स्वामी विवेकानन्द अध्यात्म-विज्ञान के समन्वयक थे
स्वामी विवेकानन्द पुण्यतिथि-4 जुलाई 2022 पर विशेष
स्वामी विवेकानन्द अध्यात्म-विज्ञान के समन्वयक थे
-ललित गर्ग-
स्वामी विवेकानन्द की कीर्ति युग-युगांे तक जीवंत रहेगी, क्योंकि उनका मानवहितकारी चिन्तन एवं कर्म कालजयी हैं, वे एक प्रकाश-स्तंभ हैं, भारतीय संस्कृति एवं भारतीयता के प्रखर प्रवक्ता, युगीन समस्याओं के समाधायक, अध्यात्म और विज्ञान के समन्वयक एवं आध्यात्मिक सोच के साथ पूरी दुनिया को वेदों और शास्त्रों का ज्ञान देने वाले एक महामनीषी युगपुरुष थे। जिन्होंने 4 जुलाई 1902 को महासमाधि धारण कर प्राण त्याग दिए थे। सचमुच! वह कर्मवीर कर्म करते-करते कृतकाम हो गया। उन्होंने अपना संकल्प पूरा किया, भारत को अध्यात्म के साथ विज्ञानमय बनाया, वे अध्यात्म एवं विज्ञान के समन्वयक थे। उन्होंने क्या किया, कैसे किया, क्यों किया, किसके लिये किया- इन सारे प्रश्नों का उत्तर तलाशना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्ध...