दिल्ली से बेंगलुरु और मुंबई से कोलकत्ता : शेने शेने क्षरण
यह आँकलन करना सबसे मुश्किल होगा कि भारतीयता व सनातन संस्कृति को सबसे अधिक चोट किसने पहुँचाई यूरोपीय ईसाई देशी ने ,अरबी मुस्लिम देशों ने या अमेरिकी बाज़रबाद और चीनी व्यापार ने। मगर हम शाश्वत मुसीबत व संघर्ष से घिरे हैं। कश्मीर में गुपकार गैंग तो खुल्लमखुल्ल्ला चीन और पाकिस्तान से पींगे बढ़ा ही रहा है इधर दिल्ली और बंगलुरु में हाल ही में हुए सुनियोजित दंगो जिसमें पीएसआई व तबलिगी जमात की खुली भागीदारी व अरब देशों से आर्थिक सहायता के खेल सामने आए और दक्षिणपंथी भाजपा की सरकार तक को उनसे मुक़ाबला करना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में महाराष्ट्र और पश्चिमी बंगाल में क्या हो रहा होगा इसकी कल्पना मात्र से ही रूह काँपती है। यह बहुत चौंकाने वाली बात है कि दोनो ही प्रदेशों में एक आपसी कदमताल दिख रही है भारत और भारतीयता विरोधी कार्यों में। आज बंगाल पर मुस्लिम परस्त राजनीति करने वाली ममता बनर्जी का राज है...