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Author: Dialogue India

<strong>“आकाशीय पिंडों की पहचान में प्रभावी है मशीन लर्निंग तकनीक”</strong>

“आकाशीय पिंडों की पहचान में प्रभावी है मशीन लर्निंग तकनीक”

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के अहम घटक के रूप में मशीन लर्निंग का उपयोग विभिन्न अनुप्रयोगों में बढ़ रहा है। वर्तमान युग में प्रचलित स्मार्ट उपकरणों का एक प्रमुख आधार मशीन लर्निंग तकनीक ही है। मशीनों के संचित डेटा एवं पूर्व कंप्यूटिंग अनुभवों के आधार पर उनकी निर्णय लेने की क्षमता मशीन लर्निंग का एक प्रमुख उदाहरण है। एक नये अध्ययन में, भारतीय शोधकर्ताओं को मशीन लर्निंग के उपयोग से एक्स-रे तरंग दैर्ध्य में बड़ी संख्या में आकाशीय पिंडों की पहचान करने में सफलता मिली है। खगोलीय सर्वेक्षणों और अन्य प्रेक्षणों के माध्यम से बड़ी संख्या में अज्ञात स्रोतों का पता चलता रहता है। इसके लिए एक प्रभावी स्वचालित वर्गीकरण तकनीक की आवश्यकता होती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि उपयुक्त स्वचालित क्लासिफायरियर की खोज के उद्देश्य से यह अध्ययन किया गया है। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (टीआईएफआर), मुंबई ...
मौलिक भारत की माँग : 500 यात्री विमानो की ख़रीद पर हो पुनर्विचार

मौलिक भारत की माँग : 500 यात्री विमानो की ख़रीद पर हो पुनर्विचार

BREAKING NEWS, TOP STORIES, प्रेस विज्ञप्ति
मित्रों, मौलिक भारत की समझ नहीं आ रहा कि भारत (टाटा समूह की एयर इंडिया) जो अगले तीन चार सालो में जो आठ लाख करोड़ रुपयों की क़ीमत के जो 500 यात्री विमान अमेरिका - फ़्रांस - इंग्लैंड से ले रहा है उसमे ख़ुशी मनाने की क्या बात ?सच्चाई यह है कि यह कदम -1) “आत्मनिर्भर भारत”, “मेक इन इंडिया” व “मेड इन इंडिया” की भारत सरकार की नीतियों पर तमाचा है।2) जब हम अंतरिक्ष में एक के बाद एक रॉकेट भेज रहे हैं, तेजस जैसे लड़ाकू विमान व हल्के हेलीकॉप्टर बना रहे हैं और हमारा रक्षा निर्यात हर साल कई गुना बढ़ रहा है, ऐसे में यात्री विमानों के विकास में हमारे देश को क्या परेशानी है ?3) क्या बढ़ते हुए जलवायु परिवर्तन के ख़तरे के बीच देश में वायु यातायात बढ़ाना सही नीति है? एक ओर तो हम इलेक्ट्रिकल वीहिकल व ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ रहे हैं और दूसरी ओर जीवाश्म ईंधन पर आधारित वायुयान बड़ी मात्रा में ख़रीद रहे है...
महाराजा का रिकॉर्ड आर्डर: 1,700 एयरक्राफ्ट का ऑर्डर अगले एक-दो सालों में दे सकती हैं भारतीय एयरलाइन कंपनियां, अकेले एयर इंडिया के होंगे 500

महाराजा का रिकॉर्ड आर्डर: 1,700 एयरक्राफ्ट का ऑर्डर अगले एक-दो सालों में दे सकती हैं भारतीय एयरलाइन कंपनियां, अकेले एयर इंडिया के होंगे 500

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*भारतीय विमानन कंपनियां अगले एक-दो साल में 1,500 से 1,700 विमानों का ऑर्डर दे सकती हैं जबकि एयर इंडिया के 500 विमानों का ऑर्डर देने की संभावना है.* *भारत में हवाई अड्डों की संख्या:* 1928-2014 - 742014-2022 - 147 *चीन और अमेरिका के बाद भारत बना दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हवाई प्रवासी मार्किट* *भारतीय एयरलाइंस के बेड़े में कुल लगभग 700 कॉमर्शियल विमान हैं जो दुनिया की कुछ बड़ी विमानन कंपनियों से भी कम है. भारतीय विमानन बाजार की विशाल क्षमता को देखते हुए ज्यादा विमानों को शामिल करने की गुंजाइश है.* कोरोना काल के बाद भारतीय बाजार सबसे आकर्षक विमानन बाजार के तौर पर पूरी दुनिया को आकर्षित कर रहा है.अगले दो सालों में भारत में लगभग सभी कंपनियों की तरफ से ज्यादा विमानों की खरीद का ऑर्डर दिए जाने की उम्मीद है. इनमें समूचे बेड़े को बदलना के साथ विस्तार भी वजह हो सकता है.भारत में अब...

32 साल बाद जम्मू कश्मीर में लौटी हिंदी भाषा, 3000 प्राइवेट स्कूलों में 10वीं तक होगी पढ़ाई

राज्य
भड़के गुपकार गठबंधन ने कहा – यहाँ उर्दू चलता है,ये राष्ट्रीय एकता पर हमला 32 साल बाद कश्मीर के प्राइवेट स्कूलों में पहली से दसवीं कक्षा तक हिंदी भाषा पढ़ाई जाएगी। जम्मू-कश्मीर स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (JKSCERT) ने इसके लिए आठ सदस्यों की समिति बनाई है। ये समिति 20 फरवरी तक कश्मीर के 3 हजार से ज्यादा प्राइवेट स्कूलों में हिंदी भाषा को पढ़ाने के लिए सिफारिशें सौंपेगी कश्मीर में भाजपा प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने घाटी के स्कूलों में हिंदी पढ़ाए जाने का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि भाषा किसी भी धर्म से जुड़ी नहीं होती है, देश के अन्य राज्यों में भी मुस्लिम बच्चे हिंदी पढ़ते हैं। वहीं, गुपकार गठबंधन के प्रवक्ता मो. यूसुफ तारिगामी ने इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के इशारे पर कश्मीर के प्राइवेट स्कूलों में हिंदी काे लागू करने की कोशिश की जा रही है। इसका विरोध...
Problem is from Sanatan Dharma or Capitalism?|The Quandary Of Indian Communists

Problem is from Sanatan Dharma or Capitalism?|The Quandary Of Indian Communists

धर्म
The Narrative World “Religion is like opium” ; “Workers of the world unite, you have nothing to lose but your chains” The two revolutionary slogans written in German , in the context of Germany and for Germans —Propels Indian communists to term themselves ‘Marxists', ‘Leninists’ , ‘Maoisits’ and ‘Stalinists’. The two revolutionary slogans which can also take hold of rioting slogans were given by German philosopher Karl Marx the father of communism. A theory of social organization in which all property is owned by the community and each person contributes and receives according to their ability and needs. In a communist system, individual people do not own land, factories or machinery — but this theory itself can be found contradicting with modern day communist leaders from Xi Jinping t...

पाकिस्तान में हिंदू-सिख निशाने पर क्यों हैं?

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, समाचार
बलबीर पुंज गत 7 फरवरी को 190 पाकिस्तानी हिंदुओं को पाकिस्तान अधिकारियों द्वारा भारत जाने से रोकने का मामला सामने आया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वे सभी सिंध से थे, जो अपने बच्चे-महिलाओं सहित तीर्थयात्रा हेतु वैध वीजा के साथ भारत आने हेतु वाघा सीमा पहुंचे थे। किंतु पाकिस्तानी आव्रजन प्राधिकरण ने उन्हें यह कहकर स्वीकृति नहीं दी कि "वह इस बात से संतुष्ट नहीं पाए कि वे भारत क्यों जाना चाहते हैं।" आखिर पाकिस्तानी अधिकारी किस बात से आशंकित थे? क्या पाकिस्तान में हिंदू-सिख, अफगानिस्तान जैसी नियति से गुजर रहे है? कुछ माह पहले अफगानिस्तान में क्या हुआ था? 25 सितंबर 2022 को 55 अफगान हिंदुओं-सिखों का अंतिम जत्था, मजहबी यातनाओं से बचने हेतु अफगानिस्तान छोड़कर भारत आ गया था। वर्तमान अफगानिस्तान सहस्राब्दी पहले हिंदू-बौद्ध दर्शन का एक संपन्न केंद्र था। कालांतर में, मुस्लिम आक्राताओं के सफल हमले, उ...

राष्ट्र-चिंतन उर्दू तो विखंडन की भाषा रही है

राष्ट्रीय, सामाजिक
विष्णुगुप्त अभी-अभी उर्दू को लेकर परतंत्रवाद-सेक्युलरवाद और परसंस्कृतिवाद की वैचारिक गुलामी देखने और समझने को मिली। अवसर था वरिष्ठ कवि महेश बंसल की जन्मतिथि पर आयोजित राष्टीय कवि सम्मेलन का। कवि सम्मेलन में मेरे अतिरिक्त डॉ सुरेश नीरव और डा सरस्वत मोहन मनीषी सहित देश भर से आये एक दर्जन से अधिक कवि शामिल थे। अधिकांश कवियों के शब्द और अंदाज उर्दू प्रेरित थे, संस्कृत निष्ठ हिन्दी के शब्द गायब थे। देश में उर्दू को लेकर वैचारिक परतंत्रता, अति सेक्युलरवाद और परसंस्कृतिवाद कोई नयी घटना-परिघटना नहीं है, यह तो मुगलकालीन विकृति है जो निरंतर जारी है। अंग्रेज के जमाने में भी उर्दू की विकृति जारी रही और आजादी के बाद भी उर्दू को देश की भाषा समझने का विकृति जारी रही। उर्दू में बोलना और उर्दू में लिखना तुष्टीकरण की एक बहुत बड़ी चाल थी, एक खास परसंस्कृति को संतुष्ट रखने का हथकंडा था, वह परसंस्कृति हिंस...
शेम ऑन यू बीबीसी

शेम ऑन यू बीबीसी

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
नीलम महाजन सिंह* पाकिस्तानी मूल, लेबर पार्टी सांसद, ईमरान हुसैन ने ब्रिटिश हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में बीबीसी की डाक्यूमेंट्री ‘इंडिया: दी मोदी क्वेश्चन’ पर प्रश्न उठाया था? यहीं से स्पष्ट है कि भारत विरोधी ताकतों का इस्तेमाल किया जा रहा है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी देश-विरोधी चित्रण का प्रसारण नहीं होगा। यूट्यूब से इस फिल्म को ब्लाक कर दिया गया है। इससे मुसलमान अपना ही नुकसान कर रहें है और हिन्दूवादी संगठनों को उनका तिरस्कार करने का मौका दे रहे हैं। भारतीय परिपेक्ष्य में कौन सर्वोच्च है? संविधान, ससंद सर्वोच्च न्यायालय या बीबीसी? इस लेख को सब्जेक्टिव या व्यक्ति विशेष को न लेकर भारत के प्रधान मंत्री की छवि धूमिल करके तथा राष्ट्रीय विरोधियों के षड्यंत्र के रूप में लेना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी; एनडीए सरकार को जनता का बहुमत प्राप्त है।...
Christian—Tribal Conflict Has Old Fault Lines

Christian—Tribal Conflict Has Old Fault Lines

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
By Balbir Punj Even as the vexed issue of conversions, from one faith to another, is being argued in the Indian law courts, it continues to leave behind a bloody trail, as Mahatma Gandhi had warned on numerous occasions. The new year started on a violent note in Narayanpur in Chhattisgarh. On January 2, unrest simmering for months in the area, imploded. Local tribals and recent converts to Christianity were arraigned against each other. Each side is accusing the other, of orchestrating violence. The conflict is not a sudden development. In a note in July 2021, the Sukma superintendent of police Sunil Sharma first flagged the possibility of conflict. “Christian missionaries and converted tribes are reaching the interiors of the district and are luring local tribals. We cannot deny...
मेहनत की सिसकियाँ, नक़ल माफिया और राजनीतिक बैसाखियाँ

मेहनत की सिसकियाँ, नक़ल माफिया और राजनीतिक बैसाखियाँ

BREAKING NEWS, TOP STORIES, घोटाला, राष्ट्रीय
नकल विरोधी कानून सरकार की एक अच्छी पहल है परंतु इसमें एक और संशोधन करके यह शामिल किया जाना चाहिए कि जिस नेता या उसके रिश्तेदार करीबी का नाम पेपर लीक में हो उससे 10 सालों तक चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगा दी जाए सारा खेल खत्म हो जाएगा। बार-बार पेपर लीक होने से देश में परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता खत्म हो जाती है। मेहनती नौजवानों के अधिकारों की रक्षा के लिए, जो रात-रात भर मेहनत करते हैं, उत्तराखंड सरकार द्वारा "प्रति-नकल अधिनियम" एक बहुप्रतीक्षित कदम है। अन्य राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को जो इसी तरह के खतरे का सामना कर रहे हैं, उन्हें इसका पालन करना चाहिए। -प्रियंका सौरभ उत्तराखंड में देश का सबसे सख्त "नकल विरोधी कानून" लागू हो गया है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम और रोकथाम के उपाय) अध्यादेश 2023 को मंजूरी दे दी...