श्रीराम नवमी उत्सव मनाना भी अपराध
प्रशांत पोळ
दिनांक 1 अप्रैल को भोपाल में हुतात्मा हेमू कालानी जन्मशताब्दी समारोह संपन्न हुआ. इस समारोह में विदेशों से भी अनेक सिंधी भाषिक भाई – बहन आए थे. इन में से, कराची से आए हुए नारायणदास ने बताया की ‘पाकिस्तान में हिन्दू अपना कोई भी त्यौहार / उत्सव सार्वजनिक रूप से, खुले में नहीं मना सकते. मंदिर में या किसी के घर पर ही मनाना पड़ता हैं.‘
इस रामनवमी को बंगाल, बिहार आदि स्थानों पर जो कुछ हुआ, उसे देखकर लगता हैं, की ‘क्या, भारत के कुछ स्थानों पर भी हिन्दू अपना उत्सव सार्वजनिक रूप से नहीं मना सकते?’
इस वर्ष गुरुवार, 30 मार्च को रामनवमी थी. वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार, देश के लगभग सभी गांवों में, शहरों में इस दिन भगवान राम की शोभायात्रा निकलती हैं. इस वर्ष भी निकली. किन्तु बंगाल के हावड़ा में, उत्तर दिनाजपुर जिले के डालखोला में, इस्लामपुर में, वडोदरा में, छत्रपती संभाजी न...