Shadow

Uncategorized

India’s Environment report today

Uncategorized
CSE to release its annual State of India’s Environment report today Report says change is happening on the ground, but the scale and pace of this change needs to be far bigger. Also highlights where the nation is lagging behind “The Report enables us to understand the challenges, as well as explore the new approaches so that solutions for environmental management are affordable and sustainable”: Sunita Narain India’s performance on the Sustainable Development Goals is a case in point – report’s analysis showcases the slippages of states,but also holds up those which are improving “The state of India’s environment is not a story that is unendingly, inexorably dark – it has a lot of silver lining as well, it provides us with a lot of reasons to celebrate as well. This is the sto...
महाराजा का रिकॉर्ड आर्डर: 1,700 एयरक्राफ्ट का ऑर्डर अगले एक-दो सालों में दे सकती हैं भारतीय एयरलाइन कंपनियां, अकेले एयर इंडिया के होंगे 500

महाराजा का रिकॉर्ड आर्डर: 1,700 एयरक्राफ्ट का ऑर्डर अगले एक-दो सालों में दे सकती हैं भारतीय एयरलाइन कंपनियां, अकेले एयर इंडिया के होंगे 500

Uncategorized
*भारतीय विमानन कंपनियां अगले एक-दो साल में 1,500 से 1,700 विमानों का ऑर्डर दे सकती हैं जबकि एयर इंडिया के 500 विमानों का ऑर्डर देने की संभावना है.* *भारत में हवाई अड्डों की संख्या:* 1928-2014 - 742014-2022 - 147 *चीन और अमेरिका के बाद भारत बना दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हवाई प्रवासी मार्किट* *भारतीय एयरलाइंस के बेड़े में कुल लगभग 700 कॉमर्शियल विमान हैं जो दुनिया की कुछ बड़ी विमानन कंपनियों से भी कम है. भारतीय विमानन बाजार की विशाल क्षमता को देखते हुए ज्यादा विमानों को शामिल करने की गुंजाइश है.* कोरोना काल के बाद भारतीय बाजार सबसे आकर्षक विमानन बाजार के तौर पर पूरी दुनिया को आकर्षित कर रहा है.अगले दो सालों में भारत में लगभग सभी कंपनियों की तरफ से ज्यादा विमानों की खरीद का ऑर्डर दिए जाने की उम्मीद है. इनमें समूचे बेड़े को बदलना के साथ विस्तार भी वजह हो सकता है.भारत में अब...
दुनिया मे पांच बड़े धंधे हैं जो दुनिया को चलाते हैं

दुनिया मे पांच बड़े धंधे हैं जो दुनिया को चलाते हैं

Uncategorized
दुनिया मे पांच बड़े धंधे हैं.. जो दुनिया को चलाते हैं.. जो Deep State द्वारा पोषित हैं.... जहाँ से पैसा आता है.. सरकारें बदलने का, युद्ध लड़ने का.. सभ्यताओं को बर्बाद करने का. EnergyPharmaDefenceInfrastructureTechnology Energy - पिछले 7-8 साल से अम्बानी अडानी लगातार निशाने पर हैं... चाहें किसान आंदोलन हो, चाहे मानवाधिकार की बात हो, चाहे सरकार से निकट होने का आरोप हो...इन दोनों को हमेशा लपेटा गया है.... पंजाब मे किसान आंदोलन के नाम पर सबसे ज्यादा हमले अम्बानी अडानी पर ही हुए... अम्बानी के Towers तोड़े गए.. वहीं अडानी का dry port बंद करा दिया गया... ऑस्ट्रेलिया मे कोयले की खान खरीदने पर हल्ला मचाया गया....कारण है इनका Energy के क्षेत्र मे उतरना. Pharma - याद कीजिए कैसे अदर पूनावाला पर लोग हमलावर थे जब covid की vaccine बनाई जा रही थी...भारत biotech को फर्जी बताया गया.. उनके रिजल्ट्स...
युवाओं की भागीदारी के बिना नया भारत कैसे बनेगा?

युवाओं की भागीदारी के बिना नया भारत कैसे बनेगा?

Uncategorized
-ः ललित गर्ग:-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवावस्था में अपनी डायरी के पन्नों पर ‘न्यू इंडिया’ और ‘युवा भारत’ का जो सपना शब्दों में पिरोया था, वह आज साकार होता नजर आ रहा है। भारत मजबूती से लगातार नई पहल के साथ आगे बढ़ रहा है। जिस तरह से भारत ने मोदी के नेतृत्व में चुनौतियों का सामना किया है, वह अपने आप में काबिले तारीफ है। यह निश्चित है कि मोदी के नेतृत्व में एक नई सभ्यता और एक नई संस्कृति गढ़ी जा रही है। नये विचारों, नये इंसानी रिश्तों, नये सामाजिक संगठनों, नये रीति-रिवाजों और नयी जिंदगी की हवायें लिए हुए आजाद मुल्क की गाथा सुनाता भारत एक बड़ा सवाल लेकर भी खड़ा है कि हम अपनी बुनियाद यानी युवाओं के सपनों को कब पंख लगायेंगे? कब उनकी निराशा की बदलियों की धूंध को दूर करेंगे? देश की युवापीढ़ी की जरूरतों को कब पूरा करेंगे एवं कब उन्हें परेशानियों से मुक्त करेंगे? यह एक बड़ा सवाल है।कहते हैं क...
आर एस एस की यात्रा और अब हिन्दू विरोध का आरोप लगाने के मायने

आर एस एस की यात्रा और अब हिन्दू विरोध का आरोप लगाने के मायने

Uncategorized, सामाजिक
रमेश शर्मा  अपनी जीवन यात्रा आरंभ करने के पहले दिन से विरोध और आलोचना झेल रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आलोचनाओं में "हिन्दु विरोध" का एक नया अध्याय और जुड़ गया। संघ पर इससे पहले यह आरोप तो लगते रहे हैं कि वह एक हिन्दूवादी साम्प्रदायिक संगठन है किंतु अब एक नया आरोप लगा है कि संघ हिन्दू हितों के विपरीत काम करने लगा है । संघ पर यह आरोप तब लगा जब संघ प्रमुख मोहन भागवत एक इस्लामिक धर्म गुरु से मिलने उनके निवास पर पहुँचे और वहाँ चल रहे मदरसे के बच्चों  के बीच भी गये ।  इस्लामिक धर्म गुरु और कुछ मुस्लिम बुद्धिजीवियों से संघ प्रमुख मोहन भागवत जी के मिलने की घटना इस वर्ष अगस्त माह की हैं। संघ प्रमुख अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख डॉ उमैर अहमद इलियासी से मिलने नई दिल्ली कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित उनके निवास परिसर में गये थे । भेंट के समय मुस्लिम समाज के कुछ कई प्रमुख व्यक्ति भी ...
अमीरी गरीबी में बढ़ती खाई राजनीति मुद्दा क्यों नहीं?

अमीरी गरीबी में बढ़ती खाई राजनीति मुद्दा क्यों नहीं?

Uncategorized
ललित गर्ग गुजरात के विधानसभा चुनाव का एक मुख्य मुद्दा अमीरी गरीबी के बढ़ते फासले एवं गरीबों की दुर्दशा का होना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्य से यह मुद्दा कभी भी चुनावी मुद्दा नहीं बनता। अमीर अधिक अमीर हो रहे हैं और गरीब अधिक गरीब। गौतम अडाणी एवं मुकेश अंबानी के दिन दोगुने रात चौगुने फैलते साम्राज्य पर उंगली उठाई जानी चाहिए, पर कोई भी राजनीतिक दल यह नहीं कर पा रहे हैं। विपक्ष के सामने इससे अच्छा क्या मुद्दा हो सकता है? इस मामले में राहुल गांधी ने पहली बार अपनी भारत जोड़ो यात्रा में यह मुद्दा उठाकर अपने राजनीतिक कद को तनिक ऊंचाई दी है। उनके कारण कम से कम अमीर और गरीब के बीच बढ़ती हुई खाई का सवाल देश के मानस पटल पर दर्ज हुआ है। राहुल गांधी ने लगातार गरीबों की दुर्दशा और अमीरों की बढ़ती दौलत का सवाल उठाया है। राजनीति से इतर अर्थशास्त्रियों और विश्व की नामचीन संस्थाओं की रपटों में यह सवाल लगातार ...

भारत और वैदिक गणित

Uncategorized
ह्रदय नारायण दीक्षित  भारत में गणित का विकास वैदिककाल में ही हो रहा था। ऋग्वेद में इसके साक्ष्य हैं। लेकिन अंग्रेजी सत्ता के प्रभाव व अन्य कारणों से कुछ विद्वानों का मत भिन्न है कि प्राचीनकाल में भारतवासियों को शून्य की जानकारी नहीं थी। शून्य गणित का मुख्य अंक है। ‘एनसाइक्लोपीडिया ब्रिटानिका‘ में कहा गया था कि शून्य के अंक का अविष्कार संभवतः हिन्दुओं ने किया था। शून्य और शून्य के स्थानगत मूल्य की जानकारी भी वैदिककाल में थी। 1 से 10 अंकों के प्रतीक ‘‘अधिकतर भारत में उत्पन्न हुए। अरबों ने उनका व्यापक प्रयोग किया। उन्हें हिन्दू अरेबिक अंक कहा जाता है।‘‘ (वही) दशमलव पद्धति दुनिया के लिए भारत का उपहार है। डा० रामविलास शर्मा ने ‘भारतीय नवजागरण और यूरोप‘ (पृष्ठ 333) में लिखा है, ‘‘शून्य का अविष्कार, स्थान के अनुसार शून्य के प्रयोग द्वारा अंक की मूल्य वृद्धि भारतीय प्रतिभा का चमत्कार है।‘...
CSE unveils roadmap to bring down carbon

CSE unveils roadmap to bring down carbon

Uncategorized
CSE unveils roadmap to bring down carbon emissions from India’s iron and steel industry Decarbonizing India: Iron and Steel Sector, CSE’s new assessment report, shows how it is possible for this industry to grow and prosper –and emit less at the same time In a business-as-usual scenario, GHG emissions from the sector are estimated to grow 2.5 times (up to 659 million tonne or MT) by 2030 compared to 2020-21 (271 MT). CSE’s recommendations can reduce these emissions by 64 to 79 per cent (419 to 519 MT) by 2030, even after tripling the production Access the full CSE report here: https://www.cseindia.org/decarbonizing-india-s-iron-and-steel-sector-report-11434 New Delhi, October 20, 2022: “Our new analysis shows it is possible to bring down carbon dioxide (CO2...
एक कमरे के मंदिर से शुरू हुआ था दुबई का ‘हिंदू टेंपल’

एक कमरे के मंदिर से शुरू हुआ था दुबई का ‘हिंदू टेंपल’

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, Uncategorized, धर्म, राष्ट्रीय
एक कमरे के मंदिर से शुरू हुआ था दुबई का ‘हिंदू टेंपल’ *रजनीश कपूर कहते हैं कि एक बड़ी उपलब्धि कि शुरुआत छोटी सी पहल से ही होती है। दुबई का जेबेल अली इलाक़ा हाल ही में सुर्ख़ियों में था। दुनिया भर के हिंदुओं के लिए यह एक गर्व की बात है कि मुस्लिम बाहुल्य संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी दुबई में राम नवमी के दिन एक विशाल हिंदू मंदिर का लोकार्पण हुआ। इस विशाल हिंदू टेंपल की शुरुआत एक छोटे से कमरे से हुई थी। आज वही छोटा से कमरे वाला मंदिर 70 हज़ार वर्ग फ़ीट का एक विशाल मंदिर बन गया है। इस मंदिर को शांति, सद्भाव और सहिष्णुता के एक मजबूत संदेश के तौर पर भी देखा जा रहा है। 1958 में बने इस एक कमरे के मंदिर को गुरु दरबार सिंधी मंदिर के नाम से जाना जाता था। इस मंदिर की स्थापना रामचन्द्रन सवलानी और विक्योमल श्रॉफ़ ने की थी। ज्यों-ज्यों दुबई में बसे हिंदुओं को इस मंदिर के बारे में पता चला तब से वे ब...
तो शहरों के कूड़े के ढेर बनेंगे अब ग्रीन जोन

तो शहरों के कूड़े के ढेर बनेंगे अब ग्रीन जोन

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, Uncategorized, सामाजिक
 तो शहरों के कूड़े के ढेर बनेंगे अब ग्रीन जोन या कूड़े के पहाड़ों से शहरों को मिलेगा छुटकारा आर.के. सिन्हा आप जब राजधानी दिल्ली से गाजीपुर के रास्ते उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते हैं तब कचरे का काला स्याह डरावना पहाड़ दिखाई देता है। इसे जो शख्स पहली बार देखता है उसे तो यकीन ही नहीं होता कि दरअसल ये कचरे का पहाड़ है। आज के दिन आपको देश के प्रायः सभी शहरों में कचरे के ढेर दिखाई दे जाएंगे।  ये उस भारत की कतई बेहतर तस्वीर पेश नहीं करते जो दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जिसके आईटी सेक्टर की ताकत का सारा संसार लोहा मान चुका है। उस भारत के शहरों में कूड़े के ढेर लगे हों, यह तो शर्म की बात कही जाएगी। देखिए, छोटे-बड़े सभी शहरों और महानगरों को कचरे से मुक्ति तो दिलावानी ही होगी। कुछ साल पहले तक तो सिर्फ पर्यटन स्थल नहीं, सभी सार्वजनिक स्...