
कर्णन_की_सजा_का_सच
मित्रों कल सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने कर्णन को 6 माह की सजा सुना कर अपनी पीठ थपथपा ली है कि न्याय कर दिया गया।
पहले इन्ही न्यायधीशों ने इन्हें पागल करार देते हुए मानसिक जांच के आदेश दिए थे परन्तु पागल कर्णन को छूने की हिम्मत किसी को नही हुई।तो अब अवमानना का दोषी करार देते हुए 6 माह की जेल की सजा सुना दी।अब ये समझ मे नही आ रहा है कि कर्णन पागल है या मुजरिम।अगर पागल है तो पुनः जांच करके पागलखाने भेज जाए अगर मुजरिम है तो उसके judgship status की क्या स्थिति होगी सजा पूरी होने के बाद।वो निलंबित हुआ है या बर्खास्त,कुछ तो बताएं।मेरे हिसाब से तो पागल ही है और उसे पागलखाने ही भेजा जाए न कि जेल।क्योंकि हम वकीलों का सामना पागल जजों से रोज होता है।मुजरिम जजों से कम।इन पागल जजों की खोज करके इनके द्वारा दिये गए फैसलों को पलटना होगा वरना judiciary की जो बची खुची साख है वो भी भस्म हो जाएगी।
वैस...