
भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध की जरूरत।
भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध की जरूरत।
(यद्यपि विभिन्न सामग्रियों जैसे खोई (गन्ने से रस निकालने के बाद अवशेष), मकई स्टार्च, और अनाज के आटे से बने खाद, बायोडिग्रेडेबल या यहां तक कि खाद्य प्लास्टिक को विकल्प के रूप में बढ़ावा दिया जाता है, लेकिन वर्तमान में इनके पैमाने और लागत की सीमाएं हैं।)-प्रियंका 'सौरभ'
सिंगल यूज प्लास्टिक से तात्पर्य उन प्लास्टिक वस्तुओं से है जो एक बार उपयोग की जाती हैं और त्याग दी जाती हैं। एकल-उपयोग प्लास्टिक में निर्मित और उपयोग किए गए प्लास्टिक के उच्चतम प्रयोग में वस्तुओं की पैकेजिंग से लेकर बोतलों, पॉलिथीन बैग, खाद्य पैकेजिंग आदि शामिल है। यह विश्व स्तर पर उत्पादित सभी प्लास्टिक का एक तिहाई हिस्सा है, जिसमें 98% जीवाश्म से निर्मित है।
भारत कूड़े वाले सिंगल यूज प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए कार्र...