Shadow

Author: Dialogue India

प्रकृति से खिलवाड़ का परिणाम ही हैं प्राकृतिक आपदाएं !

प्रकृति से खिलवाड़ का परिणाम ही हैं प्राकृतिक आपदाएं !

BREAKING NEWS, Today News, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
इन दिनों बिपरजॉय को लेकर देश में काफी चर्चा है। यह एक चक्रवात है। वैसे तो बिपरजॉय का अर्थ होता है 'बहुत खुशी'। लेकिन यह खुशी लेकर नहीं आया है और इन दिनों यह एक बहुत बड़ी मुसीबत बनकर भारत के कई समुद्री इलाकों पर मंडरा रहा है। विशेषकर बिपरजॉय का असर भारत के गुजरात, महाराष्ट्र समेत बहुत से समुद्री इलाकों में देखने को मिल रहा है। इन दिनों मुंबई के मरीन ड्राइव पर समुद्र में रह-रहकर ऊंची -ऊंची लहरें देखने को मिल रही है। यह सब इस चक्रवात के कारण हो रहा है गुजरात में तो चक्रवात को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। वास्तव में बिपरजॉय है क्या ? यहां यह हमें जानने और समझने की जरूरत है। दरअसल, कुछ समय पहले ही दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक डीप-डिप्रेशन बना था, जो अब भयंकर तूफान में तब्दील हो गया है। इसी चक्रवाती तूफान को बिपरजॉय तूफान नाम दिया गया है और यह नाम बांग्लादेश द्वारा सुझाया गया है। मीडिया रिपो...
आग लगती रहेगी , कोचिंग चलते रहेंगे – अनुज अग्रवाल

आग लगती रहेगी , कोचिंग चलते रहेंगे – अनुज अग्रवाल

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, समाचार
देश में कोचिंग के सबसे बड़े हब दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक कोचिंग संस्थान में शार्ट सर्किट से लगी आग से बड़ा हादसा हो गया। दर्जनों छात्र घायल हो गए और अनेक ग़ायब हैं जिनके बारे में पुलिस कुछ नहीं बता रही। कल रात भर हज़ारो छात्रों ने हंगामा और प्रदर्शन किया जो अभी भी जारी है। कुछ कोचिंग संस्थानों की आपसी प्रतिस्पर्धा का नतीजा भी हो सकती है यह आग। बाक़ी सच तो जाँच में ही सामने आएगा और हो सकता है न भी आए। देश की सड़ी गली शिक्षा व्यवस्था को बचाने की ज़िम्मेदारी वास्तव में कोचिंग संस्थानों पर ही है। शिक्षा संस्थानो में 90% में न छात्र पढ़ने आते हैं न अध्यापक पढ़ाने आते हैं। बस वे डिग्री बाँटते और बेचते हैं।  देश में कोचिंगं संस्थान ही एक मात्र ऐसी जगह है जहां शिक्षक पढ़ाने आते हैं और छात्र पढ़ने आते हैं। हाँ यह सच है कि इन कोचिंगं संस्थानों का इंफ़्रास्ट्रक्चर व सेफ़्टी नॉर्म्...
महाराणा राजसिंह, मेवाड़ का प्रतिरोध, हसन अली और औरंगजेब :

महाराणा राजसिंह, मेवाड़ का प्रतिरोध, हसन अली और औरंगजेब :

EXCLUSIVE NEWS, Today News, विश्लेषण, साहित्य संवाद
_____________________________________ औरंगजेब का एक बहुत काबिल सेनानायक और फौजदार था, उसका नाम हसन अली था। हसन अली औरंगजेब की नीच आत्मा का सगा हिस्सा था।वह उसके जितना ही धर्मांध, अत्याचारी और हिन्दू द्वेष से भरा हुआ था। यही हसन अली था जिसने औरंगजेब की काफिरों के सभी मन्दिर ध्वस्त कर दिए जाएं ---- वाले राजाज्ञा (1669 ईस्वी का राज्यादेश) का अनुपालन कराते हुए देश के भीतर स्थित बहुत से महत्वपूर्ण मन्दिर नष्ट करवाए। हसन अली ने ही 1670 ईस्वी में गोकुल जाट द्वारा मथुरा के फौजदार अब्दुन नबी को केशवराय मन्दिर तोड़ने की धृष्टता के समय मार डालने के बाद ---- मथुरा की फौजदारी संभाल कर गोकुल जाट के महाविप्लव को शान्त किया था, गोकुल जाट और उनके परिवारी जनों को बंदी बनाकर औरंगजेब के समक्ष प्रस्तुत किया था, जिसमें गोकुल जाट को बर्बर बादशाह ने आगरा के किले के सामने 40 टुकड़ों में कटवाकर क्रूर ह...
राहुल विदेशों में बढ़ती साख कोे बट्टा लगा रहे हैं

राहुल विदेशों में बढ़ती साख कोे बट्टा लगा रहे हैं

BREAKING NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक
 - ललित गर्ग -कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत में मोदी-विरोध में कुछ भी बोले, यह राजनीति का हिस्सा हो सकता है, लेकिन वे विदेश की धरती पर मोदी विरोध के चलते जिस तरह के गलत बयान देते रहे हैं, वह उनकी राजनीतिक अपरिपक्वता को ही दर्शाता है। आखिर कब राहुल एक जिम्मेदार एवं विवेकवान नेता बनेंगे? विदेश में कांग्रेस की यात्राओं के माध्यम से वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विश्वस्तरीय नेता की छवि को धुंधला कर स्वयं को उस स्तर का नेता साबित करने में जुटे हैं। जबकि मोदी की छवि एवं हस्ति, प्रसिद्धि एवं सर्वस्वीकार्यता विश्व के किसी भी नेता की तुलना में ज्यादा है। अन्य देशों की बात दूर, वे अभी भारत में भी जिम्मेदार नेेता नहीं बन पाये हैं। उनकी कार्यशैली एवं बयानबाजी में अभी भी बचकानापन एवं गैरजिम्मेदाराना भाव ही झलकता है। एक प्रांत में क्या जीत हासिल कर ली, अहंकार के शिखर पर चढ़ बैठे, निश्चित ही राहुल क...
नये संसद भवन के साथ इतिहास का निर्माण

नये संसद भवन के साथ इतिहास का निर्माण

BREAKING NEWS, Today News, TOP STORIES, राष्ट्रीय
अवधेश कुमारनए संसद भवन के उद्घाटन के समय लगभग राजनीतिक परिदृश्य वही था जो हमने इसके शिलान्यास- भूमि पूजन और योजना के संदर्भ में देखी। विपक्षी दलों के बड़े समूह ने इसका बहिष्कार किया। क्या करीब 100 वर्ष पहले अंग्रेजों द्वारा अपने शासन की मानसिकता से बनाया गया संसद भवन और उसके आसपास की पूरी रचना अनंतकाल तक रहनी चाहिए थी? आजादी के समय न हमारे पास इतना समय था और न संसाधन कि उसका परित्याग कर नए भवन में संविधान सभा चले या निर्वाचित सांसद संसदीय गतिविधियों में हिस्सा ले सकें। कहा जा रहा है कि इसी भवन में हमारी आजादी की घोषणा हुई , संविधान सभा वहीं बैठी आदि आदि। क्या इसके आधार पर उसी संसद भवन को बनाए रखा जाएगा? इसमें लगातार फेरबदल और निर्माण होते भी रहे हैं।1956 में और मंजिलें जोड़ीं गईं थो 1975 में संसद एनेक्सी का निर्माण हुआ। 2002 में अपग्रेडेशन हुआ, पुस्तकालय भवन बना जिसमें कमिटी कक्ष के अलावा...
2 जून हिन्दवी स्वराज्य स्थापना दिवस

2 जून हिन्दवी स्वराज्य स्थापना दिवस

BREAKING NEWS, EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, सामाजिक, साहित्य संवाद
ज्येष्ठ शुक्लपक्ष त्रियोदशी (2 जून) हिन्दवी स्वराज्य स्थापना दिवस भारत में शोषण मुक्त समाज रचना का उद्देश्य था हिन्दवी स्वराज का --रमेश शर्मा छत्रपति शिवाजी महाराज पूरे भारत में स्वत्व स्वाभिमान और आत्मनिर्भर समाज की रचना करना चाहते थे । अपने इस संकल्प को आकार देने के लिये ही आक्रमणकारी सत्ताओं के बीच हिन्दवी स्वराज्य की नींव रखी गई थी ।वह ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष त्रियोदशी विक्रम संवत् 1731 (ईस्वी सन्1674) की तिथि थी जब दक्षिण भारत के रायगढ़ किले में हिन्दवी स्वराज्य यनि हिन्दू पदपादशाही की नींव रखी गई थी । इसी दिन शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक हुआ था । उस वर्ष यह तिथि 6 जून को थी । इस वर्ष यह तिथि 2 जून को पड़ रही है । इसलिये इस वर्ष वर्षगाँठ का यह आयोजन 2 जून से होगा । यह स्वाभिमान उत्सव कहीं एक सप्ताह सप्ताह तो कहीं पूरे पन्द्रह दिन चलता है । चूँकि शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक उत्सव...
क्या पंजाब के ‘टीचिंग फेलो’ घोटाले में बड़ी मछलियां पकड़ी जाएँगी?

क्या पंजाब के ‘टीचिंग फेलो’ घोटाले में बड़ी मछलियां पकड़ी जाएँगी?

TOP STORIES, घोटाला, राज्य
*रजनीश कपूरजब भी कोई बड़ा घोटाला सामने आता है तो आम जनता को इस बात का भरोसा नहीं होता कि घोटाले में लिप्तबड़ी मछलियाँ क़ानून के शिकंजे में क़ैद हो पायेंगी। इस बात के सैंकड़ों उदाहरण आपको बड़ी आसानी से मिलजाएँगे। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्राथमिक जाँच क्रेन वाले अधिकारी ही जाँच का रुख़ ग़लत दिशा में मोड़ देतेहैं। नतीजतन घोटाले में लिप्त केवल छोटों मछलियों को ही सज़ा मिलती है और बड़ी मछलियाँ निडर हो करखुलेआम घूमती हैं। ऐसा ही कुछ हुआ 2007 के पंजाब के ‘टीचिंग फेलो’ भर्ती घोटाले में।‘टीचिंग फेलो’ घोटाला पिछले कई दिनों से पंजाब में चर्चा में है। कारण है, इस घोटाले में पंजाब विजिलेंस विभागद्वारा कार्यवाही करना। विजिलेंस विभाग ने ‘टीचिंग फेलो’ घोटाले में लिप्त शिक्षा विभाग के 5 कर्मचारियों कोरिमांड पर लेने के बाद जेल भेज दिया। ग़ौरतलब है कि कि चार साल पहले शुरू हुई विजिलेंस की जांच टीम आजतक माम...
बदल रही है कश्मीर की फिज़ा

बदल रही है कश्मीर की फिज़ा

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, राष्ट्रीय, साहित्य संवाद
-बलबीर पुंज जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में तीन दिवसीय (22-24 मई) जी-20 पर्यटन कार्यसमूह की तीसरी बैठक हुई। यह घटनाक्रम कश्मीर के संदर्भ में इसलिए भी ऐतिहासिक है, क्योंकि जी-20 समूह वैश्विक आर्थिकी में 85 प्रतिशत, व्यापार में 75 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी रखता हैं। डल झील के निकट आयोजित भव्य कार्यक्रम में यूरोपीय संघ, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी सहित 29 देशों के 60 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सोचिए, जो क्षेत्र अगस्त 2019 तक— केवल मजहब केंद्रित आतंकवाद, पाकिस्तान समर्थित अलगाववाद, उन्मादी भीड़ द्वारा सेना के काफिले पर आए दिन होने वाले पथराव, जिहादियों को स्थानीय लोगों द्वारा समर्थन और भारत-हिंदू विरोधी नारों के लिए कुख्यात था, वहां विश्व के सबसे बड़े बहुदेशीय बैठकों में से एक का सफल आयोजन हुआ है। आखिर यह सब कैसे संभव हुआ? भारत ने जी-20 बैठक के माध्यम से कश्मीर में हो रहे...
<strong>संसद भवन के उद्घाटन पर मोदी-विरोध की राजनीति क्यों?</strong>

संसद भवन के उद्घाटन पर मोदी-विरोध की राजनीति क्यों?

EXCLUSIVE NEWS, TOP STORIES, विश्लेषण, सामाजिक
-ललित गर्ग-दुनिया में भारत एवं भारतीय लोकतंत्र का गौरव एवं सम्मान बढ़ रहा है, वहीं भारत में लोकतंत्र के इतिहास की एक महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक घटना का बहिष्कार करते हुए समूचा विपक्ष भारतीय लोकतांत्रिक उजालों पर कालिख पोतने का प्रयास कर रहा है। यह समय न केवल नये संसद भवन के उद्घाटन बल्कि लगातार दुनिया में भारत एवं उसके महानायक के सम्मान की घटनाओं को लेकर गर्व एवं गौरव करने का है। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन ऐतिहासिक क्षणों को यादगार बनाते हुए विपक्ष विवेक एवं परिपक्व सोच का परिचय देने की बजाय संकीर्ण, बिखरावमूलक एवं विनाशकारी राजनीति का परिचय दे रहा है। अब यह लगभग तय हो चुका है कि लोकतंत्र का मंदिर कही जाने वाली संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह से विपक्ष के 19 दल गायब रहेेंगे। इन विपक्षी दलों ने बाकायदा घोषणा कर दी कि वे रविवार को होने वाले इस समारोह का बहिष्कार करेंगे। कारण यह है कि संसद ...
सेंगोल क्या है और इसकी इतिहास कितनी पुरानी है ? जिसे नए संसद भवन में रखा जाएगा.

सेंगोल क्या है और इसकी इतिहास कितनी पुरानी है ? जिसे नए संसद भवन में रखा जाएगा.

BREAKING NEWS, Today News, राष्ट्रीय, सामाजिक
सेंगोल का 'इतिहास' काफी पुराना है,और यह चोला साम्राज्य से जुड़ा हुआ है. इसकी जरूरी बात यह है कि यह जिसे प्राप्त होता है, उससे "राज्य की प्रजा" निष्पक्ष और न्यायपूर्ण शासन की आशा करते है. "सेंगोल राजदंड" औपचारिक अवसरों पर चोल सम्राटों द्वारा ग्रहण किया जाता था और इसका इस्तेमाल उनके "अधिकार" को दर्शाने के लिए किया जाता था ! बता दूं कि सेंगोल शब्द की "उत्पत्ति" संस्कृत से "संकु" शब्द से हुई है जिसका अर्थ "शंख" होता है ! सनातन धर्म में शंख को काफी पवित्र माना जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन को देश को समर्पित करेंगे. हालांकि, नाम मात्र 19 विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया है और महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी से नए संसद भवन का उद्घाटन कराने की मांग किया है. यह विपक्षी पार्टियों का एक 'Propaganda' है और उनका टार्गेट नरेंद्र मोदी है !! चलिए अब पोस्ट की 'विषयवस्त...