जीवन की राहः शांति की चाह
आज हर व्यक्ति शांति और खुशी को तलाश रहा है। कुछ लोग भौतिक चीजों में शांति और खुशी ढूंढ़ते हैं तो कुछ नाम एवं प्रसिद्धि में । कई लोग मनोरंजन को इसका माध्यम मानते हैं तो कुछ खेलकूद, सिनेमा एवं पर्यटन में इसका अनुभव करतेे हैं। अधिकांश लोग अपनी इच्छा एवं मनोकामनाओं की पूर्ति को ही शांति मानते हैं। जिन्दगीभर एक के बाद एक इच्छाओं की पूर्ति में लगे रहते हैं और सोचते हैं कि इनकी पूर्ति ही वास्तविक शांति और खुशी हैं। क्या वास्तविक शांति इसे ही कहते हैं?
वास्तविक शांति क्या हैं, इसके लिये मुड़कर एक बार अतीत को देखना जरूरी है। क्या खोया, क्या पाया, इस गणित के सवाल में वास्तविक शांति का स्वरूप् निहित है। आने वाले कल की रचनात्मक तस्वीर के रेखांकन का प्रेरक क्षण है शांति। क्या बनना, क्या मिटाना, इस अन्वेषणा में संकल्पों की सुरक्षा पंक्तियों का निर्माण है शांति। ‘आज’, ‘अभी’, ‘इसी क्षण’ को पूर्णता के साथ ज...