जासूसी के अपराध में पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव को मृत्युदंड देने पर कई तरह के बयान सामने आ रहे हैं. जहां सरकार के कई मंत्री इस समय इसे कूटनीतिक रूप से हल करने के लिए कदम उठाने की बात कर रहे हैं, तो वहीं रक्षा विशेषज्ञ इसे अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बता रहे हैं. जो भी हो, यह तो सत्य है कि सरकार को अपने नागरिक की सुरक्षित रिहाई के लिए हर संभव कदम उठाया जाना चाहिए. इधर पाकिस्तान के इस कृत्य का भारत ने विरोध किया है। अपने नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत के द्वारा फांसी की सजा के फैसले के बाद नई दिल्ली ने भी अब जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। भारत सरकार ने उन सभी कैदियों की रिहाई रोक दी है जिन्हें बुधवार को रिहा किया जाना था. एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी पाकिस्तान के इस कदम का विरोध किया है.