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Author: dindiaadmin

इसराइल से भारत की तुलना करना हर प्रकार से असत्य हैं।

इसराइल से भारत की तुलना करना हर प्रकार से असत्य हैं।

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
बात केवल आकार की या संख्या की नहीं है ।कम से कम अभी 20वीं शताब्दी ईस्वी के उत्तरार्द्ध में जब इसराइल बना, उसके पहले सैकड़ो वर्षों तक वहां उस राष्ट्र का अस्तित्व नहीं था। यद्यपि उस से बहुत पहले निश्चय ही उस क्षेत्र में यहूदी लोग ही थे अर्थात् उनका ही वह राष्ट्र था, यह हम कह सकते हैं।परंतु शताब्दियों वहां वह राष्ट्र नहीं था। भारत में निरंतर हिंदू राष्ट्र है। इसराइल के किन्हीं सम्राटों नरेशों और प्रतापी राजाओं रानियों के विवरण स्वयं इजरायल के लोगों के पास ऐसे नहीं है कि जो बहुत बड़ी संख्या में हों और जिन्होंने निरंतर मुसलमान को मारा हो और फिर जिनमें से कुछ के सहयोग से मुसलमान वहां काबिज हुए हों। भारत में हजारों ऐसे प्रतापी राजा जागीरदार तथा सम्राट  हुए हैं जिन्होंने निरंतर 1000 से अधिक वर्षों तक मुसलमान को बुरी तरह पीटा ,बहुत बुरी तरह पीटा, कुचला ,रौंदा ,मारा ,नष्ट किया परंतु स...
रख्यात लेखिका केरेन आर्मस्ट्रांग की पुस्तक है:” The Gospel according to Women “।

रख्यात लेखिका केरेन आर्मस्ट्रांग की पुस्तक है:” The Gospel according to Women “।

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण, सामाजिक
उसमें पृष्ठ 91 -99 में कुछ पादरियों द्वारा लिखी गई पुस्तकों की चर्चा है ।विशेषकर जैकब स्प्रेंगर नामक एक पादरी ने एक पुस्तिका लिखी : Malleus Maleficarum मेल्यूस मलीफीकेरम।जिसका हिंदी अनुवाद होगा "कुकर्मी डायनों की पिटाई ठुकाई के लिए हथोड़ा "। लेखिका केरेन आर्मस्ट्रांग ने कई पृष्ठों में उस पुस्तिका के सारांश दिए हैं। यह पुस्तक कोलॉन यूनिवर्सिटी द्वारा 16वीं शताब्दी ईस्वी में पाठ्यपुस्तक के रूप में पाठ्यक्रम का अंग थी ।इसके 11 संस्करण प्रकाशित हुए।इसके बाद से अनेक पादरियों ने डाइनो को ठिकाने लगाने की विधियों पर अनेक पुस्तक लिखी और परस्पर होड लग गई।स्प्रेंगर ने उक्त पुस्तिका में लिखा कि जो christian स्त्रियां पादरियों और चर्च की आज्ञाकारिणी नहीं होती , वे शैतान की सखी होती है। शैतान की सखी यह स्त्रियां पुरुषों पर सात प्रकार से आक्रमण करती हैं :पहले पुरुषों के मस्तिष्क में असाधारण काम वे...
क्या <em>इजराइल</em> मिट जाएगा?

क्या इजराइल मिट जाएगा?

BREAKING NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
*दरअसल इजराइल की जान पर वही जिहादी आफत है, जो भारत के हिन्दुओं पर पिछले हजार, विशेष कर सौ सालों से है! जैसे विविध इस्लामी दस्तों, संगठनों ने भारत पर बाहर-अंदर से हमले किए हैं, उसी तरह इजराइल के बनते ही उस पर मिस्र, इराक, जोर्डन, लेबनान, सीरिया ने इकट्ठा हमला किया था। पर जो इजराइल को ही दुष्ट दोषी मान कर सारा विमर्श करते हैं, उन्हें याद रहे कि यहूदी लोग इतने शान्त स्वभाव रहे हैं कि खुद मुस्लिम उन्हें कायर कहते थे!* *भारत में सदा की तरह फिलीस्तीन का रोना शुरू हो गया है। जबकि इजराइल के लिए बोलने वाले मुख्यतः सोशल मीडिया में कुछ लोग हैं, जिन के हाथ में कुछ नहीं। सत्ता और संसाधन वाले भारतीय नेता व बौद्धिक फिलीस्तीनियों की मदद को उत्साहित हैं। मोटे तौर पर पूरे विश्व में यही दृश्य है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने तो सारा दोष इजराइल पर ही मढ़ दिया है।* *इस तरह, इजराइल अपनी लड़ाई प्रायः अक...
नए वैश्विक आर्थिक अवसरों को भुनाना होगा

नए वैश्विक आर्थिक अवसरों को भुनाना होगा

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, आर्थिक, विश्लेषण
आज जब दुनिया इजराइल-हमास युद्ध, बढ़ती तेल कीमतों और गिरती वैश्विक विकास दर की चुनौतियों का सामना कर रही है, तब विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सर्वेक्षणों और रिपोर्टों में भारत की आर्थिकी की आशावादी तस्वीर उभरकर आना सुकूनदेह लगता है। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के उपभोक्ताओं और कारोबारों के बारे में जो सर्वेक्षण प्रकाशित किया है, उसके निष्कर्षों में कारोबारी और वित्तीय विचार भारत में व्यापक तौर पर आर्थिक विस्तार को लेकर आशाजनक रुख दिखाते हैं। इस सर्वेक्षण में कहा गया है कि देश में खुदरा महंगाई में कमी आ रही है, औद्योगिक उत्पादन बढ़ रहा है, बेरोजगारी में कमी आई है, कर राजस्व में सुधार हुआ है। जहां रोजगार की स्थिति में सुधार हुआ है, वहीं स्वरोजगार को अपनाने वालों की तादाद तेजी से बढ़ी है। बैंक ऋण में अच्छी वृद्धि के मद्देनजर सबसे अधिक वृद्धि खुदरा और व्यक्तिगत ऋण में हुई है।...
भारत में बैंक ऋण का उपयोग उत्पाद कार्यों हेतु दक्षता के साथ हो रहा है

भारत में बैंक ऋण का उपयोग उत्पाद कार्यों हेतु दक्षता के साथ हो रहा है

BREAKING NEWS, आर्थिक
भारत में तेज गति से हो रही आर्थिक प्रगति के चलते व्यवसाईयों, कृषकों, उद्यमियों, उद्योगों, सेवाकर्मियों एवं नागरिकों की, उनकी आर्थिक एवं अन्य गतिविधियों के लिए, पूंजी की आवश्यकता लगातार बढ़ती जा रही है। वर्तमान केंद्र सरकार ने इस ओर ध्यान देते हुए विशेष रूप से सरकारी क्षेत्र की बैंकों को तैयार किया है कि वे देश के समस्त नागरिकों को ऋण के रूप में धन अथवा पूंजी आसान शर्तों पर उपलब्ध कराएं ताकि देश के आर्थिक विकास को बल मिल सके। ऋण का उपयोग यदि उत्पादक कार्यों के लिए किया जाता है एवं इससे यदि धन अर्जित किया जाता है तो बैकों से ऋण लेना कोई बुरी बात नहीं है। बल्कि, इससे तो व्यापार को विस्तार देने में आसानी होती है और पूंजी की कमी महसूस नहीं होती है। भारतीय नागरिक तो वैसे भी सनातन संस्कृति के अनुपालन को सुनिश्चित करते हुए अपने ऋण की किश्तों का भुगतान समय पर करते नजर आते हैं इससे बैकों की अनु...
<strong>लौहपुरुष एवं भारत के बिस्मार्क थे सरदार पटेल</strong>

लौहपुरुष एवं भारत के बिस्मार्क थे सरदार पटेल

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
सरदार वल्लभभाई पटेल की 148वीं जन्म जयन्ती, 31 अक्टूबर, 2023लौहपुरुष एवं भारत के बिस्मार्क थे सरदार पटेल-ललित गर्ग - अदम्य उत्साह, असीम शक्ति एवं कर्मठता से नवजात भारत गणराज्य की प्रारम्भिक कठिनाइयों का समाधान कर विश्व के राजनीतिक मानचित्र पर एक अमिट आलेख लिखने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल को भारत के लौह पुरुष के रूप में जाना जाता है। राष्ट्रीय आंदोलन से लेकर आज़ादी के बाद भी, सरदार पटेल का योगदान अविस्मरणीय है। महात्मा गांधी ने उन्हें सरदार की उपाधि दी थी। उनकी अखण्ड भारत को लेकर जितनी बड़ी कल्पनाएं थी, जितने बड़े सपने थे, उसी के अनुरूप लक्ष्य बनाये और उतने ही महत्वपूर्ण कार्य सफलतापूर्वक किये। इसलिये उन्हें भारत के बिस्मार्क के रूप में भी जाना जाता है। भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन एवं आजादी के बाद आधुनिक भारत को वैचारिक एवं क्रियात्मक रूप में एक नई दिशा देने, 562 रियासतों का एकीकरण कर संगठित...
डॉक्टरों पर हमला करने वालों को भेजो जेल

डॉक्टरों पर हमला करने वालों को भेजो जेल

BREAKING NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
आर.के. सिन्हा पिछले दिनों राजधानी में सैकड़ों डॉक्टर राजघाट पर एकत्र हुए। ये वही डॉक्टर हैं, जो जानलेवा कोरोना की दूसरी लहर के समय भगवान के दूत बनकर रोगियों का इलाज कर रहे थे। लेकिन, अब ये डरे-सहमे हुए हैं। इनकी डर की वजह यह है कि इन पर होने वाले हमलों और दुर्व्यवहार के मामलों की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हो रही है । केन्द्र सरकार से यह मांग कर रहे हैं कि वो तुरंत ही कोई सख्त कानून लेकर आए ताकि डॉक्टर बिना किसी भय भाव के काम सकें। फिलहाल तो डॉक्टरों पर हमले लगातार बढ़ते ही चले जा रहे हैं। आप स्वयं गूगल करके देख लें। आपको डॉक्टरों पर हमलों के अनगिनत मामले मिलेंगे। बेशक, डाक्टरों के साथ बदतमीजी या मारपीट करना किसी भी सभ्य समाज में सही नहीं माना जा सकता। इसकी भरपूर निंदा तो होनी ही चाहिए और जो इस तरह की अक्षम्य हरकतें करते हैं, उन्हें कठोर दंड भी मिलना चाहिए। ...
सोशल मीडिया के ये स्याह पहलु

सोशल मीडिया के ये स्याह पहलु

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, साहित्य संवाद
सोशल मीडिया के नशे को नियंत्रित करने व बड़ी तकनीकी कंपनियों को जवाबदेह बनाने की मांग भारत समेत पूरी दुनिया में उठ रही है। मानसिक स्वास्थ्य को लेकर विश्व्व्यापी चिंताये आकार लेने लगी हैं। भारत में भी सोशल मीडिया के नशे के युवाओं के सिर चढ़कर बोलने पर गाहे-बगाहे चिंता जतायी जाती है। इसकी वजह से जहां एक ओर उनकी एकाग्रता भंग होती है, वहीं मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताएं भी परेशान करने वाली हैं। देश में कई ऐसे मामले खबरों की सुर्खियां बने हैं, जब इस लत से रोकने वाले अभिभावकों पर किशोरों द्वारा प्राणघातक हमले किये गये। अब सोशल मीडिया के स्रोत संयुक्त राज्य अमेरिका के दर्जनों राज्यों ने युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य को कथित रूप से नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाकर फेसबुक व इंस्टाग्राम की स्वामित्व वाली कंपनी मेटा पर मुकदमें दर्ज कराये हैं। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि एक नशे की लत के रूप ...
नोएडा सिटीजन फॉर्म

नोएडा सिटीजन फॉर्म

TOP STORIES, प्रेस विज्ञप्ति, विश्लेषण
री प्रशांत त्यागी जी अध्यक्ष सैक्टर 49 नोएडा द्वारा यह मुद्दे नोएडा सिटीजन फॉर्म* की ओर से लिखकर भेजे गए हैं जो फोनरवा चुनाव से संबंधित है। नोएडा शहर की बेहतरीन के लिए यह सभी बिंदु बेमिसाल, इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए ही फोनरवा अध्यक्ष और सेक्रेटरी जनरल प्रत्याशी का चुनाव होने चाहिए। यदि नोएडा शहर का समूचा विकास चाहते हैं तो फोनरवा चुनाव के लिए इन सभी बिंदु के मध्य नजर प्रत्याशियों की जवाब दे ही तय होनी चाहिए। *श्री प्रशांत त्यागी द्वारा लिखा गया संकल्प पत्र इस प्रकार है।* फोनरवा चुनाव में भाग ले रहे सभी पैनलों से "नौएडा सिटीजन फोरम" ने अपने घोषणा पत्रों में शामिल किए जाने के लिए सामूहिक रूप से जनहित से संबंधित मांगें की। *नौएडा सिटीजन फोरम**"NOIDA CITIZEN FORUM" (NCF)* FONRWA चुनाव में भाग ले रहे सभी पैनलों से *नौएडा एवं इसके नागरिकों के हित में* निम्नलिखित मांगों...
माफिया मुख्तार अंसारी को बड़ा झटका, गैंगस्टर मामले में दस साल की सजा, पांच लाख जुर्माना भी लगा

माफिया मुख्तार अंसारी को बड़ा झटका, गैंगस्टर मामले में दस साल की सजा, पांच लाख जुर्माना भी लगा

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
गाजीपुर 27 अक्टूबर। गाजीपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट से माफिया मुख्तार अंसारी को बड़ा झटका लगा है। अदालत ने मुख्तार अंसारी को गैंगस्टर के एक और मामले में दस साल की सजा के साथ पांच लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। इससे पहले भी एक अन्य गैंगस्टर के मामले में मुख्तार को दस साल की सजा हो चुकी है। इसके अलावा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के भाई अवधेश राय की हत्या में भी मुख्तार अंसारी को सबसे बड़ी सजा उम्रकैद की सुनाई जा चुकी है। मुख्तार अंसारी को अब तक सात मामलों में सजा सुनाई जा चुकी है। शुक्रवार को गाजीपुर के करंडा थाने में दर्ज केस में एमपीएमएलए कोर्ट के जज अरविंद कुमार मिश्र की अदालत ने फैसला सुनाया। मुख्तार के अलावा सोनू यादव को भी सजा सुनाई गई है। उसे पांच साल की सजा और दो लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। सुनवाई के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्तार को बांदा ...