पत्थरफेंकुओं पर गज़ब की पहल
कश्मीर के पत्थरफेंकू लड़कों पर हमारी फौज ने जबर्दस्त दांव मारा है। इस बार उन्होंने एक पत्थरफेंकू लड़के को पकड़कर जीप पर बिठाया और बांध दिया। उसे जीप पर बैठा देखकर अन्य पत्थरफेंकू लड़के असमंजस में पड़ गए। अब वे पत्थर चलाते तो फौजियों पर वे पड़ते या नहीं पड़ते लेकिन उनके उस साथी को तो वे चकनाचूर कर ही देते। ऐसे में वह लड़का उन फौजी जवानों की ढाल बन गया। वह लड़का भी सही-सलामत बच निकला और ये फौजी भी अपने ठिकाने पर पहुंच गए। मैं समझता हूं कि इससे बेहतर अहिंसक तरीका क्या हो सकता है? इसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। यह ऐसा गजब का तरीका है, जिसका अनुकरण दुनिया के सभी छापामार युद्धों में भी किया जा सकता है। जिस अफसर या जवान ने यह तरीका सुझाया है, उसे सरकार की ओर से अच्छा-सा पुरस्कार दिया जाना चाहिए।
कश्मीर के कुछ मशहूर विरोधी नेताओं ने उस पत्थरफेंकू लड़के को अगुआ बनाने की निंदा की है और सारे मामले की जांच की ...