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नर्सिंग मानव समाज को देखभाल और स्नेह के बंधन से बांधती है।

नर्सिंग मानव समाज को देखभाल और स्नेह के बंधन से बांधती है।

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नर्सिंग मानव समाज को देखभाल और स्नेह के बंधन से बांधती है। -प्रियंका 'सौरभ' अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस प्रतिवर्ष 12 मई को मनाया जाता है। 12 मई को इस दिन को मनाने के लिए चुना गया था क्योंकि यह आधुनिक नर्सिंग के संस्थापक दार्शनिक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती है। नर्सिंग मानव समाज को देखभाल और स्नेह के बंधन से बांधती है। नर्सिंग देखभाल का आह्वान है, जो मार्मिक कहानियों और चुनौतियों का एक पूल प्रदान करता है। नर्सिंग का दायरा केवल अस्पताल के अलावा अब हर जगह विस्तारित हुआ है। नर्सें इस व्यापक दुनिया में सबसे कीमती चीज- 'मानव जीवन' से निपटती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 2022 लीड टू लीड - नर्सिंग में निवेश करें और वैश्विक स्वास्थ्य को सुरक्षित करने के अधिकारों का सम्मान करने के वर्ष के रूप में नामित किया है। दुनिया के सभी स्वास्थ्य कर्मियों में आधे से अधिक नर्सें हैं। यह पूरे न...
सूचना के अधिकार कानून से बाहर हो सेना

सूचना के अधिकार कानून से बाहर हो सेना

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सूचना के अधिकार कानून से बाहर हो सेना आर.के. सिन्हा जरा एक बात पर गौर करें कि सूचना के अधिकार की आड़ में भारतीय सेना की तैयारियों को लेकर कुछ खास तत्वों में उत्सुकता किसलिए हो सकती है? क्या सेना के कामकाज की जानकारियां सार्वजनिक करनी चाहिए? सेना से संबंधित जानकारियां सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत सेना की विभिन्न इकाइयों, एजेंसियों तथा छावनियों से मांगने वाले कौन लोग हैं? ये तमाम सवाल इसलिए अहम हो जाते हैं क्योंकि इधर देखने में आ रहा है कि कुछ तत्व सेना की अति संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण जानकारियों को हासिल करने में भी दिलचस्पी लेने लगे हैं। इन सब वजहों से सेना का तंत्र भी चौकन्ना हो गया। वह सारी स्थिति पर नजर रख रहा है। उसकी तरफ से हाल ही में यह भी मांग हुई है कि सेना को आरटीआई कानून से बाहर रखा जाए। ये मांग सच में बहुत ही सार्थक है तथा संकेत दे रही कि मामला कितना गंभीर है। पिछली 2...
Clamour for electricity-coal and its reality

Clamour for electricity-coal and its reality

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Clamour for electricity-coal and its reality RK Sinha At present, an atmosphere of shortage of coal and electricity is being created. The main intention behind all these conspiracies is to make people stand against the Modi Government of the Centre. This is incidentally instigated by the maximum coal reserve states like Jharkhand, Chattisgarh, West Bengal and Odisha. All these states have non-BJP governments. Let's make a note of it before moving forward. States giving election freebies like electricity are mostly being ruled by non BJP governments. Has the electricity consumption in summer increased this year only or is a general trend or there an electricity shortage this year only?? Definitely not. Power cuts in Delhi are nominal. But CM of Delhi, Arvind Kejriwal is politicizing the...
प्रधानमंत्री आज  वैशाख बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर लुंबिनी में एक अद्वितीय बौद्ध संस्कृति एवं विरासत केंद्र के निर्माण के लिए “शिलान्यास” समारोह में हिस्सा लेंगे

प्रधानमंत्री आज वैशाख बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर लुंबिनी में एक अद्वितीय बौद्ध संस्कृति एवं विरासत केंद्र के निर्माण के लिए “शिलान्यास” समारोह में हिस्सा लेंगे

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प्रधानमंत्री आज  वैशाख बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर लुंबिनी में एक अद्वितीय बौद्ध संस्कृति एवं विरासत केंद्र के निर्माण के लिए "शिलान्यास" समारोह में हिस्सा लेंगे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 16 मई, 2022 को वैशाख बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर लुंबिनी की अपनी सरकारी यात्रा के दौरान लुंबिनी मठ क्षेत्र के भीतर एक अद्वितीय बौद्ध संस्कृति एवं विरासत केंद्र के निर्माण के लिए "शिलान्यास" समारोह में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री मंत्री लुंबिनी में पवित्र मायादेवी मंदिर जाकर पूजा अर्चना करेंगे। प्रधानमंत्री नेपाल सरकार के तत्वावधान में लुंबिनी डेवलपमेंट ट्रस्ट द्वारा आयोजित बुद्ध जयंती कार्यक्रम में भी भाषण देंगे। एक व्यापक अपील के बाद भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की वित्तीय सहायता से लुंबिनी डेवलपमेंट ट्रस्ट के तत्वावधान में इंटरनेशनल बुद्धिस्ट कॉन्फ़ेडरेशन (आईबीसी) द्वारा अद्वितीय 'इंडिया इंटर...
अगली पीढ़ी के कम्प्यूटर उपकरण डिजाइन करने की नई तकनीक

अगली पीढ़ी के कम्प्यूटर उपकरण डिजाइन करने की नई तकनीक

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अगली पीढ़ी के कम्प्यूटर उपकरण डिजाइन करने की नई तकनीक नई दिल्ली, 12 मई (इंडिया साइंस वायर): भविष्य की कम्प्यूटिंग आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वर्तमान में प्रचलित मल्टीकोर प्रोसेसर की कंप्यूटिंग क्षमता में सुधार की आवश्यकता है। विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ती अत्याधुनिक कम्प्यूटेशनल माँग को देखते हुए एप्लिकेशन-विशिष्ट प्रोसेसर के साथ-साथ अधिक कुशल एवं त्वरित रिस्पॉन्स क्षमता से लैस उपकरणों का विकास कम्प्यूटिंग उद्योग की एक प्रमुख जरूरत है। भारतीय शोधकर्ताओं ने तेज और सुरक्षित एकीकृत सर्किट (ICs) के डिजाइन के लिए नई प्रौद्योगिकी विकसित की है, जो अगली पीढ़ी के उन्नत कम्प्यूटिंग उपकरणों के निर्माण में उपयोगी हो सकती हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), गुवाहाटी के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया यह अध्ययन स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक्स डिजाइन प्रक्रिया में शामिल - संश्लेषण, सत्यापन और सुरक्षा क...
भारत को वैश्विक महाशक्ति बनाने का सूत्रधार होंगे अभिनव स्टार्ट-अप’

भारत को वैश्विक महाशक्ति बनाने का सूत्रधार होंगे अभिनव स्टार्ट-अप’

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भारत को वैश्विक महाशक्ति बनाने का सूत्रधार होंगे अभिनव स्टार्ट-अप’ नई दिल्ली, 12 मई (इंडिया साइंस वायर): केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, राज्य मंत्री पीएमओ और राज्य मंत्री कार्मिक और लोक शिकायत, डॉ जितेंद्र सिंह ने स्वदेशी नवाचार के साथ स्थायी स्टार्ट-अप के निर्माण पर जोर दिया है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा, 25 वर्षों के बाद भारत जब अपनी स्वाधीनता के 100 साल पूर्ण करेगा, तब तक देश को विश्व के अग्रणी राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के लिए युवा उद्यमियों द्वारा संचालित अभिनव स्टार्ट-अप्स को जिम्मेदारी लेनी होगी। असम के जोरहाट में ‘आइकॉनिक 75 इंडस्ट्री कनेक्ट (आई-कनेक्ट)’ के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने यह बात कही है। इस मौके पर डॉ जितेंद्र सिंह ने विश्व स्तरीय उत्पाद बनाने...
न्यूक्लिक एसिड स्टेनिंग डाई प्रौद्योगिकी उत्पादन के लिए हस्तांतरित

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न्यूक्लिक एसिड स्टेनिंग डाई प्रौद्योगिकी उत्पादन के लिए हस्तांतरित नई दिल्ली, 11 मई (इंडिया साइंस वायर): आणविक निदान (मोलिक्यूलर डायग्नोस्टिक्स) और जीवन विज्ञान अनुसंधान में न्यूक्लिक एसिड स्टेनिंग डाई के विविध उपयोग होते हैं। भारतीय वैज्ञानिकों ने न्यूक्लिक एसिड स्टेनिंग डाई का किफायती विकल्प विकसित किया है। डाई ग्रीनआर नामक इस न्यूक्लिक एसिड स्टेनिंग डाई वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की लखनऊ स्थित प्रयोगशाला केन्द्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान (सीडीआरआई) द्वारा विकसित की गई है। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर ग्रीनआर की प्रौद्योगिकी व्यावसायिक उत्पादन के लिए उत्तर प्रदेश में पंजीकृत स्टार्ट-अप कंपनी, जीनटूप्रोटीन प्राइवेट लिमिटेड (जीपीपीएल) को हस्तांतरित की गई है। डाई ग्रीनआर को सीडीआरआई के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ अतुल गोयल ने संस्थान के एक औद्योगिक भागीदार ब...
Future belongs to technology-driven economy: Dr Jitendra Singh

Future belongs to technology-driven economy: Dr Jitendra Singh

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Future belongs to technology-driven economy: Dr Jitendra Singh New Delhi, May 11th (India Science Wire): Union Minister of State (Independent Charge) Science & Technology and Earth Sciences, Minister of State PMO, Personnel, Public Grievances, Pensions, Atomic Energy and Space, Dr Jitendra Singh today said that the future belongs to the technology-driven economy. Emphasizing adopting an integrated approach rather than acting in silos, Dr Singh also stressed the urgency of creating an "innovation ecosystem" for start-ups. Dr Jitendra Singh was speaking at the National Technology Day-2022 event, coinciding with India becoming a nuclear-empowered country after successful nuclear tests at Pokhran on May 11, 1998. India is already on the ascent; and science, technology and innovati...
गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण की स्वदेशी तकनीक विकसित

गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण की स्वदेशी तकनीक विकसित

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गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण की स्वदेशी तकनीक विकसित नई दिल्ली, 10 मई (इंडिया साइंस वायर): मजबूत और टिकाऊ सड़कों के नेटवर्क को किसी भी देश की जीवनरेखा माना जाता है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के वैज्ञानिकों द्वारा बिटुमेन इमल्शन का उपयोग करके ब्लैक टॉप लेयर के निर्माण के लिए ‘मोबाइल कोल्ड मिक्सर कम पेवर’ और सड़कों पर गड्ढों की मरम्मत के लिए ‘पैच फिल मशीन’ विकसित की गई है। सड़क निर्माण और राजमार्गों के अद्यतन मूल्यवर्द्धन में इन दोनों तकनीकों का उपयोग हो सकता है। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी तथा सड़क परिवहन ...
कचरा प्रबंधन प्रौद्योगिकी व्यवसायीकरण के लिए वित्तीय सहायता

कचरा प्रबंधन प्रौद्योगिकी व्यवसायीकरण के लिए वित्तीय सहायता

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कचरा प्रबंधन प्रौद्योगिकी व्यवसायीकरण के लिए वित्तीय सहायता नई दिल्ली, 09 मई (इंडिया साइंस वायर): व्यवसायीकरण के चरण में पहुँच चुकी अपशिष्ट प्रबंधन की नवाचारी स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकसित करने वाली भारतीय कंपनियों को अब अपनी प्रौद्योगिकी को अगले चरण में ले जाने के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त करने का अवसर मिल सकता है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के वैधानिक निकाय प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टीडीबी) ने अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़ी प्रौद्योगिकी के व्यवसायीकरण के आवेदन आमंत्रित किए हैं। अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़ी आवश्यकता को पूरा करने में सक्षम और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने वाले क्षेत्रों में नवाचारी/स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकसित करने वाली कंपनियां इस पहल के अंतर्गत आवेदन कर सकती हैं। नगरपालिका ठोस अपशिष्ट, प्लास्टिक अपशिष्ट, निर्माण एवं तोड़फोड़ से निकला मलबा, कृषि अपशि...