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प्रभावशाली रही ऊर्जा मंत्री की “कैरट एंड स्टिक” पॉलिसी?

प्रभावशाली रही ऊर्जा मंत्री की “कैरट एंड स्टिक” पॉलिसी?

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
 डॉ. अजय कुमार मिश्रा किसी भी राज्य के विकास में कई महत्वपूर्ण पहलुओं के आलावा ऊर्जा का विशेष स्थान होता है | यही एक इकाई है जिस पर औद्योगिक और निवेश करने वालो की अपेक्षाओं पर पूर्ति होना जरुरी है | उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए निवेशकों की बैठक में ऊर्जा क्षेत्र को सर्वाधिक प्रस्ताव प्राप्त हुए है | यानि की ऊर्जा एक महत्वपूर्ण इकाई के रूप में विकास के लिए अति आवश्यक भी है | परन्तु विगत के कुछ दिनों से ऊर्जा विभाग को लेकर के जिस तरह की छवि बन रही थी वह किसी से छिपी नहीं है | ऊर्जा विभाग के कई संगठनों ने 72 घंटो की स्ट्राइक का आव्हान किया था | जिससे उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ऊर्जा सप्लाई को लेकर बड़ी समस्या उत्पन्न हो गयी थी | मीडिया की सुर्खियाँ यह विभाग लगातार बना रहा | कई दौर की बात-चीत के बाद समय से पहले संगठनों ने स्ट्राइक समाप्त करने की घोषणा किया, तब जाकर लोगों को राहत मिली...
भारत की प्राचीन जल संस्कृति को जीवंत करें-ललित गर्ग

भारत की प्राचीन जल संस्कृति को जीवंत करें-ललित गर्ग

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
विश्व जल दिवस, 22 मार्च 2023 पर विशेष जल प्रदूषण एवं पीने के स्वच्छ जल की निरन्तर घटती मात्रा को लेकर बड़े खतरे खड़े हैं। धरती पर जीवन के लिये जल सबसे जरूरी वस्तु है, जल है तो जीवन है। जल ही किसी भी प्रकार के जीवन और उसके अस्तित्व को संभव बनाता है। जीव मंडल में पारिस्थितिकी संतुलन को यह बनाये रखता है। पीने, नहाने, ऊर्जा उत्पादन, फसलों की सिंचाई, सीवेज के निपटान, उत्पादन प्रक्रिया आदि बहुत उद्देश्यों को पूरा करने के लिये स्वच्छ जल बहुत जरूरी है। जिन पाँच तत्वों को जीवन का आधार माना गया है, उनमें से एक तत्व जल है। जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। मानव एवं जीव-जन्तुओं के अलावा जल कृषि के सभी रूपों और अधिकांश औद्योगिक उत्पादन प्रक्रियाओं के लिये भी बेहद आवश्यक है। परंतु आज पूरी दुनिया जल-संकट के साए में खड़ी है। अनियोजित औद्योगीकरण, बढ़ता प्रदूषण, घटते रेगिस्तान एवं ग्लेशियर...
किफायती सौर-बैटरी बनाने की नई तकनीक

किफायती सौर-बैटरी बनाने की नई तकनीक

Current Affaires, EXCLUSIVE NEWS, समाचार
नई दिल्ली, 21 मार्च(इंडिया साइंस वायर): सिलिकॉन सौर सेल में उपयोग होने वाले अर्द्ध-चालक (सेमीकंडक्टर) में निकेल ऑक्साइड जैसे धातु ऑक्साइड महत्वपूर्ण होते हैं। भारतीय शोधकर्ताओं को आधुनिक संरचना वाले सिलिकॉन सौर सेल में उपयोग होने वाली सस्ती धातु ऑक्साइड परत विकसित करने में सफलता मिली है। इस अध्ययन के बाद सस्तीसौर बैटरीविकसित करने की राह आसान हो सकती है। सिलिकॉन सौर सेल बनाने के लिए निकेल ऑक्साइड फिल्म (झिल्ली) तैयार करनी होती है, जिसकी मोटाई मनुष्य के बालों की मोटाई से एक लाख गुना कम, नैनो पैमाने पर होती है। नैनो स्तर पर निकेल ऑक्साइड झिल्ली विकसित करने की प्रक्रिया अत्यधिक खर्चीली है, क्योंकि इसके उत्पादन में उपयोग होने वाले उपकरण आयात करने पड़ते हैं। इन झिल्लियों के विकास में उपयोग होने वाले निकेल एसिटाइलसीटोनेट जैसे पूर्ववर्ती घटक भी बेहद महँगे हैं। इस तकनीक का महँगा होना इसके उपयोग...
भगवान झूलेलाल के अवतरण दिवस पर विशेष लेख

भगवान झूलेलाल के अवतरण दिवस पर विशेष लेख

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, संस्कृति और अध्यात्म
नव संवत्सर के दिन भगवान झूलेलाल का अवतरण हिंदू धर्म के रक्षार्थ हुआ था भारतीय हिंदू सनातन संस्कृति के अनुसार वसंत ऋतु का पहला हिस्सा पतझड़ का हुआ करता है अर्थात पेड़ों, झाड़ियों, बेलों और पौधों के पत्ते सूखने लगते हैं, पीले होते हैं और फिर मुरझाकर झड़ जाते हैं। परंतु कुछ समय पश्चात उन्हीं सूखी, वीरान शाखाओं पर नाजुक कोमल कोंपलें आनी शुरू हो जातीं, यहीं से वसंत ऋतु अपने उत्सव के शबाब पर पहुंचती है। इस प्रकार पतझड़ और वसंत साथ-साथ आते हैं मानो यह संदेश देते हुए कि अवसान-आगमन, मिलना-बिछ़ुडना, पुराने का खत्म होना-नए का आना, एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। इसी वसंत ऋतु में फागुन और चैत्र माह के महीने भी आते हैं। चैत्र माह के मध्य में प्रकृति अपने श्रृंगार एवं सृजन की प्रक्रिया में लीन रहती है और पेड़ों पर नए नए पत्ते आने के साथ ही सफेद, लाल, गुलाबी, पीले, नारंगी, नीले रंग के फूल भी खिलने लगते ...
वर्ष प्रतिपदा पर आद्य सर संघचालक डॉक्टर हेडगेवार जी के जन्म दिवस पर विशेष लेख

वर्ष प्रतिपदा पर आद्य सर संघचालक डॉक्टर हेडगेवार जी के जन्म दिवस पर विशेष लेख

EXCLUSIVE NEWS, राष्ट्रीय
आद्य सर संघचालक डा. हेडगेवार में राष्ट्रीय भावना बचपन में ही विकसित थी डॉक्टर केशवराव बलिराम हेडगेवार अक्सर यह सोचा करते थे कि प्राचीन भारत में सैन्य पौरुष, ज्ञान विज्ञान, अतुलनीय समृद्धि, गौरवशाली संस्कृति इत्यादि सब कुछ होते हुए भी भारत कालांतर में परतंत्र क्यों हुआ। इस प्रशन्न का उत्तर उन्होंने तात्कालीन विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक, धार्मिक संस्थाओं एवं स्वतंत्रता आंदोलनों में अपनी भागीदारी के दौरान खोजने का प्रयास किया। इस संदर्भ में उन्होंने अपने विचारों का निष्कर्ष स्वतंत्रता सेनानियों, नेताओं, संत-महात्माओं समेत सभी भारतवासियों के सामने इस प्रकार रखा “हमारे समाज और देश का पतन मुस्लिम हमलावरों या अंग्रेजों के कारण नहीं है। अपितु, राष्ट्रीय भावना के शिथिल हो जाने पर व्यक्ति और समष्टि के वास्तविक संबंध बिगड़ गये तथा इस प्रकार की असंगठित व्यवस्था के कारण ही एक समय दिग्विजय का डंका दसो...
आँकड़ो की जादूगरी है, दिल्ली की वायु गुणवत्ता सुधार के पीछे

आँकड़ो की जादूगरी है, दिल्ली की वायु गुणवत्ता सुधार के पीछे

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राज्य, विश्लेषण, सामाजिक
निश्चित रूप से आपको भी यह खबर परेशान करती होगी कि भारत दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित देशों की सूची में आठवें स्थान पर है। यह स्थिति हमें दुनिया के तमाम पिछड़े व गरीब मुल्कों के करीब खड़ा करती है। साथ ही बताती है कि गाल बजाते नीति-नियंता जमीनी हकीकत के मामले में विफल साबित हुए हैं। बीते मंगलवार को पूरी दुनिया में हवा की गुणवत्ता की जांच करने वाली स्विस एजेंसी आई.क्यू़ एअर ने वायु प्रदूषण की वैश्विक स्थिति पर रिपोर्ट जारी की। कुल 131 देशों की वायु गुणवत्ता की स्थिति के मूल्यांकन का आंकड़ा करीब तीस हजार ग्राउंड बेस मॉनिटरों के जरिये जुटाया गया। चिंताजनक स्थिति यह है कि दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित बीस शहरों में 19 एशिया के हैं। हमारे लिये बड़ी फिक्र की बात यह कि इन शहरों में 14 भारत के हैं। भारत पिछले साल दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में पांचवें स्थान पर था। सुधार की एक वजह ...
गोवा को नारी शरीर का बाजार क्यों बनाया गया ?

गोवा को नारी शरीर का बाजार क्यों बनाया गया ?

EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण, सामाजिक
गोवा में मैने क्या देखा और क्या पाया* ==================*आचार्य श्री विष्णुगुप्त*=================== दृश्य नंबर वन, ( गाने के बोल) - बच के रहना रे बाबा/ तुम पर सबकी नजर है। दृश्य नंबर टू- शेखर यानी रणधीर कूपर को पकड़ने पुर्तगाली पुलिस आती है, रणधीर कपूर को बचाने के लिए एक स्वतंत्रता सेनानी अपनी जवान बेटी को रणधीर कपूर की हम विस्तर कर देते है, पुर्तगाल पुलिस से वह स्वतंत्रा सेनानी कहते हैं कि कमरे में मेरी बेटी और दामाद सो रहे हैं, फिर भी पुर्तगाली पुलिस कमरे में घूसती है और दोनों को हम विस्तर देख वापस लौट जाती है, इस प्रकार शेखर यानी रणधीर कपूर पुर्तगाली पुलिस की पकड़ से साफ बच जाते हैं। ये दोनों दृश्य अमिताभ बच्चन की बहुचर्चित फिल्म पुकार की हैं। यह पुकार फिल्म 1983 की सुपर हिट फिल्म थी और यह फिल्म गोवा की आजादी पर बनी हुई थी। हमने अपने जीवन में आठ -दस फिल्में देखी हैं उसमें यह फिल...
विकलांग व्यक्तियों के लिए गरिमापूर्ण जीवन के हो प्रयास

विकलांग व्यक्तियों के लिए गरिमापूर्ण जीवन के हो प्रयास

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण, सामाजिक
हमारी शिक्षा प्रणाली समावेशी नहीं है। मामूली से मध्यम विकलांग बच्चों को नियमित स्कूलों में शामिल करना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। विशेष स्कूलों की उपलब्धता, स्कूलों तक पहुंच, प्रशिक्षित शिक्षकों और विकलांगों के लिए शैक्षिक सामग्री की उपलब्धता जैसे कई मुद्दे हैं। इसके अलावा, उच्च शिक्षण संस्थानों में विकलांगों के लिए आरक्षण कई मामलों में पूरा नहीं किया गया है, भले ही कई विकलांग वयस्क उत्पादक कार्य करने में सक्षम हैं, विकलांग वयस्कों के पास सामान्य जनसंख्या की तुलना में बहुत कम रोजगार दर है। निजी क्षेत्र में स्थिति और भी खराब है, जहां बहुत कम विकलांगों को रोजगार मिला हुआ है। -डॉ सत्यवान सौरभ विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम, 2016 के अनुसार, "विकलांग व्यक्ति" का अर्थ दीर्घकालिक शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक या संवेदी हानि वाला व्यक्ति है, जो बाधाओं के साथ बातचीत में, दूसरों के साथ सम...
WHY APEX COURT IN INDIA WASTING TIME ON SAME SEX MARRIAGE ?

WHY APEX COURT IN INDIA WASTING TIME ON SAME SEX MARRIAGE ?

EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण, सामाजिक
N.S.Venkataraman  Thousands of litigations and cases are pending in lower , middle and apex courts in India for several years. Some of the cases have been pending for over ten years without judgement being delivered.   The ground reality is that after completion of hearing , judges take a long time to deliver the judgement. Apart from  this , stay orders are  frequently  given by the higher court over the judgement delivered by the lower courts .  Further,  several  hearings   are  delayed due to adjournment ,  etc. Apart from such issues  , one frequently heard complaint is that  the  cases are  entertained by the courts with regard to issues , which normally should be handled and disposed of  ...
20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, सामाजिक
20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रसन्नता का मतलब है-खुशी, आनंद, हर्ष, प्रफुल्लता। आज जीवन में हर तरफ आदमी को तनाव, अवसाद ने घेर रखा है, मनुष्य का मनोबल अच्छा नहीं रहता। मनुष्य नकारात्मकता वातावरण के बीच आपाधापी और दौड़-धूप भरा जीवन जी रहा है। आज आदमी के पास हरेक चीज़ उपलब्ध है लेकिन खुशी नहीं है। खुशी है तो शांति है।एक कहावत है ‘सौ दवा एक हवा, सौ हवा एक मुस्कान’। जैसे मुस्कुराता फूल सबका मन मोह लेता है उसी प्रकार हंसता चेहरा सबका प्यारा होता है। इसलिए जीवन में व्यक्ति को हमेशा प्रसन्न रहने का प्रयास करना चाहिए। वास्तव में, हर संभव स्थिति में शांत व संयमित रहना ही खुशी और संतुष्टि की कुंजी है। कठिन परिस्थितियों में भी शांति, संयम व समझदारी से व विवेक से काम लेने पर आदमी को अवश्य ही सफलता मिलती है। हमें दूसरों के प्रति हमेशा अच्छा, दयालु व मददगार होना चा...