भले ही सोनू निगम को अजान के मामले में खरी खोटी सुनने को मिल रही हों, पर वरिष्ठ कोंग्रेसी नेता अहमद पटेल भी एक तरह से सोनू निगम का समर्थन ही करते नज़र आए. उन्होंने एक ट्वीट में कहा किअजान के लिए लाउडस्पीकर की जरूरत नहीं।
कहा जाता है कि यदि पुलिस अपनी करनी पर उतर आए तो वह असम्भव से कार्यों को पूरा कर देती है. ऐसा ही मामला सामने आया है शाहजहाँ पुर में. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित एक खबर के अनुसार शीर्ष अधिकारी से निर्देश मिला और रातों रात पुलिस ने महीनों से लापता दर्जनों लड़कियों को खोज निकाला. खबर के अनुसार एसपी सिटी केबी सिंह ने इलाके के पुलिसवालों को कई महीनों से लापता मामलों को तुरंत निपटाने का आदेश दिया और चेतावनी भी. इसका नतीजा यह हुआ कि महज कुछ ही घंटों में 27 लड़कियां पुलिस ने खोज निकालीं। इसे विभाग की कार्यवाही का भय कहें या मुस्तैदी कि महज 72 घंटों में ही 27 लड़कियों को खोजकर उनके घर पहुंचा दिया गया और बाकी 12 की तलाश अभी जारी है।
इस इलाके में पुलिसवालों के लिए बस करो या मरो की ही बात है।
अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार शाहजहांपुर में धारा 363(किडनैपिंग) और 366(किडनैपिंग,...
कश्मीर के पत्थरफेंकू लड़कों पर हमारी फौज ने जबर्दस्त दांव मारा है। इस बार उन्होंने एक पत्थरफेंकू लड़के को पकड़कर जीप पर बिठाया और बांध दिया। उसे जीप पर बैठा देखकर अन्य पत्थरफेंकू लड़के असमंजस में पड़ गए। अब वे पत्थर चलाते तो फौजियों पर वे पड़ते या नहीं पड़ते लेकिन उनके उस साथी को तो वे चकनाचूर कर ही देते। ऐसे में वह लड़का उन फौजी जवानों की ढाल बन गया। वह लड़का भी सही-सलामत बच निकला और ये फौजी भी अपने ठिकाने पर पहुंच गए। मैं समझता हूं कि इससे बेहतर अहिंसक तरीका क्या हो सकता है? इसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। यह ऐसा गजब का तरीका है, जिसका अनुकरण दुनिया के सभी छापामार युद्धों में भी किया जा सकता है। जिस अफसर या जवान ने यह तरीका सुझाया है, उसे सरकार की ओर से अच्छा-सा पुरस्कार दिया जाना चाहिए।
कश्मीर के कुछ मशहूर विरोधी नेताओं ने उस पत्थरफेंकू लड़के को अगुआ बनाने की निंदा की है और सारे मामले की जांच की ...
अजान के खिलाफ विवादित ट्वीट कर आज सोनू निगम कई लोगों के निशाने पर आ गए. सोनू निगम ने सुबह सुबह आज चार ट्वीट किए जिसमें उन्होंने अजान पर निशाना साधा और लिखा कि ये सब गुंडागर्दी है. आखिर जो जिस धर्म का नहीं है उसे वह सुनाने का क्या फायदा. और उन्होंने यह भी लिखा कि वे ऐसे मंदिर और गुरुद्वारे का भी समर्थन नहीं करेंगे जो लाउडस्पीकर लगाते हैं. इसके बाद से ही सोनू निगम का विरोध और समर्थन जारी है. जहां कई लोग उन पर निशाना साध रहे हैं तो कई लोग उनके समर्थन में भी आ गए हैं.
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इलेक्ट्रिक वोटिंग मशीन को लेकर 13 विरोधी दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया है। उनका कहना है कि इन मशीनों ने धांधली मचा रखी है। उसी के कारण भाजपा उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत गई। अब दिल्ली में हो रहे स्थानीय चुनावों को लेकर भी इसी तरह की आशंकाएं जाहिर की जा रही हैं। इन विरोधी नेताओं ने गोरक्षकों और रोमियो-बिग्रेड के बारे में भी राष्ट्रपति से शिकायत की है। इन नेताओं से कोई पूछे कि इन तीनों मामलों में राष्ट्रपति क्या कर लेंगे? ज्यादा से ज्यादा वे यह कर सकते हैं कि वे संबंधित सरकारों की तरफ इन ज्ञापनों को बढ़ा दें। मतदान मशीनों के मुद्दे की हवा तो पंजाब के कांग्रेसी मुख्यमंत्री अमरिंदरसिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने ही निकाल दी है। अमरिंदर ने कहा है कि यदि इन मशीनों में हेरा-फेरी की गई होती तो वे आज मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कैसे बैठे होते?...
पाकिस्तान की फौजी अदालत ने यदि कुलभूषण जाधव को फांसी पर लटका दिया तो भारत-पाक संबंधों को इतना गहरा झटका लगेगा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की यह शेष अवधि बांझ साबित हो जाएगी। भारत की जनता नरेंद्र मोदी को किसी भी हालत में पाकिस्तान से संबंध सामान्य नहीं करने देगी। अभी तो भारत सरकार ने इतनी ही प्रतिक्रिया की है कि वह जिन 11 पाकिस्तानी कैदियों को रिहा करनेवाली थी, उन्हें अभी छोड़ा नहीं है और पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित को बुलाकर हमारे विदेश सचिव जयशंकर ने अपनी नाराज़गी जाहिर की है। यदि जाधव को पाकिस्तान की फौजी अदालत ने अपील का मौका दे दिया तो यह अनुमान लगाया जा सकता है कि दोनों सरकारें कुछ लेन-देन करके समझौता करना चाहेंगी। जाधव पर आरोप यह है कि वह भारतीय गुप्तचर संस्था ‘राॅ’ का एजेंट है और वह बलूचिस्तान में रहकर न सिर्फ जासूसी कर रहा था बल्कि वहां बगावत भी भड़का रहा था। पाकिस्तानी फ...
दलाई लामा की तवांग-यात्रा पर चीन की चिढ़न समझ के परे है। यह उनकी छठी तवांग-यात्रा है। चीन ने पहले भी शोर मचाया है लेकिन इस बार उसकी सरकार तो सरकार, उसके भारत स्थित राजनयिक, उसके प्रोफेसरगण और उसके कई महत्वपूर्ण अखबार मानो एक साथ भारत-विरोधी समूह-गान में जुटे हुए हैं। वे भारत के अरुणाचल प्रदेश में स्थित तवांग को ‘दक्षिणी तिब्बत’ कहते हैं और उसे चीन का हिस्सा मानते हैं, क्योंकि तिब्बत चीन का हिस्सा है। तिब्बतियों के लिए तवांग एक तीर्थ की तरह है। तवांग में 1681 में पोटाला महल की तरह एक मठ-धाम बनाया गया था। छठे दलाई लामा यहीं पैदा हुए थे। वर्तमान 14 वें दलाई लामा भी तवांग के गेलुग्पा संप्रदाय के ही हैं। दलाई लामा तवांग जाएं और धार्मिक गतिविधियों में शामिल हों, यह स्वाभाविक ही है लेकिन इसे चीन-विरोधी कार्रवाई क्यों कहा जा रहा है? वह इतना बौखलाया हुआ क्यों है कि उसने पेइचिंग स्थित हमारे राजदूत को...
शराबबंदी पर आजकल हमारी अदालतें और सरकारें काफी जोर दे रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिशकुमार ने तो शराबियों का हुक्का-पानी ही बंद कर दिया है लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के एक ताजा फैसले ने शराबियों से ज्यादा शराब-विक्रेताओं के होश फाख्ता कर दिए हैं। उनके साथ-साथ कई मुख्यमंत्रियों के भी पसीने छूट रहे हैं। वे कह रहे हैं कि यदि हमने अदालत के फैसले को लागू कर दिया तो हमें 50 अरब रु. के टैक्स का नुकसान हो जाएगा। कोई मुख्यमंत्री 70 अरब, कोई 30 अरब और कोई 20 अरब के नुकसान की बात कर रहा है। क्या है, वह फैसला? वह यह है कि देश में बने राजमार्गों (हाईवे) और प्रांतीय मार्गो के आजू-बाजू 500 मीटर की दूरी तक कोई शराब नहीं बेच सकेगा। इन राजमार्गों के आजू-बाजू ही देश की लगभग 50 प्रतिशत शराब बिकती है। इन बड़ी सड़कों पर यात्रा करनेवाले लोग जमकर शराब पीते हैं और उनमें से कई दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। खुद भी मरते ...
Tobacco & Pollution Cause of Cancer
Ban Film Stars from Promoting & Advertising Tobacco : Jolly
New Delhi, 16th April 2017: AIIMS Cancer Chief Prof. G.K. Rath stated that consumption of tobacco & environmental pollution were the cause of cancer. Nearly 6,00,000 people die in India due to tobacco related diseases. In year 2016 there were 1,50,000 breast cancer cases among females while 1,40,000 were lung cancer cases in India revealed Prof. Dr. Rath.
Prominent socio- political- cultural NGO, Delhi Study Group led by Ex. Delhi MLA & President Vijay Jolly felicitated & honored Prof. G.K. Rath, Cancer Chief AIIMS (All India Institute of Medical Sciences) for pioneer research in curing cancer in India. Prof. G.K. Rath was honored with a shawl, citation & trophy...
‘मंदिर वहीं बनायेंगे’ का नारा बार-बार लगाने वाले योगी आदित्यनाथ अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। उनके मुख्यमंत्री बनते ही सुप्रीम कोर्ट ने भी एक बार फिर आपसी समझबूझ से बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद को निपटाने की बात कही है। इस तरह से यह विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है, उसे सुलझाने की कोशिशों को तेज करने की प्रक्रिया प्रारंभ होती दिखाई दे रही है। लेकिन प्रश्न यह है कि साम्प्रदायिकता को उग्र करके यह मसला कैसे सुलझाया जा सकता है। इन दिनों जो हालात बन रहे हैं उनमें हिन्दू-मुस्लिम पास-पास आने की बजाय उनमें दूरियां की बढ़ती दिखाई दे रही है। राजस्थान के अलवर में पहलू खां की गौरक्षा के नाम पर हत्या करना हो या उत्तर प्रदेश चुनाव में भाजपा द्वारा कब्रिस्तान-श्मशान की बात उठाकर धर्म की राजनीति का सहारा लेने का प्रयास किया हो, वन्दे मातरम को गाये जाने का प्रश्न हो या तीन तलाक का मसला- ऐसी स्थिति...