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हिजाब पर फैसले में बाबा साहेब की राय कितनी अहम

हिजाब पर फैसले में बाबा साहेब की राय कितनी अहम

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हिजाब पर फैसले में बाबा साहेब की राय कितनी अहम आर.के. सिन्हा बाबा साहेब डॉ बी० आर० अम्बेडकर किसी गंभीर और संवेदनशील मसले पर भी अपनी राय  बेबाकी से ही रखते थे। उनकी मुस्लिम समाज की औरतों के हिजाब और बुर्का पहनने पर प्रगट किये गए सार्वजनिक विचार 75 सालों के बाद भी समीचिन और स्पष्ट हैं। इसलिए ही  कर्नाटक हाई कोर्ट ने राज्य के स्कूलों में हिजाब पहनने या ना पहनने को लेकर चल रही बहस पर अपना फैसला सुनाते हुए बाबा साहेब के विचारों का भी विस्तार से हवाला दिया। बाबा साहब ने अपनी मशहूर किताब “पाकिस्तान ओर द पार्टिशन ऑफ इंडिया (1945)”  में लिखा था, 'एक मुस्लिम महिला सिर्फ अपने बेटे, भाई, पिता, चाचा ताऊ और शौहर को देख सकती है या फिर अपने वैसे रिश्तेदारों को जिन पर विश्वास किया जा सकता है। वो मस्जिद में नमाज अदा करने तक भी नहीं जा सकती। मुसलमानों में भी हिंदुओं की तरह और कई जगह तो उनसे भी ज्यादा साम...
बिना युद्ध विराम और शांति के कैसे होगी स्वास्थ्य सुरक्षा?

बिना युद्ध विराम और शांति के कैसे होगी स्वास्थ्य सुरक्षा?

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बिना युद्ध विराम और शांति के कैसे होगी स्वास्थ्य सुरक्षा? बॉबी रमाकांत - सीएनएस वैश्विक स्तर पर कोविड महामारी की जन स्वास्थ्य आपदा चल रही है, पर जब अस्पताल पर बमबारी हो रही हो तो ऐसे में स्वास्थ्य सुरक्षा की बात करना कितना बेमायने है। यदि स्वास्थ्य सुरक्षा प्राथमिकता है तो यूक्रेन और रूस के मध्य तुरंत युद्ध विराम हो और शांति क़ायम हो। संवाद से समस्याओं का हल निकले क्योंकि युद्ध से समस्याएँ सुलझती नहीं बल्कि और जटिल हो जाती हैं। हालत इतने ख़राब हैं कि बच्चों के अस्पताल भी सुरक्षित न रहें। ऐम्ब्युलन्स हो या क्लिनिक, अस्पताल हो या स्वास्थ्यकर्मी या ज़ख़्मी लोग या अन्य रोगी, सब पर बमबारी हो गयी। इन स्वास्थ्यकर्मी या ज़ख़्मी लोगों या रोगियों पर हमला करने से क्या रूस और यूक्रेन की समस्या हल हो जाएगी? स्वास्थ्य व्यवस्था को ध्वस्त करने से न सिर्फ़ वर्तमान बल्कि भविष्य भी अंधकारमय हो रहा है। इसील...
चार राज्यों के चुनाव में नये  मिथक गढ़ती भाजपा

चार राज्यों के चुनाव में नये मिथक गढ़ती भाजपा

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चार राज्यों के चुनाव में नये  मिथक गढ़ती भाजपा पांच राज्यों में से चार राज्यों में नयी ताकत से लौटी भाजपा ने कई मिथक तोड़े द्य यूपी और उत्तराखंड में उसकी वापसी पर राजनीतिक गलियारों में आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है द्य अलबत्ता पंजाब में आप की जीत भी कोई कम करिश्माई नहीं मानी जा रही है द्य जहां सबसे नई आम आदमी पार्टी ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का एक तरह से सूपड़ा ही साफ़ कर दिया द्य यहां भी कुछ वैसा ही घटा जैसा दो बार दिल्ली में घट चुका द्य पांचो राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने अपनी जमीन और छोटी कर ली है द्य हर  राज्य में उसका प्रदर्शन सबसे लचर रहा द्य यद्यपि महत्व  सभी राज्यों के चुनावों का अपनी जगह पर है लेकिन यूपी और पंजाब पर देश की ख़ास निगाहें थीं द्य पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस आंतरिक कलह से जूझ रही थी द्य उसके सामने सत्ता बचाने का संकट था द्य सिद्धू की अकड़ ए पार्ट...
बिजली ट्रांसफॉर्मर की दक्षता बढ़ाने के लिए सिलिका का उपयोग

बिजली ट्रांसफॉर्मर की दक्षता बढ़ाने के लिए सिलिका का उपयोग

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बिजली ट्रांसफॉर्मर की दक्षता बढ़ाने के लिए सिलिका का उपयोग पिछले कुछ वर्षों से बिजली की निरंतर बढ़ती माँग के साथ-साथ विद्युत प्रणालियों को बेहतर बनाने की चुनौती भी बढ़ी है। बिजली व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण अंग ट्रांसफार्मर है, जिसके कोर में ऊर्जा क्षरण के साथ-साथ करंट प्रवाह में भूमिका निभाने वाली वाइंडिंग में गर्मी उत्पन्न होती है। इस समस्या से बचने के लिए ट्रांसफार्मर में इंसुलेटिंग ऑयल का उपयोग किया जाता है, जो कूलेंट का काम करता है, और ट्रांसफार्मर के ताप को संतुलित रखता है। ट्रांसफार्मर ऑयल उचित इन्सुलेशन प्रदान नहीं करता, तो ट्रांसफार्मर फेल हो सकता है, जिससे बिजली का प्रवाह बंद हो जाता है। ट्रांसफार्मर में तापमान 200 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने से आग लग सकती है। पारंपरिक ट्रांसफार्मर ऑयल के साथ एक समस्या है कि यह अपघटित नहीं होता। इसीलिए, ट्रांसफार्मर में उपयोग होने वाले पारंपरिक ...
जम्मू में शुरू हुआ उत्तर भारत का पहला अंतरिक्ष केंद्र

जम्मू में शुरू हुआ उत्तर भारत का पहला अंतरिक्ष केंद्र

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जम्मू में शुरू हुआ उत्तर भारत का पहला अंतरिक्ष केंद्र नई पीढ़ी को अंतरिक्ष विज्ञान से जोड़ने और इस बारे में समाज में वैज्ञानिक चेतना विकसित करने के उद्देश्य से अब देश के विभिन्न हिस्सों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। एक नई पहल के अंतर्गत उत्तर भारत का पहला अंतरिक्ष केंद्र विख्यात भारतीय अंतरिक्ष-वैज्ञानिक सतीश धवन के नाम पर जम्मू में शुरू किया गया है। जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय में स्थापित सतीश धवन अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र का उद्घाटन केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री एवं पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री, डॉ जितेंद्र सिंह ने किया है। डॉ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को देश के दूरदराज हिस्सों तक ...
होली भक्ति और विश्वास की विजय का पर्व

होली भक्ति और विश्वास की विजय का पर्व

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होली भक्ति और विश्वास की विजय का पर्व -ललित गर्ग - भक्त एवं भगवान का एक रंग हो जाना ही चरम परिणति है और इसी अंतस और अध्यात्म का अनूठा संगम पर्व है होली। होली प्रेम, आपसी सद्भाव और मस्ती के रंगों में सराबोर हो जाने का अनूठा त्यौहार है। कोरोना महामारी के कारण इस त्यौहार के रंग भले ही फीके पड़े हैं या मेरेे-तेरे की भावना, भागदौड़, स्वार्थ एवं संकीर्णता से होली की परम्परा में बदलाव आया है। परिस्थितियों के थपेड़ों ने होली की खुशी को प्रभावित भी किया है, फिर भी जिन्दगी जब मस्ती एवं खुशी को स्वयं में समेटकर प्रस्तुति का बहाना मांगती है तब प्रकृति हमें होली जैसा रंगारंग त्योहार देती है। होली की सबसे बड़ी विशेषता है कि इसको मनाते हुए हम समाज में मानवीय गुणों को स्थापित करके लोगों में प्रेम, एकता एवं सद्भावना को बढ़ाते हैं। इस त्योहार को मनाने के पीछे की भावना है मानवीय रिश्तों की गरिमा को समृद्धि प्रद...
टीकाकरण कार्यक्रम अच्छे सार्वजनिक स्वास्थ्य की आधारशिला है

टीकाकरण कार्यक्रम अच्छे सार्वजनिक स्वास्थ्य की आधारशिला है

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टीकाकरण कार्यक्रम अच्छे सार्वजनिक स्वास्थ्य की आधारशिला है -सत्यवान 'सौरभ' टीका एक ऐसी जैविक तैयारी है जो किसी विशेष बीमारी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करती है। एक टीके में आमतौर पर एक एजेंट होता है जो रोग पैदा करने वाले सूक्ष्मजीव जैसा दिखता है, और अक्सर सूक्ष्म जीव के कमजोर या मारे गए रूपों, इसके विषाक्त पदार्थों या इसकी सतह प्रोटीन में से एक से बना होता है। टीके प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए एक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की तरह हैं। वे रोग के लक्षणों को उजागर किए बिना शरीर को रोग से लड़ने के लिए तैयार करते हैं। टीकाकरण हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को नई बीमारियों को पहचानने का तरीका सिखाने का काम करता है। हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं से बनी होती है। ये कोशिकाएं आक्रमणकारियों से हमारी रक्षा करती हैं और हानिकारक रोगजनकों को हटाती हैं। टिके एंटीबॉडी का उत्पादन करत...
Winter pollution levels and trends point to a national air quality crisis

Winter pollution levels and trends point to a national air quality crisis

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Winter pollution levels and trends point to a national air quality crisis, says CSE’s latest analysis Analysis contains detailed assessment of all regions – north, south, east, west, central and northeast Bihar and Delhi-NCR top the pollution charts. The eastern region, dominated by the newly monitored towns of Bihar, records particulate pollution higher than the corresponding average of north India during winter. Smaller towns and cities of Bihar more polluted than most cities of north India Among NCR cities, Ghaziabad was the worst hit. Aizawl and Shillong the least polluted cities in the country Cities of north-eastern region have the lowest particulate level among all regions. But its key cities have experienced sharp spike during winter. This national crisis requires urgent and tim...
भारत के कृषि प्रधान राज्यों में भूजल प्रदूषण की समस्या

भारत के कृषि प्रधान राज्यों में भूजल प्रदूषण की समस्या

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भारत के कृषि प्रधान राज्यों में भूजल प्रदूषण की समस्या --सत्यवान 'सौरभ' भूजल प्रदूषित तब होता है जब मानव निर्मित उत्पाद जैसे गैसोलीन, तेल, सड़क लवण और रसायन भूजल में मिल जाते हैं और इसे मानव उपयोग के लिए असुरक्षित और अनुपयुक्त बना देते हैं। भूमि की सतह से प्रदूषित सामग्री मिट्टी के माध्यम से आगे बढ़ सकती है और भूजल में घुल सकती है। . उदाहरण के लिए, कीटनाशक और उर्वरक समय के साथ भूजल आपूर्ति में अपना रास्ता बना लेते हैं जैसा कि भारत के कई कृषि प्रधान राज्यों में देखा गया है। डीडीटी, बीएचसी, कार्बामेट, एंडोसल्फान आदि भारत में उपयोग किए जाने वाले सबसे आम कीटनाशक हैं। लेकिन, कीटनाशक और उर्वरक प्रदूषण के लिए भूजल की भेद्यता मिट्टी की बनावट, उर्वरक और कीटनाशक के उपयोग के पैटर्न, उनके क्षरण उत्पादों और मिट्टी में कुल कार्बनिक पदार्थों द्वारा नियंत्रित होती है। जल संसाधन मंत्रालय द्वारा कि...
भारत की जल संस्कृति का दुनिया के लिये महत्व

भारत की जल संस्कृति का दुनिया के लिये महत्व

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विश्व जल दिवस, 22 मार्च 2022 पर विशेष भारत की जल संस्कृति का दुनिया के लिये महत्व  ललित गर्ग  जिन पाँच तत्वों को जीवन का आधार माना गया है, उनमें से एक तत्व जल है। जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। मानव एवं जीव-जन्तुओं के अलावा जल कृषि के सभी रूपों और अधिकांश औद्योगिक उत्पादन प्रक्रियाओं के लिये भी बेहद आवश्यक है। परंतु आज पूरी दुनिया जल-संकट के साए में खड़ी है। अनियोजित औद्योगीकरण, बढ़ता प्रदूषण, घटते रेगिस्तान एवं ग्लेशियर, नदियों के जलस्तर में गिरावट, पर्यावरण विनाश, प्रकृति के शोषण और इनके दुरुपयोग के प्रति असंवेदनशीलता पूरे विश्व को एक बड़े जल संकट की ओर ले जा रही है। पैकेट और बोतल बन्द पानी आज विकास के प्रतीकचिह्न बनते जा रहे हैं और अपने संसाधनों के प्रति हमारी लापरवाही अपनी मूलभूत आवश्यकता को बाजारवाद के हवाले कर देने की राह आसान कर रही है। विशेषज्ञों ने जल को उन प्रमुख ...