Shadow

राष्ट्रीय

39 करोड़ मरीज, हर साल 30 लाख मौतें, सांसों की इस घातक बीमारी के लिए कौन जिम्मेवार?

39 करोड़ मरीज, हर साल 30 लाख मौतें, सांसों की इस घातक बीमारी के लिए कौन जिम्मेवार?

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज (सीओपीडी) एक ऐसी बीमारी है जो हर साल 30 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले रही है। वहीं अनुमान है कि दुनिया की पांच फीसदी आबादी इस बीमारी से पीड़ित है By Lalit Maurya  निम्न और मध्यम आय वाले देशों में क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज (सीओपीडी) के 30 से 40 फीसदी मामलों के लिए धूम्रपान जिम्मेवार है; फोटो: आईस्टॉक क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज (सीओपीडी) एक ऐसी बीमारी है जो हर साल 30 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले रही है। वहीं अनुमान है कि 39.2 करोड़ लोग यानी दुनिया की करीब पांच फीसदी आबादी इस बीमारी का शिकार है। इनमें से तीन-चौथाई वो हैं जो निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रह रहे हैं। लेकिन क्या आपने सोचा है कि इस बीमारी की सबसे बड़ी वजह क्या है?      विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक ध...
डॉक्टरी बना कारोबार, ‘झोलाछाप’ कर रहे उपचार

डॉक्टरी बना कारोबार, ‘झोलाछाप’ कर रहे उपचार

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
देशभर में खासकर गांवों में बिना जरूरी डिग्री वाले डॉक्टरों की भरमार है। कोई तीन-चार साल तक मेडिकल स्टोर पर काम करने के बाद डॉक्टर बन जा रहा है, तो किसी के पूर्वज इलाज करते आ रहे हैं। ये लोग मरीजों को दर्द निवारक दवाएं व इंजेक्शन की बदौलत तुरंत आराम तो दिला देते लेकिन इसका दुष्प्रभाव मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। ये झोलाछाप डॉक्टर (वे डॉक्टर जो न तो पंजीकृत हैं और न ही उनके पास उचित डिग्री है) नकली दवाओं के साथ इलाज कर मरीजों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे है। ऐसा भी देखा गया है कि कई झोलाछाप डाक्टर नशे के व्यापार से भी जुड़े हुए हैं। ऐसे में गावों में चल रहे ये क्लीनिक नशेड़ियों की पौध को पैदा करने में जुटे हुए है। मगर देश भर में प्रशासन को जानकारी के बावजूद इन पर नकेल कसने की कोई कार्रवाई अंजाम नहीं दी जाती। -प्रियंका सौरभ पूरी दुनिया में डॉक्टर भगवान् के रूप में लोगों को नज़र आये है और ...
नोटा के उपयोग के कुछ नुक्सान भी हैं – 100 प्रतिशत मतदान से चुने गए प्रतिनिधियों की गुणवत्ता उच्चस्तर की होगी

नोटा के उपयोग के कुछ नुक्सान भी हैं – 100 प्रतिशत मतदान से चुने गए प्रतिनिधियों की गुणवत्ता उच्चस्तर की होगी

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
भारत आज वैश्विक पटल पर एक महत्वपूर्ण आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा है एवं भारत विश्व को कई क्षेत्रों में नेतृत्व प्रदान करने की स्थिति में भी आ गया है। कुछ देश (चीन एवं पाकिस्तान सहित) भारत की इस उपलब्धि को सहन नहीं कर पा रहे हैं। वैश्विक स्तर पर समस्त विघटनकारी शक्तियां मिलकर भारत को तोड़ना चाहती हैं। इन विघटनकारी शक्तियों द्वारा भारत में जातीय संघर्ष खड़ा करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। जबकि भारत के कई सांस्कृतिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक संगठन समस्त भारतीय समाज में एकजुटता बनाए रखना चाहते हैं ताकि भारत को एक बार पुनः विश्व गुरु बनाया जा सके। परंतु, आज  विघटनकारी शक्तियों के निशाने पर मुखर रूप से हिंदुत्व, भारत एवं संघ आ गया है।  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने स्वयंसेवकों में राष्ट्रीयता का भाव विकसित किया है। संघ के स्वयंसेवक समाज की सज्जन शक्ति के साथ मिलकर समाज मे...
चिंताजनक है अखबारों और लेखकों की स्थिति

चिंताजनक है अखबारों और लेखकों की स्थिति

TOP STORIES, राष्ट्रीय, साहित्य संवाद
समाचार पत्र और यहां तक कि लेखकों को भी अस्तित्व बचाने के लिए गूगल व फे़सबुक को मात देना होगा। बदहाल होती स्थिति पर सवाल यह है- वे ऐसा कैसे करेंगे? सबसे महत्वपूर्ण कारक है न्यूज़ कैरियर की बढ़ोत्तरी- गूगल, फे़सबुक और बाकी दूसरे। एक तरफ वे किसी अन्य द्वारा उत्पादित समाचार ले लेते हैं और दूसरी तरफ वे समाचार पत्रों की आजीविका-राजस्व को हड़प लेते हैं। इनसे ज्यादा बदतर स्थिति में अखबारों के लिए लिखने वाले लेखक है जो आए दिन पूरी मेहनत करते है लेकिन मेहनताना देखे तो समुंदर में मोती मिल जाए मगर लेखकीय सहयोग नहीं।  कारण इंटरनेट पर सामग्री की भरमार के फलस्वरूप अखबार कहीं से भी कुछ उठाते है और चस्पा कर देते है। ऐसे में न लेखक की जरूरत और न ही लेखकीय सहयोग का झंझट। इसी के चलते पत्रकारिता आज शातिर दिमाग वालों के लिए धंधा बन गई है जो पच्चास सौ कॉपी छपवाते है या डिजिटल एडिशन निकाल...
मध्यपूर्व का संकट और भारत

मध्यपूर्व का संकट और भारत

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
अरब-इस्लामिक समिट में अल्जीरिया प्रस्ताव लाया कि मित्र देश से सारे इस्लामिक देश राजनयिक-व्यापारिक सम्बन्ध तोड़ दें जिसे सऊदी-UAE समेत अन्य देश ने खारिज कर दिया। प्रस्ताव में कहा गया कि मित्र देश के साथ इस्लामिक देश सभी तरह के राजनयिक और आर्थिक संबंध खत्म कर लें और उसकी उड़ानों का अरब हवाई क्षेत्र से इस्तेमाल बैन कर दें। साथ ही अपने तेल निर्यातक देश होने का फायदा उठाएं और दुनिया को भी इसके लिए मजबूर करें जिसे सऊदी अरब, UAE, जॉर्डन, इजिप्ट, बहरीन, सूडान, मोरोक्को आदि ने खारिज कर दिया। ये सब अल्जीरिया तुर्की के और तुर्की चीन के कहने पर करवा रहा था ताकि मित्र देश से होकर गुजरने वाला इंडिया-मिडल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर बर्बाद हो जिससे इसके BRI को फायदा मिले जहां से अब देशों ने अलग होना शुरू कर दिया है। इससे पहले UN में प्रस्ताव आया था जिसपर ये कहा गया था कि मित्र देश, ईस्ट पेलो और गोल्...
डीपफेक : भारत दुनिया के असुरक्षित देशों में छठे स्थान पर

डीपफेक : भारत दुनिया के असुरक्षित देशों में छठे स्थान पर

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
विश्व के साथ भारत में भी सोशल मीडिया का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है। लोग सहज भाव से अपनी फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं, लेकिन वे इससे जुड़े ख़तरों से सचेत नहीं हैं।काफी पहले से ही यह आशंका जतायी जा रही थी कि आने वाले समय में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के जरिये अपराधी तत्वों द्वारा खतरनाक मंसूबों को अंजाम दिया जा सकता है। इस खतरे को देख आईटी विशेषज्ञ चेताते भी रहे हैं। हाल ही में बॉलीवुड की एक नायिका के वीडियो में छेड़छाड़ करके उसे विकृत करने के मामले ने इन आशंकाओं की हकीकत को बताया है। दरअसल, डीपफेक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई के टूल द्वारा छवियों और वीडियो को शरारतन बदलने का वह जरिया है, जिससे समाज में भ्रामक स्थिति पैदा की जा सकती है। उसमें वह कहा या होता दिखा दिया जाता है जो वास्तव में होता ही नहीं है। लेकिन असली होने का भ्रम पैदा क...
भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने के लिए प्रयासरत है राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ

भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने के लिए प्रयासरत है राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ

BREAKING NEWS, Today News, TOP STORIES, राष्ट्रीय, साहित्य संवाद
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न देशों के बीच चल रही रस्साकच्छी, रूस यूक्रेन के बीच पिछले लम्बे समय से लगातार चल रहे युद्ध एवं पिछले एक माह से भी अधिक समय से पूर्व प्रारम्भ हुए हम्मास इजराईल युद्ध के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल की बैठक दिनांक 5 नवम्बर 2023, रविवार, को प्रातः 9 बजे भुज, गुजरात में प्रारम्भ हुई। बैठक का शुभारम्भ परम पूज्य सर संघचालक डॉक्टर मोहन जी भागवत और सर कार्यवाह श्री दत्तात्रेय जी होसबाले ने भारत माता के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित करके किया। बैठक में देश भर से संघ की दृष्टि से 45 प्रांतो एवं 11 क्षेत्रों के माननीय संघचालक, कार्यवाह, प्रचारक, अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य तथा कुछ विविध संगठनों के अखिल भारतीय संगठन मंत्रियों सहित लगभग 382 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।  उक्त बैठक में संघ शताब्दी की दृष्टि से कार्य विस्तार के लिए बनी योजन...
<strong>दीवाली मनायें पर मिलावटी मिठाइयों बिना </strong>

दीवाली मनायें पर मिलावटी मिठाइयों बिना 

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
आर.के. सिन्हा दीपावली और स्वादिष्ट मिठाइयों का चोली-दामन का साथ है। मिठाई के बिना दीपोत्सव का आनंद अधूरा ही माना जा सकता है। जो इंसान मिठाई नहीं पसंद करता या फिर डाक्टरी सलाह पर इसका सेवन नहीं करता, वह भी दिवाली पर तो कम से कम एक –दो डिब्बे मिठाई के खरीद ही लेता है। इसकी वजह यह है कि लक्ष्मी पूजन के वक्त मिठाई का प्रसाद लक्ष्मी-गणेश को अर्पित करके वितरित किया जाना है। पर यह भी मानना होगा कि दिवाली पर जिस मात्रा में मिलावटी मिठाइयां बाजार में मिलने लगी है, उसके चलते मिठाई का आनंद लेने से पहले हर इंसान कई बार सोचने लगा है। सच में इस कारण से घनघोर मिठाई प्रेमी भी अब मिठाई खाने से कतराने लगे हैं। वर्ना एक दौर था जब दिवाली से पहले हिंदू परिवारों में मिठाइयों पर विस्तृत चर्चा होती थी। पर मिलावटी मिठाइयों की बिक्री ने लोगों को मिठाई से दूर सा कर दिया है। युवा पीढ़ी तो अब वैसे भी मिठाई ...
<strong>जीवन को आसान बनाने की उपयोगिता सोच</strong>

जीवन को आसान बनाने की उपयोगिता सोच

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, साहित्य संवाद
विश्व उपयोगिता दिवस- 10 नवम्बर, 2023- ललित गर्ग-सरल को जटिल बनाना आम बात है लेकिन जटिल को सरल, अद्भुत रूप से सहज बनाना, यही रचनात्मकता है। इसी रचनात्मक सोच को विकसित करने के लिये विश्व उपयोगिता दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य प्रयोज्यता, प्रयोज्य इंजीनियरिंग, सार्वभौमिक प्रयोज्यता, उपयोगकर्ता-केंद्रित डिजाइन और बेहतर काम करने वाली चीजों के बारे में आम उपयोगकर्ता की जिम्मेदारी के मूल्यों को बढ़ावा देना एवं उनमें सावधानी, सतर्कता एवं जागरूकता पैदा करना ही इस दिवस का उद्देश्य है। आज प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी का युग है, नित-नयी उपभोग वस्तुओं, पदार्थों एवं सेवाओं का संसार विकसित हो रही, जिसमें प्रौद्योगिकी का सहजता एवं सरलता से उपयोग करना बहुत कठिन है। एक सेल फोन दरवाजे की घुंडी की तरह उपयोग में आसान होना चाहिए। शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, सरकार, संचार, मनोरंजन, कार्य और अन्य क्षेत्रों के ल...
7 नवम्बर 1858 सुप्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विपिन चंद्र पाल का जन्म

7 नवम्बर 1858 सुप्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विपिन चंद्र पाल का जन्म

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
स्वदेशी और स्वाधीनता आँदोलन को गति देने वालों में अग्रणी --रमेश शर्मा स्वतंत्रता आँदोलन के अग्रणी नेताओं में "लाल, बाल, पाल" के रूप "त्रिदेव" के नाम आते हैं जिन्होंने सबसे पहले पूर्ण स्वतंत्रता और पूर्ण स्वदेशी का नारा लगाया था । विपिनचंद्र पाल इन "त्रिदेव" में से एक थे । और अन्य दो लाला लाजपतराय एवं लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक थे ।इन्हीं त्रिदेव ने काँग्रेस में सबसे पहले पूर्ण स्वाधीनता का नारा लगाया और पूरे देश में स्वदेशी का अभियान चलाया । इसकी शुरुआत 1891 से की थी और दस वर्ष में ये आँदोलन पूरे बंगाल में फैल गया था । तब आज का बंगलादेश, बिहार, उड़ीसा, और असम भी बंगाल का अंग हुआ करते थे । इस आँदोलन को तोड़ने के लिये ही अंग्रेजों ने 1905 में बंगाल के विभाजन का निर्णय लिया जिससे स्वतंत्रता की अग्नि और प्रज्ज्वलित हुई ।ऐसे ओजस्वी, दूरदर्शी और क्राँतिकारी विचारों के धनी सुप्रसिद्ध स्व...