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State of Indian Birds’ Survey

State of Indian Birds’ Survey

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण, सामाजिक
P K Mishra, SOIB (State of Indian Birds' Survey) published today in The Hindustan Times and other publications must receive the urgent attention of several government agencies besides MOEF so that remaining habitats can yet be saved for future generations. Grasslands need to be preserved is something that governments have not been paying attention to; decision-makers who either do not have the desire, time or inclination to admire or preserve what nature has gifted Bharat. They need to be sent on courses with WWF I and other similar organisations.Same goes for the Marine Environment. While posted at Army HQ in the early nineteen eighties I had the opportunity to present the first paper on Coastal Zone Regulations to Prime Minister Smt. Indira Gandhi. She referred me to Zahur Q...
इजराइल पर आतंकी हमला— 9/11 और 26/11 से कम नहीं

इजराइल पर आतंकी हमला— 9/11 और 26/11 से कम नहीं

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
-बलबीर पुंज भारतीय सड़कों पर सुरक्षा की दृष्टि से एक पंक्ति अक्सर देखने और सुनने को मिलती है— सावधानी हटी, दुर्घटना घटी। यह चेतावनी 7 अक्टूबर को विश्व के एकमात्र घोषित यहूदी राष्ट्र इजराइल पर फिलीस्तीनी इस्लामी आतंकवादी संगठन हमास द्वारा किए गए अप्रत्याशित हमले पर चरितार्थ होती है। यूं तो इस्लामी आतंकवादियों और इजराइल के शत्रुओं की त्वरित पहचान करने में इजराइली खुफिया एजेंसी ‘मोसाद’ विख्यात है। किंतु इस बार के हमले ने ‘मोसाद’ की क्षमता पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। यह ठीक है कि इजराइल अपनी बेहतर तकनीक और मारक सैन्य शक्ति के बल पर हमास को संभवत: निर्णायक रूप से कुचल देगा, परंतु इस हमले ने जो घाव इजराइल को 1200 निरपराधों (कई महिला-बच्चों सहित) की मौत, 2,700 घायल और 130 लोगों को बंधक बनाकर दिया है, उससे रक्त शायद कई दशकों तक रिसता रहेगा। एक समय था, जब समस्त मुस्लिम देश मजहबी कारणों से इज...
REDUCING GLOBAL SURFACE TEMPERATURE BELOW 15 DEGREE

REDUCING GLOBAL SURFACE TEMPERATURE BELOW 15 DEGREE

EXCLUSIVE NEWS, विश्लेषण
REDUCING GLOBAL SURFACE TEMPERATURE BELOW 15 DEGREE CENTIGRADE BY HARNESSING GEO THERMAL ENERGY FROM HYDROTHERMAL VENTS OF MID-OCEAN RIDGE AND SUBAERIAL ACTIVE VOLCANOES Surya Prakash Kapoor Department of Physics, Punjab University, IndiaAbstract Presently, meteorologists are of the opinion that all weather is created by the sun alone. Warmth for the planets is provided primarily by the sun’s energy. At an average distance from the Sun of nearly 150 million Km the Earth intercepts only a very small fraction of the Sun’s total energy output. However, it is this radiant energy (or radiation) that drives the atmosphere into the pattern of everyday wind and weather and allows the earth to maintain an average surface temperature of about 15° Centigrade [1]. During last 150 years of industrial ...
आपातकाल के विरुद्ध शंखनाद करने वाले – लोकनायक जयप्रकाश नारायण

आपातकाल के विरुद्ध शंखनाद करने वाले – लोकनायक जयप्रकाश नारायण

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11 अक्टूबर पर विशेषः-आपातकाल के विरुद्ध शंखनाद करने वाले - लोकनायक जयप्रकाश नारायणमृत्युंजय दीक्षितभारतीय लोकतंत्र के महानायक जयप्रकाश नारायण का जन्म 11 अक्टूबर 1902 को बिहार के सारन जिले के सिताबदियारा गांव में हुआ था। उनका जन्म ऐसे समय में हुआ था जब देश विदेशी सत्ता के आधीन था और स्वतंत्रता के लिए छटपटा रहा था। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा सारन और पटना जिले में हुई थी । वे विद्यार्थी जीवन से ही स्वतंत्रता के प्रेमी थे पटना में बिहार विद्यापीठ में उच्च शिक्षा के लिए प्रवेश लेने के साथ ही वे स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने लगे। वे 1922 में उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चले गये। जहां उन्होंने 1922 से 1929 तक कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय व विसकांसन विवि में अध्ययन किया। वहां पर अपने खर्चे को पूरा व नियंत्रित करने के लिए खेतों व रेस्टोरेंट में काम किया। वे मार्क्स के समाजवाद से प्रभावित हुए। उन्होनें ए...
जाति जनगणना की जरूरत का समय

जाति जनगणना की जरूरत का समय

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21वीं सदी भारत के जाति प्रश्न को हल करने का सही समय है, अन्यथा हमें न केवल सामाजिक रूप से, बल्कि राजनीतिक और आर्थिक रूप से भी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और हम विकास  में पिछड़ जायेंगे। जाति जनगणना का अर्थ है भारत की सभी जातियों, मुख्य रूप से अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से संबंधित जनसंख्या का जाति-वार सारणीबद्ध होना, न कि केवल एससी और एसटी। 1952 की जनगणना में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) पर पहला अलग डेटा प्रकाशित किया गया था। पहली जाति जनगणना के आंकड़े 1931 में जारी किए गए थे। 2011 की जनगणना में जाति जनगणना होने के बावजूद डेटा जारी नहीं किया गया था। शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी नौकरियों में आरक्षण जातिगत पहचान के आधार पर प्रदान किया जाता है। ताजा जाति जनगणना डेटा की अनुपस्थिति का मतलब है कि 1931 के जाति अनुमानों को 2021 में कल्याणकारी नीतियां तैयार करने के लिए पेश किया...
संस्कार की जरूरत स्त्री व पुरुष दोनों को है।

संस्कार की जरूरत स्त्री व पुरुष दोनों को है।

TOP STORIES, विश्लेषण, साहित्य संवाद
हम आए रोज देखते है कि कुत्ते को अधिकार है कि वह कहीं भी यूरिन पास कर सकता है, और कैसे भी कर सकता है। लेकिन सभ्य पुरुष को यह अधिकार नहीं है, उसे सभ्यता से बन्द टॉयलेट का उपयोग करना होगा। यहां बात उन पुरुषों की भी है जो सरेआम कहीं भी खड़े होकर कुत्तों की तरह ऐसा कृत्य करते है उन्हे पुरुष होने का महत्व अपने जीवन में उतारना होगा। क्या वो अपने घर की बहन बेटियों के सामने भी ऐसे ही करते है। इसी तरह पशु को अधिकार है नग्न घूमने का, लेकिन सभ्य स्त्री को उचित वस्त्र का उपयोग सार्वजनिक जीवन में करना ही होगा। तभी वो वास्तविक आधुनिक कहलाने की हकदार है। *-डॉ. सत्यवान सौरभ* हमारा जीवन और व्यवहार ही नहीं ये सम्पूर्ण सृष्टि नियमों में बंधी है। अगर वो नियम टूटेंगे तो परिणाम विपरीत ही होंगे। किसी अज्ञात ने कहा है कि जिस प्रकार किसी को मनचाही स्पीड में गाड़ी चलाने का अधिकार नहीं है, क्योंकि रोड सार्...
बिहार में जाति जनगणना के जो परिणाम आए हैं, उससे क्या सीख मिलती है?

बिहार में जाति जनगणना के जो परिणाम आए हैं, उससे क्या सीख मिलती है?

TOP STORIES, राज्य, विश्लेषण, साहित्य संवाद
बिहार में जाति जनगणना के जो परिणाम आए हैं, उससे क्या सीख मिलती है?उससे ये सीख मिलती है कि हिन्दू शून्य हैं और मुसलमान 17 प्रतिशत। हिन्दू कहाँ हैं? कहाँ हैं हिन्दू? भूमिहार 2.86% हैं, ब्राह्मण 3.66% हैं, राजपूत 3.45% हैं, कुर्मी 2.87% हैं, कोइरी 4.2% हैं, यादव 14.26% हैं। हिन्दू तो हैं ही नहीं। हाँ, मुसलमान ज़रूर 17% हैं। आप शुरू होगा इन्हें लड़ाने का असली खेल। जो जातियाँ जनसंख्या में कम रह गई हैं, उनका नरसंहार भी होगा तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। जिन जातियों के लोगों की जनसंख्या कम है, वो किसी पर झूठा आरोप भी लगा दें तो पूरा का पूरा सिस्टम कार्रवाई में लग जाएगा। लालू-नीतीश अब तुष्टिकरण की हद पार करने वाले हैं। बिहार में हैं अगर आप तो सावधान रहिए, या फिर बिहार छोड़ दीजिए। कम से कम बच्चों को बाहर ही भेज दीजिए। बिहार अब रहने लायक नहीं रहा। यहाँ अब राजनीति का एक नया अध्याय लिखा जा रहा...
Reducing Global Temperature by Harnessing Geothermal Energy

Reducing Global Temperature by Harnessing Geothermal Energy

TOP STORIES, विश्लेषण
DOWNLOAD The global surface temperature was 15 degrees centigrade before the beginning of Industrial Revolution about 150 years ago. Presently, it has risen to 16.2 degrees centigrade. Western scientists the world over are blaming the consumption of fossil fuels for this rise in temperature. Inspite of International Conference held every year by UNFCCC the global surface temperature is increasing slowly but steadily. Drowning Island nations of the world are raising hue and cry in COP-26 AND COP-27 but no relief is in sight so far. An indepth study of the problem has revealed a fundamental omission in understanding of the western scientists. Western scientists were so far attributing entire credit to the sunlight alone for the global surface temperature whereas the Mantras Number 10 ...
आतंकवाद : क्या कनाडा-पाकिस्तान साथ-साथ हैं?

आतंकवाद : क्या कनाडा-पाकिस्तान साथ-साथ हैं?

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क्या कनाडा ‘दूसरा पाकिस्तान’ बन गया है? खालिस्तानी आतंकवाद और हिंसा को लेकर दोनों देश आपस में साजिशें रच रहे हैं। पाकिस्तान में सरेआम सक्रिय रहे खालिस्तानी अब दहशत के खौफ में भी हैं।जिस तरह पाकिस्तान आतंकियों की ‘पनाहगाह’ है, कनाडा भी उसी राह पर है। पंजाब में जो नौजवान मौजूदा व्यवस्था से नाराज हैं और लंबे वक्त से बेरोजगार हैं, उन्हें खालिस्तान-समर्थक एक खास पत्र देते हैं। उसके आधार पर उन्हें आसानी से कनाडा का वीजा मिल जाता है। लोकसभा सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने ऐसे पत्र की पुष्टि की है। पत्र लेने वाले 35,000 रुपए से एक लाख रुपए अथवा डेढ़-दो लाख रुपए तक का चंदा पार्टी को देते हैं। कनाडा जाने वाले ऐसे पंजाबियों को वहां प्लंबर, ड्राइवर, सेवादार, मैकेनिक, पाठी और रागी आदि के काम भी दिलवा दिए जाते हैं, लेकिन खालिस्तान के भारत-विरोधी धंधों में भी उन्हें शामिल किया जाता है। कनाडा में ऐसे 3...
अमेरिका और पश्चिमी देशों का दोहरा मापदंड

अमेरिका और पश्चिमी देशों का दोहरा मापदंड

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_-बलबीर पुंज_ भारत-कनाडा संबंध इस समय बहुत तनाव में है। इसका कारण कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में मोदी सरकार की संलिप्तता का मनगढ़ंत आरोप और भारत में दम तोड़ चुके सिख अलगाववाद की आग में लगातार घी डालने का प्रयास है। जिस प्रकार यह घटनाक्रम रूप ले रहा है, उसने अमेरिका के साथ पश्चिमी देशों के दोहरे मापदंडों और इन देशों में भारत-विरोधी शक्तियों को पुन: बेनकाब कर दिया है। निज्जर की हत्या पर अमेरिका और पश्चिमी देशों द्वारा नैरेटिव बनाया जा रहा है कि यदि जांच में मोदी सरकार की संलिप्तता पाई गई, तो इसपर भारत को दंडित किया जाना चाहिए। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन के अनुसार, “यह एक गंभीर मामला है और हम कनाडा में चल रहे कानून प्रवर्तन प्रयासों का समर्थन करते हैं।“ यही नहीं, पश्चिमी मीडिया का एक बड़ा भाग अपन...