पाकिस्तान का नया सिरदर्द
पाकिस्तान में इमरान-सरकार की मुसीबतें एक के बाद एक बढ़ती ही चली जा रही हैं। उसे तहरीके-लबायक पाकिस्तान नामक राजनीतिक पार्टी पर प्रतिबंध भी लगाना पड़ गया और प्रतिबंध के बावजूद उससे बात भी करनी पड़ रही है। इस पार्टी पर इमरान-सरकार ने प्रतिबंध इसलिए लगाया है कि उसने पाकिस्तान के शहरों और गांवों में जबर्दस्त आंदोलन खड़ा कर दिया। कोरोना के बावजूद हजारों लोग सड़कों पर डटे हुए हैं। वे मांग कर रहे हैं कि फ्रांसीसी राजदूत को पाकिस्तान सरकार निकाल बाहर करे। क्यों ? क्योंकि फ्रांस में सेमुअल पेटी नामक एक अध्यापक ने पैगंबर मुहम्मद का कार्टून अपनी कक्षा में छात्रों को खोलकर दिखाया था। इस पर चेचन्या मूल के एक मुस्लिम नौजवान ने उसकी हत्या कर दी थी। उसे लेकर फ्रांसीसी सरकार ने मस्जिदों और मदरसों पर तरह-तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे। पिछले साल हुए इस कांड के समय से ही तहरीके-लबायक मांग कर रही थी कि फ्रांस और यूरोप...