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विश्लेषण

IIT Hyderabad uses artificial intelligence to study supply chain network of biofuels

IIT Hyderabad uses artificial intelligence to study supply chain network of biofuels

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New Delhi, Jul 02 (India Science Wire): Bio-derived fuels are gaining widespread attention among the scientific community across the world. The work on biofuels is in response to the global call for reducing carbon emissions associated with the use of fossil fuels. In India too, biofuels have caught the imagination of researchers.  For instance, researchers of the Indian Institute of Technology (IIT) Hyderabad have started using computational methods to understand the factors and impediments in incorporating biofuels into the fuel sector in India.  A unique feature of this work is that the framework considers revenue generation not only as an outcome of sales of the biofuel but also in terms of carbon credits via greenhouse gas emission savings throughout the project lifecycle. Th...
निजी स्कूल संचालको और शिक्षा माफियाओं के दबाव से हटकर ले स्कूल खोलने का फैसला

निजी स्कूल संचालको और शिक्षा माफियाओं के दबाव से हटकर ले स्कूल खोलने का फैसला

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कोरोना संकट के बीच में शिक्षा मंत्रालय ने आदेश जारी किया है कि राज्य सरकार चाहे तो जुलाई से स्कूलों को खोल सकती है। इसी बीच करीब 5 से ज्यादा राज्य सरकारों ने जुलाई से स्कूलों को खोलने के आदेश भी जारी कर दिए हैं मगर प्रश्न और चिंता की बात ये है कि क्या स्वास्थ्य मानकों को पूरा करते हुए स्कूल प्रबंधन स्कूल खोलने को तैयार है और पूरे देश भर में क्या जुलाई से खुलने वाले स्कूलों में अभिभावक अपने बच्चों को भेजने को तैयार भी है या फिर वो इस वक्त अपने बच्चों के भविष्य और जान को लेकर असमंजस कि स्थिति में है.स्कूल खुले तो कोरोना वायरस संक्रमण पर काबू पाना मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि अभी लगातार कोरोना पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं। ऐसे बिगड़े हालात में अगर स्कूल खुले और बच्चों को विद्यालय भेजा गया तो संक्रमण फैलाव पर काबू पाना और भी मुश्किल हो जाएगा। अधिका...
अनलाॅक भी लाॅकडाउन जैसा बंदिशों भरा

अनलाॅक भी लाॅकडाउन जैसा बंदिशों भरा

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कोरोना महामारी ने हमारे जीवन के मायने ही बदल दिये है, संकट अभी भी चहूं ओर पसरा हुआ है, भले सरकार की जागरूकता, प्रयत्नों एवं योजनाओं ने जनजीवन में आशा का संचार किया हो, लेकिन इस महाव्याधि मुक्ति के लिये अभी लम्बा संघर्ष करना होगा, मानव निर्मित कारणों से जो कोरोना महासंकट हमारे सामने खड़ा है उसका समाधान भी हमंे ही खोजना होगा, उसके लिये धैर्य, संयम एवं विवेक का प्रदर्शन करना होगा। देश लॉकडाउन के नए फेज में प्रवेश कर गया है जिसे अनलॉक 2.0 कहा गया है। लॉकडाउन के चलते घरों में बंद लोग ऊब चुके हैं, उनके आर्थिक संसाधन चरचरा रहे हैं, बंदिशों को लेकर उनमें छटपटाहट है। उन्हें यह उम्मीद थी कि अनलॉक 1.0 में जितनी छूटें उन्हें मिली थीं, उसके अधिक छूटें इस दूसरे अनलॉक में भी मिलेंगी और कुल मिलाकर बंदिशें इतनी कम हो जाएंगी कि कुछ सावधानियों के साथ वे सामान्य जीवन का आनंद ले पाएंगे। लेकिन ऐसा नहीं ह...
झूठ इमरान का और सच बलूचिस्तान में विद्रोह का

झूठ इमरान का और सच बलूचिस्तान में विद्रोह का

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इमरान खान को अपने मुल्क में लग रही आग दिखाई नहीं दे रही है। वे समझ ही नहीं पा रहे हैं, या जानना ही नहीं चाहते कि पाकिस्तान के कब्जे की विवादित बलूचिस्तान सूबे में विद्रोह की चिंगारी भड़क चुकी है। पाकिस्तान के क्षेत्रफल के लिहाज से सबसे बड़े प्रान्त बलूचिस्तान  में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी नाम का संगठन किसी भी सूरत में पाकिस्तान से अपने बलूचिस्तान को अलग करना चाहता है। इसके लिए यह संगठन अब हिंसक रास्ते पर चल पड़ा है। पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची के स्टॉक एक्सचेंज बिल्डिंग में बीते दिनों हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी भी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ही ली। पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने देश की संसद में बेशर्मी से दावा कर रहे हैं कि कराची में आतंकी घटना के पीछे भारत का हाथ है। आतंकी हमले के अगले ही दिन उन्होंने इस तरह का बिना किसी तथ्य का यह खोखला दावा कर दिया। हालांकि, उससे पह...
Do not divide army in name of state or religion

Do not divide army in name of state or religion

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  Defence commanded respect. It was like a holy cow. Nobody spoke ill of it. Defence personnel were kept in high esteem. In films, literature and other areas they were highly praised. Cut to Sonia and Rahul era. There is a new dawn. Not so beautiful. Questions are being asked about their bravery. Doubts are being expressed over their success. They are being dragged into controversies. It is alright when they attack the Prime Minister,his government,his policies and programmes.He is not from the same party and the aim could be to see his back in next election.But the armymen cannot be removed after five years.They are there defending the borders,keeping away our enemies and giving us peaceful nights.To attack those who defend us is the worst crime.Those doing it are the country's e...
MEDICAL TREATMENT IN INDIA AFFECTS EACH ONE OF US IN INDIA

MEDICAL TREATMENT IN INDIA AFFECTS EACH ONE OF US IN INDIA

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MEDICAL TREATMENT IN INDIA *AFFECTS EACH ONE OF US IN INDIA* *WHAT UNETHICAL PRACTICES AND INVOLVEMENT OF THESE GREEDY HOSPITALS AND MEDICAL PRACTIONERS......SHAMEFUL OF TARNISHING THE IMAGE OF MODERN INDIA WHICH IS QUITE AHEAD IN MEDICAL SCIENCE AND TECHNOLOGY!!* *THIS REPORT AND OBSERVATION HAS BEEN WRITTEN BY AN AMERICAN DOCTOR.....MUST HAVE SEVERAL TRUTH IN THE SAID ARTICLE CIRCULATED WORLDWIDE!!!* *pass to your loved ones who come to India for **treatment* *This is a very important message and you need to share it with as many people as possible. Doctors, regarded as most noble, have all become businessmen and how, these details make clear, direct from the mouth of a highly qualified and respected medical professional himself! Do read............* *10 ways how doctors in...
कोरोना: असली संकट बीमारी जाने के बाद

कोरोना: असली संकट बीमारी जाने के बाद

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जो सरकारें, मीडिया, बुद्धिजीवी, अनुसंधानकर्ता,ज्योतिषी, डॉक्टर व अन्य कोई भी यह दावा करे कि कोरोना वायरस का संकट बस ख़त्म होने जा रहा है वह सबसे बड़ा झूठा है। सच तो यह है की इस बीमारी का न कोई निश्चित लक्षण है, न दवा और न ही वैक्सीन। जो वायरस हज़ारों म्यूटेशन कर चुका हो उसकी कोई एक वैक्सीन हो ही नहीं सकती। १) जो लोग यह सोच रहे हैं कि अगले कुछ महीनो में कोरोना वायरस अपने आप चला जाएगा, वे बड़ी ग़लतफ़हमी में हैं। क्या दुनिया से स्वाइन फ़्लू, टीवी, एड्स, डेंगू, चिकनगुनिया, सोर्स आदि बीमारी चली गयी? चेचक , पोलियो जेसी वर्षों बरस में गयी बीमारियाँ भी आज तक वैक्सीन के रूप में हमारा खून चूस रही हैं और हमारी या हमारी सरकार से मोटा माल वसूल ही लेती हैं। बहुराष्ट्रीय फ़ार्मा कम्पनियों ने अभी तो इस बीमारी का खेल खड़ा किया है व मोटा निवेश किया है । दुनिया सरि बीमारियों को छोड़ बस एक ही बीमारी का इलाज ...
सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए सरकारी सेवाएँ क्यों हैं ज़रूरी?

सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए सरकारी सेवाएँ क्यों हैं ज़रूरी?

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दुनियाभर में कोरोनावायरस रोग (कोविड-19) महामारी ने हम सबको यह स्पष्ट समझा दिया है कि सरकारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में पर्याप्त निवेश न करने और उलट निजीकरण को बढ़ावा देने के कितने भीषण परिणाम हो सकते हैं. इसीलिए इस साल के संयुक्त राष्ट्र के सरकारी सेवाओं के लिए समर्पित दिवस पर यह मांग पुरजोर उठ रही है कि सरकारी सेवाओं को पर्याप्त निवेश मिले और हर व्यक्ति को सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य सुरक्षा मिले. पब्लिक सर्विसेज इंटरनेशनल की एशिया पसिफ़िक सचिव केट लेप्पिन ने कहा कि यदि सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली पूर्ण रूप से सशक्त होती तो कोविड-19 महामारी के समय यह सबसे बड़े सुरक्षा कवच के रूप में काम आती. आर्थिक मंदी से बचाने में भी कारगर सिर्फ पूर्ण रूप से पोषित सरकारी सेवाएँ ही हैं जिनको पिछले 40 सालों से नज़र अन्दाज़ किया गया है. केट लेप्पिन ने सही कहा है कि जिन देशों में सशक्त सरकारी आकस्मि...
परमाणु परीक्षण की जगह गूंजेगी कुम्हारों के चाक की ध्वनि

परमाणु परीक्षण की जगह गूंजेगी कुम्हारों के चाक की ध्वनि

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बदलते दौर में भारत के गांवों में चल रहे परंपरागत व्यवसायों को भी नया रूप देने की जरूरत है। गांवों के परंपरागत व्यवसाय के खत्म होने की बात करना सरासर गलत है। अभी भी हम ग्रामीण व्यवसाय को थोड़ी-सी तब्दीली कर जिंदा रख सकते हैं। ग्रामीण भारत अब नई तकनीक और नई सुविधाओं से लैस हो रहा हैं। भारत के गांव बदल रहे हैं, तो इनको अपने कारोबार में थोड़ा-सा बदलाव करने की जरूरत है। नई सोच और नए प्रयोग के जरिए ग्रामीण कारोबार को जिन्दा रखकर विशेष हासिल किया जा सकता है और उसे अपनी जीविका का साधन बनाया जा सकता है। इसी दिशा में खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने पोखरण की एक समय सबसे प्रसिद्ध रही बर्तनों की कला की पुनःप्राप्ति तथा कुम्हारों को समाज की मुख्य धारा से फिर से जोड़ने के लिये प्रयास प्रारंभ किये हैं। कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन ने मिट्‌टी बर्तन बनाने वाले कारीगरों के सपनों को भी चकनाचूर कर दिया है। इन्होन...