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संस्कृति और अध्यात्म

होली मिलन कार्यक्रम के तहत फूलों की होली का भव्य कार्यक्रम

होली मिलन कार्यक्रम के तहत फूलों की होली का भव्य कार्यक्रम

TOP STORIES, संस्कृति और अध्यात्म, सामाजिक
आज दिनाँक 19 मार्च 2022 को श्री वैश्य समाज वसुंधरा (रजिस्टर्ड)  ने होली मिलन कार्यक्रम के तहत फूलों की होली का भव्य कार्यक्रम वंदना फार्म हाउस लिंक रोड में किया। समारोह में विशिष्ट अतिथि श्री आर के गर्ग ( डायरेक्टर ,बिसलेरी) एवं श्री अनुज कुमार अग्रवाल ( प्रधान मौलिक भारत एवं प्रधान संपादक डायलॉग इंडिया) ने शिरकत की। भव्य समारोह में बड़ी संख्या में सम्मानित सदस्य एवं अतिथि एकत्र हुए। समाज के प्रधान श्री अनिल कुमार अग्रवाल एवं महासचिव श्री पुनीत कुमार मित्तल ने सभी सम्मानित सदस्यों को धन्यवाद दिया। समारोह में सी एल गुप्ता, रोहित गुप्ता, राकेश गुप्ता,शशि-शालिनी माहेश्वरी, बाल किशन बंसल, दिव्यानु गुप्ता, नरेश गुप्ता, नरेश अग्रवाल, अवलोक अग्रवाल , मुकेश गुप्ता, मुकेश अग्रवाल, दिव्य गुप्ता,राहुल अग्रवाल, अरुण गुप्ता, प्रतीश गर्ग, एवं अनेकानेक गणमान्य अतिथियों एवं सदस्यों ने कार्यक्रम की ...
श्रीराम का सूक्ष्म सीतान्वेषण, उनकी पीड़ा, लक्ष्मण द्वारा समझाईश तथा जटायु का उत्सर्ग

श्रीराम का सूक्ष्म सीतान्वेषण, उनकी पीड़ा, लक्ष्मण द्वारा समझाईश तथा जटायु का उत्सर्ग

Current Affaires, धर्म, संस्कृति और अध्यात्म
श्रीराम का सूक्ष्म सीतान्वेषण, उनकी पीड़ा, लक्ष्मण द्वारा समझाईश तथा जटायु का उत्सर्ग श्रीरामकथा के अल्पज्ञात दुर्लभ प्रसंग श्रीराम का सूक्ष्म सीतान्वेषण, उनकी पीड़ा, लक्ष्मण द्वारा समझाईश तथा जटायु का उत्सर्ग नास्ति गंगासमं तीर्थं नास्ति मातृसमो गुरु:। नास्ति विष्णुसमोदेवो नास्ति रामायणात् परम्।। नास्ति वेदसमं शास्त्रं नास्ति शांतिसमं सुखम्। नास्ति शांतिपरं ज्योतिर्नास्ति रामायणात् परम्।। वाल्मीकि रामायण माहात्म्य अध्याय ५-२१-२२ गंगा के समान तीर्थ माता के समान गुरु भगवान् विष्णु के सदृश देवता तथा रामायण से बढ़कर कोई उत्तम वस्तु (ग्रंथ) नहीं है। वेद के समान शास्त्र, शान्ति के समान सुख शान्ति से बढ़कर ज्योति तथा रामायण से उत्कृष्ट कोई काव्य नहीं है। नास्ति क्षमासमं सारं नास्ति कीर्तिसमं धनम्। नास्ति ज्ञानसमो लाभे नास्ति रामायणयात् परम्।। वाल्मीकि रामायण माहात्म्य अध्याय ५-२३ क्षमा क...
खंडित हो रहे परिवार, हमारी संस्कृति में गिरावट के प्रतीक

खंडित हो रहे परिवार, हमारी संस्कृति में गिरावट के प्रतीक

Current Affaires, संस्कृति और अध्यात्म
खंडित हो रहे परिवार, हमारी संस्कृति में गिरावट के प्रतीक--प्रियंका 'सौरभ' परिवार, भारतीय समाज में, अपने आप में एक संस्था है और प्राचीन काल से ही भारत की सामूहिक संस्कृति का एक विशिष्ट प्रतीक है। संयुक्त परिवार प्रणाली या एक विस्तारित परिवार भारतीय संस्कृति की एक महत्वपूर्ण विशेषता रही है, जब तक कि शहरीकरण और पश्चिमी प्रभाव के मिश्रण ने उस संस्था को झटका देना शुरू नहीं किया। परिवार एक बुनियादी और महत्वपूर्ण सामाजिक संस्था है जिसकी व्यक्तिगत और साथ ही सामूहिक नैतिकता को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका है। परिवार सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्यों का पोषण और संरक्षण करता है।  एक संस्था के रूप में परिवार का आज पतन देखें तो अर्थव्यवस्था के बढ़ते व्यावसायीकरण और आधुनिक राज्य के बुनियादी ढांचे के विकास ने 20 वीं शताब्दी में भारत में परिवार की संरचना में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। विशेष रूप से...
भारत का सांस्कृतिक अभ्युदय

भारत का सांस्कृतिक अभ्युदय

Current Affaires, विश्लेषण, संस्कृति और अध्यात्म, सामाजिक
भारत का सांस्कृतिक अभ्युदय विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता-विहिप सदियों की परतंत्रता के बाद 1947 में देश को राजनैतिक स्वतंत्रता तो मिली किन्तु, दुर्भाग्यवश उसके सांस्कृतिक स्वरूप पर होने वाले अनवरत हमलों पर कोई विराम न लग सका। स्वतंत्रता के 7 दशकों तक भी  हम ना तो अपने मंदिरों को मुक्त कर पाए, न नदियों को, न सांस्कृतिक विरासतों को, ना अपने महापुरुषों को। हमारे ऐतिहासिक गौरव या गौरवशाली परंपराएं थीं उनको ऐतिहासिक विकृतियों के चलते कुरूपित किया जाता रहा। उनकी वास्तविकता कभी समाज के सामने आ ही नहीं पाई। किंतु, 2014 में अचानक अप्रत्याशित रूप से भारत के सांस्कृतिक अभ्युदय का मार्ग प्रशस्त होते हुए दिखा। जब देश के प्रधानमंत्री अपनी विदेश यात्रा में अमेरिका के राष्ट्रपति को भेंट स्वरूप श्रीमद्भागवत गीता देते हैं, जब वे आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री को अक्षरधाम की सीढ़ियों पर बिठा कर ही बिना क...
चेतना द्वारा लाला पन्नालाल स्मृति व्याख्यान माला-6.0 का आयोजन

चेतना द्वारा लाला पन्नालाल स्मृति व्याख्यान माला-6.0 का आयोजन

विश्लेषण, संस्कृति और अध्यात्म, सामाजिक, साहित्य संवाद
चेतना द्वारा लाला पन्नालाल स्मृति व्याख्यान माला-6.0 का आयोजन नई दिल्ली। चेतना द्वारा लाला पन्नालाल स्मृति व्याख्यान माला-6.0 का आयोजन होटल क्राउन प्लाजा रोहिणी में किया गया। पंथनिरपेक्षता और अल्पसंख्यकवाद विषय पर आधारित इस व्याख्यान माला में मुख्य वक्ता के रूप में सांसद एवं प्रख्यात विचारक प्रो. राकेश सिन्हा, विषय प्रवर्तन के लिए विश्व हिन्दु परिषद् के प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी की गरीमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता पावन चिंतन धारा के संस्थापक गुरु पवन सिन्हा ने की। इस मौके पर लाला पन्नालाल सिंघल स्मृति व्याख्यान माला-5 के अंतर्गत समसामायिक परिस्थितियां और रामकथा विषय पर पद्मश्री डॉ. नरेन्द्र कोहली द्वारा लिखित व प्रसिद्ध कवि नरेश शांडिल्य द्वारा संपादित पुस्तक का विमाचन भी किया गया। इस मौके पर अल्पसंख्यकवाद विषय पर बोलते हुए विश्व हिन्दु परिषद के प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी...
लक्ष्मीनारायण मंदिर, नोयडा में ग़रीबों के लिए प्रारंभ हुई “ माँ अन्नपूर्णा रसोई” – रोज़ दोपहर को मिलेगा निशुल्क भोजन

लक्ष्मीनारायण मंदिर, नोयडा में ग़रीबों के लिए प्रारंभ हुई “ माँ अन्नपूर्णा रसोई” – रोज़ दोपहर को मिलेगा निशुल्क भोजन

प्रेस विज्ञप्ति, संस्कृति और अध्यात्म, सामाजिक
लक्ष्मीनारायण मंदिर, नोयडा में ग़रीबों के लिए प्रारंभ हुई “ माँ अन्नपूर्णा रसोई” - रोज़ दोपहर को मिलेगा निशुल्क भोजन मकर संक्रांति पर घोषित निर्धन व अशक्त लोगों के लिए “ मंदिर संकुल और सेवा अभियान “ के अंतर्गत “ माँ अन्नपूर्णा रसोई” का   लक्ष्मीनारायण मंदिर , सेक्टर 56,  नोयडा  में 4 मार्च 2022  दिन शुक्रवार से यज्ञ आदि विधि विधान से नियमित रूप से प्रारंभ किया गया है। आज से अन्नपूर्णा रसोई में प्रतिदिन दोपहर 12 से 2 बजे के बीच निशुल्क भोजन करवाया जाएगा। अशक्त व निर्धन लोगों को निशुल्क भोजन के लिए नोयडा में शुरू हो रही है  “ माँ अन्नपूर्णा रसोई”  की संचालन समिति के संयोजक पंकज गोयल ने बताया कि शहर के धार्मिक रूप जागरूक व संवेदनशील अनेक प्रबुद्धजनो की  पहल व सहयोग से मंदिर संकुल को सेवा व सांस्कृतिक चेतना का केंद्र बनाने के अभियान को ज़मीन पर उतारने का संकल्प लिया गया है। मंदिरो के पुनरोत्...
संस्कृति मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया

संस्कृति मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया

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आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) और यूनेस्को नई दिल्ली क्लस्टर कार्यालय के सहयोग से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत की। भाषायी और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जागरूकता बढ़ाने और बहुभाषावाद को बढ़ावा देने के लिए दुनियाभर में हर साल 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया जाता है। इस विशेष दिन को मनाने के लिए हर साल यूनेस्को एक अनूठी थीम चुनता है। साल 2022 का विषय है: 'बहुभाषी शिक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग: चुनौतियां और अवसर', यह बहुभाषी शिक्षा और सभी के सीखने व गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के विकास को आगे बढ़ाने में प्रौद्योगिकी की संभावित भूमिका पर केंद्रित है। संस्कृति सचिव, श्री गोविंद मोहन; श्री एरिक फाल्ट,...
प्रधानमंत्री ने अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री ने अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन का उद्घाटन किया

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी भी उपस्थित थे। सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने प्राचीन शहर वाराणसी में हाल के घटनाक्रमों के बारे में चर्चा की। उन्होंने अपने वक्तव्य को दोहराया कि काशी का विकास पूरे देश का रोडमैप हो सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में ज़्यादातर शहर पारंपरिक शहर ही हैं, पारंपरिक तरीके से ही विकसित हुए हैं। आधुनिकीकरण के इस दौर में हमारे इन शहरों की प्राचीनता की भी उतनी ही अहमियत है। उन्होंने कहा कि ये शहर हमें विरासत और स्थानीय कौशल को संरक्षित करना सिखा सकते हैं। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि मौजूदा संरचनाओं को नष्ट करना कोई समाधान नहीं है, बल्कि कायाकल्प और संरक्षण पर जोर ...
ढाका का ऐतिहासिक रमना काली मंदिर भारत और बांग्लादेश के लोगों के बीच आध्यात्मिक व सांस्कृतिक बंधन का एक प्रतीक है: राष्ट्रपति कोविन्द

ढाका का ऐतिहासिक रमना काली मंदिर भारत और बांग्लादेश के लोगों के बीच आध्यात्मिक व सांस्कृतिक बंधन का एक प्रतीक है: राष्ट्रपति कोविन्द

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भारत के राष्ट्रपतिश्री रामनाथ कोविन्द अपनी बांग्लादेश यात्रा के अंतिम दिन (17 दिसंबर, 2021) कोढाका में भारतीय समुदाय और भारत के मित्रों के स्वागत समारोह में शामिल हुए।बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त श्री विक्रम कुमार दुरईस्वामी ने इस कार्यक्रम की मेजबानी की। इस कार्यक्रम के अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने बताया कि इससे ठीक पहले उन्हें ढाका में नवीनीकृत ऐतिहासिक रमना काली मंदिर का उद्घाटन करने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि बांग्लादेश और भारत की सरकार व लोगों ने उस मंदिर के फिर से निर्माण करने में सहायता की, जिसे मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तानी सेना ने ध्वस्त कर दिया था। हमलावर बलों ने बड़ी संख्या में लोगों की हत्या की थी। उन्होंने आगे कहा कि यह मंदिर भारत और बांग्लादेश के लोगों के बीच आध्यात्मिक व सांस्कृतिक बंधन का एक प्रतीक है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीयो...
लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल होगी

लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल होगी

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बेटियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने की तैयारी है. सूत्रों के मुताबिक, प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. इसके लिए सरकार मौजूदा कानूनों में संशोधन करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2020 को लाल किले से अपने संबोधन में इसका उल्लेख किया था टियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने की तैयारी है. सूत्रों के मुताबिक, प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. इसके लिए सरकार मौजूदा कानूनों में संशोधन करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2020 को लाल किले से अपने संबोधन में इसका उल्लेख किया था. उन्होंने कहा था कि बेटियों को कुपोषण से बचाने के लिए जरूरी है कि उनकी शादी उचित समय पर हो. मौजूदा कानून के मुताबिक, देश में पुरुषों की विवाह की न्यूनतम उम्र 21 और महिलाओं की 18 साल है. अब सरकार बाल विवाह निषेध कानून, स्पेशल मैरिज एक्ट और हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन करे...