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Today News

Pleasant surprise by team of mygov.in for inviting for an interactive session

Pleasant surprise by team of mygov.in for inviting for an interactive session

Today News
It refers to welcome initiative by team of www.mygov.in to have meetings in groups of 5-10 persons on every Friday for popularizing the portal amongst masses for connecting people of this nation with the government in a positive manner. It was indeed a pleasant surprise to get such an invite for Friday-meet on 05.05.2017. However www.mygov.in can and should be popularized amongst school-children and college-youngsters to prepare an aware and informative citizenry for future. Even school text-books can carry chapters on government connected with social media including on www.mygov.in Character-limit of just 500 characters for submissions made on www.mygov.in is too low. Even portal inviting suggestions and other submissions on website of Prime Minister, has 3000-chaecter-limi...
Farooq Sahaeb Please Hold Your Tongue

Farooq Sahaeb Please Hold Your Tongue

Today News
One expects our leaders to think twice before they open their mouth. Farooq Abdullah these days hardly thinks before shooting his mouth off. Recently, the National Conference leader while speaking at a function in Chenab said,“Government says the Pal-occupied-Kashmir is also part of India and we will take it one day- kya baap ka hai”. He went on to dare Narendra Modi Government to take PoK from Pakistan. It is not easy, he added. Remember Parliamentary Resolution Really, nobody could think that a man who has been chief minister of Jammu & Kashmir and who has been a Minister at the Centre would reject India’s claim on Pok with such contempt. Faroo Abdullah has been again elected to Lok Sabha from Srinagar in by-election that recorded lowest percentage of polling- around 7 %. He wil...
आप की उल्टी गिनती शुरू

आप की उल्टी गिनती शुरू

Today News, TOP STORIES, राज्य
आजकल उल्टी गिनती एक ”सूचक“ बन गई है, किसी महत्वपूर्ण काम की शुरूआत के लिए या किसी बड़े बदलाव के लिए। हमारे यहां भी कई उल्टी गिनतियां चल रही हैं। एक महत्वपूर्ण उल्टी गिनती पर देश की निगाहें लगी है। जुमा जुमा चार साल पहले पैदा हुई आम आदमी पार्टी की इस उल्टी गिनती की आग में दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजे ने तेल का काम किया है। अब कुमार विश्वास को लेकर खड़ा हुआ संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। उनकी नाराजगियां तो ऐसी हंै कि पार्टी नेता अरविन्द केजरीवाल कोे सचाई का आइना दिखा रही है। निगम चुनाव के नतीजे एक तरह से मीडिया संस्थानों द्वारा कराए गए सर्वेक्षणों का प्रतिबिंब ही थे। उसके बावजूद केजरीवाल ने राजनीतिक अपरिपक्वता और अहंकार का परिचय देकर धमकाते हुए कहा कि चुनाव परिणाम उनके पक्ष में नहीं आए तो वह ‘ईंट से ईंट बजा’ देंगे। अब लगता है उनकी ‘ईंट से ईंट बज’ रही है। क्योंकि न तो कुमार विश्वा...
फारूक साहब, जरा जुबान संभाल कर

फारूक साहब, जरा जुबान संभाल कर

addtop, Today News
आर.के. सिन्हा फारूक अब्दुल्ला अब तोल मोल कर नहीं बोलते। देश के किसी भी नेता से यह उम्मीद रहती है कि वह सोच-समझकर बयान देगा। लेकिन लगता है, फारूक अब्दुल्ला इस नियम को भूल से गए हैं। या फिर जानबूझकर सुनियोजित ढंग से उलटबयानी कर रहे हैं। कुछ दिन पहले फारुक अब्दुल्ला ने चेनाब घाटी में एक कार्यक्रम के दौरान घोर भारत विरोधी बातें कहीं। फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर भारत के दावे को लेकर कहा: “क्या यह तुम्हारे बाप का है”? उन्होंने आगे कहा : “पीओके भारत की बपौती नहीं है जिसे वह हासिल कर ले”। उन्होंने पाकिस्तान के पक्ष में बोलते हुए कहा- “नरेंद्र मोदी सरकार पाकिस्तान के कब्जे से पीओके को लेकर तो दिखाए।” फारूक अब्दुल्ला के मुताबिक पीओके हासिल करना भारत के लिए आसान नहीं है। याद करो संसद के प्रस्ताव को सच में कभी किसी ने नहीं सोचा होगा किसी राज्य का मुख्यमंत्री से ल...
एक साथ चुनाव से लोकतंत्र मजबूत होगा

एक साथ चुनाव से लोकतंत्र मजबूत होगा

Today News
ललित गर्ग - नीति आयोग ने चुनाव आयोग को वर्ष 2024 से लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने का सुझाव देकर एक सार्थक बहस का अवसर प्रदत्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों चुनावों को एक साथ कराने का सुझाव दिया था। राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस सुझाव को राष्ट्रहित में मानते हुए चुनाव आयोग से इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों को एक मंच पर लाने के लिए पहल करने को कहा था। चुनाव एक साथ कराने का विचार बहुत नया हो, ऐसा भी नहीं है। पिछली सरकारों में भी समय-समय पर इस पर चर्चाएं होती रही हैं। लेकिन इस व्यवस्था को लागू करने को लेकर अनेक संवैधानिक समस्याएं भी और कुछ बुनियादी सवाल भी है। इन सबका समाधान करते हुए यदि हम यह व्यवस्था लागू कर सके तो यह सोने में सुहागा होगा। जनता की गाढी कमाई की बर्बादी को रोकने, बार-बार चुनाव प्रक्रिया के होने जनता को होने वाली परेशानी और प्रशा...
एकमात्र तैरती झील लोकटक

एकमात्र तैरती झील लोकटक

Today News, संस्कृति और अध्यात्म
लेखक: अरुण तिवारी लोकटक झील, भारत में ताजे पानी की सबसे बड़ी झील है। यह झील मणिपुर की राजधानी इम्फाल से 53 किलोमीटर दूर और दीमापुर रेलवे स्टेशन के निकट स्थित है। 34.4 डिग्री सेल्सियस का तापमान, 49 से 81 प्रतिशत तक की नमी, 1,183 मिलीमीटर का वार्षिक वर्षा औसत तथा पबोट, तोया और चिंगजाओ पहाड़ मिलकर इसका फैलाव तय करते हैं। इस पर तैरते विशाल हरित घेरों की वजह से इसे तैरती हुई झील कहा जाता है। एक से चार फीट तक मोटे ये विशाल हरित घेरे वनस्पति मिट्टी और जैविक पदार्थों के मेल से निर्मित मोटी परतें हैं। परतों की मोटाई का 20 प्रतिशत हिस्सा पानी में डूबा रहता है; शेष 80 प्रतिशत सतह पर तैरता दिखाई देता है। ये परतें इतनी मज़बूत होती हैं कि स्तनपायी जानवरो का वजन आराम से झेल लेती हैं। स्थानीय बोली में इन्हे फुुमदी कहते हैं। फूमदी के भी मुख्यतः दो प्रकार हैं: 'फूमदी एटाओबा' यानी तैरती हुई फूमदी और 'फू...
अब बात कायापलट की

अब बात कायापलट की

EXCLUSIVE NEWS, Today News
अनुज अग्रवाल (सम्पादक) लो अब दिल्ली भी मोदीमय हो गयी। उड़ीसा, बंगाल, कर्नाटक और हिमाचल के बारे में भी राजनीतिक बिशलेषको के यही अनुमान हें कि यहाँ भी भगवा लहर आनी ही है। तमिलनाडु, केरल और बिहार के लिए भी भगवा खेमा इन्हीं कोशिशो में है। मोदी की नीतियों और व्यक्तित्व के प्रति जनता की दीवानगी अब जूनून में बदलती जा रही है। विमुद्रिकरण और जी एस टी लागू करवाना मोदी सरकार के बड़े आर्थिक फैसले थे जिन्हें जनता का भरपूर समर्थन मिला। किंतू मोदी जनता में इसलिए अधिक लोकप्रिय हुए क्योंकि उन्होंने देसी संस्कृति को प्रतिष्टित किया और दूर देशों में भी उसके मान की स्थापित किया। एक और बड़ी बात उन्होंने देश में टोपी पहनाने यानि छल कपट और बिचौलिया संस्कृति पर लगाम कसी। उन्होंने हर वो रास्ता बंद कर दिया जिससे गरीब और मध्यम वर्ग लुटा जाता रहा। हालांकि देश की आयात संस्कृति पर वो लगाम नहीँ लगा पाए किंतू घोटाला औ...
Central government should also take cognisance of Patanjali product banned by Army CSD: Company was earlier fined by Uttarakhand Court on charges of misbranding and misrepresentation

Central government should also take cognisance of Patanjali product banned by Army CSD: Company was earlier fined by Uttarakhand Court on charges of misbranding and misrepresentation

Today News
It refers to media-reports about the Defence Canteen Stores Department-CSD banning sale of Amla juice marketed by Patanjali Ayurved of Baba ramdev, after the product was found unfit by Kolkatta-based Central Food Laboratory. The Rs 5,000-crore company, Patanjali Ayurved was earlier pulled up by the Food Safety and Standards Authority of India-FSSAI for selling noodles and pasta without the requisite licenses even though Patanjali Atta Noodles packets display an FSSAI license number.   Patanjali Ayurved was earlier in news for being imposed a fine of rupees eleven lakhs by an Uttarakhand court for charges of misbranding and misrepresentation of its products. People in general always believed that all products marketed by Patanjali were manufactured in its own units. But it is ind...
Feasibility of merger of three civic bodies in Delhi

Feasibility of merger of three civic bodies in Delhi

Today News
BJP having emerged victorious in recently held elections to three municipal corporations of Delhi has always been in favour of a unified civic body. Undoubtedly trifurcation of one Municipal Corporation of Delhi in earlier Congress regime was not correct, because it unnecessarily increased overhead-burden on people of Delhi. But big question is feasibility of re-merger, because no one of the newly elected corporator will like to lose his or her seat because of reduced number of elected representatives in the unified civic body.   Best is to prepare an altogether fresh strategy for next round of elections. There may be just two civic bodies in Delhi, one for trans-Yamuna and other for rest of the city because needs and problems of trans-Yamuna area are certainly different. If one...
Fast-track moving towards ruling party finds easy acceptance there with an ideology-less politics in India

Fast-track moving towards ruling party finds easy acceptance there with an ideology-less politics in India

Today News, TOP STORIES
There has been a race amongst some leading names in opposition rushing towards ruling BJP, with even BJP giving an easy entry to those changing sides. Interestingly these very politicians in opposition were earlier amongst the most critical ones for the ruling BJP. Likewise BJP spokespersons were most critical even personally for such politicians now joining BJP. All this reflects that morals and ethics are now nowhere in Indian politics where politics has unfortunately become a profession for many who have no ideology other than to continue with their profession of politics by making hay while the sun shines.   While healthy democratic tradition requires two-party system, India is fast moving from earlier multi-party system now to a single-party system. Fortunately BJP has stuck to a po...