Shadow

TOP STORIES

क्या कांग्रेस मुस्लिम लीग में बदल रही है?

क्या कांग्रेस मुस्लिम लीग में बदल रही है?

addtop, BREAKING NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से अधिक सेना ने आम लोगों को मारा। सैफुद्दीन सोज ने कश्मीर को भारत से अलग मनवाने की कोशिश की। सलमान खुर्शीद ने 'कांग्रेस के हाथों में मुस्लिम खून' लगे होने का आरोप लगाया। ये सब कांग्रेस के बड़े नेता और सरकार में बड़े पदधारी रहे हैं। इसलिए ये बातें यूँ ही टाली नहीं जा सकती। सैफुद्दीन सोज पर कुछ कांग्रेसियों ने हीला-हवाला किया। पर आजाद और खुर्शीद पर चुप रहे। यानी सहमति दी या आपत्तिजनक नहीं माना। क्या कांग्रेस 1947 से पहले वाली मुस्लिम लीग में नहीं बदलती जा रही है? उत्तर प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस ने इमरान मसूद को उम्मीदवार बनाया, जिस ने सरे-आम नरेंद्र मोदी को टुकड़े-टुकड़े करने की बात की थी। यानी, हर प्रकार के मुस्लिमों का कांग्रेस में स्वागत है चाहे जो कीमत देनी पड़े। पर यह कीमत यहाँ हिन्दू समाज को खत्म कर इस्लामी बनाने, या फिर दे...
नेविगेशन प्रणाली नाविक के लिए बाधा बन सकते हैं वाई-फाई सिग्नल

नेविगेशन प्रणाली नाविक के लिए बाधा बन सकते हैं वाई-फाई सिग्नल

addtop, BREAKING NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
  मोबाइल फोन में उपयोग होने वाले जीपीएस की तर्ज पर भारत में इसरो द्वारा विकसित की गई नेविगेशन प्रणाली (नाविक) से भविष्य में नेविगेशन और पोजिशनिंग सेवाएं उपलब्ध हो सकती हैं। लेकिन, एक ताजा अध्ययन से पता चला है कि नाविक उपग्रह से प्राप्त होने वाले सिग्नल रिसीवर्स में वाई-फाई के सिग्नल से बाधित हो सकते हैं। नाविक प्रणाली के अंतर्गत इसरो ने सात उपग्रह लॉन्च किए हैं और उम्मीद है कि इससे भविष्य में स्मार्टफोन और कार नेविगेशन सिस्टम उपलब्ध हो सकते हैं। वर्तमान में प्रचलित जीपीएस प्रणाली अमेरिकी उपग्रहों पर निर्भर है। इस अध्ययन के दौरान जब वाई-फाई के फ्रीक्वेंसी चैनल को नाविक रिसीवर के एस-बैंड सिग्नल के साथ रिसीव किया गया तो नाविक रिसीवर के सिग्नल में अवरोध दर्ज किया गया। शोधकर्ताओं के अनुसार, उपयोगकर्ता के रिसीवर में कमजोर सिग्नल के कारण ऐसा होता है। नाविक उपग्रह फ्रीक्वेंसी बैंड एल-5...
आसिफा के लिए कैंडिल मार्च करने वाले लोग अब कहां छिपे हैं?

आसिफा के लिए कैंडिल मार्च करने वाले लोग अब कहां छिपे हैं?

addtop, Today News, TOP STORIES, सामाजिक
फिर से एक बच्ची हैवानियत का शिकार हुई. इस बार इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना मध्य प्रदेश के मंदसौर में हुई है. मंगलवार को इस बच्ची के दादा ने उसे स्कूल छोड़ा था. स्कूल में छुट्टी हो गई लेकिन वो घऱ नहीं पहुंची. परिवारवालो ने उसे हर जगह ढूंढा. जब सूरज डूबने लगा तो परिवारवालों ने पुलिस को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. रात भर ये 8 साल की बच्ची कहां रही? इसके साथ क्या हुआ इसका पता तब चला जब बुधवार को मंदसौर बस स्टैंड के पीछे ये मासूम सी बच्ची घायल हालत में मिली. वो बेसुध पड़ी थी. वो लहुलुहान था. गर्दन पर गहरा घाव था. शरीर पर जगह जगह चोट के निशान थे. गाल पर के पास गहरा जख्म था मानों किसी जानवर ने उसे काटा हो. इस नन्हीं सी बच्ची को देखते ही मजारा समझ में आ गया. इस बच्ची के साथ वही हुआ जो दिल्ली में निर्भया के साथ हुआ था. बच्ची का इलाज कर रहे डाक्टर्स ने बताया कि हैवानों ने बच्ची के सिर, च...
Tea seed oil may be healthy option

Tea seed oil may be healthy option

addtop, BREAKING NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
Scientists at Assam Agricultural University, Jorhat have reported that oil extracted from the seeds of some of the tea varieties grown in Assam is heart-friendly with high levels of unsaturated fatty acids. Researchers studied eight tea seed stocks for their biochemical and physical properties. They found that in as many as seven of them, unsaturated fatty acids constituted for more than 90 per cent of the total fatty acids, from 90.49 per cent to 97.79 per cent. Of them, five had high levels of mono-unsaturated fatty acids, ranging from 49.56 per cent to 63.86 per cent, according to findings published in journal Current Science. Speaking to India Science Wire, Dr. Priyanka Das of the Department of Biochemistry and Agricultural Chemistry at the University, who conducted the study alo...
सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों का मुंह काला हो गया

सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों का मुंह काला हो गया

addtop, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
कल सुबह जब अखबार खोला तो अरुण शौरी का बयान सामने था. उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर तंज कसते हुए इसे ‘फर्जिकल स्ट्राइक’ बताया.  वो कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफ़ुद्दीन सोज़ की किताब के विमोचन समारोह में शामिल हुए थे. पहले ही सोज़ विवादों में थे. लेकिन अरुण शौरी के बयान से उन्हें भी पब्लिसिटी मिल गई. वैसे भी, प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बोल कर कोई भी ऐरा-गैरा सुर्खियों में आ जाता है. लेकिन ‘फर्जिकल स्ट्राइक’ का जुमला सुन कर वाकई दुख हुआ क्योंकि ये सीधे सीधे भारतीय सेना की साख पर हमला था. मैं सोचता रहा कि जब डीजीएमओ और जनरल हुडा का बयान आ चुका है तो सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने का कोई मतलब नहीं बनता. शौरी जैसे लोगों को कम से कम इतना ध्यान रखना चाहिए था. लेकिन ये कहां पता था कि शाम ढलते ढलते अरुण शौरी ही नहीं, राहुल गांधी, चिंदबरम, लालू, मायावती और केजरीवाल जैसे ...
कर्नाटक का जनमत किसके पक्ष में है?

कर्नाटक का जनमत किसके पक्ष में है?

addtop, Today News, TOP STORIES, राज्य
चुनावों के दौरान चलने वाला सस्पेन्स आम तौर पर परिणाम आने के बाद खत्म हो जाता है लेकिन कर्नाटक के चुनावी नतीजों ने सस्पेन्स की इस स्थिति को और लम्बा खींच दिया है। राज्य में जो नतीजे आए हैं और इसके परिणामस्वरूप जो स्थिति निर्मित हुई है और उससे जो बातें स्पष्ट हुई हैं आइए जरा उस पर गौर करें। 1.भाजपा जिसके पास पिछली विधानसभा में 40 सीटें थीं वो आज राज्य में 105 सीटों पर विजयी होकर सबसे बड़े राजनैतिक दल के रूप में उभर कर आती है। 2.कांग्रेस जो कि 122 सीटों के साथ सत्ता में थी,आज 78 सीटों तक सिमट कर रह जाती है। 3.उसके 10 निवर्तमान मंत्री चुनाव हार जाते हैं। 4. उसके निवर्तमान मुख्यमंत्री  दो जगहों से चुनाव लड़ते हैं। जिसमें वे मात्र 1696 वोटों से अपनी बादामी सीट बचाने में कामयाब रहते हैं। लेकिन अपनी दूसरी चामुंडेश्वरी सीट पर उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ता है। 6. यहाँ यह जानना भी महत...
अब बारी सोनिया व चिदंबरम की ? 

अब बारी सोनिया व चिदंबरम की ? 

addtop, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, घोटाला
  सोनिया व चिदंबरम बाप बेटों पर आई इन एक्स मीडिया मामले में तो आरोपों की रकम थोड़ी सी ही है। इससे ज्यादा खेल तो कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के आरोपों में सामने आए हैं कि कैसे अपने अधिकारों की सीमा से बाहर जा सोनिया के ईशारों पर तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने हज़ारों करोड़ के एयरसेल मैक्सिस सहित सात अन्य विदेशी निवेश के प्रस्तावों को मोटा कमीशन लेकर देश में निवेश को मंजूरी दी। आरोप है कि यह निवेश हवाला के जरिए बाहर भेजे गए कालेधन को सफेद करने का खेल था। सात निजी कम्पनियों को 16 मई 2014 को विदेशों से सोना व हीरे के आयात की अनुमति में भी बड़ी टैक्स चोरी की बात रविशंकर प्रसाद ने उजागर की, जिसमें चिदंबरम ने मोटी दलाली ली। मगर चिदंबरम बाप-बेटे के इससे भी अधिक विस्फोटक घोटालों का खुलासा श्री अय्यर की पुस्तक 'सी कम्पनी’ में किया गया है, जिसका विमोचन कल सुब्रमण्यम स्वामी ने किया है। पहल...
I was So Angry that I Left Home

I was So Angry that I Left Home

addtop, TOP STORIES, सामाजिक
One day, I was so angry, that I left home, swearing not to return, till I became a big guy.Parents, who can't even buy me a Bike, have no rights to dream to make me an Engineer. ​ ​ In my fit of anger, I didn't even realise that I was wearing my father's Shoes. ​ ​ I even stole his wallet, which had some papers, torn as well, which my mother won't seen...While, I was rushing on foot towards the bus station, I realised some prickly pain in my foot. I also felt dampness inside the shoe. ​ ​ That is when I realised the shoe had a hole underneath. ​ ​ There were no buses around. ​ ​ Not knowing what to do, I started to look in my Dad's wallet. I found a loan receipt of Rs. 40,000, which he taken from his office. A laptop bill (he had bought for me). ​ ​ To my utter shock, also foun...
‘नानक शाह फकीर’ फिल्म पर विवाद क्यों?

‘नानक शाह फकीर’ फिल्म पर विवाद क्यों?

addtop, BREAKING NEWS, TOP STORIES, सामाजिक
सिक्ख धर्म संस्थापक परमादरणीय गुरू नानक देव जी के जीवन व शिक्षाओं पर आधारित फिल्म ‘नानक शाह फकीर’ काफी विवादों में है। सुना है कि शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी और कुछ सिक्ख नेता इसे रिलीज नहीं होने देना चाहते। उनका कहना है कि गुरू नानक जी पर फिल्म नहीं बनाई जा सकती । क्योंकि उनका किरदार कोई मनुष्य नहीं निभा सकता। उनकी और बाकी गुरुओं की सारी शिक्षा  गुरू ग्रंथ साहिब में संग्रहीत है। गुरु गोविंद सिंह जी ने हुकुम दिया था, "गुरु मान्यो ग्रंथ" ।  इसी भाव से हर गुरूद्वारे में ग्रंथ साहब की सेवा-अर्चना की जाती है। अकसर ही एतिहासिक फिल्मों पर विवाद होते रहते हैं। ताजा उदाहरण 'पद्मावत’ का है। इसमें राजपूतों की प्रतिष्ठा धूमिल करने का आरोप लगाकर राजपूत समाज ने काफी लम्बा विवाद खड़ा किया। राजपूत समाज के हस्तक्षेप के बाद फिल्म के निर्माता संजय लीला भंसाली ने फिल्म के कुछ दृश्यों या कुछ डायलग्स को ब...
Analysis of Performance of MLAs and 14th Legislative Assembly of Karnataka

Analysis of Performance of MLAs and 14th Legislative Assembly of Karnataka

addtop, BREAKING NEWS, TOP STORIES, प्रेस विज्ञप्ति
Association for Democratic Reforms (ADR) and Karnataka Election Watch (KEW) had filed RTIs to the Karnataka Assembly Secretariat asking for the information pertaining to the performance of the MLAs and the Legislative Assembly. This report has been generated from the responses received. For more information, please visit:https://adrindia.org/content/14th-state-assembly-karnataka-analysis-performance-mlas-and-legislative-assembly-karnataka Analysis of Number of Sittings in Each Session of Karnataka Legislative Assembly v  There were 15 sessions in the 14th Karnataka Legislative Assembly. v  On an average, Karnataka State Assembly sat for 44 days per year. v  The 14th Karnataka Legislative Assembly sat for 216 days from 2013 to 2017. v  The longest sessions was the 8th session...