एनडीए बनाम इंडिया या दक्षिण बनाम उत्तर
वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। परिवर्तित राजनैतिक समीकरणों के आधार पर यह स्पष्ट हो गया है कि उपरोक्त चुनाव एनडीए बनाम इंडिया अथवा दक्षिण बनाम उत्तर के रूप में होने जा रहा है। इस तथ्य से एनडीए के शिरोमणी नेता मोदी जी भली भांति परिचित हैं साथ ही इंडिया के घटक दलों के नेताओं को भी इसका आभास है। यही कारण है कि मोदी जी दक्षिण की हर छोटी बड़ी पार्टी अथवा नेताओं को एनडीए गठबंधन में जोड़ने के लिए प्रयासरत हैं, जिसमें उनको पर्याप्त सफलता भी मिल रही है। इस प्रकार की गठबंधन युक्त राजनीति में जहाँ कुछ सकारात्मकता दिखाई देती है वहीं इसमें निहित कुछ नकारात्मक प्रभाव भी जनता के मस्तिष्क पर पड़ता है। उदाहरणस्वरूप महाराष्ट्र राज्य के प्रमुख नेता अजीत पवार को एनडीए गठबंधन में सम्मिलित करने से जहाँ महाराष्ट्र में भाजपा की छवि पर असर पड़ा है। वहीं उत्तर भारत के नेता ओमप्रकाश राजभर...