Shadow

जीवन शैली / फिल्में / टीवी

स्ट्रोक के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार शारीरिक निष्क्रियता

स्ट्रोक के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार शारीरिक निष्क्रियता

addtop, Uncategorized, जीवन शैली / फिल्में / टीवी, विश्लेषण, संस्कृति और अध्यात्म, सामाजिक
भारत फैलने वाली बीमारियों से लेकर न फैलने वाली बीमारियों से घिरा हुआ है। भारत में होने वाली मृत्यु के सबसे बड़े कारणों में स्ट्रोक भी शामिल होता है। एक हालिया अध्ध्यन के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में एक लाख लोगों में से 84,000 लोग और शहरों में एक लाख में से 35,000 लोग स्ट्रोक का शिकार बनते हैं। स्ट्रोक के कारण गंभीर रूप से बीमार पडऩे के साथ व्यक्तिकी जान तक जा सकती है। स्ट्रोक एक गंभीर समस्या है, जिसका तत्काल इलाज करना आवश्यक होता है। यह मस्तिष्क से संबंधित समस्या है, जो खून के प्रवाह के रुकने से होती है। यह समस्या मस्तिष्क की कोशिकाओं को नष्ट कर देती है और कई मामलों में इससे ब्लीडिंग की समस्या भी हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, स्ट्रोक का खतरा 55 साल से अधिक उम्र के लोगों में ज्यादा होता है। लेकिन आज, लाइफस्टाइल में बदलाव और एक्सरसाइज में कमी, धूम्रपान और शराब क...
कार्यस्थलों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित नई कोविड-सुरक्षा यूनिट

कार्यस्थलों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित नई कोविड-सुरक्षा यूनिट

addtop, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, Uncategorized, जीवन शैली / फिल्में / टीवी, राज्य, राष्ट्रीय, विश्लेषण, समाचार, सामाजिक
नई दिल्ली, 17 जुलाई (इंडिया साइंस वायर): कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए शोधकर्ता विभिन्न युक्तियां खोजने में जुटे हुए हैं। दुर्गापुर स्थित सेंट्रल मेकैनिकल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएमईआरआई) के शोधकर्ताओं ने इस दिशा में काम करते हुए नया ‘कोविड प्रोटेक्शन सिस्टम’ (कॉप्स) ईजाद किया है जो कार्यस्थलों पर कोविड-19 का संक्रमण रोकने में उपयोगी हो सकता है। कॉप्स सिस्टम में संपर्क रहित सोलर आधारित ऑटोमेटेड मास्क डिस्पेंसिंग यूनिट और थर्मल स्कैनर (इंटेलिमास्ट) लगाया गया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर आधारित यह सिस्टम स्वचालित कामकाज में मददगार होगा। सीएमईआरआई द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि यह तकनीक व्यावसायिक हस्तांतरण के लिए तैयार है। निकट भविष्य में सीएमईआरआई की योजना एक डिजिटल एंट्री मैनेजमेंट सिस्टम विकसित करने की है। सोलर आधारित इंटेलिमास्ट ...

भारत के लिए नया सिरदर्द

CURRENT ISSUE, जीवन शैली / फिल्में / टीवी, विश्लेषण, समाचार, संस्कृति और अध्यात्म, सामाजिक, साहित्य संवाद
इन दिनों मुसीबतों के कई छोटे-मोटे बादल भारत पर एक साथ मंडरा रहे हैं। कोरोना, चीन और तालाबंदी की मुसीबतों के साथ-साथ अब लाखों प्रवासी भारतीयों की वापसी के आसार भी दिखाई पड़ रहे हैं। इस समय खाड़ी के देशों में 80 लाख भारतीय काम कर रहे हैं। कोरोना में फैली बेरोजगारी से पीड़ित सैकड़ों भारतीय इन देशों से वापस भारत लौट रहे हैं। यह उनकी मजबूरी है लेकिन बड़ी चिंता का विषय यह है कि इन देशों के शासकों पर दबाव पड़ रहा है कि वे विदेशी कार्मिकों को भगाएं ताकि स्थानीय लोगों के रोजगार में बढ़ोतरी हो सके। इन देशों के कई उच्चपदस्थ शेखों से आजकल जब मेरी बात होती है तो वे यह कहते हुए पाए जाते हैं कि उनके बच्चे अभी-अभी विदेशों से पढ़कर लौटे हैं लेकिन अपने ही देश में सब अच्छी नौकरियों पर विदेशियों ने कब्जा कर रखा है। इस प्रपंच पर इधर सबसे पहले ठोस हमला किया है, कुवैत ने। कुवैत में कुवैतियों की संख्या सिर्फ 13 लाख है जब...
आहत भावनाओं का comfort zone

आहत भावनाओं का comfort zone

जीवन शैली / फिल्में / टीवी, विश्लेषण, समाचार, संस्कृति और अध्यात्म, सामाजिक, साहित्य संवाद
मशहूर सिटकॉम Big Bang Theory के एक एपिसोड में उसका एक किरदार Howard बताता है कि इस हफ्ते वो मशहूर भौतिक विज्ञानी Stephen Hawking से काम के सिलसिले में मिलने वाला है। दोस्तों के इस बारे में बताते हुए Howard, Hawking की मिमिक्री भी करके दिखाता है। हम सभी जानते हैं कि 21 साल की उम्र में Hawking मोटर न्यूरॉन डिसीज का शिकार हो गए थे और वो स्पीच सिंथेसाइजर की मदद से बोलते थे जिसके कारण उनकी आवाज़ अलग तरह से सुनाई देती थी। हॉकिंग की मिमिक्री करते हुए Howard उनके इसी अलग अंदाज़ की नकल करता है। अब आप सोचिए एक शख्स जो पिछले सौ सालों का महानतम भौतिक विज्ञानी हैं। जो बचपन की एक बीमारी की वजह से अपनी आवाज़ खो बैठा है। एक मशहूर सिटकॉम शो के क्रिएटर उसे अपने शो में सेलिब्रीटी की हैसियत से बुलाते हैं और इतनी छूट भी ले लेते हैं कि बीमारी से उपजी उसकी एक कमज़ोरी का मज़ाक भी उड़ा पाएं! और उससे...
‘कोविड-19’ फैलने के मद्देनजर आईसीएआर ने रबी फसलों हेतु किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की

‘कोविड-19’ फैलने के मद्देनजर आईसीएआर ने रबी फसलों हेतु किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की

जीवन शैली / फिल्में / टीवी
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को ध्‍यान में रखते हुए रबी फसलों की कटाई एवं मड़ाई और फसल कटाई के बाद कृषि उपज के भंडारण  एवं विपणन के लिए निम्नलिखित एडवाइजरी जारी की है:   फसलों की कटाई एवं मड़ाई देश में कोविड-19 वायरस के फैलने के खतरे के साथ ही फसलें भी तेजी से पकने की ओर अग्रसर हैं। इन फसलों की कटाई एवं उन्‍हें बाजार तक पहुंचाने का काम वांछनीय है क्योंकि कृषि कार्य में समय की बाध्यता अत्यंत महत्वपूर्ण है। अतः किसानों के लिए सावधानी एवं सुरक्षा का पालन करना बहुत ही जरूरी है, ताकि इससे महामारी का फैलाव ना हो सके। ऐसी स्थिति में साधारण एवं सरल उपाय जैसे सामाजिक दूरी बनाए रखना, साबुन से हाथों को साफ करते रहना, चेहरे पर मास्क लगाना, सुरक्षा हेतु कपड़े पहनना एवं कृषि संयंत्रों एवं उपकरणों की सफाई करना अत्यंत आवश्यक है। किसानों के लिए खेती के प्रत...
मोदी सरकार कोविड-19 से लड़ाई के लिए देश भर में लागू 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान लोगों की मुश्किलों को दूर करने को प्रतिबद्ध : केंद्रीय गृह मंत्री

मोदी सरकार कोविड-19 से लड़ाई के लिए देश भर में लागू 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान लोगों की मुश्किलों को दूर करने को प्रतिबद्ध : केंद्रीय गृह मंत्री

जीवन शैली / फिल्में / टीवी
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान लोगों की मुश्किलों को दूर करने के दृष्टिकोण के मद्देनजर केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने सामाजिक दूरी बनाए रखने के उद्देश्य से लागू लॉकडाउन का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के वास्ते उचित कदम उठाने के लिए राज्य/ संघ शासित क्षेत्रों की सरकारों के साथ संवाद किया। इसके साथ ही उन्होंने इस अवधि के दौरान प्रवासी कामगारों की आर्थिक दिक्कतों को दूर करने पर भी चर्चा की। केंद्रीय गृह मंत्री के दिशा-निर्देशों के तहत गृह सचिव ने सभी राज्यों/ संघ शासित क्षेत्रों को बड़ी संख्या में प्रवासी कामगारों को अपने गृह राज्य जाने से रोकने के लिए सभी बुनियादी सुविधाओं से युक्त राहत शिविर बनाने और उनकी आर्थिक दिक्कतें दूर करने के वास्ते कदम उठाने को लिखा है, जिससे कोविड-19 को फैलने से रोका जा सके। लॉकडाउन के कदमों का प्रभावी कार्यान्व...
कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए पूर्व सैनिक अपनी सेवाएं देने को तैयार

कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए पूर्व सैनिक अपनी सेवाएं देने को तैयार

जीवन शैली / फिल्में / टीवी
राष्ट्र वैश्विक महामारी कोविड-19 की चुनौतियों से लड़ रहा है। ऐसी स्थिति में रक्षा मंत्रालय के पूर्व-सैनिक कल्याण विभाग (ईएसडब्ल्यू) ने पूर्व सैनिकों को अपनी सेवाएं देने के लिए एकजुट किया है। इससे जहां भी जरूरत हो राज्य और जिला प्रशासन को बहुमूल्य मानव संसाधन प्राप्त होंगे। राज्य सैनिक बोर्ड और जिला सैनिक बोर्ड राज्य और जिला प्रशासन की सहायता के लिए अधिकतम ईएसएम वॉलेंटियर को जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। पूर्व सैनिक संपर्क का पता लगाने, समुदाय की निगरानी करने, क्वारंटाइन सुविधाओं का प्रबंधन करने जैसे कार्यों में सहायता प्रदान करेगें। कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए राष्ट्र ने लोगों से स्पष्ट आह्वान किया है। यह स्वागतयोग्य है कि पूर्व सैनिक अपने आदर्श "स्वयं से पहले सेवा" का ध्यान में रखते हुए सेवा और सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं। पूर्व सैनिक अनुसासित, प्रेरणा ...
भारतीय वायु सेना का  कोरोना वायरस से लड़ने की दिशा में सहयोग

भारतीय वायु सेना का  कोरोना वायरस से लड़ने की दिशा में सहयोग

जीवन शैली / फिल्में / टीवी
      भारतीय वायु सेना ने नोवेल कोरोनावायरस का प्रबंधन करने के लिए राष्ट्र के प्रयासों में पूर्ण सहयोग करना जारी रखा है।       वायुसेना ने दिल्ली, सूरत, चंडीगढ़ से लेकर मणिपुर, नागालैंड, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में पिछले तीन दिनों में लगभग २५ टन आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति की है। चिकित्सा उपकरणों में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, हैंड सैनिटाइज़र, सर्जिकल दस्ताने, थर्मल स्कैनर शामिल हैं। चिकित्सा कर्मियों को भी आवश्यकता अनुसार एयरलिफ्ट किया जा रहा है।  लद्दाख से दिल्ली तक कोरोनावायरस परीक्षण के नमूनों को नियमित रूप से एयरलिफ्ट किया जा रहा है। इसके लिए वायुसेना के सी-१७, सी-१३०, एन -३२, एवरो और डोर्नियर विमानों को आवश्यक्ता अनुसार काम सौंपा जा रहा है। सभी उभरती मांगों को पूरा करने के लिए भारतीय वायुसेना सम्पूर्ण रूप से तत्पर है।   इसके अलावा, देश भर के विभिन्न वायुसेना ठि...
कोविड-19 संकट के दौरान स्वयं की देखभाल और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए आयुर्वेद के उपाय

कोविड-19 संकट के दौरान स्वयं की देखभाल और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए आयुर्वेद के उपाय

जीवन शैली / फिल्में / टीवी
कोविड-19 वैश्विक महामारी के प्रकोप से दुनिया भर में पूरी मानव जाति पीड़ित है। ऐसे में शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली (रोग प्रतिरोधक क्षमता) को बेहतर करनाशरीर को निरोगी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हम सभी जानते हैं कि रोकथाम ही बेहतर इलाज है। हालांकि अभी तक कोविड-19 की कोई दवा नहीं बनी हैलेकिन इस समय निवारक उपाय करना अच्छा रहेगा क्‍योंकि इससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। जीवन का विज्ञान होने के नातेआयुर्वेदस्वस्थ एवं प्रसन्‍न रहने के लिए प्रकृति के उपहारों के इस्‍तेमाल पर जोर देता है। स्‍वस्‍थ जीवन के लिए निवारक उपाय संबंधी आयुर्वेद का व्यापक ज्ञान 'दिनचर्या' और 'ऋतुचर्या' की अवधारणाओं पर आधारित है। यह पादप आधारित विज्ञान है। अपने बारे में जागरूकता, सादगी और सामंजस्य से व्‍यक्ति अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखते हुए उसे और बेहतर कर सकता है। आयुर्वेद शास्‍...
वित्त मंत्रालय ने *कराधान और अन्य कानून (विभिन्न प्रावधानों में राहत) अध्यादेश, 2020 जारी किया

वित्त मंत्रालय ने *कराधान और अन्य कानून (विभिन्न प्रावधानों में राहत) अध्यादेश, 2020 जारी किया

addtop, आर्थिक, जीवन शैली / फिल्में / टीवी
कोविड-19 के प्रकोप को ध्यान में रखकर अनेक सेक्‍टरों में वैधानिक और नियामकीय अनुपालन के बारे में किए गए कई महत्वपूर्ण राहत उपायों के संबंध में केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा की गई घोषणाओं को प्रभावी करने के लिए सरकार ने 31 मार्च, 2020 को एक अध्यादेश जारी किया है। इनमें से कुछ महत्‍वपूर्ण राहत उपाय और इस अध्यादेश के जरिए बढ़ाई गई समय सीमाएं निम्‍नलिखित हैं:- ★ प्रत्यक्ष कर और बेनामी: ● वित्‍त वर्ष 2018-19 (आकलन वर्ष 2019-20) के लिए मूल के साथ-साथ संशोधित आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि भी बढ़ाकर 30 जून, 2020 कर दी गई है। ● आधार कार्ड और पैन को आपस में जोड़ने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 30 जून, 2020 कर दी गई है। ● Income Tax Act के अध्याय-VIA-B, जिसमें धारा 80C (LIC, PPF, NSC इत्‍यादि), 80D (मेडिक्लेम), 80G (दान) आदि शामिल हैं, के अंतर्गत कटौती का दावा करने के लिए विभिन्न निवेश/भ...