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Author: dindiaadmin

सही मायने में आज डॉ. भीमराव आम्बेडकर की जरुरत है

सही मायने में आज डॉ. भीमराव आम्बेडकर की जरुरत है

विश्लेषण, सामाजिक
  बोधिसत्त्व बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने महाराष्ट्र के नागपुर शहर में अशोक विजयदशमी के दिन 14 अक्टूबर, 1956 को अपने लाखों अनुयायियों के साथ बौद्ध धम्म की दीक्षा ली थी. यह दुनिया के इतिहास में एक प्रकार की शानदार रक्तहीन क्रान्ति ही थी, क्योंकि दुनिया में आज तक कभी कोई ऐसा उदाहरण नहीं मिलता है कि जहां आठ लाख लोग बिना किसी लोभ-लालच या भय के अपने नारकीय धर्म को त्यागकर किसी दूसरे धर्म में चले जाएँ. यह बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के जुझारू एवं करिश्माई व्यक्तित्व का ही आकर्षण था कि उनकी एक अपील पर, उनके लाखों अनुयायी बौद्ध हो गए थे. जबकि वे लाखों लोग बौद्ध धम्म और उसके दर्शन को दूर-दूर तक जानते भी नहीं थे, गौतम बुद्ध कौन हैं, उनके माता-पिता कौन थे, वे कहाँ के रहने वाले थे? बौद्ध धम्म के धार्मिक ग्रन्थ कौन से हैं? बौद्ध धम्म में कौन-कौन से अनुष्ठान और पर्व मनाये जाते हैं? बौद्ध धम्म क...
2025 तक टीबी मुक्त भारत के लिए जरुरी है स्वास्थ्य एवं गैर-स्वास्थ्य वर्गों में साझेदारी

2025 तक टीबी मुक्त भारत के लिए जरुरी है स्वास्थ्य एवं गैर-स्वास्थ्य वर्गों में साझेदारी

जीवन शैली / फिल्में / टीवी, सामाजिक
अब इसमें कोई संदेह नहीं कि टीबी मुक्त भारत का सपना सिर्फ स्वास्थ्य कार्यक्रम के ज़रिए नहीं पूरा किया जा सकता है. टीबी होने का खतरा अनेक कारणों से बढ़ता है जिनमें से कुछ स्वास्थ्य विभाग की परिधि से बाहर हैं. उसी तरह टीबी के इलाज पूरा करने में जो बाधाएं हैं वे अक्सर सिर्फ स्वास्थ्य कार्यक्रमों से पूरी तरह दूर हो ही नहीं सकतीं - उदहारण के तौर पर - गरीबी, कुपोषण, आदि. इसीलिए टीबी मुक्त भारत का सपना, सभी स्वास्थ्य और ग़ैर-स्वास्थ्य वर्गों के एकजुट होने पर ही पूरा हो सकता है. इसी केंद्रीय विचार से प्रेरित हो कर, विश्व स्वास्थ्य दिवस 2017 के उपलक्ष्य में, हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्थित, हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) के परिसर में, टीबी मुक्त भारत सम्मेलन का आयोजन हुआ. इंटरनेशनल यूनियन अगेंस्ट टीबी एंड लंग डिजीज (द यूनियन) की पहल पर अनेक विशिष्ठ सह-आयोजकों के साथ संपन्न हुए इस सम्मे...
269,556 समाचार पत्रों के टाइटल निरस्त  और 804 अखबारों को डीएवीपी ने विज्ञापन सूची से बाहर निकाला

269,556 समाचार पत्रों के टाइटल निरस्त और 804 अखबारों को डीएवीपी ने विज्ञापन सूची से बाहर निकाला

EXCLUSIVE NEWS
पुराने विज्ञापनों की जांच शुरू, अपात्र अखबारों से वसूली के निर्देश नई दिल्ली। मोदी सरकार ने पिछले एक साल की जांच के बाद ढाई लाख से अधिक अखबारों का टाईटल निरस्त कर दिया है साथ ही सैंकड़ों अखबारों को डीएवीपी की सूची से बाहर कर दिया है। इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम को पुरानी सारी गड़बड़ी की जांच के निर्देश दिए हैं। इसमें अपात्र अखबारों और मैंगजीन को सरकारी विज्ञापन देने की शिकायतों की जांच भी शामिल है। इसमें गड़बड़ी पाए जाने पर रिकवरी और कानूनी कार्रवाई के निर्देश भी हैं। इसके चलते मीडियाजगत में हड़कंप है। मोदी सरकार द्वारा सख्ती के इशारे के बाद आरएनआई यानि समाचार पत्रों के पंजीयक का कार्यालय और डीएवीपी यानि विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय काफी सख्त हो चुके हैं. समाचार पत्र के संचालन में जरा भी नियमों को नजरअंदाज किया गया तो आरएनआई समाचार पत्र के टाईटल पर रोक लगाने को तत्पर...
दिल्ली राजौरी गार्डन उपचुनाव में भाजपा की बड़ी जीत

दिल्ली राजौरी गार्डन उपचुनाव में भाजपा की बड़ी जीत

BREAKING NEWS
दिल्ली में राजौरी गार्डन में हुए उपचुनाव पर सबकी नज़र थी और यह आश्चर्य ही है कि महज़ दो वर्ष पूर्व प्रचंड बहुमत से जीतकर आई आम आदमी पार्टी अपनी सीट बचाने में नाकाम रही.  राजौरी गार्डन उपचुनाव में जहाँ भाजपा पहले स्थान पर रही वहीं कॉंग्रेस के वोट शेयर में भी वृद्धि हुई. कुल वैध मतों के छठवें हिस्से भी कम मत आम आदमी के प्रत्याशी को प्राप्त हुए. वे अपनी जमानत भी बचाने में कामयाब नहीं हो पाए. हालांकि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हार को स्वीकार करते हुए कहा कि लोगों में हमारे पंजाब जाने को लेकर बहुत नाराजगी थी. मगर हमें उम्मीद है कि हम नगर पालिका चुनावों तक ये नाराजगी दूर कर देंगे. राजौरी गार्डन उपचुनाव के अंतिम परिणाम रहे: भाजपा के मनजिंदर सिंह सिरसा  विजयी 40602 वोट कांग्रेस की मिनाक्षी चंदेला दूसरे स्थान  पर 25950 वोट  आम आदमी पार्टी के हरजीत सिंह तीसरे स्थान पर10243 ...
एबीपी न्यूज़ के ओपिनियन पोल के अनुसार दिल्ली एमसीडी चुनावों में कमल खिलाना चाहती है जनता

एबीपी न्यूज़ के ओपिनियन पोल के अनुसार दिल्ली एमसीडी चुनावों में कमल खिलाना चाहती है जनता

BREAKING NEWS
एबीपी न्यूज़ द्वारा कराए गए ओपिनियन पोल के अनुसार दिल्ली में एमसीडी चुनावों में जनता एक बार फिर से कमल का फूल खिला सकती है.  दिल्ली नगर निगम के लिए 23 अप्रैल को वोट डाले जाने हैं और इसके 25 अप्रैल को नतीजे आएंगे. दिल्ली के मतदाता क्या सोचते हैं, इस बारे में एबीपी न्यूज़ और सीवोटर ने उनकी राय जानी.  इस सर्वे के अनुसार दिल्ली में इस बार नरेंद्र मोदी को लेकर उत्साह है और साथ ही दिल्ली अरविन्द केजरीवाल के मुद्दे पर भी बंटी हुई है....

नरेंद्र मोदी बने इन्स्टाग्राम पर सबसे ज्यादा फॉलो किये जाने वाले नेता

BREAKING NEWS
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी इन्स्टाग्राम पर सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले नेता बन गए हैं. 6.8 मिलियन फॉलोवर के साथ नरेंद्र मोदी सबसे पहले स्थान पर हैं और उनके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हैं.
चुनाव आयोग ने दी अरविन्द केजरीवाल को चुनौती

चुनाव आयोग ने दी अरविन्द केजरीवाल को चुनौती

BREAKING NEWS
ईवीएम में घोटाले पर बार बार वार करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को आज चुनाव आयोग से ही चुनौती का सामना कर पड़ गया. चुनाव आयोग ने चुनौती दी है कि मई के प्रथम सप्ताह से एक सप्ताह या दस दिनों तक ईवीएम को कैसे हैक किया जाता है, यह साबित किया जाए. अब देखना यह है कि अरविन्द केजरीवाल किस तरह इस चुनौती का जबाव देते हैं.    ...
Welcome two-child norms for government-jobs by Assam government should be applicable on all aspects throughout the country

Welcome two-child norms for government-jobs by Assam government should be applicable on all aspects throughout the country

TOP STORIES
It is beyond understanding why pseudo-secularists in the country always sense anti-minority stand in every bold initiative of some state-government for overall welfare of the people. Family-planning programme in India is in force in the country for last so many decades with Congress or UPA governments in power most of the time both at the centre and in states. But now when Assam government has initiated a practical approach in this regard through its decision to give government-jobs only to persons with upto two children, voice is being unnecessarily raised it to be an anti-minority step. Rather such steps which also include providing employment-generating government-schemes to people having adopted two-child norm, should be adopted by the central government at national level. Even two-chi...
Food-wastage should be first prevented in marriage-celebrations and other functions

Food-wastage should be first prevented in marriage-celebrations and other functions

सामाजिक
It refers to welcome statement of Union Food Minister for government-initiative for imposing some checks on food served in hotels of the country, subsequent to concern expressed by Prime Minister on large-scale wastage of food in the country. But study reveals that food is largely wasted in marriage-celebrations and other functions where guests make such wastage because they have not to pay for food-items from their personal pockets, while those enjoying lunch-dinner at hotels otherwise are paying from their own pockets. Therefore restrictions are necessary for food served in marriage-celebrations and other functions like was imposed during emergency-era of 1975-77. Only beverages and snacks that too in some stipulated maximum number of items should be allowed to be served in gatherings of...
Dates of upto one year being given in Delhi hospitals for tests after every facility being made free: Death cannot wait indefinitely: All tests and facilities should be round-the-clock

Dates of upto one year being given in Delhi hospitals for tests after every facility being made free: Death cannot wait indefinitely: All tests and facilities should be round-the-clock

TOP STORIES
Ever since Delhi government has made all facilities including costly tests completely free-of-cost in hospitals of Delhi, waiting-period for many tests like body-scan, MRI etc has been extending beyond even one year. Even long unending queues are witnessed for blood-tests where sample-collection closes at 11.30 am. Rush of incoming patients has increased manifolds because of patients coming from neighbouring states to avail facility of completely free-of-cost medical facilities in hospitals of Delhi government. Delhi government should utilise available costly infrastructure of hospitals in a better way by providing all the facilities including blood-tests, radiology-examinations and even out-patient-departments OPD round-the clock by appointing extra doctors and other staff to work sepa...