Shadow

EXCLUSIVE NEWS

नई शिक्षा नीति: उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव प्रारंभ

नई शिक्षा नीति: उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव प्रारंभ

BREAKING NEWS, CURRENT ISSUE, EXCLUSIVE NEWS, Today News, TOP STORIES, राष्ट्रीय
किसान आंदोलन के शोर शराबें के बीच देश की शिक्षा व्यवस्था में हो रहे क्रांतिकारी परिवर्तनों की चर्चा हाशिए पर सिमट गयी है। देश में नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन ने अब गति पकड़ ली है। आगामी संसद सत्र में राष्ट्रीय शिक्षा आयोग का गठन का विधेयक रखा जाने वाला है। 1)  नई शिक्षा नीति के तहत मेडिकल एवं कानून की पढ़ाई छोड़कर उच्च शिक्षा के लिए उच्च शिक्षा आयोग (एचईसीआई) का गठन हो रहा है । एचईसीआई के चार स्वतंत्र अंग- राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा नियामकीय परिषद (एनएचईआरसी), मानक निर्धारण के लिए सामान्य शिक्षा परिषद (जीईसी), वित पोषण के लिए उच्चतर शिक्षा अनुदान परिषद (एचईजीसी) और मान्यता के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन परिषद (एनएसी) हैं। अब तक यूजीसी, एआईसीटीई, एसीटीई जैसे सत्रह नियामक संस्थान इसके अंतर्गत आ जाएँगे। अब  एचईसीआई के नियम सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों मे लागू होंगे। वैज्ञानिक व सामाजिक अनु...
क्या अराजक-सांप्रदायिक शक्तियों को खारिज करेगा प. बंगाल का वोटर

क्या अराजक-सांप्रदायिक शक्तियों को खारिज करेगा प. बंगाल का वोटर

EXCLUSIVE NEWS, Today News, राष्ट्रीय
कोलकता में एक तरह  का डर और बेचैनी का माहौल है। आप किसी चाय की दुकान में खड़े होकर पश्चिम बंगाल के आगामी विधानसभा चुनावों के बारे में किसी स्थानीय बंगबंधु से पूछिए। वह आशंका जताएगा कि चुनावों के  पहले राज्य में भारी हिंसा हो सकती है। भय और आतंक का माहौल बनाया जा सकता है I कोलकता से आपको सारे प्रदेश की मन: स्थिति स्थिति का अंदाजा लग जाता है। जब देश नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती मना रहा है तब यह स्थिति निश्चित रूप से उदास करने वाली है। पश्चिम बंगाल में मई तक विधान सभा चुनाव संपन्न हो जाएंगे। वहां पर मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल जल्दी  ही समाप्त हो रहा है।     क्यों पिछड़ता जा रहा बंगाल देखा जाए तो ममता बनर्जी के दस वर्षों के कार्यकाल के दौरान देश का एक शानदार राज्य पिछड़ता ही रहा। वहां पर बार-बार हिंसा ही होती रही । पश्चिम बंगाल में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का नारा लगाने वालों...
सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लगाम ही आएगी काम

सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लगाम ही आएगी काम

addtop, BREAKING NEWS, CURRENT ISSUE, EXCLUSIVE NEWS, Today News, TOP STORIES
(सोशल मीडिया की वजह से गलत खबर, फेक न्यूज, अफ़वाह, अभद्र भाषा आदि समाज में फैल गए है जो हर सेकंड व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर जैसे प्लेटफार्मों के माध्यम से वायरल होते रहते है. सोशल मीडिया एक व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली संस्था है और एक ही समय में एक वरदान और शाप है. सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक स्वस्थ, संपन्न लोकतंत्र का अभिन्न अंग है. मगर उपर्युक्त समस्याएं सोशल मीडिया को कायम रखने में सक्षम बनाने और उस पर विश्वास करने में बाधक हैं. सही तरीके से, सही दृष्टिकोण, सही उद्देश्य और सही तरीके से सोशल मीडिया का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए हमें नए नियम बनाने होंगे.) सोशल मीडिया संचार, सहयोग, शिक्षा जैसे विषयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और परिणामस्वरूप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सार्वजनिक और सरकारी अधिकारियों की भागीदारी की तरह इसे महत्वपूर्ण मानते हैं. आज हमें सोशल मीडि...
Ban on chicken and eggs only in areas covered by two out of three civic bodies – Should be in complete Delh

Ban on chicken and eggs only in areas covered by two out of three civic bodies – Should be in complete Delh

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, Today News, TOP STORIES, राज्य
North Delhi Municipal Corporation (NDMC) and South Delhi Municipal Corporation (SDMC) have imposed ban on serving food prepared by eggs and chickens in view of spread of bird-flu. But East Delhi municipal Corporation (EDMC) has declined to impose any such ban even though all the three civic bodies in Delhi are governed by same ruling party BJP. Such important policies of larger public interest should be applicable complete city. Spread of bird-flu because of EDMC unwilling to impose ban on serving products prepared from eggs and chicken will undo the efforts made by SDMC and NDMC by imposing such a ban. Such policy decisions should be framed by joint meeting of Mayors and Commissioners of all the three civic bodies. Delhi Government and all the civic bodies in Delhi should also ensure t...
Massive irregularities in respect of Credit Cards should be effectively curbed

Massive irregularities in respect of Credit Cards should be effectively curbed

BREAKING NEWS, CURRENT ISSUE, EXCLUSIVE NEWS
Union government and Reserve Bank of India (RBI) should take note of malpractices of Banks in respect of credit-cards. Arguments put by Banks to have extra-ordinary interest-rate to overcome heavy cost in credit-card operation is in itself confessional for giving banks permission to levy hidden charges to befool customers. Banks can instead levy charges on issuing and transactions made through credit-cards. Even credit-card statements are designed in a manner like Minimum-Amount-Due to befool customers that they put themselves in heavy dose of interest-rate. Banks also resort to malpractice by deliberately not sending credit-cards statements to make customers defaulters forcing them to pay heavy interest-dose apart from penalty. Any shortfall in payment attracts penalty and interest on ...
Who were made speechless by Pranav da and Bill Gates?

Who were made speechless by Pranav da and Bill Gates?

CURRENT ISSUE, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES
Almost moribund opposition of the country and its supporters past days received two unexpected shocks back to back. These shocks almost rocked the entire world. That's why the entire opposition is annoyed just like a paralysed patient in the ICU. These shocks were given by the latest book of the late former president Pranav Mukherjee and bold thoughts expressed by the founder of Microsoft Bill Gates on Prime Minister Narendra Modi . .In his book named "The Presidential  years 2012-2017" Pranab da compared Narendra Modi and Dr. Manmohan Singh. He writes Manmohan Singh is basically an economist whereas Modi that he is a ground leader and experienced politician. Pranav da further wrote that "during his tenure as CM of Gujarat, he created an image by which the people liked by heart. He acqu...
बुरे फंसे डोनाल्ड ट्रंप

बुरे फंसे डोनाल्ड ट्रंप

addtop, BREAKING NEWS, CURRENT ISSUE, EXCLUSIVE NEWS, राष्ट्रीय
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जैसी दुर्दशा आज हो रही है, किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति की कभी नहीं हुई। ऐसा नहीं है कि ढाई सौ साल के इतिहास में किसी अमेरिकी राष्ट्रपति पर कभी महाभियोग चला ही नहीं। ट्रंप के पहले तीन राष्ट्रपतियों पर महाभियोग चले हैं। 1865 में एंड्रू जॉनसन पर, 1974 में रिचर्ड निक्सन पर और 1998 में बिल क्लिंटन पर! इन तीनों राष्ट्रपतियों पर जो आरोप लगे थे, उनके मुकाबले ट्रंप पर जो आरोप लगा है, वह अत्यधिक गंभीर है। ट्रंप पर राष्ट्रद्रोह या तख्ता-पलट या बगावत का आरोप लगा है। अमेरिकी संसद (कांग्रेस) के निम्न सदन-- प्रतिनिधि सदन-- ने ट्रंप के विरोध में 205 के मुकाबले 223 वोटों से जो महाभियोग का प्रस्ताव पारित किया है, वह अमेरिकी संविधान, लोकतंत्र की भावना और शांति-भंग के सुनियोजित षड़यंत्र का आरोप ट्रंप पर लगा रहा है। ट्रंप अब अमेरिका के संवैधानिक इतिहास में ऐसे पहले खलनायक क...
Consortium launched to monitor genomic variations in SARS-CoV-2 virus

Consortium launched to monitor genomic variations in SARS-CoV-2 virus

addtop, BREAKING NEWS, CURRENT ISSUE, EXCLUSIVE NEWS, Today News
New Delhi, Dec 31 (India Science Wire): The Government of India has launched a Consortium comprising 10 research laboratories from different parts of the country to monitor the genomic variations in the SARS-CoV-2 virus on a regular basis. Called Indian SARS-CoV-2 Genomic Consortia (INSACOG), it will ascertain the status of the new variant of SARS-CoV-2 (SARS-CoV-2 VUI 202012/01) in the country, establish a sentinel surveillance for early detection of genomic variants with public health implication, and determine the genomic variants in unusual events/trends such as super-spreader events, high mortality/morbidity trend areas etc. The consortia comprised of the National Centre for Disease Control (NCDC), National Institute of Biomedical Genomics (DBT-NIBMG), Institute of Life Scien...
New application for integrated and improved oceanographic data for India launched

New application for integrated and improved oceanographic data for India launched

EXCLUSIVE NEWS, Today News
New Delhi, Dec. 30, (India Science Wire): The Ministry of Earth Sciences (MoES) launched a new application to integrate and enhance the accessibility and utility of oceanographic data in the country. The application is named Digital Ocean and was inaugurated by the Hon’ble Minister of Science and Technology, Health and Family Welfare, and Earth Sciences, Dr Harsh Vardhan through a virtual event webcast live. Digital ocean is a web-based platform that integrates all oceanographic data available in the country and aids its analysis, visualisation, fusion, management, and faster dissemination on a user-friendly interface. It is developed by the Indian National Centre for Ocean Information Services (INCOIS), Hyderabad, which is an autonomous organisation under the MoES, Government o...
राम मंदिर का बूटा सिंह और सिखों से रिश्ता

राम मंदिर का बूटा सिंह और सिखों से रिश्ता

BREAKING NEWS, CURRENT ISSUE, EXCLUSIVE NEWS, राज्य, समाचार
सरदार बूटा सिंह का निधन तब हुआ है जब अय़ोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य का श्रीगणेश हो चुका है। इस प्रकार, पूर्व गृहमंत्री बूटा सिंह जी की आत्मा को शांति मिली होगीI इस तथ्य से कम लोग ही वाकिफ है कि बूटा सिंह भगवान राम के अनन्य भक्त थे और सुप्रीम कोर्ट में मंदिर-मस्जिद मसले पर जो केस चला था उसमें उन्होंने हिन्दू पक्ष को एक महत्वपूर्ण सलाह भी दी थी। कहने वाले तो यह भी कहते हैं कि अगर रामलला को इस केस में पक्षकार नहीं बनाया गया होता तो फैसला अलग हो सकता था।  यह जानना दिलचस्प है कि रामलला को पक्षकार बनाने के पीछे तत्कालीन राजीव गांधी सरकार में गृह मंत्री बूटा सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका थी। जब राम मंदिर आंदोलन जोर पकड़ने लगा और तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ताला खुलवा दिया  तो बूटा सिंह ने शीला दीक्षित के जरिए विश्व हिन्दू परिषद के नेता अशोक सिंघल को संदेश भेजा कि हिन्दू पक्ष की ओर से...