Shadow

BREAKING NEWS

नीति आयोग और भारती फाउंडेशन ने ‘कॉन्‍वोक 2021-22’ के शुभारंभ की घोषणा की

नीति आयोग और भारती फाउंडेशन ने ‘कॉन्‍वोक 2021-22’ के शुभारंभ की घोषणा की

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, राष्ट्रीय, समाचार, सामाजिक
भारती एंटरप्राइजेज की लोक-हितैषी शाखा, भारती फाउंडेशन के साथ साझेदारी में नीति आयोग ने कॉन्वोक 2021-22 की शुरूआत की। कॉन्‍वोक एक राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी है जिसका उद्देश्य भारत भर के सभी शिक्षकों, शिक्षाविदों, स्कूलों के प्रमुखों पर विशेष ध्यान देने के साथ शिक्षा प्रदान करने और इसकी गुणवत्ता को मजबूत करने में आने वाली चुनौतियों का समाधान करना है। इस मंच के माध्यम से, सरकारी स्कूलों के स्कूल शिक्षकों/प्रमुखों/प्राचार्यों और भारती फाउंडेशन नेटवर्क के शिक्षकों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण के माध्यम से अनुसंधान-आधारित समाधानों का उपयोग करने और सीखने के परिणामों में सुधार के लिए जमीनी स्तर पर किए गए अपने प्रयासों को प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 भी शिक्षकों और संकायों को अध्‍ययन प्रक्रिया केन्‍द्र के रूप में पहचानती है। यह अनुशंसा करता है कि शिक्...
विद्युत मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत ऊर्जा संरक्षण सप्ताह समारोह शुरू किया

विद्युत मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत ऊर्जा संरक्षण सप्ताह समारोह शुरू किया

BREAKING NEWS, राष्ट्रीय, समाचार, सामाजिक
विद्युत मंत्रालय "आजादी का अमृत महोत्सव" के तहत 8 से 14 दिसंबर 2021 तक ऊर्जा संरक्षण सप्ताह मना रहा है। ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा समारोह में तीन प्रमुख गतिविधियाँ होंगी जो हैं स्कूली बच्चों के लिए राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता, उद्योगों और प्रतिष्ठानों के लिए राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (एनईसीए) और नवीन ऊर्जा दक्षता प्रौद्योगिकियों को मान्यता देने के लिए राष्ट्रीय ऊर्जा दक्षता नवोत्पाद पुरस्कार (एनईईआईए)। ऊर्जा दक्षता ब्यूरो चौथी से दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले स्कूली बच्चों के लिए ऊर्जा संरक्षण पर राष्ट्रीय स्तर की पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित करता रहा है। इस वर्ष, प्रतियोगिता की थीम "आज़ादी का अमृत महोत्सव: ऊर्जा कुशल भारत" और "आज़ादी का अमृत महोत्सव: स्वच्छ ग्रह" हैं। देश के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 1 से 10 दिसंबर 2021 तक राज्य स्तरीय पेंटिंग प्रतियोगिताएं आ...
रोजगार की स्थिति में सुधार

रोजगार की स्थिति में सुधार

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, आर्थिक, राष्ट्रीय, समाचार, सामाजिक
एलएफपीआर (श्रम बल भागीदारी दर), डब्ल्यूपीआर (श्रमित जनसंख्या अनुपात) और यूआर (बेरोजगारी दर) संकेतक बताते हैं कि पीएलएफएस आंकड़ों के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में रोजगार की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। 15 साल और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए श्रम बल भागीदारी दर, वर्ष 2019-20 में उल्लेखनीय रूप से बढ़कर 53.5 फीसदी हो गई। इससे पहले यह आंकड़ा 2017-18 में 49.8 फीसदी और 2018-19 में 50.2 फीसदी था। ये आंकड़े एक सकारात्मक पहलू की ओर संकेत करते हैं कि बड़ी संख्या में लोग राष्ट्र की श्रम शक्ति (कार्यरत+बेरोजगार) के दायरे में आ रहे हैं। वहीं, बेरोजगारी दर 2017-18 में 6.0 फीसदी और 2018-19 में 5.8 फीसदी की तुलना में घटकर 4.8 फीसदी हो गई है। यह इस बात को दिखाता है कि बेरोजगार व्यक्तियों की संख्या में काफी कमी आई है। इन आंकड़ों में आगे यह दिखाया गया है कि डब्ल्यूपीआर भी 2017-18 के 46.8 फीसदी ...
प्रधानमंत्री ने संविधान सभा की पहली ऐतिहासिक बैठक के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में संविधान सभा की महान हस्तियों को नमन किया

प्रधानमंत्री ने संविधान सभा की पहली ऐतिहासिक बैठक के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में संविधान सभा की महान हस्तियों को नमन किया

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, राष्ट्रीय, समाचार, सामाजिक
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान सभा की पहली ऐतिहासिक बैठक के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में संविधान सभा की महान हस्तियों को नमन किया है। अपने श्रृंखलाबद्ध ट्वीटों में प्रधानमंत्री ने कहा हैः “75 वर्ष पहले आज ही के दिन संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी। भारत के विभिन्न भागों से, विभिन्न पृष्ठभूमि और यहां तक कि विभिन्न विचारधाराओं वाले महान लोग एकजुट हुये थे, जिनका एक ही उद्देश्य था कि भारतवासियों को एक शानदार संविधान प्रदान किया जाये। इन महान लोगों को नमन है। संविधान सभा की पहली बैठक की अध्यक्षता डॉ. सच्चिदानन्द सिन्हा ने की थी, जो सभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य थे। उनके नाम का प्रस्ताव आचार्य कृपलानी ने किया था और उन्हें अध्यक्ष पद पर आसीन किया था। आज, जब हम संविधान सभा की पहली ऐतिहासिक बैठक के 75 वर्ष पूरे होने को याद कर रहे हैं, मैं अपने युवा मित्रों से आग्रह करता हू...
साहित्य अकादमी जनजातीय कला और संस्कृति की रक्षा के लिए सेमिनार, संगोष्ठी और विशेष कार्यक्रम आयोजित करती है : श्री जी. किशन रेड्डी

साहित्य अकादमी जनजातीय कला और संस्कृति की रक्षा के लिए सेमिनार, संगोष्ठी और विशेष कार्यक्रम आयोजित करती है : श्री जी. किशन रेड्डी

BREAKING NEWS, संस्कृति और अध्यात्म, सामाजिक
पूरे देश में प्राचीन संस्कृति, लोक कला और लोक संगीत की रक्षा, प्रचार और संरक्षण के लिए, भारत सरकार ने सात क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र (जेडसीसी) स्थापित किए हैं। साहित्य अकादमी संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संगठन है जो लोक साहित्य के संरक्षण के लिए कई महत्वपूर्ण प्रकाशनों को निकालने के अलावा क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर पूरे देश में आदिवासी साहित्य पर संगोष्ठी और परिचर्चाओं का आयोजन करती है। इसके अलावा अकादमी "लोक: द मैनी वॉयस" नामक कार्यक्रम भी आयोजित करती है, जिसमें व्याख्यान और प्रदर्शन दोनों होते हैं। देश में जनजातीय कला और संस्कृति की रक्षा और संरक्षण के लिए इस कार्यक्रम की विशेष रूप से कल्पना की गई है। संगीत नाटक अकादमी पूरे देश में लोक और जनजातीय प्रदर्शन कलाओं पर केंद्रित 'देशज' सहित विभिन्न उत्सवों का भी आयोजन करती है। प्राचीन संस्कृति, लोक कला, लोक संगीत और लोक ...
प्रधानमंत्री ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया

प्रधानमंत्री ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया

BREAKING NEWS, समाचार, सामाजिक
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने तमिलनाडु में एक हेली‍कॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा; ‘तमिलनाडु में हेली‍कॉप्टर दुर्घटना से मैं अत्‍यंत दुखी हूं, जिसमें हमने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों को खो दिया। उन्होंने अत्यंत कर्मठता से भारत की सेवा की। मेरी गहरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। जनरल बिपिन रावत एक उत्कृष्ट सैनिक थे। एक सच्चे देशभक्त के रूप में उन्होंने सशस्त्र बलों और समस्‍त सुरक्षा व्‍यवस्‍था के आधुनिकीकरण में बहुमूल्‍य योगदान दिया। सामरिक मामलों में उनकी दूरदृष्टि असाधारण थी। उनके निधन से मुझे गहरा सदमा पहुंचा है। ओम शांति। भारत के प्रथम ‘सीडीएस’ के रूप में जनरल बिपिन रावत ने रक्षा सुधारों सहित सशस्त्र बलों से...
भारतीय नौसेना के 22वें मिसाइल वेसल्स स्क्वाड्रन को “राष्ट्रपति मानक” दिया गया

भारतीय नौसेना के 22वें मिसाइल वेसल्स स्क्वाड्रन को “राष्ट्रपति मानक” दिया गया

BREAKING NEWS, जीवन शैली / फिल्में / टीवी, सामाजिक
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने आज मुंबई में एक औपचारिक समारोह में भारतीय नौसेना के 22वें मिसाइल वेसल्स स्क्वाड्रन को 'राष्ट्रपति मानक' प्रदान किया। राष्ट्रपति का मानक  किसी सैन्य इकाई द्वारा राष्ट्र के लिए की गई सेवा को मान्यता देने के लिए सर्वोच्च कमांडर द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति श्री कोविंद ने कहा कि “इस स्क्वाड्रन को मानक का दिया जाना इसके अतीत और वर्तमान के अधिकारियों और नाविकों द्वारा हमारे देश के लिए  की गई असाधारण सेवाओं का प्रमाण है।" उन्होंने पचास साल पहले 1971 के युद्ध के दौरान पाकिस्तानी नौसेना के जहाजों को डुबोने में 22वीं मिसाइल स्क्वाड्रन द्वारा निभाई गई भूमिका को याद किया। आत्म निर्भर भारत की दृष्टि के हिस्से के रूप में स्वदेशीकरण के प्रति भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, "...
आक्रामक सैन्य रणनीति में माहिर थे बिपिन रावत

आक्रामक सैन्य रणनीति में माहिर थे बिपिन रावत

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, Today News, TOP STORIES, राष्ट्रीय, समाचार, सामाजिक
जनरल बिपिन रावत ने जून 2017 में ये बयान तब दिया था जब वो आर्मी चीफ थे. बिपिन रावत के इस बयान का मतलब था कि भारतीय सेना चीन, पाकिस्तान और आतंकवाद से एक साथ निपटने में सक्षम है. रावत ने ये बयान इसलिए दिया था क्योंकि उन्होंने कहा था कि अगर चीन के साथ संघर्ष की नौबत आई तो पाकिस्तान इसका फायदा उठाने की कोशिश कर सकता है. बिपिन रावत के इस बयान पर चीन और पाकिस्तान दोनों भड़क गए थे. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे एक संपादकीय में उस वक्त लिखा गया था कि रावत का बयान दिखाता है कि भारतीय सेना में कितना अहंकार भरा है. रावत का ये बयान इसलिए भी अहम था क्योंकि उस वक्त डोकलाम में भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध चल रहा था. डोकलाम में गतिरोध के काफी पहले बिपिन रावत ने इस ओर ध्यान दिलाया था कि चीन से निपटने के लिए सेना के मॉडर्नाइजेशन की सख्त जरूरत है. जनरल बिपिन रावत अक्सर कहा करते थे कि से...
21वां भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन

21वां भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, Today News, TOP STORIES, जीवन शैली / फिल्में / टीवी, राष्ट्रीय, समाचार
रूस के राष्ट्रपति श्री व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के साथ 21वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए 06 दिसंबर, 2021 को नई दिल्ली का दौरा किया। 2. राष्ट्रपति पुतिन के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया था। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण माहौल में हुई। दोनों नेताओं ने कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद दोनों देशों के बीच 'विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी' में निरंतर प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने 6 दिसंबर 2021 को नई दिल्ली में विदेश और रक्षा मंत्रियों की 2+2 वार्ता की पहली बैठक और सैन्य एवं सैन्य-तकनीकी सहयोग पर अंतर-सरकारी आयोग की बैठक का स्वागत किया। 3. दोनों नेताओं ने अधिक से अधिक आर्थिक सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया और इस संदर्भ में, दीर्घकालिक पूर्वानुमान यो...
पूर्व मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त (सीईसी) श्री सुनील अरोड़ा इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल असिस्टेंस (आईडीईए) के सलाहकार बोर्ड में शामिल

पूर्व मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त (सीईसी) श्री सुनील अरोड़ा इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल असिस्टेंस (आईडीईए) के सलाहकार बोर्ड में शामिल

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, जीवन शैली / फिल्में / टीवी, राष्ट्रीय, सामाजिक
भारत के पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुनील अरोड़ा को अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र और चुनावी सहायता संस्थान (आईडीईए) के सलाहकार बोर्ड में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। श्री सुनील अरोड़ा अंतरराष्ट्रीय संस्थान के कामकाज में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए समृद्ध नेतृत्व अनुभव, ज्ञान और कौशल रखते हैं। संस्थान को 15 सदस्यीय सलाहकार बोर्ड द्वारा सहायता प्रदान की जाती है जिनमें विभिन्न प्रकार की पृष्ठभूमि से आए प्रतिष्ठित व्यक्ति या विशेषज्ञ शामिल हैं। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल असिस्टेंस (इंटरनेशनल आईडीईए), 1995 में स्टॉकहोम, स्वीडन में स्थापित एक अंतरसरकारी संगठन है, जिसका लक्ष्‍य दुनिया भर में स्थायी लोकतंत्र का समर्थन करना है। इंटरनेशनल आईडीईए में वर्तमान में 34 सदस्य देश हैं जिनमें सभी महाद्वीपों के बड़े और छोटे, पुराने और नए लोकतंत्र शामिल हैं। भारत आईडीईए ...