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Indo-Pak Relations

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भारत-पाक लोक सम्बन्धों में नया मोड़ -विनीत नारायण जब से अमरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने पाकिस्तान की तरफ से हाथ खींचा है, तब से पाकिस्तान में हताशा का माहौल है। उधर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि आतंकवाद को संरक्षण देने वाले और अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों का हनन करने वाले देश के रूप में बन चुकी है। ऐसे में पाकिस्तान की सरकार और उसका मीडिया तमाम कोशिशे करके अपनी छवि सुधारने में जुटा है। पिछले दिनों ‘यू-ट्यूब’ चैनलों पर ऐसी दर्जनों टीवी रिर्पोट अपलोड की गई हैं, जिनमें पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं और सिक्खों के धर्मस्थलों, त्यौहारों और सामान्य जीवन पर प्रकाश डाला जा रहा है। ये बताने की कोशिश की जा रही है कि पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों को किसी किस्म का सौतेला व्यवहार नहीं झेलना पड़ता। उन्हें अपने धर्म के अनुसार जीवन जीने की पूरी आजादी है और उन पर कोई अत्याचार नहीं होता...
conspiracy of congress

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श्रीनिवास राय शंकर कांग्रेस खेमे की बङी साजिश है यह।जिसमे सवर्ण व जातिवादी लोग फंसते जा रहे है। और सबसे बङी बात कि इसका फायदा खुद कांग्रेस को भी नहीं मिलेगा-ललमुंहे अपना खतम होता एरिया बढाने मे लगेंगे। और हां ई महारवाद फैलाते लोग अंबेडकरवादी तो हो ही नही सकते-क्योंकि इनके नेता अंबेडकर के 'विधिक उपचारों के समाधान' के सिद्धांत के उलट सङक की लङायी से जातीय न्याय पाने की घृणा फैला रहे है-यही वह पेरियारवाद है जो ईसाईयत के साथ गलबहिया तो कर लेता है पर हिंदुओं मे आ रही कोई एकता बर्दाश्त नही कर पाता। जिनको आप भीमटे समझ रहे है- उनमे से एक भी सच्चा अंबेडकरवादी नही है-वरना वह जातीय लङाई की ओर एक कदम तक नही उठाता। पर वैसे ही इधर भी राष्ट्रवादियो मे छिपे हुए उच्चजातीय दंभ वाले 'सवर्णवादी' भी मराठा सपोर्ट के नाम पर अंबेडकर व दलितों को गरियाने व अपमानित करने का मौका नही चूक रहे हैं। यही वह विरोध...
आइए गुरुपूर्णिमा के पर्व पर संकल्प लें लोकतंत्र की दुष्प्रवृत्तियों के प्रतिकार का और सनातन एवं मौलिक राष्ट्र की स्थापना के लिए कटिबद्ध होते हैं

आइए गुरुपूर्णिमा के पर्व पर संकल्प लें लोकतंत्र की दुष्प्रवृत्तियों के प्रतिकार का और सनातन एवं मौलिक राष्ट्र की स्थापना के लिए कटिबद्ध होते हैं

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श्री अनुज अग्रवाल, महासचिव, मौलिक भारत भारत का हजारों वर्षों का गौरवशाली इतिहास प्राप्त है ।हिन्दू राज्यव्यवस्थाओं का आदर्श इतिहास होते हुए भी स्वतंत्रता के पश्चात तत्कालीन कांग्रेसी नेताओं ने ब्रिटिश राज्यव्यवस्था पर आधारित लोकतंत्र व्यवस्था स्वीकारी । परिणामस्वरूप गत 70 वर्षों में भारत की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है । भ्रष्टाचार, अनाचार, बढते अपराध, अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण, अधिकार-आरक्षण ही सर्व ओर दिखाई दे रहा है । प्राचीन हिन्दू राज्यव्यवस्था में 'पहले शिक्षा तत्पश्चात गुरुदक्षिणाÓ ऐसी प्रथा थी; परंतु पाश्चात्त्य पद्धति के अनुसार आज के लोकतंत्र में पहले 'डोनेशनÓ तत्पश्ïचात 'एडमिशनÓ और उसके पश्चात 'एज्युकेशनÓ यह पद्धति प्रारंभ की । परिणामस्वरूप देश का मार्गक्रमण अधोगति की ओर शीघ्र गति से हो रहा है । यह स्थिति परिवर्तित करने के लिए हमें लोकतंत्र की दुष्प्रवृत्तियों का निर्मूलन करने...
5 of 16,011   Suggestions on Draft Parking Policy in Delhi – Last Date – 13-07-2017, most likely suggestions pouring in, will also be taken up in Delhi & pertinent elsewhere too.

5 of 16,011 Suggestions on Draft Parking Policy in Delhi – Last Date – 13-07-2017, most likely suggestions pouring in, will also be taken up in Delhi & pertinent elsewhere too.

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ATED: 12-07-2017 To Special Commissioner Transport Room No. 208, Second Floor, Transport Department, GNCT of Delhi, 5/9 Underhill Road, Delhi-110054. Subject:- Response / Suggestions on Draft Parking Policy in Delhi Preamble: On the street people think ...... all Such Policies are made MORE FOR REVENUE GENERATION for the Government ........ THAN TO OFFER ANY SOLUTION to the Problem created in the first place due to GOVERNMENT APATHY AND NON IMPLEMENTATION of dully laid out Rules and Laws ....... ........ Please look at previous attempts at giving Parking Solutions ...... Charging ONE TIME PARKING CESS and collection of CONVERSION CHARGES UNDER MPD-2021 ......... Millions of Rupees have been collected without any accountability and no corresponding Parking Infrastructure devel...
ना फैलाएँ नफरत का वातावरण

ना फैलाएँ नफरत का वातावरण

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पशुओं के प्रति क्रूरता के लिए रोकने केंद्र के नए कानून का विवेकहीन विरोध या फिर उसका समर्थन करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें 1 सम्पूर्ण विश्व में अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पशुओं के साथ क्रूरता रोकने के लिए आन्दोलन चल रहे हैं। 2 कहा जा रहा है कि कृषि और पशुपालन राज्यों का विशिष्ट अधिकार है और इस आदेश से केंद्र उनके इस अधिकार का अतिक्रमण कर रही है। तो सबसे पहले तो राज्य सरकारें इस बात को समझ लें कि राज्य चलाने के लिए जो कानून और संविधान बनाया गया है वह उनका सुचारु रूप से पालन करना उनका "फर्ज़" है न कि "अधिकार" दूसरा, देश को सुचारु रूप से चलाने के लिए देश को केंद्र और राज्य दो भागों में बाँटा गया ताकि हर राज्य अपने देश काल वातावरण और रहन सहन के हिसाब से अपने नागरिकों जीव जंतुओं एवं पर्यावरण की रक्षा कर सके हर राज्य की अपनी नगर निगम व्यवस्था होती है कानून व्यवस्था होती है अपनी पुलिस फो...
वरिष्ठ कोंग्रेस नेता अहमद पटेल के कुछ अलग है अजान और लाउडस्पीकर के बारे में सुर

वरिष्ठ कोंग्रेस नेता अहमद पटेल के कुछ अलग है अजान और लाउडस्पीकर के बारे में सुर

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भले ही सोनू निगम को अजान के मामले में खरी खोटी सुनने को मिल रही हों, पर वरिष्ठ कोंग्रेसी नेता अहमद पटेल भी एक तरह से सोनू निगम का समर्थन ही करते नज़र आए. उन्होंने एक ट्वीट में कहा किअजान के लिए लाउडस्पीकर की जरूरत नहीं।
कुलभूषण जाधव को मृत्युदंड पाकिस्तान का कायराना कदम

कुलभूषण जाधव को मृत्युदंड पाकिस्तान का कायराना कदम

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जासूसी के अपराध में पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव को मृत्युदंड देने पर कई तरह के बयान सामने आ रहे हैं. जहां सरकार के कई मंत्री इस समय इसे कूटनीतिक रूप से हल करने के लिए कदम उठाने की बात कर रहे हैं, तो वहीं रक्षा विशेषज्ञ इसे अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बता रहे हैं.  जो भी हो, यह तो सत्य है कि सरकार को अपने नागरिक की सुरक्षित रिहाई के लिए हर संभव कदम उठाया जाना चाहिए. इधर पाकिस्तान के इस कृत्य का भारत ने विरोध किया है। अपने नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत के द्वारा फांसी की सजा के फैसले के बाद नई दिल्ली ने भी अब जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। भारत सरकार ने उन सभी कैदियों की रिहाई रोक दी है जिन्हें बुधवार को रिहा किया जाना था. एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी पाकिस्तान के इस कदम का विरोध किया है....
बूचड़खानों के रोंगटे खड़े कर देने वाले सच

बूचड़खानों के रोंगटे खड़े कर देने वाले सच

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अवैध बूचड़खानों की बंदी का विरोध कर विपक्ष, मीडिया, महानगरों में बैठे तथाकथित बुद्धिजीवियों ने ना केवल अपनी बेवकूफी का प्रदर्शन किया है बल्कि उनका ज्ञान कितना सिमित है और महानगरो से बाहर के भारत की असलियत से कितने कटे हुए हैं इस सच्चाई के दर्शन भी करा दिए हैं। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि अधिकतर समर्थक भी इस मुद्दे से ठीक से परिचित नही है। पहली बात तो मुद्दा सिर्फ गौ हत्या का नही था। गौ हत्या पर उत्तर प्रदेश में पहले से ही कानूनी प्रतिबन्ध है। हालांकि सपा और बसपा की सरकारों में इस कानून की धज्जियां उड़ाई गई और बड़े पैमाने पर सरकारी संरक्षण में गौहत्या की जाती रही। लेकिन गौ हत्या से भी बड़ा मुद्दा (विशेषकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिये) भैंसों के अवैध कटान का रहा है। उदाहरण के लिये कुछ साल पहले तक मेरठ में शहर के बीचों बीच सरकारी कमेला होता था जिसे हर साल नगर निगम मामूली रकम के एवज में याकूब कुरै...
Criminals Defeat U.P. Govt.

Criminals Defeat U.P. Govt.

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Now one really feels scared while traveling by road. There is fear all around. Murder, rape, kidnapping and robbery are matter of concern. Not only that even Police force are attacked. Our Uttar Pradesh was not like this earlier. Criminals are roaming freely in the state. Police appears helpless in the state. The state government is indifferent. Has it been concerned about law and order, the government would posted police officers in posts that are vacant. There are 3.64 lakhs sanctioned strength of Police force in the state. But at present only 1.64 lakh police men are working. Approximately 2 lakh posts are vacant. A Public Litigation Petition was filed in the Supreme Court in this regard. The apex court has expressed concern and has issued notice to the state government on this issue...
दाऊद-छोटा शकील-नदीम पर कब चलेगा मुकदमा ?

दाऊद-छोटा शकील-नदीम पर कब चलेगा मुकदमा ?

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मुंबई,12 अगस्त 1997। इसी दिनएक छोटी सी म्यूजिक कैसेट कंपनी से शुरू करके म्यूजिक की दुनिया में तहलका मचाने वाले गुलशन कुमार की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या का षडयंत्र रचने के मामले में संगीत निर्देशक नदीम सैफी का नाम आया था। नदीम सैफी मामले में अपना नाम आते ही देश से ब्रिटेन के लिए भाग गया। देश के इतने संभावनाओं से लबरेज कारोबारी का हत्यारा ब्रिटेन में है और अब सारा देश लगभग गुलशन कुमार के कैसेट तो रोज ही सुनता रहता है परन्तु निर्मम हत्याकांड को भूल चुका है। इसी तरह से 1992 में मुंबई धमाकों का गुनाहगार दाऊद इब्राहीम और छोटा शकील पाकिस्तान में मौज कर रहे हैं। पाकिस्तान जाने से पहले मुंबई पुलिस के सब इंस्पेक्टर का बेटा दाऊद इब्राहीम दुबई में अपने काले कारोबार को चला रहा था।क्या कभी नदीम सैफी, दाऊद इब्राहीम, बैंकों का हजारों करोड़ रुपये का लोन डकारने वाला विजय माल्या, ललि...