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प्रधानमंत्री शहीद दिवस पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में बिप्लोबी भारत गैलरी का उद्घाटन करेंगे

प्रधानमंत्री शहीद दिवस पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में बिप्लोबी भारत गैलरी का उद्घाटन करेंगे

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प्रधानमंत्री शहीद दिवस पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में बिप्लोबी भारत गैलरी का उद्घाटन करेंगे शहीद दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल स्थित बिप्लोबी भारत गैलरी का 23 मार्च को छह बजे सायं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान उपस्थितजनों को सम्बोधित भी करेंगे। गैलरी में स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों के योगदान और ब्रिटिश औपनिवेशिक राज के विरुद्ध उनके सशस्त्र प्रतिरोध को दर्शाया जायेगा। इस पक्ष को स्वतंत्रता आंदोलन के मुख्य विमर्श में प्रायः समुचित स्थान नहीं दिया जाता है। इस नई गैलरी का उद्देश्य है कि उन सारी घटनाओं का समग्र चित्रण प्रस्तुत किया जाये जो 1947 में अपनी पराकाष्ठा को पहुंची थीं। साथ ही क्रांतिकारियों द्वारा निभाई गई महत्त्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर किया जाये। ब...
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड की तीन इकाइयों के लिये नई निवेश नीति-2012 की प्रयोजनीयता को बढ़ाने की मंजूरी दी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड की तीन इकाइयों के लिये नई निवेश नीति-2012 की प्रयोजनीयता को बढ़ाने की मंजूरी दी

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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड की तीन इकाइयों के लिये नई निवेश नीति-2012 की प्रयोजनीयता को बढ़ाने की मंजूरी दी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने उर्वरक विभाग के उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसमें हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के तीन संयंत्रों – गोरखपुर, सिंदरी और बरौनी– के लिये नई निवेश नीति (एनआईपी)-2012 की प्रयोजनीयता को विस्तार देने की बात कही गई है। एचयूआरएल का 15 जून, 2016 को निगमीकरण हुआ था। वह कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल), एनटीपीसी लिमिटेड (एनटीपीसी) और इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (आईओसीएल) की संयुक्त उपक्रम कंपनी है। एचयूआरएल 12.7 लाख मीट्रिक टन प्रतिवर्ष संस्थापित क्षमता वाले गैस-आधारित यूरिया संयंत्रों की स्थापना करके एफसीआईएल की गोरखपुर और सिंदरी इकाइयों तथा जीएफसीएल की बरौनी इक...
भारत-जापान शिखर बैठक : संयुक्‍त वक्‍तव्‍य

भारत-जापान शिखर बैठक : संयुक्‍त वक्‍तव्‍य

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भारत-जापान शिखर बैठक : संयुक्‍त वक्‍तव्‍य जापान के प्रधानमंत्री महामहिम श्री किशिदा फुमियो अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के रूप मेंभारत के प्रधानमंत्री महामहिम श्री नरेन्द्र मोदी केसाथ 14वें भारत-जापान वार्षिक शिखर बैठक में भाग लेने के लिए 19 मार्चसे 20मार्च 2022के दौरान एक आधिकारिक दौरे पर भारत आए। दोनों प्रधानमंत्रियों ने यह स्वीकार किया कि यह शिखर बैठक एक ऐसे महत्वपूर्ण समय पर हो रही है जब दोनों देश अपने द्विपक्षीय राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं और भारत अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। दोनों नेताओं ने पिछले वार्षिक शिखर बैठक के बाद के घटनाक्रमों की समीक्षा की और आपसी सहयोग के व्यापक मुद्दों पर चर्चा की। 1. भारत और जापान के बीच विशेष रणनीतिक एवं वैश्विक साझेदारी को दोहराते हुए, दोनों प्रधानमंत्रियों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि 2018 में जार...
जैव विविधता संरक्षण में मददगार हो सकता है नया अध्ययन

जैव विविधता संरक्षण में मददगार हो सकता है नया अध्ययन

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जैव विविधता संरक्षण में मददगार हो सकता है नया अध्ययन भारतीय शोधकर्ताओं की एक ताजा खोज से जैव विविधता संरक्षण के वैश्विक प्रयासों को बढ़ावा मिल सकता है। अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों समेत बंगलूरू स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के शोधकर्ताओं के संयुक्त अध्ययन में पता चला है कि भारत के पूर्वी घाट, और पश्चिमी घाट के पूर्वी किनारों पर स्थित घास के मैदान पौधों की नई प्रजातियों की खोज के लिए समृद्ध स्रोत हो सकते हैं। पौधों की नई प्रजातियों की खोज के लिए वैज्ञानिक अब तक उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में वनों पर ही मुख्य रूप से अपना ध्यान केंद्रित करते रहे हैं। घास के मैदानों को इस धारणा के आधार पर नजरअंदाज कर दिया जाता है कि वे जंगलों के कृत्रिम क्षरण से बने हैं। अक्सर मान लिया जाता है कि घास के मैदानों में केवल पहले से ही ज्ञात कुछ प्रजातियाँ हो सकती हैं, और वहाँ कुछ भी नया मिलने की उम्मीद नहीं ह...
बिना युद्ध विराम और शांति के कैसे होगी स्वास्थ्य सुरक्षा?

बिना युद्ध विराम और शांति के कैसे होगी स्वास्थ्य सुरक्षा?

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बिना युद्ध विराम और शांति के कैसे होगी स्वास्थ्य सुरक्षा? बॉबी रमाकांत - सीएनएस वैश्विक स्तर पर कोविड महामारी की जन स्वास्थ्य आपदा चल रही है, पर जब अस्पताल पर बमबारी हो रही हो तो ऐसे में स्वास्थ्य सुरक्षा की बात करना कितना बेमायने है। यदि स्वास्थ्य सुरक्षा प्राथमिकता है तो यूक्रेन और रूस के मध्य तुरंत युद्ध विराम हो और शांति क़ायम हो। संवाद से समस्याओं का हल निकले क्योंकि युद्ध से समस्याएँ सुलझती नहीं बल्कि और जटिल हो जाती हैं। हालत इतने ख़राब हैं कि बच्चों के अस्पताल भी सुरक्षित न रहें। ऐम्ब्युलन्स हो या क्लिनिक, अस्पताल हो या स्वास्थ्यकर्मी या ज़ख़्मी लोग या अन्य रोगी, सब पर बमबारी हो गयी। इन स्वास्थ्यकर्मी या ज़ख़्मी लोगों या रोगियों पर हमला करने से क्या रूस और यूक्रेन की समस्या हल हो जाएगी? स्वास्थ्य व्यवस्था को ध्वस्त करने से न सिर्फ़ वर्तमान बल्कि भविष्य भी अंधकारमय हो रहा है। इसील...
जम्मू में शुरू हुआ उत्तर भारत का पहला अंतरिक्ष केंद्र

जम्मू में शुरू हुआ उत्तर भारत का पहला अंतरिक्ष केंद्र

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जम्मू में शुरू हुआ उत्तर भारत का पहला अंतरिक्ष केंद्र नई पीढ़ी को अंतरिक्ष विज्ञान से जोड़ने और इस बारे में समाज में वैज्ञानिक चेतना विकसित करने के उद्देश्य से अब देश के विभिन्न हिस्सों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। एक नई पहल के अंतर्गत उत्तर भारत का पहला अंतरिक्ष केंद्र विख्यात भारतीय अंतरिक्ष-वैज्ञानिक सतीश धवन के नाम पर जम्मू में शुरू किया गया है। जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय में स्थापित सतीश धवन अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र का उद्घाटन केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री एवं पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री, डॉ जितेंद्र सिंह ने किया है। डॉ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को देश के दूरदराज हिस्सों तक ...
टीकाकरण कार्यक्रम अच्छे सार्वजनिक स्वास्थ्य की आधारशिला है

टीकाकरण कार्यक्रम अच्छे सार्वजनिक स्वास्थ्य की आधारशिला है

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टीकाकरण कार्यक्रम अच्छे सार्वजनिक स्वास्थ्य की आधारशिला है -सत्यवान 'सौरभ' टीका एक ऐसी जैविक तैयारी है जो किसी विशेष बीमारी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करती है। एक टीके में आमतौर पर एक एजेंट होता है जो रोग पैदा करने वाले सूक्ष्मजीव जैसा दिखता है, और अक्सर सूक्ष्म जीव के कमजोर या मारे गए रूपों, इसके विषाक्त पदार्थों या इसकी सतह प्रोटीन में से एक से बना होता है। टीके प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए एक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की तरह हैं। वे रोग के लक्षणों को उजागर किए बिना शरीर को रोग से लड़ने के लिए तैयार करते हैं। टीकाकरण हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को नई बीमारियों को पहचानने का तरीका सिखाने का काम करता है। हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं से बनी होती है। ये कोशिकाएं आक्रमणकारियों से हमारी रक्षा करती हैं और हानिकारक रोगजनकों को हटाती हैं। टिके एंटीबॉडी का उत्पादन करत...
Winter pollution levels and trends point to a national air quality crisis

Winter pollution levels and trends point to a national air quality crisis

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Winter pollution levels and trends point to a national air quality crisis, says CSE’s latest analysis Analysis contains detailed assessment of all regions – north, south, east, west, central and northeast Bihar and Delhi-NCR top the pollution charts. The eastern region, dominated by the newly monitored towns of Bihar, records particulate pollution higher than the corresponding average of north India during winter. Smaller towns and cities of Bihar more polluted than most cities of north India Among NCR cities, Ghaziabad was the worst hit. Aizawl and Shillong the least polluted cities in the country Cities of north-eastern region have the lowest particulate level among all regions. But its key cities have experienced sharp spike during winter. This national crisis requires urgent and tim...
भारत के कृषि प्रधान राज्यों में भूजल प्रदूषण की समस्या

भारत के कृषि प्रधान राज्यों में भूजल प्रदूषण की समस्या

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भारत के कृषि प्रधान राज्यों में भूजल प्रदूषण की समस्या --सत्यवान 'सौरभ' भूजल प्रदूषित तब होता है जब मानव निर्मित उत्पाद जैसे गैसोलीन, तेल, सड़क लवण और रसायन भूजल में मिल जाते हैं और इसे मानव उपयोग के लिए असुरक्षित और अनुपयुक्त बना देते हैं। भूमि की सतह से प्रदूषित सामग्री मिट्टी के माध्यम से आगे बढ़ सकती है और भूजल में घुल सकती है। . उदाहरण के लिए, कीटनाशक और उर्वरक समय के साथ भूजल आपूर्ति में अपना रास्ता बना लेते हैं जैसा कि भारत के कई कृषि प्रधान राज्यों में देखा गया है। डीडीटी, बीएचसी, कार्बामेट, एंडोसल्फान आदि भारत में उपयोग किए जाने वाले सबसे आम कीटनाशक हैं। लेकिन, कीटनाशक और उर्वरक प्रदूषण के लिए भूजल की भेद्यता मिट्टी की बनावट, उर्वरक और कीटनाशक के उपयोग के पैटर्न, उनके क्षरण उत्पादों और मिट्टी में कुल कार्बनिक पदार्थों द्वारा नियंत्रित होती है। जल संसाधन मंत्रालय द्वारा कि...
भारत के हित और पड़ोसियों के साथ संपर्क

भारत के हित और पड़ोसियों के साथ संपर्क

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भारत के हित और पड़ोसियों के साथ संपर्क-प्रियंका 'सौरभ' शीत युद्ध के दौरान रणनीतिक अलगाव, उपेक्षा की नीति और किसी भी गुट में न शामिल होने की घोषणा के बाद भारत की क्षेत्रीय नीति सीमा पार संबंधों को मजबूत करने की दिशा में स्थानांतरित हो गई। भारत ने अपनी प्रगति पर विशेष ध्यान देते हुए नई पाइपलाइन बिछाने, बिजली नेटवर्क का निर्माण, बंदरगाह, रेल और हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे का उन्नयन, और लोगों से लोगों के आदान-प्रदान को मजबूत करना अपनी नीतियों में शामिल किया। भारत के सामरिक और आर्थिक हितों के लिए पड़ोसियों के साथ क्षेत्रीय संपर्क का महत्व भारत ने अच्छी तरह समझा। मगर कनेक्टिविटी की इस नीति के साथ दशकों के भू-रणनीतिक विचलन, राजनीतिक राष्ट्रवाद और आर्थिक संरक्षणवाद को भी हमने अपने सामने पाया। नई कनेक्टिविटी नीति से चीन ने भारत को चुनौती मानाऔर अपनी  भू-रणनीतिक प्रतिक्रिया से उपमहाद्वीप म...