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स्वस्थ भारत (न्यास) के सातवें स्थापना दिवस पर पर गाजियाबाद में आयोजित हुआ दो दिवसीय स्वास्थ्य अमृत मंथन शिविर

स्वस्थ भारत (न्यास) के सातवें स्थापना दिवस पर पर गाजियाबाद में आयोजित हुआ दो दिवसीय स्वास्थ्य अमृत मंथन शिविर

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स्वस्थ भारत (न्यास) के सातवें स्थापना दिवस पर पर गाजियाबाद में आयोजित हुआ दो दिवसीय स्वास्थ्य अमृत मंथन शिविर स्वस्थ भारत (न्यास) के सातवें स्थापना दिवस पर पर गाजियाबाद में आयोजित हुआ दो दिवसीय स्वास्थ्य अमृत मंथन शिविर पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल और उतराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, लोकगायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी, पद्मश्री रामबहादुर राय और सुलभ इन्टर नेशनल के संस्थापक डॉ. बिंदेश्वर पाठक ने स्वस्थ भारत न्यास को 7वें स्थापना दिवस के लिए शुभकामनाए दी।   भारत के 26 लोगों को स्वस्थ भारत सारथी और 12 लोगों को स्वस्थ भारत यात्री  सम्मान से किया गया सम्मानित दिल्ली-एनसीआर स्थित मेवाड़ इंस्टिट्यूट में आयोजित दो दिवसीय स्वास्थ्य अमृत मंथन शिविर हुई सम्पन्न देश भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोविड काल में भारत के स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र की भूमिका विषय पर किए विचार-मंथ...
India & Singapore agree to promote collaboration in S&T

India & Singapore agree to promote collaboration in S&T

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India & Singapore agree to promote collaboration in S&T India and Singapore have agreed to promote cooperation in the areas of science, technology, and innovation. The pact will follow a demand-driven approach and facilitate joint projects involving institutions and industries from the two countries. The Memorandum of understanding signed by Dr. S Chandrasekhar, Secretary, Department of Science & Technology, Government of India, and Dr. Lee Chuan Teck, Permanent Secretary, Ministry of Trade & Industry, Government of Singapore, also provides for greater mobility of scientists and high-level experts, sharing of experiences on the national research, development, and innovation policies and programmes, and exchange of scientific and technological information. Besides, it s...
COVID-19: चीन-अमेरिका का जैविक हथियार या वेश्विक षड्यंत्र ? – अनुज अग्रवाल

COVID-19: चीन-अमेरिका का जैविक हथियार या वेश्विक षड्यंत्र ? – अनुज अग्रवाल

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यह हास्यास्पद है कि दुनिया भर में कोरोना के बढ़ते मरीज़ों और गिरती लाशों के बीच बढ़ते जनाक़्रोश के बीच  अमेरिका ने अपनी जाँच एजेंसियों को 90 दिनो में यह जाँच करने का आदेश दिया है कि इस वायरस का उदगम चीन की विहं लेब है या नहीं और क्या चीन ने जैविक हथियार के रूप में तो इस वायरस का प्रयोग तो नाहीं किया। अमेरिका के ही आग्रह पर डबल्यूएचओ भी  इन आरोपो की फिर से जाँच करने के लिए तैयार हो गया है और अंतत: भारत सरकार ने भी इन जाँचो का समर्थन किया है। जब किसी देश की गलती या जानबूझकर की गयी हरकत से आपके देश में लाखों करोड़ों लोग मर रहे हों और अर्थव्यवस्था बर्बाद हो रही हो तो आप उस देश के ख़िलाफ़ जाँच बैठाएँगे या उसको मिलकर कुचल देंगे। अगर जाँच के नतीजे चीन के ख़िलाफ़ आ गए तो दुनिया क्या उखाड़ लेगी चीन का ? कोरोना वायरस और अनुत्तरित प्रश्न  क्या कोरोना एक वेश्विक साज़िश है जिसमें दुनिया की एलीट...

नक्सल समस्या- हल कहाँ है?

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सम्पूर्ण विश्व में इस्लाम धर्म आतंकवाद के नाम से प्रचलित है और उसको सर्वाधिक, क्रूर, हिंसक व अमानवीय माना जाता है, परन्तु आंकड़ों के अनुसार, नक्सल अथवा माओवादी, कम्युनिस्ट विधारधारा सर्वाधिक हिंसक और क्रूर है। सम्पूर्ण विश्व में जितनी भी निर्मम हत्याए इन लोगों के द्वारा की गई हैं, उतनी हत्याएं किसी भी आतंकवादी संगठन के द्वारा कभी भी नहीं हुई हैं। जोसेफ स्टालिन और माओ त्से तुंग नक्सल नेता, इन हत्याओं के सिरमोर रहें हैं और उन्होंने अपने जीवनकाल में एक साथ 10 करोड़ लोगो की हत्या कर विश्व रिकार्ड बनाया था। कम्बोडिया के कम्यूनिस्ट शासक पोल पोट ने अपने देश की 1/4 जनसंख्या को हिंसक और निर्ममता के साथ मारने का ऐसा नृशंस कांड किया, जिसकी क्षमा किसी भी स्तर पर सम्भव नहीं है। भारत में कम्यूनिस्टों ने साधारण जनता को भ्रमित करके ऐसा मायाजाल उत्पन्न किया था कि कुछ समय के लिए ये लोग भारत के शीर्ष सांसद बन...

सेहत के लिए बेहद लाभकारी है गुड़

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नई दिल्ली, 13 अप्रैल (इंडिया साइंस वायर): भोजन के बाद आमतौर हम कुछ मीठा खाना पंसद करते हैं। इस मिष्ठान के कई रूप हो सकते हैं। वह दूध से बनी कोई मिठाई भी हो सकती है। लेकिन, कुछ लोग मीठे के तौर पर गुड़ खाना अधिक पसंद करते है। दरअसल, गुड़ का सेवन हमारी पाचन क्रिया को तेज करता है, और साथ ही साथ उसे मजबूत भी करता है। गुड़ के ऐसे कई फायदे हैं, जिनसे लोग आमतौर पर अनभिज्ञ रहते हैं। गुड़, जिसे पैनेला भी कहा जाता है, का उत्पादन विश्व के लगभग 25 देशों में बड़े पैमाने पर होता है। विश्व के कुल गुड़ उत्पादन में लगभग 70 प्रतिशत की भागीदारी के साथ भारत शीर्ष पर है। भारत हर वर्ष औसतन 60 से 80 लाख टन गुड़ उत्पादित करता है। देश में कुल गन्ना उत्पादन का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा गुड़ और खाण्डसारी उद्योगों में उपयोग होता है, जिससे करीब 25 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है। पूरे देश का 80 से 90 प्रतिशत गुड़...

Accurate estimation of manufacturing variations can improve circuit performance

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New Delhi, April 12 th (India Science Wire): Silicon-based electronic circuits are getting smaller. The Taiwanese manufacturer TSMC currently makes chips with the smallest feature of the circuit measuring just 7 nanometers, with millions of such components packed on a single chip. The process of manufacturing such ultra-dense circuits is complex. Despite world-class control, there are tiny fluctuations in the nanoscale dimensions. Thus, each transistor is slightly different from another across chips and even on the same chip. A circuit designer must account for such variations to ensure that each of the billions of chips produced works as expected. Thus, a model to account for such nanoscale variations in manufacturing is essential. Dr Amita Rawat and Prof Udayan Ganguly from the D...

अहिन्दू और अश्रद्ध के मंदिर में प्रवेश पर बंदी लगाएं’ इस विषय पर ऑनलाईन ‘विशेष परिसंवाद’ संपन्न !

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उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में डासना देवी मंदिर के बाहर ‘मुसलमानों को मंदिर में प्रवेश वर्जित’ होने का फलक लगाने पर  देशभर में मुसलमान, तथाकथित आधुनिकतावादी और कुछ प्रसिद्धीमाध्यमों ने विरोध किया । परंतु भारतीय राज्यसंविधान की ‘धारा 26 (ब) और (ड)’ के अनुसार ‘मंदिर में किसे प्रवेश दें’ अथवा ‘किसे प्रवेश न देें’ यह निश्‍चित करने का अधिकार मंदिर व्यवस्थापन को है । इसलिए कोई अहिन्दु अथवा श्रद्धाहीन व्यक्ति मंदिर के नियम भंग कर मंदिर में प्रवेश करके धार्मिक भावनाएं आहत कर रहा हो, तो उसके विरोध में हिन्दुआें की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं इसलिए भा.दं.वि.की 295 (अ) के अनुसार पुलिस थाने में अपराध प्रविष्ट करना चाहिए, ऐसा स्पष्ट मत सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता तथा ‘हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस’के  प्रवक्ता विष्णु शंकर जैन ने प्रस्तुत किए । वे हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित ‘अहिन्दू और अश्रद्धों के ...

प्राण देकर भी धर्म न छोडनेवाले छत्रपति संभाजी महाराज

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औरंगजेब को २७ वर्ष तक उत्तर हिंदुस्तान से दूर रखनेवाले संभाजीराजा संभाजीराजाने जो अलौकिक कार्य अपनी अल्प आयु में किए, उसका प्रभाव संपूर्ण हिंदुस्तान पर पडा । इसलिए प्रत्येक हिंदु को उनका कृतज्ञ होना चाहिए । उन्होंने औरंगजेब की आठ लाख सेना का साहस एवं निडरता से सामना किया तथा अधिकांश मुगल सरदारों को युद्ध में पराजित कर उन्हें भागने के लिए विवश कर दिया । इसलिए औरंगजेब दीर्घकाल तक महाराष्ट्र में युद्ध करता रहा । संपूर्ण उत्तर हिंदुस्तान उसके दबाव से मुक्त रहा । इसे संभाजी महाराज का सबसे बडा कार्य कहना पडेगा । उन्होंने औरंगजेब के साथ समझौता किया होता अथवा उसका आधिपत्य स्वीकार किया होता तो वह फिर दो-तीन वर्ष में ही उत्तर हिंदुस्तान में आ धमकता; परंतु संभाजी राजा के संघर्ष के कारण औरंगजेब को २७ वर्ष दक्षिण भारत में ही रूकना पडा । इससे उत्तर में बुंदेलखंड, पंजाब और राजस्थान में हिंदुओं की नई सत्...

IIIT-Delhi to develop method to predict collision from space debris

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New Delhi, April 08 (India Science Wire): Indraprastha Institute of Information Technology (IIIT)-Delhi receives research funding from National Super Computing Mission (NSM) under HPC Applications to work on the project titled ‘Orbit computation of Resident Space Objects for Space Situational Awareness’ for two years. The NSM project has been implemented by the Department of Science and Technology (DST), Government of India in collaboration with the Ministry of Electronics and Information Technology (MeITy) to ensure the country’s leadership in supercomputing. Various R&D projects have been initiated under this mission across the country to harness the vast supercomputing resources provided under NSM, to build capabilities to tackle problems that are currently out of reach ...

होम्योपैथी पूरी तरह से स्वस्थ और रोगमुक्त करने की एक संपूर्ण पद्धति

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चिकित्सा विज्ञान की शाखा होम्योपैथी में न सिर्फ रोगमुक्त करने की क्षमता है, बल्कि संपूर्ण रूप से पूरे शरीर को नई काया मिल जाती है। होम्योपैथी गहराई तक असर करती है, क्योंकि यह मस्तिष्क के अहम हिस्से यानी अवचेतन स्थिति पर तेज गति से असर करती है और इसे असरकारक दवाओं से तैयार किया जाता है। हमारा पूरा शरीर सभी तत्वों और अंगों से ही पूरा होता है। इन दोनों का समावेश ही शरीर को प्राण देता है। आधुनिक विज्ञान में चेतना की रचना अभी भी रहस्य बनी हुई है, वहीं होम्योपैथी ऊर्जा और चेतना को स्वस्थ रखती है। होम्योपैथी में प्राणदायी ऊर्जा को प्राथमिकता दी जाती है और जीवन ऊर्जा की शरीर में अहम भूमिका होती है। रोग के लक्षण इन्हीं ऊर्जा के बेमेल होने के कारण पनपते हैं और इलाज इन ऊर्जा को पुनर्जीवन प्रदान करने के लिए किया जाता है। परंपरागत एलोपैथी संदेह के आधार पर काम करती है और अंगों (दिल, किडनी, लीवर आदि) क...