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Author: dindiaadmin

UN संस्था के लोगों पर इज़रायल पर हमले में शामिल होने का आरोप,

UN संस्था के लोगों पर इज़रायल पर हमले में शामिल होने का आरोप,

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
UN संस्था के लोगों परइज़रायल पर हमले में शामिल होने का आरोप,9 बड़े देशों ने संस्था को Funding रोकी-UN महासचिव कार्रवाई करेंगे - संयुक्त राष्ट्र संघ की संस्था UNRWA (The United Nations Relief and Works Agency for Palestine Refugee) पर Deir Al - Balah के warehouse में दवाओं और स्वास्थ्य संबंधी सामान की packing करने और अस्पतालों में भेजने की जिम्मेदारी थी - लेकिन उस संस्था के कई अधिकारियों पर 7 अक्टूबर, 2023 के हमास द्वारा इज़रायल पर किए गए हमले में शामिल होने के आरोप लगे - ऐसे अधिकारियों की संख्या 12 बताई गई है अमेरिका के विदेश मंत्रालय द्वारा और इसके सबूत इज़रायल ने सामने पेश किए - UNRWA के अधिकारियों पर इज़रायल पर किए गए हमले में शामिल होने के आरोप इतने गंभीर थे कि अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, इटली, कनाडा, फ़िनलैंड और नीदरलैंड ने इस संस्था को दी जाने वाली आर्थिक सहायता...
मूर्तिपूजा क्यों ?

मूर्तिपूजा क्यों ?

धर्म, संस्कृति और अध्यात्म
"क्या मूर्ति मंदिरों में भगवान बसते हैं?? जो मूर्ति अपनी रक्षा नहीं कर सकती, वो हमारी रक्षा क्या करेगी..?? जो लोग मंदिरों में मूर्तियों में आस्था नहीं रखते, क्या भगवान उनके नहीं हैं?? क्या मंदिरों में पूजा पाठ करने से ही भगवान मिलते हैं?? क्या भगवान मंदिरों से बाहर नहीं हैं?? जो हमारे ही भीतर हैं, उसे मूर्ति मंदिरों में खोजना, फूल चढ़ाना, कपड़े पहनाना, आरती उतारना... ये सब क्या मात्र एक पाखंड और दिखावा नहीं है.....??" मंदिरों पर ऐसी "वैज्ञानिक" बातें हमारे विरोधी करते हैं तो समझ भी आता है, लेकिन जब कोई हिन्नू होकर ही ऐसी बातें करता है, और फिर खुद को उन्नत और होशियार भी समझता है, तो केवल आश्चर्य ही होता है.... आज कितने ही हिन्नू बड़े गर्व के साथ ASI की रिपोर्ट सब जगह शेयर करने में लगे हैं कि"ज्ञानवापी परिसर में हनुमान जी, गणेश जी, विष्णुजी, नंदी जी, शिवलिंग की मूर्तियां प्राप्त ह...
<strong>सशक्त भारत का आधार है कानूनों का सरलीकरण</strong>

सशक्त भारत का आधार है कानूनों का सरलीकरण

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, समाचार
-ः ललित गर्ग:- सुप्रीम कोर्ट की हीरक जयन्ती एक अवसर है भारतीय न्याय प्रणाली की कमियां पर मंथन करते हुए उसे अधिक चुस्त, त्वरित एवं सहज सुलभ बनाना। मतलब यह सुनिश्चित करने से है कि सभी नागरिकों के लिये न्याय सहज सुलभ महसूस हो, वह आसानी से मिले, जटिल प्रक्रियाओं से मुक्त होकर सस्ता हो। इस दृष्टि से यह अकल्पित उपलब्धियों से भरा-पूरा अवसर भारत न्याय प्रक्रिया को एक नई शक्ति, नई ताजगी, और नया परिवेश देने वाला साबित हो रहा है। क्योंकि आजादी के अमृतकाल में पहुंचने तक भारत की न्याय प्रणाली अनेक कंटिली झाड़ियों में उलझी रही है। भारतीय न्यायिक व्यवस्था का छिद्रान्वेषण करें तो हम पाते हैं कि न्यायाधीशों की कमी, न्याय व्यवस्था की खामियाँ और लचर बुनियादी ढाँचा जैसे कई कारणों से न्यायालयों में लंबित मुकदमों की संख्या बढ़ती जा रही है तो वहीं दूसरी ओर न्यायाधीशों व न्यायिक कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़त...
नीतिश की चालों से इंडिया गठबंधन को झटक-ः ललित गर्ग:-

नीतिश की चालों से इंडिया गठबंधन को झटक-ः ललित गर्ग:-

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, समाचार
अब लगभग यह तय हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विपक्षी दलों एवं उनके नेताओं के द्वारा हल्के में लेने की स्थितियां उनके लिये कितनी भारी हो सकती है। दूसरा भारत की राजनीति में भाजपा अगर कुछ करने की ठान लेती है तो वह उसे पूरा करती ही है। बिहार में सत्ता का समीकरण बदलना इसी बात का द्योतक है। बिहार में जारी सियासी उथलपुलथ के बीच आरजेडी के राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक ने बड़ा ऐलान करते हुए आखिर कह ही दिया है कि अब जेडीयू और आरजेडी का रिश्ता टूट गया है। इस बात के प्रबल संकेत मिल रहे हैं कि मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने आरजेडी से अलग होने का फैसला कर लिया है। अगर ऐसा हुआ तो बिहार में न केवल महागठबंधन की सरकार गिर जाएगी बल्कि इंडिया महागठबंधन में भी दरारे पड़ जायेगी। यह भी संभावनाएं व्यक्त की जा रही है कि इसके बाद नीतीश एक बार फिर भाजपा के साथ मिलकर बिह...
<em>अब मोदी से मुकाबला कैसे होगा?</em>

अब मोदी से मुकाबला कैसे होगा?

BREAKING NEWS, विश्लेषण, सामाजिक
राकेश दुबे और लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में बड़ी सियासी उठापटक हुई है।पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया और इसके बाद एनडीए विधायक दल की बैठक में उन्हें फिर से नेता चुना गया और उन्होंने भाजपा के दामन के सहारे मुख्यमंत्री की शपथ भी ले ली । यह सब विपक्ष के टूटते गठबंधन का श्री गणेश है। जब पहले यह लिखा था कि विपक्ष का गठबंधन टूटने के लिए बनता है।अनेक प्रश्न उठे थे, चूंकि यह स्थापित तथ्य है कि विपक्ष की नियति टूटने की ही है, लिहाजा बार-बार गठबंधन करना पड़ता है। यह नियति जनता पार्टी के दौर से देखते आ रहे हैं। इस बार ‘इंडिया’ का प्रयोग कुछ भिन्न और व्यापक लग रहा था, लेकिन अब दो अलगाव ऐसे सामने आ चुके हैं कि विपक्षी गठबंधन की संभावनाएं प्रभावहीन लगती हैं। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस और पंजाब में भगवंत मान ने आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से घोषणाएं की हैं कि व...
<strong>बापू सेंट स्टीफंस कॉलेज से दलित बच्चों के साथ</strong>

बापू सेंट स्टीफंस कॉलेज से दलित बच्चों के साथ

BREAKING NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण, साहित्य संवाद
आर.के. सिन्हा महात्मा गांधी हमारे स्वाधीनता आंदोलन के सिर्फ नायक या समाज सुधारक मात्र ही नहीं थे। वे नौजवानों और विद्यार्थियों से मिलना-जुलना भी बेहद पसंद करते थे। वे स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्लायों में लगातार जाया करते थे। वे पहली बार राजधानी दिल्ली 12 मार्च 1915 को आए तो सेंट स्टीफंस कॉलेज में ही ठहरे। वे वहां पर सेंट स्टीफंस कॉलेज और हिन्दू कॉलेज के छात्रों और फेक्ल्टी से भी मिले। उनके तमाम सवालों के उत्तर दिए। उनसे दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद से जुड़े बहुत सारे सवाल पूछे गए थे। उसके बाद वे 1918 में फिर दिल्ली आए तो पुनः सेंट स्टीफंस कॉलेज में ही ठहरे। उन्हें यहां पर ब्रजकृष्ण चांदीवाला नाम के एक छात्र मिले जो आगे चलकर उनके पुत्रवत से हो गए। जब गांधी जी की 30 जनवरी, 1948 को हत्या हुई तो ब्रज कृष्ण चांदीवाला बिड़ला हाउस में ही थे...
परीक्षा पे चर्चा’ निराशा को अवसरों में बदलने की खिड़की

परीक्षा पे चर्चा’ निराशा को अवसरों में बदलने की खिड़की

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
-ः ललित गर्ग:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान दिया उद्बोधन एवं गुरु मंत्र छात्रों के लिये ऐसा आलोक स्तंभ है जो भविष्य की अजानी राहों एवं परीक्षा के जटिल क्षणों में पांव रखते समय उस आलोक को साथ में रख लिया गया तो उनके मार्ग में कहीं भी अवरोध, तनाव एवं संकट नहीं आ सकेगा। क्योंकि मोदी के ये गुरुमंत्र उनकी समर्थता, सिद्धता, अनुभव एवं साधना से उपजे हैं जो छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों और अभिभावकों के लिये भी रामबाण औषधि की तरह है। बोर्ड परीक्षाओं को लेकर छात्रों के अंदर डर और तनाव दोनों होता है, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बच्चों के भीतर से इस डर और तनाव को समाप्त करने के लिए हर साल ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम करते हैं। इस वर्ष भारत मंडपम, आईटीपीओ, नई दिल्ली में हुए इस अनूठे एवं प्रेरक कार्यक्रम में जहां तकरीबन 4,000 छात्रों ने हिस्सा लिया, वहीं लगभग 2...
प्रकृति एवं मानव का शांतिपूर्ण सहअस्तित्व ख़तरे में?

प्रकृति एवं मानव का शांतिपूर्ण सहअस्तित्व ख़तरे में?

BREAKING NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण, सामाजिक
राकेश दुबे विश्व में युद्ध के कारण विभाजित होती वैश्विक शक्तियाँ और पर्यावरणीय बदलावों में तेजी-परिणाम ठीक नहीं हैं। अभूतपूर्व ग्रीष्म लहरें, बर्फानी तूफान, बाढ़,सूखा, ग्लेशियर पिघलना और ऊंची उठती समुद्र जल-सतह। हमने स्वयं ये संकट पैदा किए हैं। फिर भी राजनेता विज्ञान और तर्क की आवाज दबा रहे हैं। हमारे ग्रह के वजूद को खतरा मुंह बाए खड़ा है। लगता है आज के इंसान के एजेंडे में मनुष्य-मनुष्य के बीच और प्रकृति एवं मानव के मध्य शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के लिए कोई जगह नहीं है। थोड़ा इतिहास - जब ब्रिटिश साम्राज्य का सूरज ढलने लगा और अमेरिकी-सोवियत साम्राज्य का उदय हुआ। एक ‘फौलादी दीवार’ ने यूरोप को दो हिस्सों में बांट डाला, पश्चिमी गठबंधन वाला पश्चिमी यूरोप और सोवियत संघ से जुड़ा पूर्वी यूरोप। साथ ही, दक्षिण अमेरिका मानो संयुक्त राष्ट्र अमेरिका का पिछला आंगन बन गया तो एशिया का मध्य हिस्सा स...
<strong>नरेन्द्र मोदी के राम एवं राष्ट्र को समझें</strong>

नरेन्द्र मोदी के राम एवं राष्ट्र को समझें

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-ः ललित गर्ग:-केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अयोध्याधाम में प्रभु श्रीराम मंदिर के सफल प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की और एक धन्यवाद प्रस्ताव में कहा कि लोगों द्वारा उनके प्रति दिखाए गए प्यार और स्नेह ने उन्हें ‘जननायक’ के रूप में स्थापित किया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा पढ़े गए इस प्रस्ताव में मोदी को एक नए युग का अग्रदूत बताया गया। क्योंकि उन्हीं की अगुवाई में सोमवार को अयोध्या में संपन्न कार्यक्रम में नवनिर्मित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में श्री रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की गई। प्रस्ताव में यह भी कहा गया, हम कह सकते हैं कि 1947 में इस देश का शरीर स्वतंत्र हुआ था और अब इसमें आत्मा की प्राण-प्रतिष्ठा हुई है। निश्चित ही मोदी अब इस नए युग के प्रवर्तन के बाद, नवयुग प्रवर्तक के रूप में भी सामने आए हैं। श्रीरामलला के नूतन विग्रह में...
प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के बाद उत्तर प्रदेश में विकास का एक नया दौर शुरू होने जा रहा है

प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के बाद उत्तर प्रदेश में विकास का एक नया दौर शुरू होने जा रहा है

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राज्य, सामाजिक
अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हो गई है और अब अयोध्या विश्व के अति महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों के पटल पर आ गया है। इसका अब भारत की आर्थिक प्रगति पर भी बहुत बड़ा असर होने जा रहा है। स्थानीय स्तर पर तो अब भारत के नए भविष्य की एक नई शुरुआत होने जा रही है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद भारत के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी अपने उदबोधन में कहा है कि  प्रभु श्रीराम सभी के है अतः यह भारत के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत होने जा रही है। प्रत्येक भारतीय रामायण पढ़ता है एवं अयोध्या के महत्व को भी समझता है। यह प्रभु श्रीराम का जन्म स्थल है और यह प्रभु श्रीराम की 500 वर्षों के बाद एक तरह से घर वापसी ही मानी जानी चाहिए। प्रभु श्रीराम भारत के कण कण में बसते हैं अतः अब ऐसी आशा की जानी चाहिए कि भारत में निवासरत विभिन्न मत पंथ मानने वाले नागरिक एक होकर भारत के व...