फारूक साहब, जरा जुबान संभाल कर
आर.के. सिन्हा
फारूक अब्दुल्ला अब तोल मोल कर नहीं बोलते। देश के किसी भी नेता से यह उम्मीद रहती है कि वह सोच-समझकर बयान देगा। लेकिन लगता है, फारूक अब्दुल्ला इस नियम को भूल से गए हैं। या फिर जानबूझकर सुनियोजित ढंग से उलटबयानी कर रहे हैं। कुछ दिन पहले फारुक अब्दुल्ला ने चेनाब घाटी में एक कार्यक्रम के दौरान घोर भारत विरोधी बातें कहीं। फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर भारत के दावे को लेकर कहा: “क्या यह तुम्हारे बाप का है”? उन्होंने आगे कहा : “पीओके भारत की बपौती नहीं है जिसे वह हासिल कर ले”। उन्होंने पाकिस्तान के पक्ष में बोलते हुए कहा- “नरेंद्र मोदी सरकार पाकिस्तान के कब्जे से पीओके को लेकर तो दिखाए।” फारूक अब्दुल्ला के मुताबिक पीओके हासिल करना भारत के लिए आसान नहीं है।
याद करो संसद के प्रस्ताव को
सच में कभी किसी ने नहीं सोचा होगा किसी राज्य का मुख्यमंत्री से ल...