Shadow

Current Affaires

जम्मू में शुरू हुआ उत्तर भारत का पहला अंतरिक्ष केंद्र

जम्मू में शुरू हुआ उत्तर भारत का पहला अंतरिक्ष केंद्र

Current Affaires, जीवन शैली / फिल्में / टीवी, राष्ट्रीय
जम्मू में शुरू हुआ उत्तर भारत का पहला अंतरिक्ष केंद्र नई पीढ़ी को अंतरिक्ष विज्ञान से जोड़ने और इस बारे में समाज में वैज्ञानिक चेतना विकसित करने के उद्देश्य से अब देश के विभिन्न हिस्सों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। एक नई पहल के अंतर्गत उत्तर भारत का पहला अंतरिक्ष केंद्र विख्यात भारतीय अंतरिक्ष-वैज्ञानिक सतीश धवन के नाम पर जम्मू में शुरू किया गया है। जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय में स्थापित सतीश धवन अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र का उद्घाटन केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री एवं पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री, डॉ जितेंद्र सिंह ने किया है। डॉ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को देश के दूरदराज हिस्सों तक ...
होली भक्ति और विश्वास की विजय का पर्व

होली भक्ति और विश्वास की विजय का पर्व

Current Affaires, EXCLUSIVE NEWS, संस्कृति और अध्यात्म, सामाजिक
होली भक्ति और विश्वास की विजय का पर्व -ललित गर्ग - भक्त एवं भगवान का एक रंग हो जाना ही चरम परिणति है और इसी अंतस और अध्यात्म का अनूठा संगम पर्व है होली। होली प्रेम, आपसी सद्भाव और मस्ती के रंगों में सराबोर हो जाने का अनूठा त्यौहार है। कोरोना महामारी के कारण इस त्यौहार के रंग भले ही फीके पड़े हैं या मेरेे-तेरे की भावना, भागदौड़, स्वार्थ एवं संकीर्णता से होली की परम्परा में बदलाव आया है। परिस्थितियों के थपेड़ों ने होली की खुशी को प्रभावित भी किया है, फिर भी जिन्दगी जब मस्ती एवं खुशी को स्वयं में समेटकर प्रस्तुति का बहाना मांगती है तब प्रकृति हमें होली जैसा रंगारंग त्योहार देती है। होली की सबसे बड़ी विशेषता है कि इसको मनाते हुए हम समाज में मानवीय गुणों को स्थापित करके लोगों में प्रेम, एकता एवं सद्भावना को बढ़ाते हैं। इस त्योहार को मनाने के पीछे की भावना है मानवीय रिश्तों की गरिमा को समृद्धि प्रद...
टीकाकरण कार्यक्रम अच्छे सार्वजनिक स्वास्थ्य की आधारशिला है

टीकाकरण कार्यक्रम अच्छे सार्वजनिक स्वास्थ्य की आधारशिला है

Current Affaires, राष्ट्रीय, सामाजिक
टीकाकरण कार्यक्रम अच्छे सार्वजनिक स्वास्थ्य की आधारशिला है -सत्यवान 'सौरभ' टीका एक ऐसी जैविक तैयारी है जो किसी विशेष बीमारी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करती है। एक टीके में आमतौर पर एक एजेंट होता है जो रोग पैदा करने वाले सूक्ष्मजीव जैसा दिखता है, और अक्सर सूक्ष्म जीव के कमजोर या मारे गए रूपों, इसके विषाक्त पदार्थों या इसकी सतह प्रोटीन में से एक से बना होता है। टीके प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए एक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की तरह हैं। वे रोग के लक्षणों को उजागर किए बिना शरीर को रोग से लड़ने के लिए तैयार करते हैं। टीकाकरण हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को नई बीमारियों को पहचानने का तरीका सिखाने का काम करता है। हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं से बनी होती है। ये कोशिकाएं आक्रमणकारियों से हमारी रक्षा करती हैं और हानिकारक रोगजनकों को हटाती हैं। टिके एंटीबॉडी का उत्पादन करत...
Winter pollution levels and trends point to a national air quality crisis

Winter pollution levels and trends point to a national air quality crisis

Current Affaires, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
Winter pollution levels and trends point to a national air quality crisis, says CSE’s latest analysis Analysis contains detailed assessment of all regions – north, south, east, west, central and northeast Bihar and Delhi-NCR top the pollution charts. The eastern region, dominated by the newly monitored towns of Bihar, records particulate pollution higher than the corresponding average of north India during winter. Smaller towns and cities of Bihar more polluted than most cities of north India Among NCR cities, Ghaziabad was the worst hit. Aizawl and Shillong the least polluted cities in the country Cities of north-eastern region have the lowest particulate level among all regions. But its key cities have experienced sharp spike during winter. This national crisis requires urgent and tim...
भारत के कृषि प्रधान राज्यों में भूजल प्रदूषण की समस्या

भारत के कृषि प्रधान राज्यों में भूजल प्रदूषण की समस्या

Current Affaires, EXCLUSIVE NEWS, राज्य, राष्ट्रीय, विश्लेषण
भारत के कृषि प्रधान राज्यों में भूजल प्रदूषण की समस्या --सत्यवान 'सौरभ' भूजल प्रदूषित तब होता है जब मानव निर्मित उत्पाद जैसे गैसोलीन, तेल, सड़क लवण और रसायन भूजल में मिल जाते हैं और इसे मानव उपयोग के लिए असुरक्षित और अनुपयुक्त बना देते हैं। भूमि की सतह से प्रदूषित सामग्री मिट्टी के माध्यम से आगे बढ़ सकती है और भूजल में घुल सकती है। . उदाहरण के लिए, कीटनाशक और उर्वरक समय के साथ भूजल आपूर्ति में अपना रास्ता बना लेते हैं जैसा कि भारत के कई कृषि प्रधान राज्यों में देखा गया है। डीडीटी, बीएचसी, कार्बामेट, एंडोसल्फान आदि भारत में उपयोग किए जाने वाले सबसे आम कीटनाशक हैं। लेकिन, कीटनाशक और उर्वरक प्रदूषण के लिए भूजल की भेद्यता मिट्टी की बनावट, उर्वरक और कीटनाशक के उपयोग के पैटर्न, उनके क्षरण उत्पादों और मिट्टी में कुल कार्बनिक पदार्थों द्वारा नियंत्रित होती है। जल संसाधन मंत्रालय द्वारा कि...
भारत की जल संस्कृति का दुनिया के लिये महत्व

भारत की जल संस्कृति का दुनिया के लिये महत्व

BREAKING NEWS, Current Affaires, Today News, संस्कृति और अध्यात्म, सामाजिक
विश्व जल दिवस, 22 मार्च 2022 पर विशेष भारत की जल संस्कृति का दुनिया के लिये महत्व  ललित गर्ग  जिन पाँच तत्वों को जीवन का आधार माना गया है, उनमें से एक तत्व जल है। जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। मानव एवं जीव-जन्तुओं के अलावा जल कृषि के सभी रूपों और अधिकांश औद्योगिक उत्पादन प्रक्रियाओं के लिये भी बेहद आवश्यक है। परंतु आज पूरी दुनिया जल-संकट के साए में खड़ी है। अनियोजित औद्योगीकरण, बढ़ता प्रदूषण, घटते रेगिस्तान एवं ग्लेशियर, नदियों के जलस्तर में गिरावट, पर्यावरण विनाश, प्रकृति के शोषण और इनके दुरुपयोग के प्रति असंवेदनशीलता पूरे विश्व को एक बड़े जल संकट की ओर ले जा रही है। पैकेट और बोतल बन्द पानी आज विकास के प्रतीकचिह्न बनते जा रहे हैं और अपने संसाधनों के प्रति हमारी लापरवाही अपनी मूलभूत आवश्यकता को बाजारवाद के हवाले कर देने की राह आसान कर रही है। विशेषज्ञों ने जल को उन प्रमुख ...
क्या ‘द कश्मीर फाइल्स’ से बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक के चश्मे को उतार पाएंगे?

क्या ‘द कश्मीर फाइल्स’ से बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक के चश्मे को उतार पाएंगे?

BREAKING NEWS, Current Affaires, सामाजिक
क्या 'द कश्मीर फाइल्स' से बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक के चश्मे को उतार पाएंगे? -प्रियंका 'सौरभ' 'द कश्मीर फाइल्स' 1990 में कश्मीरी पंडितों द्वारा कश्मीर विद्रोह के दौरान सहे गए क्रूर कष्टों की सच्ची कहानी बताती है। यह एक सच्ची कहानी है, जो कश्मीरी पंडित समुदाय के कश्मीर नरसंहार की पहली पीढ़ी के पीड़ितों के वीडियो साक्षात्कार पर आधारित है। ये ऐसी कहानियां हैं जिन्हें बताने की जरूरत है जो कई अलगाववादियों के लिए सुनना कठिन हो सकती है। इसके बारे में एक पल के लिए सोचें, अगर कश्मीरी हिंदुओं पर इस तरह के क्रूर अत्याचार हुए हैं, तो क्या आप मानवता की खातिर अपने राजनीतिक झुकाव को अलग नहीं रखेंगे और न्याय के अधिकार में पहली पीढ़ी के पीड़ितों के लिए न्याय की उम्मीद नहीं करेंगे ? यह घाटी में अल्पसंख्यक हिंदू पंडितों की रक्षा करने के अपने दायित्व में राज्य की ओर से एक बड़ी विफलता थी। इसने भारत को...
मुसलमानों का क्या करें?

मुसलमानों का क्या करें?

Current Affaires, धर्म, विश्लेषण, सामाजिक
मुसलमानों का क्या करें? विनीत नारायण सुजलाम, सुफलाम, मलयज शीतलाम, शस्य श्यामलाम, भारत माता इतनी उदार हैं कि हर भारतवासी सुखी, स्वस्थ व सम्पन्न हो सकता है। पर स्वतंत्रता के 75 वर्ष बाद भी अधिकतर आबादी पेट पालने के लिए भी दान के अनाज पर निर्भर है। कई दशकों तक ‘ग़रीबी हटाओ’ के नाम पर उसे झुनझुना थमाया गया। पर उसकी ग़रीबी दूर नहीं हुई। आज ग़रीबी के साथ युवा बेरोज़गारी एक बहुत बड़ी समस्या बन गयी है । जिसका निदान अगर जल्दी नहीं हुआ तो करोड़ों युवाओं की ये फ़ौज देश भर में हिंसा, अपराध और लूट में शामिल हो जाएगी। हर राजनैतिक दल अपने वोटों का ध्रुवीकरण के लिए जनता को किसी न किसी नारे में उलझाए रखता है और चुनाव जीतने के लिए उसे बड़े-बड़े लुभावने सपने भी दिखाता है। पिछले कुछ वर्षों से अल्पसंख्यक मुसलमानों का डर बहुसंख्यक हिंदुओं को दिखाया जा रहा है। आधुनिक सूचना तकनीकी की मदद से ‘इस्लमोफोबिया’ को घर-घ...
भारत के हित और पड़ोसियों के साथ संपर्क

भारत के हित और पड़ोसियों के साथ संपर्क

Current Affaires, EXCLUSIVE NEWS, राष्ट्रीय, सामाजिक
भारत के हित और पड़ोसियों के साथ संपर्क-प्रियंका 'सौरभ' शीत युद्ध के दौरान रणनीतिक अलगाव, उपेक्षा की नीति और किसी भी गुट में न शामिल होने की घोषणा के बाद भारत की क्षेत्रीय नीति सीमा पार संबंधों को मजबूत करने की दिशा में स्थानांतरित हो गई। भारत ने अपनी प्रगति पर विशेष ध्यान देते हुए नई पाइपलाइन बिछाने, बिजली नेटवर्क का निर्माण, बंदरगाह, रेल और हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे का उन्नयन, और लोगों से लोगों के आदान-प्रदान को मजबूत करना अपनी नीतियों में शामिल किया। भारत के सामरिक और आर्थिक हितों के लिए पड़ोसियों के साथ क्षेत्रीय संपर्क का महत्व भारत ने अच्छी तरह समझा। मगर कनेक्टिविटी की इस नीति के साथ दशकों के भू-रणनीतिक विचलन, राजनीतिक राष्ट्रवाद और आर्थिक संरक्षणवाद को भी हमने अपने सामने पाया। नई कनेक्टिविटी नीति से चीन ने भारत को चुनौती मानाऔर अपनी  भू-रणनीतिक प्रतिक्रिया से उपमहाद्वीप म...
Why are women and female entrepreneurs denied equal opportunities

Why are women and female entrepreneurs denied equal opportunities

BREAKING NEWS, Current Affaires, विश्लेषण, सामाजिक
Why are women and female entrepreneurs denied equal opportunities in boardrooms and the corporate world? - R.K. Sinha On March 8, the auspicious occasion of International Women's Day, several opinions and perspectives came to light about the numerous successful accomplishments of women across the globe. It was indeed refreshing news to come across. But one aspect that seemed to have not been mentioned was that now women are triumphantly climbing the corporate ladders and snagging peak positions. The appointment of Nishi Vasudeva as the Chairman and Managing director of state-owned Hindustan Petroleum Corporation Limited (HPCL), and Alka Mittal as Interim Chairman and Managing Director of the Oil and Natural Gas Corporation (ONGC) indicates that women are now given favorable opportunit...