
क्या लोकसभा चुनाव गहलोत के भविष्य को निर्धारित करेंगे?
राजस्थान में लोकसभा चुनाव ज्यों ज्यों नजदीक आते जा रहे हैं उसी प्रकार भाजपा और कांग्रेस के सियासी बयानों में तल्खी भी बढ़ती जा रही है। भाजपा विधानसभा चुनाव हारने का बदला लोकसभा चुनावों में पूरा करना चाहती है। स्थानीय मुद्दे जिन्हें लेकर कांग्रेस ने भाजपा को सत्ता से बाहर किया था, वे आज भी यथावत हैं। कांग्रेस शासन के पांच माह बीत जाने के बाद भी उनमें कोई जमीनी परिर्वतन नहीं आया है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि के साथ राष्ट्रवाद के मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है। जबकि कांग्रेस भाजपा को रोजगार, मंहगाई, नोटबंदी एवं जीएसटी को मुद्दा बना कर घेरना चाहती है।
राजनैतिक पण्डितों का मानना है कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को मुख्यधारा से अलग करने के बाद भाजपा संगठन बिखरा हुआ सा लग रहा है। विधानसभा चुनाव में हुई भाजपा की हार के पीछे के कुछ कारण अब भी परेशान कर रहे हैं उन...