आतंकवाद के अंधेरे को मिटाना होगा ! (21 मई एंटी टेरेरिज्म-डे विशेष)
किसी ने क्या खूब लिखा है- 'आतंकवाद से धरा दूषित हैं, इसे शुद्ध हो जाने दो। हाथ खोल दो वीरो के अब महायुद्ध हो जाने दो।' आतंकवाद नासूर है, यह एक दंश है, जिसमें जहर ही जहर भरा है, इसे आज समूल नाश करने की आवश्यकता है, क्यों कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है।आज के समय में आतंकवाद का खतरा गंभीर और वास्तविक है और आज के समय में भारत ढ़ेर सारी चुनौतियों का सामना कर रहा है जैसे गरीबी, जनसंख्या वृद्धि, निरक्षरता, असमानता आदि लेकिन आतंकवाद इनमें सबसे ज्यादा खतरनाक है जो आज पूरी मानव जाति को प्रभावित कर रहा है। वास्तव में, अपने कुछ राजनीतिक, धार्मिक या व्यक्तिगत लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये आतंकवाद द्वारा हिंसात्मक तरीकों का प्रयोग ही आतंकवाद है। आतंकवाद के बारे में भयानक बात ये है कि अंततः ये उन्हें नष्ट कर देता है जो इसका अभ्यास करते हैं। आतंकवाद किसी भी देश के राष्ट्रीय सद्भाव...