आप भी देश के नागरिक हैं, उससे ऊपर नहीं
देश पर आधी शताब्दी तक राज करने वाली कांग्रेस पता नहीं क्यों, यह समझने को तैयार नहीं है कि उसके सिरमौर गांधी परिवार के राजनीतिक वारिस राहुल गांधी को आपराधिक मानहानि के मामले में अदालत ने सजा सुनाई है? यह सजा सरकार ने नहीं सूरत के एक न्यायालय ने सुनाई है।यह सामान्य समझ की बात है कि अदालत अगर किसी व्यक्ति को किसी मामले में दोषी पाते हुए उसे सजा सुना दे तो दोषी व्यक्ति या उसके समुदाय को सड़कों पर हंगामा करते , क्या आपने कभी देखा है कि यदि कोई जाँच एजेंसी या पुलिस किसी व्यक्ति को पूछताछ के लिए बुलाये या जाँच एजेंसी किसी के पास पूछताछ के लिए जाये तो वह व्यक्ति या उसका परिवार सड़क पर हंगामा करने लगता है? नहीं ना। जब देश का आम व्यक्ति कानून का पालन करता है। नोटिस मिलने पर जांच एजेंसी के समक्ष हाजिर होता है। सजा सुनाये जाने पर जेल जाता है या उस फैसले को चुनौती देता है तो वीआईपी व्यक्ति ऐसा क्यों न...