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Author: dindiaadmin

सोशल मीडिया की लत पर नियंत्रण ज़रूरी

सोशल मीडिया की लत पर नियंत्रण ज़रूरी

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
रजनीश कपूरकुछ समय पहले तक एक आम धारणा थी कि जब भी कभी घर की बेटी समझदार हो जाए तो उसके विवाह के लिये विचारशुरू हो जाता था। उसी तरह यदि घर का बेटा बिगड़ने लग जाए तो उसे ठीक करने की मंशा से भी उसके विवाह के बारे मेंसोचा जाता था। परंतु आजकल के दौर में ऐसा नहीं है। आजकल का युवा जिस कदर सोशल मीडिया के साथ घंटों बिताता हैउसे लेकर भी माँ-बाप में चिंता बढ़ती जाती है। पिछले दिनों आपने सोशल मीडिया पर होली के उपलक्ष्य में ऐसे कई वायरलवीडियो देखे होंगे जहां लड़के लड़कियाँ खुलेआम ऐसी हरकतें करते दिखाई दिए कि सभी शर्मसार हुए। आख़िर इस समस्याका क्या कारण है और इससे कैसे निपटा जाए?दिल्ली मेट्रो में दो लड़कियों द्वारा अश्लील वीडियो रील बनाने को लेकर काफ़ी बवाल मचा। जैसे ही इस वीडियो को लेकरदिल्ली वालों ने मेट्रो प्रशासन से सवाल पूछे तो दिल्ली मेट्रो ने इसे ‘डीप फ़ेक’ कह कर इससे पल्ला झाड़ने का प्रयास ...
Land bank needed for solar power projects

Land bank needed for solar power projects

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, साहित्य संवाद
Acquiring land for setting up solar power projects is one of the biggestchallenges for solar project developers in India. Solar power project requirelarge track of land and the cost of land is critical in reducing the overallproject costs.To set up solar power project of one megawatt capacity ,around 6000square metre ( around 1.5 acre ) of land is required .By end of December, 2023, India’s installed capacity for solar power wasaround 74 GW and around 45GW of wind power. With the target ofachieving 500GW of renewable power projects by 2030, India has to increasethe installed capacity of solar power projects multifold.To ensure that India would be able to have high solar power installedcapacity by 2030 commensurate with the target of 500 GW for renewableenergy, it is absolutely necessa...
कंगना बनाम कांग्रेस 

कंगना बनाम कांग्रेस 

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
कंगना बनाम कांग्रेस  उत्तराखंड की तरह हिमाचल प्रदेश भी छोटा सा खूबसूरत राज्य है । संयोग है कि दोनों राज्यों में इतने बड़े बड़े धर्मस्थल हैं कि दोनों राज्यों को देवभूमि कहा जाता है । प्रकृति ने इन हिमालयी आभा वाले राज्यों को अपार सौंदर्य से नवाजा है । ये राज्य अध्यात्म , चिंतन , संस्कृति एवम सभ्यता के महान केंद्र हैं । सच कहें तो भारत को ऑक्सीजन देने का बड़ा जिम्मा इन्हीं हिमालयी राज्यों का है । वेद उपनिषद पुराण आदि धर्मग्रंथों के जनक ये दो राज्य कश्मीर , असम और पूर्वोत्तर से मिलकर ज्ञान , तप और साधना के केंद्र हैं । साथ साथ तीर्थाटन एवं पर्यटन के मुख्य आधार रहे हैं । ऐसे में यदि हिमाचल में मंदिरों के गढ़ खूबसूरत मंडी नगर को भाव पूछकर अपमानित किया जाए तो घाव गहरा हो जाता है । इसी क्षेत्र से देश की जानी मानी अभिनेत्री कंगना को उम्मीदवार बनाते ही यदि कोई उनका चित्र डालकर " मंडी मे...
एनडीए बनाम इंडिया या दक्षिण बनाम उत्तर

एनडीए बनाम इंडिया या दक्षिण बनाम उत्तर

BREAKING NEWS
वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। परिवर्तित राजनैतिक समीकरणों के आधार पर यह स्पष्ट हो गया है कि उपरोक्त चुनाव एनडीए बनाम इंडिया अथवा दक्षिण बनाम उत्तर के रूप में होने जा रहा है। इस तथ्य से एनडीए के शिरोमणी नेता मोदी जी भली भांति परिचित हैं साथ ही इंडिया के घटक दलों के नेताओं को भी इसका आभास है। यही कारण है कि मोदी जी दक्षिण की हर छोटी बड़ी पार्टी अथवा नेताओं को एनडीए गठबंधन में जोड़ने के लिए प्रयासरत हैं, जिसमें उनको पर्याप्त सफलता भी मिल रही है। इस प्रकार की गठबंधन युक्त राजनीति में जहाँ कुछ सकारात्मकता दिखाई देती है वहीं इसमें निहित कुछ नकारात्मक प्रभाव भी जनता के मस्तिष्क पर पड़ता है। उदाहरणस्वरूप महाराष्ट्र राज्य के प्रमुख नेता अजीत पवार को एनडीए गठबंधन में सम्मिलित करने से जहाँ महाराष्ट्र में भाजपा की छवि पर असर पड़ा है। वहीं उत्तर भारत के नेता ओमप्रकाश राजभर...
विदेश में पढ़ने जा रहे हैं तो रहें सावधान

विदेश में पढ़ने जा रहे हैं तो रहें सावधान

BREAKING NEWS, TOP STORIES, घोटाला, विश्लेषण, सामाजिक
रजनीश कपूरहमारे देश से उच्च शिक्षा पाने के लिए विदेश जाना कोई नई बात नहीं है। विदेश से पढ़ाई करने वाले भारतीयों की संख्याकाफ़ी है। परंतु जैसे-जैसे समय बदला नए-नए शैक्षणिक संस्थान व विश्वविद्यालय दुनिया के कई देशों में भी खुलते गये। इधरभारत में भी जनसंख्या बढ़ने के कारण यहाँ के विद्यार्थियों को प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थाओं में दाख़िला नहीं मिल पाता। इसीके चलते देश के कई हिस्सों से विद्यार्थियों में पढ़ाई के लिए विदेश जाने की होड़ सी लग गई। परंतु क्या सभी विद्यार्थियों केहिस्से अच्छे संस्थान और उपयोगी डिग्री ही आती है? क्या देश छोड़ कर जाने वाले विद्यार्थियों के साथ कुछ एजेंट धोखा तोनहीं करते? आजकल के माहौल में विदेश में पढ़ाई करने जाने वाले विद्यार्थियों को कई तरह सावधानी बरतने की भी ज़रूरतहै।विदेशों में उच्च शिक्षा पाने के लिए भारत से छात्र दुनिया के कोने कोने में जाते हैं। इनमें सबसे...
<strong>CLIMATE CHALLENGE – </strong>IS  GLOBAL ZERO EMISSION TARGET

CLIMATE CHALLENGE – IS  GLOBAL ZERO EMISSION TARGET

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
N.S.Venkataraman                                                                         ACHIEVABLE ? The State of the Global Climate report by the World Meteorological Organization (WMO) confirmed that the year 2023 was the warmest year on record., with the  global temperature of 1.4 deg.Celsius above pre industrial 1850 -1900 baseline. In a subsequent report  published in March,2024, the World Meteorological Organization said that while the year 2023  capped off the warmest 10-year period on record ,   even hotter temperatures are expected  in the year 2024. It confirmed its fear   that there is a high probability that 2024 will again break the record of 2023. Global temperature rise would inevitably lead to several adverse consequences ...
<strong>पाक से क्यों खफा हैं इस्लामिक मुल्क</strong>

पाक से क्यों खफा हैं इस्लामिक मुल्क

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
 आर.के. सिन्हा पाकिस्तान में आजकल सिर्फ अंदरूनी हालात ही खराब नहीं हैं, उसके सामने कई गंभीर  संकट और भी हैं। उसे उसके दो पड़ोसी देश , जो उसकी तरह से ही इस्लामिक देश हैं, उससे सख़्त नाराज हैं। पहले ईरान और अब अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। फिलहाल अफगानिस्तान और पाकिस्तान आमने-सामने हैं। दोनों मुल्कों क बीच सरहद पर झड़प भी  हुई है। झड़प की शुरूआत पाकिस्तान की तरफ से विगत सोमवार को हुई थी। इसके जवाब में, अफगान तालिबान ने भी सीमा पर पाकिस्तानी चौकियों पर गोलीबारी की। ऐसे में सवाल है कि क्या दोनों देश युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं? पाकिस्तान के हमलों के बाद तालिबान  ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अफगानिस्तान की संप्रभुता पर किसी भी तरह के उल्लंघन के गंभीर परिणाम होंगे। इसके साथ ही तालिबान ने पाकिस्तान की नव...
लोकसभा चुनावों में नारी शक्ति वंदन

लोकसभा चुनावों में नारी शक्ति वंदन

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण, साहित्य संवाद
राहुल का एक और बयान या फिर एक और सेल्फ गोल ?मृत्युंजय दीक्षितलोकसभा चुनाव 2024 की रणभेरी बज चुकी है, सभी राजनैतिक दलों ने अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देना प्रारम्भ कर दिया है । नेता मतदाताओं को रिझाने के लिए गर्मागर्म बयानबाजियां कर रहे हैं। एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटियों और “अबकी बार 400 पार” के नारे के साथ एनडीए गठबंधन ने मनोवैज्ञानिक बढ़त बना ली है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के नेतृत्व में इंडी गठबंधन भी मैदान में उतर चुका है। इंडी गठबंधन जैसे ही ताकत लगाकर खड़ा होता है वैसे ही उसके नेता राहुल गाँधी ही उसकी टांग खींचने वाला काम कर देते हैं । मुंबई में राहुल गांधी की “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” पार्ट -2 का समापन हुआ जिसमें कई महत्वपूर्ण नेता शामिल हुए लेकिन समापन कार्यक्रम में राहुल के अति उत्साह से भरे बयान ने कांग्रेस और इंडी गठबंधन को एक बार फिर बैकफुट पर धकेल दिया।राहुल ज...
चार सौ पार क्यों?

चार सौ पार क्यों?

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
चार सौ पार क्यों?* यूँ तो सुलझे हुए नेता और विचारक सत्ता और प्रतिपक्ष दोनों में ही है। दोनों ख़ेमों में इन दिनों चर्चा का मुद्दा चार सौ पार की जरूरत क्यों? ही है। इसका स्पष्टीकरण देते हुए भाजपा के कर्नाटक से सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता अनंत कुमार हेगड़े ने कहा कि संविधान को बदलने के लिए पार्टी को 400 सीटों की जरूरत होगी। ‘‘कांग्रेस ने संविधान को विकृत कर दिया है। उसका मूल स्वरूप बदल दिया है। उसने संविधान में अनावश्यक चीजें ठूंस दी हैं। ऐसे कानून बनाए गए हैं जो हिन्दू समुदाय का दमन करते हैं। ऐसे में अगर इस स्थिति को बदला जाना है, अगर संविधान को बदला जाना है, तो वह उतनी सीटों से संभव नहीं है जितनी अभी हमारे पास हैं।’’ हालाँकि भाजपा ने इस बयान से दूरी बना ली है । उसने कहा कि वह अपने सांसद के वक्तव्य का अनुमोदन नहीं करती। मगर एक बात पक्की है, भाजपा में इस तरह के बयान और दावे कोई नई ब...
Kashmir rubbing shoulders with Goa

Kashmir rubbing shoulders with Goa

राज्य, विश्लेषण, सामाजिक
Kashmir rubbing shoulders with Goa R.K. Sinha There is much in store for the Indian tourism industry. It can expect a boom for two reasons. First, growing popularity of Kashmir and Goa both the tourist destinations. Second, the Pran-Pratishtha of Ram Lalla in Ayodhya which has become a great religious tourist destination not only in India but in the entire world. It is on the dotted lines. Religion attracts people all over the world. But no one had believed a decade ago that ice-clad Kashmir in winter will become a big tourist attraction. The valley had become a terrorists hide -out. Stone -pelting and firing of gunshots had become a common every day feature. All that is past. In less than ten years everything has changed. No one also believed that well being Kashmiri popula...