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भारत के युवाओं में सरकारी नौकरियों का बढ़ता क्रेज

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भारत के युवाओं में सरकारी नौकरियों का बढ़ता क्रेज बहुत से लाभों के साथ, सरकारी नौकरियां सम्मान लाती हैं। यदि आप एक सरकारी कर्मचारी हैं तो हर कोई आपको वह सम्मान देगा जिसके आप अपने पद और शक्ति के कारण पात्र हैं। वेतन वृद्धि सरकारी नौकरियों का दूसरा सबसे अच्छा लाभ है। इसलिए, आपका वेतन बढ़ेगा जो आपके प्रदर्शन से संबंधित नहीं होगा। इसलिए, यदि आप एक औसत कलाकार हैं, तो यह बहुत अच्छा है। सरकारी या सरकारी नौकरियों द्वारा दिए गए ये कई लाभ एक कारण हो सकते हैं जो आपको निजी नौकरियों पर बढ़त दिलाते हैं। हालांकि, अगर आप भविष्य में कुछ खास करने का फैसला कर रहे हैं, और अगर आपको नौकरी से संतुष्टि की जरूरत है, तो सरकारी नौकरी सबसे अच्छा विकल्प है। पुरानी पेंशन योजना को समाप्त करने और कुछ अन्य लाभों के साथ, मुझे लगता है कि निजी नौकरी पर सरकारी नौकरी का कम कार्यभार एकमात्र फायदा है। यहां ध्यान देने वाली बा...

भारतीय करेंसी पर स्वार्थप्रेरित राजनीति से उपजा अंधेरा

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भारतीय करेंसी पर स्वार्थप्रेरित राजनीति से उपजा अंधेरा-ललित गर्ग- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता में एक अजीबोगरीब बयान देते हुए भारतीय रुपये पर भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की फोटो लगाने की मांग की। गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश चुनाव से ठीक पहले केजरीवाल ने हिंदुत्व कार्ड खेलते हुए तर्क दिया कि नोट पर एक तरफ गांधीजी औऱ दूसरी तरफ लक्ष्मी-गणेश की फोटो होगी तो इससे पूरे देश को उनका आशीर्वाद मिलने के साथ आर्थिक संकट से मुक्ति मिलेगी। निश्चित ही लक्ष्मीजी को समृद्धि की देवी माना गया है तो वहीं गणेशजी सभी विघ्न को दूर करते हैं। लेकिन प्रश्न है कि धर्मनिरपेक्ष भारत में ऐसे सवाल खड़े होना देश के लिए क्या अच्छी बात हैं? क्या अपनी राजनीति को चमकाने के लिये एकाएक ऐसे बयान से बहुसंख्यक समाज को आकर्षित करना औचित्यपूर्ण है? क्या इस तरह की मूल्यहीन एवं स्वार्थप्रेरित राज...
1962 की जंग- भारत वापस लेगा चीन से अपनी जमीन

1962 की जंग- भारत वापस लेगा चीन से अपनी जमीन

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1962 की जंग- भारत वापस लेगा चीन से अपनी जमीन आर.के. सिन्हा अब भी देश की 70 की उम्र पार कर गई पीढ़ी को याद है जब भारत-चीन युद्ध 20 अक्तूबर 1962 को शुरू हुआ था। चीन ने 20 अक्तूबर को अचानक से भारत की सीमा पर हमला बोला था। हालांकि तब दोनों देशों के बीच सीमा विवाद चल तो रहा था, पर चीन की एकतरफा कार्रवाई की किसी ने उम्मीद नहीं की थी। देश 1962 से अब तक उस जंग के खलनायकों पर बार-बार चर्चा करता रहा है। पर जरा देखिए कि उस जंग के एक बड़े खलनायक की राजधानी में लगी आदमकद मूर्ति को देखकर हरेक सच्चे भारतवासी का मन उदास हो जाता है। हम बात कर रहे हैं  कृष्ण मेनन मार्ग पर लगी वी.के. कृष्ण मेनन की मूर्ति की। वे भारत के पूर्व रक्षा मंत्री थे। क्या इस सड़क का नाम आज के दिन कृष्ण मेनन मार्ग होना चाहिए, जो कि भारत के रक्षा मंत...
खुशियों और सौगातों का त्योहार है दीपावली

खुशियों और सौगातों का त्योहार है दीपावली

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खुशियों और सौगातों का त्योहार है दीपावली बाकी सारे त्योहारों का धार्मिक महत्व है पर दीपावली का एक व्यावसायिक महत्व है। सोना और चांदी की बिक्री भी इसी सीजन में सबसे ज्यादा होती है और कपड़ों की भी। इस मौके पर उपहार और भेंटें देने के कारण भी तमाम सारे गिफ्ट आइटमों की बिक्री भी बढ़ जाती है। यानी अकेले दीपावली का बाजार अपने देश में करीब अरबों का है। भारतीय उपभोक्ता का असली बाजार दरअसल दीपावली है। ऐसा त्योहार क्यों न हर एक के लिए खुशियां और सौगात लेकर आए। दीपावली की यह रौनक और यह उत्साह बना रहना चाहिए। -प्रियंका सौरभ देश में "रोशनी का त्योहार" दिवाली के रूप में जाना जाता है। दीवाली, जिसे कभी-कभी दिवाली के रूप में लिखा जाता है, एक हिंदू, सिख और जैन धार्मिक उत्सव है जो अंधेरे के 13 वें दिन शुरू होता है। चन्द्रमा का आधा चक्र अश्विना और चन्द्र मास कार्तिक की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छठवीं बार केदारनाथ पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन किए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छठवीं बार केदारनाथ पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन किए।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छठवीं बार केदारनाथ पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन किए। वह यहां ढाई घंटे रहे। इसके बाद वह बदरीनाथ धाम पहुंचे। प्रधानमंत्री के आगम की खबर से देश के अंतिम गांव माणा में खासतौर पर भारी उत्साह है। पीएम ने शुरू की मंदिर में पूजा अर्चनाप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बदरीनाथ धाम के दर्शन किए और फिर पूजा अर्चना शुरू की। यहां पूर्जा-अर्चना करने के बाद वह बदरीनाथ धाम से आस्था पथ के साकेत चौक पहुंचेंगे।माणा में होगी जनसभादेश के अंतिम गांव माणा के लोगों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संवाद करेंगे। इसे लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह है। गांव की महिलाओं ने प्रधानमंत्री से पूछने के लिए कुछ सवाल भी तैयार किए हैं। आत्मनिर्भर माणा गांव के लोग प्रधानमंत्री के स्वागत की खास तैयारियों में जुटे हैं। पीएम ने स्वीकारा लोगों का अभिवादनप्रधानमंत्री नरेंद्र की झलक पाने को यहां लोग बेताब हैं,...
विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान में

विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान में

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विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान मेंमहिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार औरसंघीय शिक्षा और अनुसंधान मंत्रालय, जर्मनी सरकार द्वारा भारत-जर्मन विज्ञान औरप्रौद्योगिकी केंद्र (आईजीएसटीसी) स्थापित किया गया है।आईजीएसटीसी के वीमेन इन्वोलवेमेंट इन साइंस ऐंड इंजीनियरिंग रिसर्च (WISER) कार्यक्रमके पहले 11 पुरस्कार विजेताओं को हाल में नई दिल्ली में सम्मानित किया गया है। इस अवसरपर भारत और भूटान में जर्मनी के राजदूत एच.ई. डॉ फिलिप एकरमैन एवं जवाहरलाल नेहरूविश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित उपस्थित थे।वाईजर कार्यक्रम विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार और अनुसंधान साझेदारी के अंतर्गत पारस्परिकविशेषज्ञता का उपयोग करके भारत एवं जर्मनी में महिला शोधकर्ताओं की वैज्ञानिक क्षमता केविकास और उनके शोध कार्यों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किय...
रोशनी की लहर बनाते हैं दीपावली के दीये

रोशनी की लहर बनाते हैं दीपावली के दीये

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रोशनी की लहर बनाते हैं दीपावली के दीये-ललित गर्ग- दीपावली एक लौकिक पर्व है। फिर भी यह केवल बाहरी अंधकार को ही नहीं, बल्कि भीतरी अंधकार को मिटाने का पर्व भी बने। हम भीतर में धर्म का दीप जलाकर मोह और मूर्च्छा के अंधकार को दूर कर सकते हैं। दीपावली के मौके पर सभी आमतौर से अपने घरों की साफ-सफाई, साज-सज्जा और उसे संवारने-निखारने का प्रयास करते हैं। उसी प्रकार अगर भीतर चेतना के आँगन पर जमे कर्म के कचरे को बुहारकर साफ किया जाए, उसे संयम से सजाने-संवारने का प्रयास किया जाए और उसमें आत्मा रूपी दीपक की अखंड ज्योति को प्रज्वलित कर दिया जाए तो मनुष्य शाश्वत सुख, शांति एवं आनंद को प्राप्त हो सकता है।दीपों की कतारें दीपावली का शाब्दिक अर्थ ही नहीं, वास्तविक अर्थ है। कतारों के लिए निरंतरता जरूरी है। और निरंतरता के लिए नपा-तुला क्रम। दीप जब कतार में होते हैं, तो आनंद का सूचक बन जाते हैं। जैसे कोई मूक उ...
अपोलो ने पाँच साल में 53 पीडियाट्रिक लीवर ट्रांसप्लांट किये

अपोलो ने पाँच साल में 53 पीडियाट्रिक लीवर ट्रांसप्लांट किये

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अपोलो ने पाँच साल में 53 पीडियाट्रिक लीवर ट्रांसप्लांट किये -अनिल बेदाग़- मुंबई : अपोलो हॉस्पिटल्स ने एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस में 53 जीवन रक्षक पीडियाट्रिक लिवर ट्रांसप्लांट सर्जरी पूरी करने की घोषणा की। अस्पताल के सामने अब तक कुल 170 लीवर से संबंधित मामले आए हैं, जिनमें से 34 मृत दाता प्रत्यारोपण से संबंधित हैं और 12 अंतरराष्ट्रीय मामले हैं। पांच वर्षों में यह महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया। ट्रांसप्लांट वाले बच्चों में 4 महीने के शिशु से लेकर बड़े बच्चों तक शामिल थे, जो बाइलरी अट्रेसिया और जन्मजात लीवर रोग से पीड़ित थे, और लीवर की विफलता की कगार पर थे। अपोलो ने अपोलो हॉस्पिटल्स पश्चिमी क्षेत्र के एचपीबी (HPB) और लीवर ट्रांसप्लांट कार्यक्रम के मुख्य सलाहकार के रूप में 35 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हेपाटो-पैनक्रियाटो-बाइलरी ट्रांसप्लांट सर्जन प्रोफे...
जनसंख्या बिल – एक जरूरी कदम

जनसंख्या बिल – एक जरूरी कदम

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जनसंख्या बिल - एक जरूरी कदम1.4 अरब लोगों के साथ, भारत दुनिया की आबादी का लगभग 17.5 प्रतिशत है; पृथ्वी पर हर छह में से एक व्यक्तिभारत में रहता है।संयुक्त राष्ट्र की विश्व जनसंख्या संभावना (डब्ल्यूपीपी) 2022 के अनुसार, भारत 2023 में दुनिया के सबसे अधिकआबादी वाले देश के रूप में चीन से आगे निकल जाएगा। भारत वर्तमान में एक जनसांख्यिकीय संक्रमण में है, जिसमेंयुवा आबादी का एक बड़ा हिस्सा है।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवतजी ने नागपुर में अपने वार्षिक विजयादशमी संबोधन में एकव्यापक जनसंख्या नीति का आह्वान किया। उन्होंने कहा, आबादी को अब दो नजरिए से देखा जाता है। इस विशालआबादी को जीविका के लिए प्रचुर मात्रा में संसाधनों की आवश्यकता होगी; यदि वृद्धि की समान दर जारी रहती है,तो यह एक दायित्व बन सकती है - यद्यपि एक असुविधाजनक दायित्व। नतीजतन, योजनाएं मुख्य रूप से नियंत्रणको ध्यान में रखक...
गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड ने अपने परिचालन के पाँच वर्ष पूरे किये

गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड ने अपने परिचालन के पाँच वर्ष पूरे किये

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गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड ने अपने परिचालन के पाँच वर्ष पूरे किये -अनिल बेदाग- मुंबई/ बेंगलुरु: भारत के सबसे तेजी से बढ़ते बीमा कंपनियों में से एक गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड (डिजिट) ने इस सप्ताह अपने परिचालन का पाँच वर्ष पूरा किया। कंपनी, जिसने बीमा को सरल बनाने के मिशन के साथ अक्टूबर 2017 में अपना परिचालन शुरू किया था, मोटर खण्ड में 4.3 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी रखता है।      डिजिट पिछले तीन वर्षों (वित्त वर्ष 20 से वित्त वर्ष 22) से जीडीपी के अनुसार निजी सामान्य बीमाकर्ताओं के बीच सबसे तेजी से बढ़ते बीमाकर्ताओं में से एक बना हुआ है, जिसने विकास प्रदान करने का एक ट्रैक रिकॉर्ड स्थापित किया है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022, 2021 और 2020 में 52.9% का सीएजीआर दर्ज करते हुए 52.68 अरब रुपये, 32.43 अरब रुपये और 22.52 अरब रुपये का राजस्व पोस्ट किया। बीमाकर्ता म...