Shadow

राष्ट्रीय

थाने इज्जत लूटते, देख रही सरकार। रामराज की बात तब, लगती है बेकार।

थाने इज्जत लूटते, देख रही सरकार। रामराज की बात तब, लगती है बेकार।

addtop, TOP STORIES, राष्ट्रीय, विश्लेषण, सामाजिक
थाने इज्जत लूटते, देख रही सरकार। रामराज की बात तब, लगती है बेकार। (पुलिस थाने के स्तर पर कुकर्म हो तो क्या करें?  नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के हिसाब से बलात्कार के कुल दर्ज मामलों में, प्रत्येक पांच मामलें में से सिर्फ एक में ही बलात्कारी को सजा मिल पाती है; बाकी के सारे बलात्कारी ‘बाइज्जत बरी‘ हो जाते हैं।) -सत्यवान 'सौरभ' भारत में एक पुलिस अधिकारी द्वारा कथित तौर पर चार पुरुषों द्वारा कथित रूप से बलात्कार की गई एक 13 वर्षीय लड़की को फिर से यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा क्योंकि वह सामूहिक बलात्कार और अपहरण की शिकायत दर्ज कराने के लिए अधिकारियों के पास गई थी। यह घटना उत्तर प्रदेश की आबादी वाले राज्य में हुई जहां ललितपुर के एक पुलिस स्टेशन में स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) ने पीड़िता के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया। नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण की घटनाओं के सिलसिले ने ...
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में टैगोर का योगदान अतुलनीय

भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में टैगोर का योगदान अतुलनीय

addtop, Current Affaires, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
(9 मई – रवींद्रनाथ टैगोर जयंती) भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में टैगोर का योगदान अतुलनीय (सच्ची स्वतंत्रता का अर्थ है स्वयं के प्रति सच्चे और ईमानदार होने की क्षमता अन्यथा स्वायत्तता अपनी सारी कीमत खो देती है।) -प्रियंका 'सौरभ'रवींद्रनाथ टैगोर (1861-1941) एक रोमांटिक कवि, उपन्यासकार और गीतकार थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में कई राजनीतिक विचारों का योगदान दिया। रवींद्रनाथ टैगोर ने ब्रिटिश साम्राज्यवाद की निंदा की, फिर भी उन्होंने गांधी और उनके असहयोग आंदोलन का पूरी तरह से समर्थन या सहमति नहीं दी। उन्होंने ब्रिटिश शासन को जनता की सामाजिक "बीमारी" की समग्र "बीमारी" के लक्षण के रूप में देखा। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की प्रगति में टैगोर का योगदान अतुलनीय है; टैगोर ने आमतौर पर ब्रिटिश साम्राज्यवाद की निंदा की और अपने कुछ लेखों में इसके खिलाफ आवाज उठाई। अपने लेखन में,...
क्यों बने भारत हिन्दू राष्ट्र ?

क्यों बने भारत हिन्दू राष्ट्र ?

addtop, BREAKING NEWS, Current Affaires, EXCLUSIVE NEWS, राष्ट्रीय, समाचार, संस्कृति और अध्यात्म, सामाजिक
क्यों बने भारत हिन्दू राष्ट्र ? विनीत नारायण जब भारत का कोई संत श्री राम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में जुड़ने को तैयार नहीं था तब देशभर के संतों को जोड़कर अकेले अपने बूते पर इस आंदोलन को खड़ा करने वाले विरक्त संत स्वामी वामदेव जी महाराज की प्रबल इच्छा थी कि भारत हिंदू राष्ट्र बने। इस विषय पर दशकों पुराना उनका लेख वृंदावन के विरक्त संत और स्वामी वामदेव महाराज के दाहिने हाथ रहे त्यागी बाबा से प्राप्त हुआ है। उसे यहाँ ज्यों का त्यों प्रस्तुत कर रहा हूँ, “वह राष्ट्र जिसका नाम इण्डिया के स्थान में हिन्दुस्थान होगा, क्योंकि संविधान में ‘इण्डिया दैट इज भारत’ इण्डिया देश का नाम है और ‘भारत’ द्वितीय श्रेणी का नाम है। इसलिये इण्डिया के स्थान में हिन्दुस्थान होना आवश्यक है, जिससे ऐसा भान हो, कि यह देश हिन्दू संस्कृति का है। ऐसा सांस्कृतिक वातावरण बनाया जायेगा, जहाँ हर व्यक्ति सर्वसुखी हों, सर्वनिरोगी...
Beating the heatwave – thermal comfort in housing

Beating the heatwave – thermal comfort in housing

addtop, Current Affaires, EXCLUSIVE NEWS, प्रेस विज्ञप्ति, राष्ट्रीय, विश्लेषण
Centre for Science and Environment (CSE) A CSE Media Briefing Note  COUNTERING THE HEAT WAVE Our homes and housing need to be thermally comfortable to be able to withstand the heat wave – but are they? Is India’s buildings sector anywhere close to achieving the objectives of the India Cooling Action Plan 2019? New Delhi, May 6, 2022 North-western and central India has been reeling under scorching temperatures since March this year. While India recorded its warmest March in the last 122 years, by April, the hilly regions of the country were also engulfed by a severe heat wave. In Himachal Pradesh, there were 21 days of heat waves in March-April 2022, with temperatures rising up to an unprecedented 42.5oC in Una; in Drass (Ladakh, one of the coldest places in the country) the mercury...
Mr. Kejriwal, must understand the relations of Gujarat and Maharashtra

Mr. Kejriwal, must understand the relations of Gujarat and Maharashtra

addtop, Current Affaires, TOP STORIES, राज्य, राष्ट्रीय, विश्लेषण, सामाजिक
Shameful its create rift between Gujarat and Maharashtra RK Sinha Chief Minister of Delhi, Arvind Kejriwal has a lot to learn about Maharashtra- Gujarat close relationship. IIT doesn't teach these issues, then how could he know such common things of political history, during his recent Gujarat tour, taunting the Bharatiya Janta Party, said that "Gujarat BJP President is a Marathi. Doesn't BJP get a suitable Gujarati for its state President seat? People say that he is not just the President, instead he runs the Gujarat government from the backdoor. He is indeed the real CM. It is a humiliation of the people of Gujarat". He was pointing to the head of Gujarat unit of BJP Mr. C.R. Patil.  Kejriwal could have even a little knowledge of the collective history of Maharashtra and Gujarat, he wo...
Study emphasises curbs on biomass burning to beat pollution in Delhi

Study emphasises curbs on biomass burning to beat pollution in Delhi

addtop, BREAKING NEWS, Current Affaires, राष्ट्रीय, सामाजिक
Study emphasises curbs on biomass burning to beat pollution in Delhi New Delhi, May 06 (India Science Wire): The health impact of short-term exposure to fine particulate matter (PM2.5), including death is well known. However, the exact association of the acute exposure to various chemicals constituting the PM2.5 chemical species with mortality is relatively unknown, especially in developing countries like India. A new study by a joint team of researchers from the Centre for Atmospheric Sciences at the Indian Institute of Technology (IIT)-Delhi, St. John’s Medical College, Bengaluru, and the council of Scientific and Industrial Research’s National Physical Laboratory (CSIR-NPL) has sought to fill the gap. The researchers examined the associations between mortality and acute exposur...
डीयू के 100 साल-  रहेगी अपने गुरुओं की ऋणि

डीयू के 100 साल- रहेगी अपने गुरुओं की ऋणि

addtop, Current Affaires, राष्ट्रीय, सामाजिक
डीयू के 100 साल-  रहेगी अपने गुरुओं की ऋणि   आर.के. सिन्हा किसी भी स्कूल,कॉलेज या यूनिवर्सिटी की पहचान होती है उसमें शिक्षित हुए विद्यार्थियों तथा शिक्षकों से। इस मोर्चे पर अपने 100 साल का सफर पूरा कर रही दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) जितना भी चाहे गर्व कर सकती है। डीयू की स्थापना 1922 में हुई थी और इसका पहला दीक्षांत समारोह 26 मार्च, 1923 को हुआ था।  उस समय तक डीयू में सिर्फ सेंट स्टीफंस कॉलेज, हिन्दू कॉलेज, रामजस कॉलेज और दिल्ली कॉलेज ( अब जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज) ही थे। ये उन दिनों की बातें हैं जब डीयू में सिर्फ साइंस और आर्ट्स की ही फैक्ल्टी हुआ करती थीं। और अब जब डीयू  में  70 से अधिक कॉलेजें हैं। एक महत्वपूर्ण बिन्दु यह भी है कि डीयू में राजधानी की दो अन्य विश्वविद्लायों क्रमश: जामिया मिल्लिया इस्लामिया तथा जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी के विपरीत शांति तथा सौहार्द बना रहता है। यहां प...
*राष्ट्रभाषा और सुगम न्याय, एक साथ मिल सकते हैं*

*राष्ट्रभाषा और सुगम न्याय, एक साथ मिल सकते हैं*

addtop, BREAKING NEWS, Current Affaires, EXCLUSIVE NEWS, राष्ट्रीय, सामाजिक
*राष्ट्रभाषा और सुगम न्याय, एक साथ मिल सकते हैं* देश के न्यायाधीशों के संयुक्त सम्मेलन में यह बात उभर कर आई कि आम आदमी को सहज, सरल व त्वरित न्याय कैसे मिले? देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण ने कहा कि “वक्त की दरकार है कि अदालतों में स्थानीय भाषाओं को लागू किया जाये, जिसके लिये एक कानूनी व्यवस्था की जरूरत है।“ यहीं से तो देश को एक राष्ट्रभाषा की आवश्यकता है, स्वर मिकलता है। यह भाषा क्या हो कौन से हो हम आज तक तय नहीं कर सकें हैं। यह काम जिनको करना था या है वे राजनीति में उलझे थे और हैं। देश के मुख्य न्यायाधीश के इस तर्क के साथ कि अदालती फैसले सालों-साल तक सरकारों द्वारा लागू न करना देश हित में नहीं है,के साथ ही देश की एक राष्ट्र भाषा पर भी विचार किया जाना ज़रूरी है । देश के संविधान में विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका की जवाबदेही का निर्धारण किया गया है, इस लक्ष्मण रेखा का हमें उल्लंघन ...
पशु चिकित्सकों को भी अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य और कल्याण की जरूरत है।

पशु चिकित्सकों को भी अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य और कल्याण की जरूरत है।

addtop, BREAKING NEWS, Current Affaires, राष्ट्रीय
30 अप्रैल - विश्व पशु चिकित्सा दिवस विशेष पशु चिकित्सकों को भी अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य और कल्याण की जरूरत है। (पशु चिकित्सकों को, अपने रोगियों की तरह, अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य और कल्याण को बनाए रखने के लिए उचित उपकरण और सहायता की आवश्यकता होती है। स्वस्थ जानवरों को स्वस्थ  पशु चिकित्सकों की आवश्यकता होती है। पशु चिकित्सक  दैनिक चुनौतियों और संकटों को संभालने के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित होना जरूरी हैं।) -सत्यवान 'सौरभ' वेटरनरी इंस्पेक्टर, पशु पालन विभाग, हरियाणा सरकार किसी भी क्षेत्र के अन्य डॉक्टरों की तरह पशु चिकित्सक भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं। जानवर, चाहे पालतू जानवर हों या आवारा, प्यार और देखभाल की जरूरत होती है। और यहीं से पशु चिकित्सक बचाव के लिए आते हैं। हर साल अप्रैल के आखिरी शनिवार को, दुनिया भर के लोग पशु चिकित्सकों द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिकाओं के बारे...
राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह में आकर्षण का केंद्र बनी ग्रामीण प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह में आकर्षण का केंद्र बनी ग्रामीण प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी

addtop, BREAKING NEWS, Current Affaires, EXCLUSIVE NEWS, आर्थिक, राष्ट्रीय
फीचर राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह में आकर्षण का केंद्र बनी ग्रामीण प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी गरीबी उन्मूलन, ग्रामीण आत्मनिर्भरता एवं आजीविका बढ़ावा देने में मददगार प्रौद्योगिकी एवं नवाचारों पर केंद्रित जम्मू के सांबा जिले के पल्ली में आयोजित तीन दिवसीय प्रदर्शनी मंगलवार को समाप्त हो गई। इस प्रदर्शनी में ग्रामीण आजीविका एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने से जुड़े वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के तकनीकी नवाचारों ने लोगों को सबसे अधिक आकर्षित किया। इनमें जम्मू की ‘बैंगनी क्रांति’ का पर्याय बनी लैवेंडर की खेती; सीएसआईआर फ्लोरीकल्चर मिशन; सीएसआईआर-अरोमा मिशन, हींग, केसर, दालचीनी जैसे बहुमूल्य उत्पादों की खेती से जुड़ी प्रौद्योगिकी, एकीकृत कीट प्रबंधन, बाँस अपशिष्ट से चारकोल बनाने की तकनीक, और कृषि उत्पादों को बेचने में मददगार किसान सभा ऐप प्रमुखता से शामिल हैं। इस प्रदर...