्लायों क्रमश: जामिया मिल्लिया इस्लामिया तथा जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी के विपरीत शांति तथा सौहार्द बना रहता है। यहां प...
How Europe due to sanctions has lost US$ 12 billion of aircraft in Russia

How Europe due to sanctions has lost US$ 12 billion of aircraft in Russia

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How Europe due to sanctions has lost US$ 12 billion of aircraft in Russia On 27th Feb 2022, the European Union imposed sanctions on Russia and asked Aircraft leasing companies to terminate their contracts with Russia. According to industry sources, Russia has 980 commercial aircraft in operation, of which 777 are leased aircraft. Of those, 515 are rented from foreign firms, with a majority coming from Ireland-based companies. These aircraft are at present valued at US$ 12 billion. Since Russia and Europe have divorced from one another and have broken most ties, it is an impossible task to get Russia which is part of the Cape Town Convention that makes it easier for lessors to repossess leased aircraft, to cooperate. To make matters worse, EU has closed i...
*राष्ट्रभाषा और सुगम न्याय, एक साथ मिल सकते हैं*

*राष्ट्रभाषा और सुगम न्याय, एक साथ मिल सकते हैं*

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*राष्ट्रभाषा और सुगम न्याय, एक साथ मिल सकते हैं* देश के न्यायाधीशों के संयुक्त सम्मेलन में यह बात उभर कर आई कि आम आदमी को सहज, सरल व त्वरित न्याय कैसे मिले? देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण ने कहा कि “वक्त की दरकार है कि अदालतों में स्थानीय भाषाओं को लागू किया जाये, जिसके लिये एक कानूनी व्यवस्था की जरूरत है।“ यहीं से तो देश को एक राष्ट्रभाषा की आवश्यकता है, स्वर मिकलता है। यह भाषा क्या हो कौन से हो हम आज तक तय नहीं कर सकें हैं। यह काम जिनको करना था या है वे राजनीति में उलझे थे और हैं। देश के मुख्य न्यायाधीश के इस तर्क के साथ कि अदालती फैसले सालों-साल तक सरकारों द्वारा लागू न करना देश हित में नहीं है,के साथ ही देश की एक राष्ट्र भाषा पर भी विचार किया जाना ज़रूरी है । देश के संविधान में विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका की जवाबदेही का निर्धारण किया गया है, इस लक्ष्मण रेखा का हमें उल्लंघन ...
विदेशी दौरे राहुल गांधी का निजी विषय नहीं है!

विदेशी दौरे राहुल गांधी का निजी विषय नहीं है!

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प्रिय कांग्रेस, विदेशी दौरे राहुल गांधी का निजी विषय नहीं है! नीरज बधवार अपने विदेशी दौरों के लेकर राहुल गांधी फिर से विवादों में हैं। हाल ही में उनका एक वीडियो सामने आया जिसमें उन्हें नेपाल के एक क्लब में पार्टी करते देखा गया। कुछ ही देर में ख़बर आई है कि राहुल गांधी अपनी महिला मित्र सुमनिसा उदास की शादी में शरीक होने 5 दिन के लिए नेपाल गए हैं। वीडियो सामने आते ही बीजेपी-कांग्रेस में वार पलटवार शुरू हो गया। https://twitter.com/KirenRijiju/status/1521371294524055553 बीजेपी ने जहां राहुल के दौरे को ऐश परस्ती कहा तो वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इसे राहुल गांधी का निजी मामला बताया। पर सवाल ये है कि देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के सबसे बड़े चेहरे का बार-बार विदेश जाना क्या उनका निजी मामला हो सकता है? नहीं, बिल्कुल नही। और सच तो ये ह कि जब भी रणदीप सुरजेवाला जैसे नेता राहु...
प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी का प्रेस वक्तव्य

प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी का प्रेस वक्तव्य

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प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी का प्रेस वक्तव्य चांसलर शोल्ज़, Friends, Guten Tag (गूटेन टाग), Namaskar! सबसे पहले, मेरे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए मैं चांसलर शोल्ज़ का हृदय से धन्यवाद करता हूँ। मुझे ख़ुशी है कि इस वर्ष की मेरी पहली विदेश यात्रा जर्मनी में हो रही है। इस वर्ष के शुरुआत में किसी विदेशी लीडर के साथ मेरी पहली टेलीफोन वार्ता भी मेरे मित्र चांसलर शोल्ज़ के साथ हुई थी। चांसलर शोल्ज़ के लिए भी आज की भारत-जर्मनी IGC इस वर्ष में किसी भी देश के साथ पहली IGC है। ये कई फर्स्ट्स दर्शाते हैं कि भारत और जर्मनी, दोनों ही देश इस महत्वपूर्ण partnership को कितनी प्राथमिकता दे रहे हैं। लोकतांत्रिक देशों के तौर पर भारत और जर्मनी कई common मूल्यों को साझा करते हैं। इन साझा मूल्यों और साझा हितों के आधार पर पिछले कुछ वर्षों में हमारे द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय ...