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<strong>पाक से क्यों खफा हैं इस्लामिक मुल्क</strong>

पाक से क्यों खफा हैं इस्लामिक मुल्क

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
 आर.के. सिन्हा पाकिस्तान में आजकल सिर्फ अंदरूनी हालात ही खराब नहीं हैं, उसके सामने कई गंभीर  संकट और भी हैं। उसे उसके दो पड़ोसी देश , जो उसकी तरह से ही इस्लामिक देश हैं, उससे सख़्त नाराज हैं। पहले ईरान और अब अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। फिलहाल अफगानिस्तान और पाकिस्तान आमने-सामने हैं। दोनों मुल्कों क बीच सरहद पर झड़प भी  हुई है। झड़प की शुरूआत पाकिस्तान की तरफ से विगत सोमवार को हुई थी। इसके जवाब में, अफगान तालिबान ने भी सीमा पर पाकिस्तानी चौकियों पर गोलीबारी की। ऐसे में सवाल है कि क्या दोनों देश युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं? पाकिस्तान के हमलों के बाद तालिबान  ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अफगानिस्तान की संप्रभुता पर किसी भी तरह के उल्लंघन के गंभीर परिणाम होंगे। इसके साथ ही तालिबान ने पाकिस्तान की नव...
लोकसभा चुनावों में नारी शक्ति वंदन

लोकसभा चुनावों में नारी शक्ति वंदन

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण, साहित्य संवाद
राहुल का एक और बयान या फिर एक और सेल्फ गोल ?मृत्युंजय दीक्षितलोकसभा चुनाव 2024 की रणभेरी बज चुकी है, सभी राजनैतिक दलों ने अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देना प्रारम्भ कर दिया है । नेता मतदाताओं को रिझाने के लिए गर्मागर्म बयानबाजियां कर रहे हैं। एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटियों और “अबकी बार 400 पार” के नारे के साथ एनडीए गठबंधन ने मनोवैज्ञानिक बढ़त बना ली है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के नेतृत्व में इंडी गठबंधन भी मैदान में उतर चुका है। इंडी गठबंधन जैसे ही ताकत लगाकर खड़ा होता है वैसे ही उसके नेता राहुल गाँधी ही उसकी टांग खींचने वाला काम कर देते हैं । मुंबई में राहुल गांधी की “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” पार्ट -2 का समापन हुआ जिसमें कई महत्वपूर्ण नेता शामिल हुए लेकिन समापन कार्यक्रम में राहुल के अति उत्साह से भरे बयान ने कांग्रेस और इंडी गठबंधन को एक बार फिर बैकफुट पर धकेल दिया।राहुल ज...
चार सौ पार क्यों?

चार सौ पार क्यों?

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय
चार सौ पार क्यों?* यूँ तो सुलझे हुए नेता और विचारक सत्ता और प्रतिपक्ष दोनों में ही है। दोनों ख़ेमों में इन दिनों चर्चा का मुद्दा चार सौ पार की जरूरत क्यों? ही है। इसका स्पष्टीकरण देते हुए भाजपा के कर्नाटक से सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता अनंत कुमार हेगड़े ने कहा कि संविधान को बदलने के लिए पार्टी को 400 सीटों की जरूरत होगी। ‘‘कांग्रेस ने संविधान को विकृत कर दिया है। उसका मूल स्वरूप बदल दिया है। उसने संविधान में अनावश्यक चीजें ठूंस दी हैं। ऐसे कानून बनाए गए हैं जो हिन्दू समुदाय का दमन करते हैं। ऐसे में अगर इस स्थिति को बदला जाना है, अगर संविधान को बदला जाना है, तो वह उतनी सीटों से संभव नहीं है जितनी अभी हमारे पास हैं।’’ हालाँकि भाजपा ने इस बयान से दूरी बना ली है । उसने कहा कि वह अपने सांसद के वक्तव्य का अनुमोदन नहीं करती। मगर एक बात पक्की है, भाजपा में इस तरह के बयान और दावे कोई नई ब...
LIKELY SCENARIO IN INDIA AFTER 2024 ELECTION

LIKELY SCENARIO IN INDIA AFTER 2024 ELECTION

TOP STORIES, राष्ट्रीय
N.S.Venkataraman With the announcement of the poll schedule for the 2024 parliamentary election, there is palpable excitement and expectation amongst the countrymen  about the shape of things to happen in India after the  results of the election are announced. There is also speculation abroad about the future course of developments in India. With around 970 million people in India registered as voters , the forthcoming 2024 election would go down in history as the largest democratic election exercise in the world.  It is expected that the polls would be conducted with  reasonable level of fairness, dignity  and with people’s enthusiastic  participation , as the process of conducting elections  in India over the last several decades have attaine...
आम चुनाव में अर्जुन की आंख चाहिए

आम चुनाव में अर्जुन की आंख चाहिए

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
- ललित गर्ग-लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और चुनाव का माहौल गरमा रहा है। चुनावों की तारीखें घोषित किए जाने के साथ ही जैसी कि उम्मीद थी, सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बयानबाजी और तेज हो गई। कौरव रूपी विपक्षी दल एवं पाण्डव रूपी भाजपा के बीच इस चुनाव में असली जंग सत्य और असत्य के बीच है। सत्ता पक्ष और विपक्ष की यह नोक-झोंक ही तो लोकतंत्र की खूबसूरती है, यह जितनी शालीन एवं उग्र होगी, लोकतंत्र का यह महापर्व कुंभ उतना ही ऐतिहासिक एवं खास होगा। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतन्त्र है और उदार बहुदलीय राजनैतिक प्रणाली का जीवन्त उदाहरण है जिसकी वजह से चुनावों का समय एवं प्रचार विविधतापूर्ण, आक्रामक व रंग-रंगीला होना ही है मगर इसमें कहीं भी कड़वापन, उच्छृंखलता और आपसी रंजिश का पुट नहीं आना चाहिए। इस बार के चुनाव में जहां भाजपा नेतृत्व अगले 20 वर्षों का विजन पेश कर रहा है, वहीं कांग्रेस नेतृत्व इस...
संयुक्तराष्ट्र महासभा का खतरनाक दोहरा रवैया

संयुक्तराष्ट्र महासभा का खतरनाक दोहरा रवैया

BREAKING NEWS, TOP STORIES, समाचार
मृत्युंजय दीक्षितविश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत में जब लोकतंत्र के महापर्व की रणभेरी बजने वाली थी तब सयुंक्तराष्ट्र महासभा में पाकिस्तान और चीन ने अपनी विकृत भारत विरोधी विचारधारा से प्रेरित, इस्लामोफोबिया के नाम पर अयोध्या व सीएए का गलत उल्लेख करते हुए एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया जो इन देशों की मानसिकता को तो दर्शाता ही है साथ ही संयुक्तराष्ट्र महासभा के दोहरे मापदंड को भी बेनकाब करता है। भारत विगत कई वर्षो से संयुक्तराष्ट्र महासभा में स्थायी सदस्यता प्राप्त करने के लिए, “वसुधैव कुटुम्बकम” की नीति के बल पर अथक प्रयास कर रहा है किंतु चीन हर बार भारत के नेतृत्व में चल रहे सयुंक्तराष्ट्र महासभा के सुधार अभियान और भारत की स्थायी सदस्यत के खिलाफ वीटो कर देता है। संयुक्तराष्ट्र महासभा में अकातंकवाद के खिलाफ लड़ाई को भी अगर कोई देश कमजोर कर रहा है तो वह चीन और पाकिस्तान की जुगलबंदी है जि...
यह बांड की राजनीति

यह बांड की राजनीति

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण
इलेक्ट्रोल बॉन्ड से अडानी अम्बानी का नाम गायब है बस इसी से राहुल सहित पूरे विपक्ष के मुंह पर जूता पड़ गया है-अच्छा डोनेशन हर पार्टी प्राप्त करती है-जो पार्टी सत्ता में रहती है वह अधिक पाती है, और जो विपक्ष में है उसे कम मिलता है —और यह कोई गुप्त रहस्य नहीं बल्कि राजनीति का आदिकालीन सुस्थापित सत्य है,जिस इंडीविजुअल या कंपनी का जिस पार्टी को सपोर्ट करने का मन हुआ उसने उसे इलेक्टोरल बाँड्स के माध्यम से पैसा दिया-यहाँ प्रश्न यह है कि मेरी धनसंपदा सिर्फ मेरी है - मैं जिसे मर्जी उसे दूँ. . . इसमे अनुचित क्या है-?कि कोई इसे “स्कैम” कहने की मूर्खतापूर्ण हेकड़ी दिखाये-??? लेकिन युवराज न केवल इसे स्कैम कह रहा हैं, बल्कि खुलेआम उन उद्योगपतियों / उद्योग-समूहों को धमका भी रहा हैं कि जिस दिन हम पॉवर में आ गये उस दिन तुम्हारा जीना हराम कर देंगे- और धमकी देने की क्या वजह है? वजह है खुद को कम और भा...
भारत का वैभवशाली विवाह संस्कार

भारत का वैभवशाली विवाह संस्कार

BREAKING NEWS, TOP STORIES, संस्कृति और अध्यात्म
स्वतंत्रता प्राप्ति के समय जहाँ भारत की गणना एक निर्धन राष्ट्र के रूप में होती थी, वहीं इन 75 वर्षों में भारत ने सभी क्षेत्रों में अत्यधिक प्रगति की है। आज भारत को गर्व है कि हमारे देश में एक ऐसे विवाह का आयोजन हो रहा है, जो सम्पूर्ण विश्व को अचम्भित करने वाला है। यदि इतिहास के पृष्ठों पर दृष्टिपात किया जाए तो, हमें किसी भी विवाह समारोह में इतने वैभवपूर्ण संस्कार की कोई सूचना नहीं मिलती है। विवाह पूर्व आयोजित अम्बानी परिवार में होने इस संस्कार समारोह के आधार पर यदि विवाह के मुख्य आयोजन की वैभवता का अनुमान लगाया जाए तो सम्भवतया इसकी वैभवता सर्वोच्च स्तर की होगी। इस विवाह के जानकारों का अनुमान है कि केवल एक दिन के संस्कार में जहाँ विश्व के अधिकांश धनी व्यक्ति अपना आशीर्वाद देने हेतु उपस्थित हुए, उन्होंने पानी के जहाज, टापू, गाड़ियाँ, दुर्लभ हीरों की अंगुठियाँ आदि करोड़ों के उपहार स्वरूव...
सोने की कीमत में अभूतपूर्व वृद्धि

सोने की कीमत में अभूतपूर्व वृद्धि

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, आर्थिक, विश्लेषण, समाचार
सोना उछल रहा है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत बढ़ने से भारत में भी दाम में वृद्धि हुई है. बीते पांच मार्च को ही 24 कैरेट सोने की कीमत 66,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गयी, जो अब तक की अधिकतम कीमत है. बाजार के बंद होने से आठ मार्च से दस मार्च तक यह कीमत 66,021 रुपये बनी रही. अंतरराष्ट्रीय बाजार में पांच मार्च को एक औंस सोने की कीमत 2,126 डॉलर हो गयी. वर्ष 2024 के दो महीनों में मूल्य में 2.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. ऐसे में 14 से 18 फरवरी के दौरान 12.8 टन सोने की कीमत के बराबर सॉवरन गोल्ड बॉन्ड की खरीद हुई क्योंकि इसमें निवेशकों को सोने से ज्यादा फायदा हुआ. सोने की कीमत का अनुमान लगाने वाली कुछ प्रमुख एजेंसियों में एक एबीएन एमरो के अनुसार 2024 में सोने की कीमत 2,000 डॉलर प्रति औंस रह सकती है, वहीं डीबीएस का अनुमान 2,050 डॉलर प्रति औंस है. टीडी सिक्योरिटीज का अनुमान ह...
आओ M और चुनाव का धुर्वीकरण करो.!

आओ M और चुनाव का धुर्वीकरण करो.!

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मोदी सरकार को सबसे बड़ा धक्का लगा था जब शाहीन बाग हुआ था। उससे पहले कभी ऐसा कुछ मोदी सरकार के सामने नही आया था। वो भी तब जब CAA ऐसा कानून भी नही था कि उसपर ड्रामा हो। वो तो पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यको के लिए कानून था जिसके लिए यहां के M ने जबरदस्ती की नौटंकी की। खैर, उस समय मोदी सरकार ने कानून लाकर उसे होल्ड पर रख दिया। आखिर मोदी सरकार को हिसाब चुकता करना था। वो हिसाब की बारी आयी है अब। अब आओ और ड्रामा करो... चुनाव को हिन्दू M में बदलो। आखिर भुलक्कड़ हिन्दुओ को याद दिलाओ कि कैसे M सड़को पर दादागिरी करते हैं। बाकी इसका क्या लाभ है उसपर भी चर्चा कर लेते हैं। जो तत्कालिक लाभ दिख रहा है वो ऐसा है कि इससे 2014 से पहले आये लोगों को नागरिकता मिलेगी। बंगाल में मतुआ समाज को इससे सबसे ज्यादा लाभ होगा। ये सब भारत के नागरिक बन सकेंगे। सरकार ने इस बार ये सुनिश्चित किया है कि इसमें राज्य क...