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घोटाला

भ्रष्टाचार पर लगाम कैसे लगाएँ केजरीवाल- रजनीश कपूर

भ्रष्टाचार पर लगाम कैसे लगाएँ केजरीवाल- रजनीश कपूर

TOP STORIES, घोटाला, सामाजिक
रजनीश कपूर भ्रष्टाचार के विरुद्ध आंदोलन से जन्मीं आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने सत्ता में आने से पहले दावा किया था कि उनकी सरकार में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं रहेगी। दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने कुछ ऐसेठोस कदम ज़रूर उठाए हैं जिनसे भ्रष्टाचार पर लगाम कसती हुई दिखाई तो देती है। परंतु दिल्ली की गद्दी पर तीसरी बार काबिज केजरीवाल क्या भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से लगाम कसने में कामयाब हुए? क्या अन्य नेताओं की तरह भ्रष्टाचार से मुक्ति पाने का उनका नारा भी महज़ चुनावी जुमला था? क्या दिल्ली सरकार के कार्यालयों में भ्रष्टाचार पहले के मुक़ाबले कम हुआ या बढ़ा?पिछले दिनों कर्नाटक में एक चुनावी सभा में बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि यदि उनका बेटा भी भ्रष्टाचार करेगा तो वे उसे भी जेल भेज देंगे। जनता इसका ये मतलब निकालेगी कि केजरीवाल सरकार में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार की कोई भी जगह नहीं ह...
“भगोड़े अपराधियों को वापस लाने में CBI ने किया ‘त्रिशूल’ का इस्तेमाल”

“भगोड़े अपराधियों को वापस लाने में CBI ने किया ‘त्रिशूल’ का इस्तेमाल”

TOP STORIES, घोटाला, राष्ट्रीय
विदेश में छिपे अपराधियों के लिए ऑपरेशन 'त्रिशूल' काल बन गया है। दरअसल, ऑपरेशन त्रिशूल की मदद से ही आज सीबीआई तरह-तरह के अपराधों को अंजाम देकर भारत से भागने वालों पर जबरदस्त शिकंजा कस रही है। बता दें, केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा चलाया जा रहा यह ऑपरेशन अभी तक देश से फरार 33 भगोड़ों को वापस पकड़कर लाने में सफल साबित हुआ है। वहीं अब CBI के रडार पर 276 भगोड़ों को वापस पकड़कर लाने के लिए आगे काम किया जा रहा है। ऐसे में ऑपरेशन 'त्रिशूल' के बारे में विस्तार से जानना बेहद आवश्यक है। क्या है ऑपरेशन 'त्रिशूल' ? दरअसल, सीबीआई ने यह कार्य एक विशेष ऑपरेशन के हिस्से के रूप में किया है, जिसका कोडनेम 'त्रिशूल' रखा गया है। इस ऑपरेशन का उद्देश्य वित्तीय अपराधों की आय का पता लगाने के अलावा अन्य देशों में छिपे हुए अपराधियों का पता लगाना और उन्हें वापस लाना है। इंटरपोल के सहयोग से 33 भगोड...
उल्टा पड़ा दुष्प्रचार अभियान हृदयनारायण दीक्षित

उल्टा पड़ा दुष्प्रचार अभियान हृदयनारायण दीक्षित

घोटाला, विश्लेषण, सामाजिक
भारत का मन क्षुब्ध और आहत है। निहित स्वार्थी कुछ विदेशी मीडिया घराने देश के विधि निर्वाचित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारत के विरुद्ध लगातार झूठ फैला रहे हैं। उन्हें भारत की लगातार बढ़ती विश्व प्रतिष्ठा से चिढ है। अभियान में देश के कथित वामपंथी उदारवादी भी शामिल हैं। वे प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकसित आत्मनिर्भर और स्वाभिमानी भारत की प्रतिष्ठा गिराने में संलग्न हैं। अमेरिकी अखबार दि न्यूयॉर्क टाइम्स, वाशिंगटन पोस्ट, खाड़ी देश कतर के अल जजीरा आदि मीडिया घराने भारत और प्रधानमंत्री के विरुद्ध सक्रिय हैं। हाल ही में दि न्यूयॉर्क टाइम्स में छपे एक लेख में पत्रकारों को पुलिस द्वारा परेशान करने, कश्मीर को सूचना शून्य बनाने, आतंकवाद और अलगाववाद जैसे आरोपों की धमकी देने के आरोप लगाए गए हैं। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बीते शुक्रवार को कहा कि ‘‘दि न्यूयॉर्क टाइम्स ने प्रध...
लुटेरे राजनेता

लुटेरे राजनेता

BREAKING NEWS, TOP STORIES, घोटाला
जिन्होंने अपने जीवन और कर्म द्वारा अनन्त काल तक के लिए यह मर्यादा स्थापित की कि एक मनुष्य को व्यक्ति रूप में,अपने सभी सम्बन्धों में,समाज देश और राजा रूप में कैसा होना चाहिए....उन राजा राम के राज्य में भी धोबी जैसी सोच वाले लोग रहते थे,,,,तो फिर सोचिए कि यदि राजा ही रावण जैसा,,अर्थात भ्रष्ट पापी अनाचारी अत्याचारी हो तो उसका अनुसरण करने वाली जनता कैसी होगी? चारा या सॉफ्टी बाबू का दोष केवल यह नहीं था कि व्यक्तिगत स्तर पर ये नष्ट भ्रष्ट थे और इन्होंने सत्ता का दुरुपयोग करते अपने ही प्रदेश को लूटा खसोटा बर्बाद कर दिया,अपने अनुयायियों को मूर्ख बनाया बल्कि इन्होंने जिस प्रकार की राजनीति, कार्यसंस्कृति की स्थापना की, लूट अपहरण गुण्डई दबंगई को शौर्य रूप में स्थापित किया, भ्रष्टाचार को जीवन शैली रूप में स्थापित कर उसे शिष्टाचार बना दिया,मुफ्तखोरी जालसाजी धोखाधड़ी को स्वीकार्यता दी,,,,एक शब्द में...
नशीला गांधीवाद और सिसोदिया

नशीला गांधीवाद और सिसोदिया

Today News, घोटाला
सिसोदिया को पता था कि व्यक्ति शराब पीकर सत्य बोलता है और चूँकि वे गांधी जी के शिष्य थे व दिल्ली के लोगों को सत्यवादी बनाना चाहते थे इसीलिए उन्होंने शराब की खपत बढ़ाने का निर्णय किया,जिसको सीबीआई शराब घोटाले के रूप में प्रस्तुत कर खामाँखां उनको बदनाम कर रही है। सोमरस के गुणों का तो वेदों में भी वर्णन है। नशीले शिक्षामंत्री के इसी कार्य के लिए केजरीवाल उनको भारत रत्न देने की माँग करते रहे हैं जिस पर मोदी सरकार कान नहीं धर रही। भाजपाई नहीं चाहते कि दिल्ली के विद्यालयों में सत्य का बोलबाला हो और झूठो का मुँह काला हो।नई पीढ़ी के नशीले सत्यवादी भविष्य के निर्माण में लगी दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार का सभी को साथ देना चाहिए ताकि वे सत्तावादी बने रहें और उनका व उनके नशीले गांधीवाद का विस्तार पूरे देश में हो। ...
Despite high-profile anti-corruption drives, corruption is rampant across India

Despite high-profile anti-corruption drives, corruption is rampant across India

घोटाला
While campaigns for honesty in public and private life by various sources have been taking place for a long time in the country, this has not seen any reduction in the level of corruption in India. The repeated catching of corrupt persons by the vigilance department has also not yielded many benefits as they are only the proverbial tip of the iceberg.  By N S Venkataraman  Representational PhotoIn the last nine years after Narendra Modi assumed office as Prime Minister of India, there is no doubt that India has achieved significant progress and has made rapid strides in multiple directions. Several infrastructure projects, welfare programes, proactive policies toward industrial development, and a number of reform measures have been implemented.   However, one area whe...
भ्रष्टाचार के राक्षसों पर केन्द्रीय एजेंसियों का शिकंजा

भ्रष्टाचार के राक्षसों पर केन्द्रीय एजेंसियों का शिकंजा

EXCLUSIVE NEWS, घोटाला, समाचार
ललित गर्ग केंद्रीय एजेंसियां ईडी, सीबीआइ अथवा आयकर विभाग इनदिनों राजनीतिक दलों एवं नेताओं के पर कार्रवाई करती हुई नजर आ रही है, आजादी के बाद से भ्रष्टाचार एवं घोटालों पर नियंत्रण के लिये आवाज उठती रही है, इसके लिये आन्दोलन एवं अनशन भी होते रहे हैं, लेकिन सबसे प्रभावी तरीका केन्द्रीय एजेंसियों की कार्रवाई एवं न्यायालयों की सख्ती ही है, जो भ्रष्टाचारियों पर सीधा हमला करती है। देश में सर्वाधिक भ्रष्टाचार राजनीतिक दलों में ही व्याप्त रहा है, इसलिये अब तक केन्द्रीय एजेंसियां की कार्रवाईयां उन पर प्रभावी नहीं हो पा रही थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता हासिल करते ही भ्रष्टाचार के खिलाफ कमर सकी है, जिसका असर देखने को मिल रहा है। भले ही इनदिनों हो रही केन्द्रीय एजेंसियों की कार्रवाई को राजनीतिक प्रेरित बताया जाये, लेकिन इससे भ्रष्टाचार को समाप्त करने की दिशा में एक कारगर एवं प्रभाव...
जानकार बनें और सुरक्षित रहें

जानकार बनें और सुरक्षित रहें

TOP STORIES, घोटाला, विश्लेषण
*रजनीश कपूरसाइबर अपराधों में लिप्त अपराधी हर दिन नये-नये ढंग से अपने शिकारों को फँसाने के तरीक़े खोजते रहते हैं। यदिआप जागरूक हैं तो आप इनके जाल में फँसने से बच सकते हैं। यदि आप घबराहट में कुछ ऐसा-वैसा कर बैठते हैं तोआप इनके जाल में आसानी फँस सकते हैं। आज इस कॉलम में एक ऐसे ही शिकार के बारे में बात करेंगे जो इनसाइबर अपराधियों के जाल में फँसते-फँसते बचा।पिछले सप्ताह मुझे मेरे मित्र विभव का घबराहट में फ़ोन आया। उसकी घबराहट का कारण एक सीबीआईअधिकारी का उसे फ़ोन पर धमकाना था। उसने मुझे फ़ोन पर अपनी जो परेशानी बताई तो पहले तो मुझे हंसी आईफिर मैंने ख़ुद को उसकी जगह में सोच कर उसे क़ानून के कुछ अहम पहलू बताए। मेरी सलाह सुन विभव शांत हुआऔर अपने काम में जुट गया। परंतु जो कुछ उसके साथ दो दिनों में हुआ वो आपके साथ साझा करना आवश्यक है ।उगाही के इस ढंग को यदि आप जान लेंगे तो शायद आप भी इन जालसाज़ों का ...
मेहनत की सिसकियाँ, नक़ल माफिया और राजनीतिक बैसाखियाँ

मेहनत की सिसकियाँ, नक़ल माफिया और राजनीतिक बैसाखियाँ

BREAKING NEWS, TOP STORIES, घोटाला, राष्ट्रीय
नकल विरोधी कानून सरकार की एक अच्छी पहल है परंतु इसमें एक और संशोधन करके यह शामिल किया जाना चाहिए कि जिस नेता या उसके रिश्तेदार करीबी का नाम पेपर लीक में हो उससे 10 सालों तक चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगा दी जाए सारा खेल खत्म हो जाएगा। बार-बार पेपर लीक होने से देश में परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता खत्म हो जाती है। मेहनती नौजवानों के अधिकारों की रक्षा के लिए, जो रात-रात भर मेहनत करते हैं, उत्तराखंड सरकार द्वारा "प्रति-नकल अधिनियम" एक बहुप्रतीक्षित कदम है। अन्य राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को जो इसी तरह के खतरे का सामना कर रहे हैं, उन्हें इसका पालन करना चाहिए। -प्रियंका सौरभ उत्तराखंड में देश का सबसे सख्त "नकल विरोधी कानून" लागू हो गया है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम और रोकथाम के उपाय) अध्यादेश 2023 को मंजूरी दे दी...
BBC का मालिक कौन ? हर साल 32 हजार करोड़ रुपये की फंडिंग तय*

BBC का मालिक कौन ? हर साल 32 हजार करोड़ रुपये की फंडिंग तय*

BREAKING NEWS, TOP STORIES, घोटाला, समाचार
निलेश कुमार* पिछले साल BBC को तब बड़ा झटका लगा, जब ब्रिटिश सरकार ने अगले दो वर्षों के लिए एनुअल टेलीविजन फीस पर रोक लगाने की घोषणा की. सरकार ने यह भी कहा कि 2027 तक वह फीस को पूरी तरह खत्म कर देगी. BBC Documentary: गुजरात दंगों पर विवादित डॉक्यूमेंट्री बनाए जाने के बाद का बवाल अभी पूरी तरह थमा नहीं था कि उसके एजेंडे और फंडिंंग को लेकर सवाल उठने लगे. इस बीच दिल्ली स्थित हेड ऑफिस और मुंबई ऑफिस पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम पहुंची है. बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की टीम दिल्ली और मुंबई स्थित ऑफिस में सर्वे कर रही है. बीबीसी पर भारत समेत तीसरी दुनिया के देशों के खिलाफ एजेंडा चलाने के आरोप लगते रहे हैं और ऐसे में इसकी फंडिंग को लेकर भी सवाल उठते रहे हैं. आइए समझने की कोशिश करते हैं, बीबीसी कैसे काम करती है, इसका संचालन कैसे होता है और कंपनी को चलाने के लिए इतना सारा पैसा आखिर कहां...